हरियाणा विधानसभा चुनाव में हैरानजनक हार के बाद कांग्रेस नेताओं के बयान सामने आने लगे है। कुमारी सैलजा के बाद अब उनके गुट से ही असंध से कांग्रेस के पूर्व विधायक शमशेर सिंह गोगी का भी बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कांग्रेस की हार का पूरा ठीकरा पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर फोड़ा है। गोगी ने यहां तक कह दिया कि कभी भी एक बिरादरी से सरकार नहीं बनती, सभी को साथ लेकर चलना होता है। हरियाणा कांग्रेस में अब बदलाव की जरूरत है। गोगी ने यह भी कहा कि अगर शीर्ष नेतृत्व ने बैठक बुलाई तो वहां पर सब बातों को प्रमुखता से रखा जाएगा। 2306 वोट से हारे शमशेर गोगी हरियाणा विधानसभा में बीजेपी को 48, कांग्रेस को 37, इनेलो को 2 और आजाद प्रत्याशियों को 3 सीटें मिली। शमशेर सिंह गोगी असंध से कांग्रेस के मजबूत उम्मीदवार थे। यहां की सीट भी कांग्रेस ने खो दी। गोगी यहां पर 2306 वोटों से योगेंद्र राणा से हार गए। बीएसपी-इनेलो के उम्मीदवार गोपाल राणा तीसरे स्थान पर रहे। कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा। गोगी ने अपनी और कांग्रेस की हार का ठीकरा भूपेंद्र हुड्डा पर ही फोडा और हरियाणा कांग्रेस में बदलाव की बात कह दी। कल सैलजा हार के बाद ये दिया था बयान 8 अक्तूबर को ही हरियाणा के सबसे बड़े दलित चेहरे सांसद कुमारी सैलजा का भी बयान सामने आया था। सैलजा ने कहा था कि हमारे कार्यकर्ताओं ने पिछले 10 सालों में कांग्रेस पार्टी के लिए बहुत कुछ सहा है, लेकिन अब हमें इन सब बातों से पीछे हटते हुए एक नए सिरे से आगे सोचना होगा क्योंकि जैसे अभी चल रहा है वो ऐसे ही तो नहीं चलेगा। कुमारी सैलजा ने कहा कि पार्टी को किस तरह से राज्य में सींचा नहीं गया, तालमेल नहीं रखा गया, कौन से लोग थे जो सबको साथ लेकर चलने के जिम्मेदार थे। ये भी बातें हैं। राज्य में क्या संदेश गया है। किसलिए लोग कांग्रेस की सरकार बनाते हुए पीछे हट गए? ये सब बातें देखनी पड़ेंगी। कांग्रेस को भीतरघात खत्म करने की जरूरत राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो हरियाणा में कांग्रेस ने टिकटों का बंटवारा सही नहीं किया। कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा की नाराजगी से भी कांग्रेस को नुकसान पहुंचा। अब एक एक करके कांग्रेस के नेताओं के बयान सामने आने शुरू हो गए है। ऐसे में आगे और क्या कुछ सामने आता है, वह भी देखना होगा। इतना तो जरूर है कि कांग्रेस को आगे एकजुट होकर चलने और अपने भीतरघात को खत्म करने की जरूरत है। हरियाणा विधानसभा चुनाव में हैरानजनक हार के बाद कांग्रेस नेताओं के बयान सामने आने लगे है। कुमारी सैलजा के बाद अब उनके गुट से ही असंध से कांग्रेस के पूर्व विधायक शमशेर सिंह गोगी का भी बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कांग्रेस की हार का पूरा ठीकरा पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर फोड़ा है। गोगी ने यहां तक कह दिया कि कभी भी एक बिरादरी से सरकार नहीं बनती, सभी को साथ लेकर चलना होता है। हरियाणा कांग्रेस में अब बदलाव की जरूरत है। गोगी ने यह भी कहा कि अगर शीर्ष नेतृत्व ने बैठक बुलाई तो वहां पर सब बातों को प्रमुखता से रखा जाएगा। 