श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से सुखबीर बादल एवं अन्य नेताओं को धार्मिक सजा के तौर पर दी गई सेवादारी का आखिरी दिन है। आज सजा पूरी करने के बाद सुखबीर बादल कल (शुक्रवार को) श्री अकाल तख्त साहिब पर पहुंचेंगे। जहां सुखबीर बादल अन्य नेताओं के साथ नतमस्तक होकर अपनी सजा पूरी कर लेंगे। इस सजा के पूरे होने के बाद पंजाब में अकाली दल को दोबारा से खड़े करने के प्रयास शुरू हो जाएंगे। सुखबीर बादल आज श्री मुक्तसर साहिब में अपनी सजा पूरी कर रहे हैं। जहां सबसे पहले सेवादार का चौला पहन सेवा निभाई, फिर बर्तनों की सफाई व कीर्तन श्रवण का आदेश है। आज के दिन की सजा पूरी होने के बाद सुखबीर बादल के 10 दिन सजा के पूरे हो जाएंगे। इस दौरान उन्होंने श्री मुक्तसर साहिब के अलावा गोल्डन टेंपल, श्री केशगढ़ साहिब, श्री दमदमा साहिब और श्री फतेहगढ़ साहिब में सजा पूरी कर चुके हैं। अनुमान है कि वे कल अमृतसर पहुंचेंगे और आदेशों के अनुसार श्री अकाल तख्त साहिब सचिवालय में अपनी सजा के पूरे किए जाने की जानकारी देंगे। इसके बाद श्री अकाल तख्त साहिब पर अरदास करवाकर वे अपनी सजा को पूरा करेंगे। कल के बाद कभी भी इस्तीफा हो सकता है मंजूर श्री अकाल तख्त साहिब ने सजा सुनाते समय स्पष्ट किया था कि अब शिरोमणि अकाली दल का दोबारा से गठन किया जाए। इन आदेशों के अनुसार, एसजीपीसी प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी की देखरेख में कमेटी का गठन किया गया था। जिसकी जिम्मेदारी नई भर्ती कर 6 महीने में अकाली दल का नया ढांचा तैयार करने की है। इसके साथ ही अकाली दल कोर कमेटी को आदेश है कि सुखबीर बादल सहित अन्य लोगों के आए इस्तीफों को मंजूर कर रिपोर्ट श्री अकाल तख्त साहिब पर दी जाए। अब जब सुखबीर बादल की सजा पूरी हो रही है तो उनका इस्तीफा कभी भी मंजूर हो सकता है और अकाली दल के नए ढांचे के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। बादल सरकार को 4 मामलों में सजा मिली 1. राम रहीम के खिलाफ शिकायत वापस ली 2007 में सलाबतपुरा में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने सिखों के 10वें गुरू श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की परंपरा का अनुकरण करते हुए उन्हीं की तरह कपड़े पहनकर अमृत छकाने का स्वांग रचा था। इस पर राम रहीम के खिलाफ पुलिस केस दर्ज किया गया था, लेकिन बादल सरकार ने सजा देने की जगह इस मामले को ही वापस ले लिया। 2. डेरा मुखी को सुखबीर बादल ने माफी दिलवाई थी श्री अकाल तख्त साहिब ने कार्रवाई करते हुए राम रहीम को सिख पंथ से निष्कासित कर दिया था। सुखबीर ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए राम रहीम को माफी दिलवा दी थी। इसके बाद अकाली दल और शिरोमणि कमेटी के नेतृत्व को सिखों के गुस्से और नाराजगी का सामना करना पड़ा। अंत में श्री अकाल तख्त साहिब ने राम रहीम को माफी देने का फैसला वापस लिया। 