2306 वोट से हारे शमशेर गोगी हरियाणा विधानसभा में बीजेपी को 48, कांग्रेस को 37, इनेलो को 2 और आजाद प्रत्याशियों को 3 सीटें मिली। शमशेर सिंह गोगी असंध से कांग्रेस के मजबूत उम्मीदवार थे। यहां की सीट भी कांग्रेस ने खो दी। गोगी यहां पर 2306 वोटों से योगेंद्र राणा से हार गए। बीएसपी-इनेलो के उम्मीदवार गोपाल राणा तीसरे स्थान पर रहे। कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा। गोगी ने अपनी और कांग्रेस की हार का ठीकरा भूपेंद्र हुड्डा पर ही फोडा और हरियाणा कांग्रेस में बदलाव की बात कह दी। कल सैलजा हार के बाद ये दिया था बयान 8 अक्तूबर को ही हरियाणा के सबसे बड़े दलित चेहरे सांसद कुमारी सैलजा का भी बयान सामने आया था। सैलजा ने कहा था कि हमारे कार्यकर्ताओं ने पिछले 10 सालों में कांग्रेस पार्टी के लिए बहुत कुछ सहा है, लेकिन अब हमें इन सब बातों से पीछे हटते हुए एक नए सिरे से आगे सोचना होगा क्योंकि जैसे अभी चल रहा है वो ऐसे ही तो नहीं चलेगा। कुमारी सैलजा ने कहा कि पार्टी को किस तरह से राज्य में सींचा नहीं गया, तालमेल नहीं रखा गया, कौन से लोग थे जो सबको साथ लेकर चलने के जिम्मेदार थे। ये भी बातें हैं। राज्य में क्या संदेश गया है। किसलिए लोग कांग्रेस की सरकार बनाते हुए पीछे हट गए? ये सब बातें देखनी पड़ेंगी। कांग्रेस को भीतरघात खत्म करने की जरूरत राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो हरियाणा में कांग्रेस ने टिकटों का बंटवारा सही नहीं किया। कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा की नाराजगी से भी कांग्रेस को नुकसान पहुंचा। अब एक एक करके कांग्रेस के नेताओं के बयान सामने आने शुरू हो गए है। ऐसे में आगे और क्या कुछ सामने आता है, वह भी देखना होगा। इतना तो जरूर है कि कांग्रेस को आगे एकजुट होकर चलने और अपने भीतरघात को खत्म करने की जरूरत है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में भाजपा के खिलाफ पोस्टर वार:अनिल विज बोले-हिम्मते है तो नाम से छापो, रोते हुए पोस्टरों से राजनीतिक तापमान चढ़ा हरियाणा के करनाल में भाजपा के स्लोगन “म्हारा हरियाणा- नॉन स्टॉप हरियाणा” पर निशाना साधते हुए रामलीला ग्रांउड के प्रमुख स्थानों पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के रोते हुए पोस्टर लगाए गए हैं। इन पोस्टरों में म्हारा हरियाणा, नॉन स्टॉप महिला अत्याचार-10 साल में 14 हजार महिलाओं का बलात्कार और म्हारा हरियाणा, नॉन स्टॉप बेरोजगारी- हरियाणा में 1 करोड़ बेरोजगार जैसे स्लोगन लिखे गए हैं। इन पोस्टरों ने करनाल के राजनीतिक तापमान को एकदम से बढ़ा दिया है। अनिल विज का तीखा प्रहार,दम है तो नाम से छापो इस विवाद के बाद, हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस का नाम लिए बगैर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। विज ने कहा कि, अगर किसी ने मां का दूध पिया है तो सामने आकर पोस्टर लगाए और अपने नाम से पोस्टर छापो। हम भी बताएंगे कि तुमने क्या-क्या किया। तुमने कहां-कहां गोली चलवाई, कहां-कहां लाठीचार्ज करवाया, सब कुछ बताएंगे। हम खामोश क्यों रहें? ये चुपके-चुपके पोस्टर लगा रहे हैं, तुम्हारे में दम नहीं है। मरी हुई कौम हो। दम है तो नाम से छापो और आओ सामने मैदान में। हम तो खड़े हैं और बताएंगे। इनमें दम ही नहीं है और ये सामने आकर बात कर ही नहीं सकते हैं।” विज के इन बयानों ने राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचा दिया है। उन्होंने पोस्टरबाजी को कायरता की निशानी बताते हुए कांग्रेस पर परोक्ष रूप से निशाना साधा, हालांकि सीधे तौर पर पार्टी का नाम नहीं लिया। पोस्टरबाजी ने राजनीतिक तापमान को चढ़ाया, कांग्रेस ने दी प्रतिक्रिया इन विवादित पोस्टरों ने भाजपा और कांग्रेस के बीच पहले से चले आ रहे तनाव को और भी बढ़ा दिया है। जहां भाजपा ने इस पोस्टरबाजी को कांग्रेस की ओछी राजनीति का हिस्सा बताया