3. बेअदबी की घटनाओं की सही जांच नहीं हुई बादल सरकार के कार्यकाल के दौरान 1 जून 2015 को कुछ लोगों ने बुर्ज जवाहर सिंह वाला (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बीड़ चुराई। फिर 12 अक्टूबर 2015 को बरगाड़ी (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 110 अंग चुरा लिए और बाहर फेंक दिए। इससे सिख पंथ में भारी आक्रोश फैल गया। अकाली दल सरकार और तत्कालीन गृह मंत्री सुखबीर सिंह बादल ने इस मामले की समय रहते जांच नहीं की। दोषियों को सजा दिलाने में असफल रहे। इससे पंजाब में हालात बिगड़ गए। 4. झूठे केसों में मारे गए सिखों को इंसाफ नहीं दे पाए अकाली दल सरकार ने सुमेध सैनी को पंजाब का DGP नियुक्त किया गया। उन्हें राज्य में फर्जी पुलिस मुठभेड़ों को अंजाम देकर सिख युवाओं की हत्या करने का दोषी माना जाता था। पूर्व DGP इजहार आलम, जिन्होंने आलम सेना का गठन किया, उनकी पत्नी को टिकट दिया और उन्हें मुख्य संसदीय सचिव बनाया। 4 दिसंबर को सजा पूरी करते समय हुआ था हमला 4 दिसंबर 2024 (गुरुवार) को अमृतसर के गोल्डन टेंपल में सुखबीर सिंह बादल पर खालिस्तानी आतंकी नारायण सिंह चौड़ा ने गोली चलाई थी। सुखबीर बादल गोल्डन टेंपल के गेट पर सेवादार बनकर सजा पूरी कर रहे थे। चौड़ा ने जैसे ही बादल पर गोली चलाई, तो सिविल वर्दी में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उसका हाथ पकड़कर ऊपर कर दिया। गोली गोल्डन टेंपल की दीवार पर जा लगी। इस हमले में बादल बाल-बाल बच गए। तीसरी बार बढ़ा चौड़ा का पुलिस रिमांड सुखबीर बादल पर हमला करने वाला नारायण सिंह चौड़ा अभी भी पुलिस हिरासत में है। पुलिस ने 5 दिसंबर को उसे कोर्ट में पेश किया था और तीन दिन का रिमांड मिला। तब से लेकर अभी तक चौड़ा दो और बार अमृतसर कोर्ट में पेश हो चुका है और कोर्ट 3-3 दिन का रिमांड पुलिस को दे रही है। मजीठिया बार-बार उठा रहे पुलिस जांच पर सवाल पंजाब अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया बार-बार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पंजाब पुलिस की एफआईआर और इंक्वायरी पर सवाल खड़े कर रहे हैं। बिक्रम मजीठिया 10 के करीब वीडियो मीडिया के सामने रख चुके हैं। जिनमें उन्होंने आरोप लगाए हैं कि नारायण सिंह चौड़ा अकेला नहीं था। उनके साथ देखने वाला एक अन्य व्यक्ति बाबा धर्मा था, जो खुद आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है, वहीं एक अन्य भी इस मामले में साथ है। मजीठिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मांग रखी है कि चीफ सुखबीर बादल पर हुए हमले की जांच डीजीपी रैंक के अधिकारी को दी जाए। बिक्रम मजीठिया ने डीजीपी पंजाब गौरव यादव को 13 पन्नों का पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने एसपी हरपाल सिंह रंधावा के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार करने की भी गुहार लगाई है। वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर की इंक्वायरी को खारिज कर दिया है। श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से सुखबीर बादल एवं अन्य नेताओं को धार्मिक सजा के तौर पर दी गई सेवादारी का आखिरी दिन है। आज सजा पूरी करने के बाद सुखबीर बादल कल (शुक्रवार को) श्री अकाल तख्त साहिब पर पहुंचेंगे। जहां सुखबीर बादल अन्य नेताओं के साथ नतमस्तक होकर अपनी सजा पूरी कर लेंगे। इस सजा के पूरे होने के बाद पंजाब में अकाली दल को दोबारा से खड़े करने के प्रयास शुरू हो जाएंगे। सुखबीर बादल आज श्री मुक्तसर साहिब में अपनी सजा पूरी कर रहे हैं। जहां सबसे पहले सेवादार का चौला पहन सेवा निभाई, फिर बर्तनों की सफाई व कीर्तन श्रवण का आदेश है। आज के दिन की सजा पूरी होने के बाद सुखबीर बादल के 10 दिन सजा के पूरे हो जाएंगे। इस दौरान उन्होंने श्री मुक्तसर साहिब के अलावा गोल्डन टेंपल, श्री केशगढ़ साहिब, श्री दमदमा साहिब और श्री फतेहगढ़ साहिब में सजा पूरी कर चुके हैं। अनुमान है कि वे कल अमृतसर पहुंचेंगे और आदेशों के अनुसार श्री अकाल तख्त साहिब सचिवालय में अपनी सजा के पूरे किए जाने की जानकारी देंगे। इसके बाद श्री अकाल तख्त साहिब पर अरदास करवाकर वे अपनी सजा को पूरा करेंगे। कल के बाद कभी भी इस्तीफा हो सकता है मंजूर श्री अकाल तख्त साहिब ने सजा सुनाते समय स्पष्ट किया था कि अब शिरोमणि अकाली दल का दोबारा से गठन किया जाए। इन आदेशों के अनुसार, एसजीपीसी प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी की देखरेख में कमेटी का गठन किया गया था। जिसकी जिम्मेदारी नई भर्ती कर 6 महीने में अकाली दल का नया ढांचा तैयार करने की है। इसके साथ ही अकाली दल कोर कमेटी को आदेश है कि सुखबीर बादल सहित अन्य लोगों के आए इस्तीफों को मंजूर कर रिपोर्ट श्री अकाल तख्त साहिब पर दी जाए। अब जब सुखबीर बादल की सजा पूरी हो रही है तो उनका इस्तीफा कभी भी मंजूर हो सकता है और अकाली दल के नए ढांचे के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। बादल सरकार को 4 मामलों में सजा मिली 1. राम रहीम के खिलाफ शिकायत वापस ली 2007 में सलाबतपुरा में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने सिखों के 10वें गुरू श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की परंपरा का अनुकरण करते हुए उन्हीं की तरह कपड़े पहनकर अमृत छकाने का स्वांग रचा था। इस पर राम रहीम के खिलाफ पुलिस केस दर्ज किया गया था, लेकिन बादल सरकार ने सजा देने की जगह इस मामले को ही वापस ले लिया। 2. डेरा मुखी को सुखबीर बादल ने माफी दिलवाई थी श्री अकाल तख्त साहिब ने कार्रवाई करते हुए राम रहीम को सिख पंथ से निष्कासित कर दिया था। सुखबीर ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए राम रहीम को माफी दिलवा दी थी। इसके बाद अकाली दल और शिरोमणि कमेटी के नेतृत्व को सिखों के गुस्से और नाराजगी का सामना करना पड़ा। अंत में श्री अकाल तख्त साहिब ने राम रहीम को माफी देने का फैसला वापस लिया। 3. बेअदबी की घटनाओं की सही जांच नहीं हुई बादल सरकार के कार्यकाल के दौरान 1 जून 2015 को कुछ लोगों ने बुर्ज जवाहर सिंह वाला (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बीड़ चुराई। फिर 12 अक्टूबर 2015 को बरगाड़ी (फरीदकोट) के गुरुद्वारा साहिब से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 110 अंग चुरा लिए और बाहर फेंक दिए। इससे सिख पंथ में भारी आक्रोश फैल गया। अकाली दल सरकार और तत्कालीन गृह मंत्री सुखबीर सिंह बादल ने इस मामले की समय रहते जांच नहीं की। दोषियों को सजा दिलाने में असफल रहे। इससे पंजाब में हालात बिगड़ गए। 