है, वहीं कांग्रेस नेता रणदीप सूरजेवाला ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पोस्टर लगाना विकृत सोच का प्रतीक है, जिसने भी यह काम किया है, वह गलत किया है। हम इसकी निंदा करते हैं। सकारात्मक पोस्टरबाजी होनी चाहिए, और हमें जनता को गुमराह करने वाले संदेशों से बचना चाहिए। सूरजेवाला ने आगे कहा कि जनता को इन पोस्टरों को पढ़ने की जरूरत नहीं है। वे पहले से ही जानते हैं कि मनोहर लाल और नायब सिंह दोषी हैं। अब जनता वोट की चोट से फाइनल फैसला सुनाएगी। उन्होंने इस तरह की पोस्टरबाजी और गलत टिप्पणियों को कांग्रेस का हिस्सा नहीं मानते हुए इसे अस्वीकार्य बताया। करनाल की सड़कों पर गरमाई राजनीति, कांग्रेस पर आरोप इस बीच, करनाल की दीवारों पर लगाए गए पोस्टरों ने शहर में हलचल मचा दी है। सीएम के ओएसडी संजय बठला ने कहा कि ये पोस्टर कांग्रेस द्वारा लगाए गए हैं, जो सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, कांग्रेस ने इस तरह की किसी भी गतिविधि से खुद को दूर कर लिया है और इस पोस्टरबाजी की कड़ी निंदा की है।
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पानीपत में महिला के साथ 21 लाख की ठगी:बेटी को ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर रिश्तेदारों ने हड़पी राशि; वापस मांगने पर दी धमकी
पानीपत में महिला के साथ 21 लाख की ठगी:बेटी को ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर रिश्तेदारों ने हड़पी राशि; वापस मांगने पर दी धमकी हरियाणा के पानीपत जिले के इसराना उपमंडल की रहने वाली एक विधवा महिला को उसके ही रिश्तेदारों ने ठग लिया। उन्होंने उसकी बेटी को ऑस्ट्रेलिया भेजने के नाम पर 21 लाख की ठगी की है। रुपए वापस मांगने पर आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी है। जिसकी शिकायत महिला ने पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर एक महिला आरोपी समेत तीन के खिलाफ धारा 420, 406 व 120B के तहत केस दर्ज कर लिया है।
आरोपियों ने कहा था- उनके पास विदेश भेजने का लाइसेंस है
इसराना थाना पुलिस को दी शिकायत में विधवा महिला मोनिका ने बताया कि वह गांव जौंधन कला की रहने वाली है। उसके दूर के रिश्तेदार विक्रम, निर्मला और रीनू है। महिला ने बताया कि वह अपनी बेटी शालू को पढ़ाई के लिए विदेश भेजना चाहती थी। इस बारे में उसके रिश्तेदारों को ज्ञान था। इसी सिलसिले में 3 अगस्त को तीनों उससे मिले। जिन्होंने कहा कि उनके पास विदेश भेजने का लाइसेंस है। वे कानून के अनुसार पढ़ाई के लिए आस्ट्रेलिया का वीजा लगवाकर बेटी को भेज देंगे। अलग-अलग खातों में लिए रुपए
महिला ने उन्हें 2 लाख रुपए कैश और बेटी के दस्तावेज दे दिए। इसके अलावा उसी दिन यानी 3 अगस्त 2023 को 6 लाख रुपए निर्मला के खाते में, 5 लाख 50 हजार रुपए रीनू के खाते में भेज दिए। विक्रम के कहने पर लाख रुपए 4 अगस्त को टूर एवं ट्रेवल्स के खाते में, 1 लाख रुपए विकास के खाते में व उसके भाई विकास के खाते में डेढ लाख रुपए डाल दिए।
आरोपियों ने कुल 21 लाख रुपए शालू को विदेश भेजने के नाम पर ले लिए। 30 दिन के भीतर वीजा लगवाने की बात कही थी। जब निर्धारित समय पर वीजा नहीं लगा, तो उनसे संपर्क किया गया। जिन्होंने बहाने बनाकर उसे टाल दिया। फिर उसके फोन उठाने बंद कर दिए।
आरोपियों ने 7-7 लाख रुपए के दो चेक उसे दिए, जोकि बाउंस हो गए। महिला ने अपने तौर पर जानकारी जुटाई, तो पता लगा कि आरोपियों के पास विदेश भेजने का कोई लाइसेंस नहीं है। आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की भी धमकी दी है।