4. झूठे केसों में मारे गए सिखों को इंसाफ नहीं दे पाए अकाली दल सरकार ने सुमेध सैनी को पंजाब का DGP नियुक्त किया गया। उन्हें राज्य में फर्जी पुलिस मुठभेड़ों को अंजाम देकर सिख युवाओं की हत्या करने का दोषी माना जाता था। पूर्व DGP इजहार आलम, जिन्होंने आलम सेना का गठन किया, उनकी पत्नी को टिकट दिया और उन्हें मुख्य संसदीय सचिव बनाया। 4 दिसंबर को सजा पूरी करते समय हुआ था हमला 4 दिसंबर 2024 (गुरुवार) को अमृतसर के गोल्डन टेंपल में सुखबीर सिंह बादल पर खालिस्तानी आतंकी नारायण सिंह चौड़ा ने गोली चलाई थी। सुखबीर बादल गोल्डन टेंपल के गेट पर सेवादार बनकर सजा पूरी कर रहे थे। चौड़ा ने जैसे ही बादल पर गोली चलाई, तो सिविल वर्दी में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उसका हाथ पकड़कर ऊपर कर दिया। गोली गोल्डन टेंपल की दीवार पर जा लगी। इस हमले में बादल बाल-बाल बच गए। तीसरी बार बढ़ा चौड़ा का पुलिस रिमांड सुखबीर बादल पर हमला करने वाला नारायण सिंह चौड़ा अभी भी पुलिस हिरासत में है। पुलिस ने 5 दिसंबर को उसे कोर्ट में पेश किया था और तीन दिन का रिमांड मिला। तब से लेकर अभी तक चौड़ा दो और बार अमृतसर कोर्ट में पेश हो चुका है और कोर्ट 3-3 दिन का रिमांड पुलिस को दे रही है। मजीठिया बार-बार उठा रहे पुलिस जांच पर सवाल पंजाब अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया बार-बार प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पंजाब पुलिस की एफआईआर और इंक्वायरी पर सवाल खड़े कर रहे हैं। बिक्रम मजीठिया 10 के करीब वीडियो मीडिया के सामने रख चुके हैं। जिनमें उन्होंने आरोप लगाए हैं कि नारायण सिंह चौड़ा अकेला नहीं था। उनके साथ देखने वाला एक अन्य व्यक्ति बाबा धर्मा था, जो खुद आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है, वहीं एक अन्य भी इस मामले में साथ है। मजीठिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मांग रखी है कि चीफ सुखबीर बादल पर हुए हमले की जांच डीजीपी रैंक के अधिकारी को दी जाए। बिक्रम मजीठिया ने डीजीपी पंजाब गौरव यादव को 13 पन्नों का पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने एसपी हरपाल सिंह रंधावा के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार करने की भी गुहार लगाई है। वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर की इंक्वायरी को खारिज कर दिया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना में ससुर ने करवाई बहु पर FIR:कनाडा जाकर पति को बुलाने से किया इनकार, ससुराल पक्ष के खर्च कराए 38 लाख लुधियाना के सतजोत नगर निवासी एक व्यक्ति का विदेश में बसने का सपना उस समय टूट गया, जब उसकी पत्नी ने उसे स्पाउज वीजा पर कनाडा ले जाने से इनकार कर दिया। शख्स के मुताबिक उसने अपनी पत्नी को स्टडी वीजा पर विदेश भेजने के लिए इस उम्मीद में 38 लाख रुपए खर्च किए थे कि वह बाद में जीवन साथी के लिए वीजा दिलाने में उसकी मदद करेगी। सदर पुलिस ने धांदरा के सतजोत नगर के पीड़ित प्रिंस के पिता तीर्थ राम कक्कड़ की शिकायत के बाद FIR दर्ज की। आरोपियों की पहचान फिरोजपुर के जीरा, मिश्न बस्ती मक्खू की मेघना महाजन, उसके पिता नरिंदर कुमार और मां निशु के रूप में हुई है। स्पाउज वीजा पर बुलाना का किया था वादा अपनी शिकायत में कक्कड़ ने कहा कि उन्हें विदेश जाने का बहुत शौक था। उन्होंने मेघना महाजन और उनके परिवार से मुलाकात की थी। मेघना के साथ उनके बेटे प्रिंस की फेसबुक पर मुलाकात हुई थी। दोनों एक दूसरे से शादी करना चाहते थे। इस कारण परिवार भी शादी के लिए रजामंद हो गया। मेघना के पिता नरिंदर ने कहा कि अगर वह लोग खर्च उठाएगा तो उनके बेटे को मेघना स्पाउज वीजा पर कनाडा ले जाएगी। शिकायतकर्ता ने कहा कि उसने वीजा और कॉलेज फीस की व्यवस्था करने के लिए आरोपियों पर 38 लाख रुपए खर्च किए थे। समझौते के अनुसार उन्होंने विवाह संपन्न कराया। कनाडा पहुंचने के बाद उसने उसका फोन उठाना बंद कर दिया। उसने उसके परिवार के सदस्यों से संपर्क किया और अपने पैसे वापस मांगे, लेकिन आरोपी ने इनकार कर दिया। 18 नवंबर 2023 को दी शिकायत उन्होंने 18 नवंबर 2023 को शिकायत की। 10 महीने तक मामले की जांच के बाद सदर पुलिस ने महिला और उसके माता-पिता के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। मामले की जांच कर रहे एएसआई प्रीतपाल सिंह ने बताया कि आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 406, 420 और 120बी के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है। उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
चंडीगढ़ व पंजाब के 3 जिलों में बारिश की संभावना:तापमान में अधिक बदलाव नहीं; प्रदेश में 26 फीसदी कम बरसे बादल
चंडीगढ़ व पंजाब के 3 जिलों में बारिश की संभावना:तापमान में अधिक बदलाव नहीं; प्रदेश में 26 फीसदी कम बरसे बादल पंजाब के 3 जिलों पठानकोट, रूप-नगर और मोहाली सहित चंडीगढ़ में आज बारिश के हल्के आसार बन रहे हैं। अन्य सभी जिले आज पूरी तरह से शुष्क रहने वाले है। मौसम विज्ञान केंद्र (IMD) के अनुसार आने दिनों में भी अधिकतर पंजाब शुष्क रहने वाला है। लेकिन तापमान में अधिक अंतर देखने को नहीं मिलेगा। वहीं, बीते दिन पूरे राज्य में बारिश दर्ज नहीं की गई। तापमान में बदलाव देखने को नहीं मिला और तापमान भी सामान्य ही रहा। जबकि फरीदकोट में तापमान 37.4 डिग्री रिकार्ड किया गया। वहीं चंडीगढ़ में भी तापमान में अधिक बदलाव नहीं हुआ और तापमान 34 डिग्री के करीब रहा है। पंजाब-चंडीगढ़ अभी भी रेड जोन में पंजाब और चंडीगढ़ से इस माह के अंत तक मानसून पूरी तरह से वापसी हो जाएगी। पंजाब के मात्र 7 जिले ऐसे हैं, जहां सामान्य बारिश हुई है। जबकि 16 जिलों में 58 से 23 फीसदी तक कम बारिश देखने को मिली है। चंडीगढ़ में 1 जून से 16 सितंबर तक सामान्य से 20 फीसदी कम बारिश हुई है। यहां सामान्यता 818.4 मिमी बारिश हो जाती है, जबकि इस साल यहां मात्र 656 मिमी ही बादल बरसे हैं। जबकि पंजाब में 413.3 मिमी बारिश सामान्यता होती है। इस सीजन यहां मात्र 306.8 मिमी ही बादल बरसे हैं। पंजाब में सबसे अधिक बादल इस सीजन तरनतारन में बरसे, जहां 406.3 मिमी बादल बरसे हैं। वहीं सबसे कम बारिश बठिंडा में दर्ज की गई। जहां मात्र 115.7 मिमी ही बादल बरसे। चंडीगढ़- पंजाब के जिलों का तापमान चंडीगढ़- सोमवार अधिकतम तापमान 33.9 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। आज हल्के बादल छाएंगे। तापमान 23 से 34 डिग्री के बीच रहने के आसार। मोहाली- सोमवार शाम का तापमान 33.7 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। आज हल्के बादल छाएंगे। तापमान 23 से 34 डिग्री के बीच रहने के आसार। अमृतसर- सोमवार तापमान 34.3 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। आज हल्के बादल छाएंगे। तापमान 25 से 35 डिग्री के बीच रहने के आसार। जालंधर- बीते दिन अधिकतम तापमान 33.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। आज हल्के बादल छाएंगे। तापमान 23 से 34 डिग्री के बीच रहने के आसार। लुधियाना- सोमवार अधिकतम तापमान 35 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। आज हल्के बादल छाएंगे। तापमान 25 से 35 डिग्री के बीच रहने के आसार। पटियाला- सोमवार तापमान 34.7 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। आज हल्के बादल छाएंगे। तापमान 23 से 34 डिग्री के बीच रहने के आसार।
जालंधर GST ने पार्सल से CM मान-केजरीवाल का पुतला पकड़ा:कार्रवाई से परेशान थे कारोबारी, जानबूझकर उसी चौक में भेजा, जहां था ट्रैप
जालंधर GST ने पार्सल से CM मान-केजरीवाल का पुतला पकड़ा:कार्रवाई से परेशान थे कारोबारी, जानबूझकर उसी चौक में भेजा, जहां था ट्रैप पंजाब में त्योहारों को देखते हुए राज्य जीएसटी विभाग काफी सक्रिय हो गया है। जालंधर शहर में रोजाना जीएसटी द्वारा की जा रही कार्रवाई से शहर के कारोबारी काफी परेशान थे। जिसके चलते आज कारोबारियों ने दो पार्सलों में राज्य के सीएम भगवंत सिंह मान और दिल्ली के पूर्व सीएम और AAP सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल का पुतला बनाकर उस चौक में भेजा, जहां पर जीएसटी की टीम ताक लगाए खड़ी थी। कारोबारियों के साथ बीजेपी के नेता भी पहुंचे थे। जीएसटी की कार्रवाई से थे कारोबारी परेशान ऐसे में उक्त अधिकारियों ने दोनों पार्सल पकड़ लिए और तुरंत मामले में उक्त पार्सल भेजने वाले कारोबारी को मौके पर बुला लिया। मौके पर पहुंचकर जब पार्सल खोले गए तो देखा कि उक्त पार्सलों में सीएम मान और पूर्व सीएम केजरीवाल का पुतला था। ये अनोखा प्रदर्शन जालंधर के आरोपियों द्वारा सरकार के खिलाफ किया गया। क्योंकि जीएसटी की टीमों द्वारा की जा रही उक्त कार्रवाई से कारोबारी काफी परेशान चल रहे थे। शहर के कई चौंक में तैनात किए गए जीएसटी अधिकारी बता दें कि त्योहारों के मद्देनजर जालंधर में कई चौक पर जीएसटी के अधिकारियों को तैनात किया गया है। जिससे कोई भी व्यक्ति जीएसटी में घपला न कर सके। ऐसे में विभाग की इस कार्रवाई से कारोबारी काफी परेशान थे। जिसके चलते कुछ कारोबारियों ने मिलकर ये प्लान बनाया और पुतलों को पार्सल में पैक कर जालंधर के शास्त्री मार्केट चौक में भेज दिया। अभी पार्सल शास्त्री मार्केट चौक पहुंचा ही था कि अधिकारियों ने उक्त पार्सल वाले को रोक लिया और बिल चेक करवाने के लिए कहा। जब बिल नहीं चेक करवाया गया तो मामले की जानकारी पार्सल भेजने वाले को दी गई और उसे मौके पर आने को कहा। जब वह मौके पर पहुंचा तो पता चला कि उक्त पार्सल में पुतले पड़े हैं।