सिरसा में सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में बाबा साहेब के बारे में टिप्पणी करके उनका अपमान किया है। हमारे लिए संविधान ग्रंथ से कम नहीं है और बाबा साहेब भगवान से कम नहीं हैं। इसलिए गृह मंत्री अमित शाह पूरे देश से माफी मांगें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की बात करना भाजपा की आदत हो गई है। जब चुनाव होते हैं, तो भाजपा को बाबा साहेब की जरूरत होती है और वे बाबा साहेब का नाम लेते हैं। उनका इस्तेमाल करते हैं और सदन में अपमान करते हैं। भगवान से कम नहीं है बाबा साहेब- सैलजा सांसद ने कहा कि सदन में इस प्रकार टिप्पणी करके अमित शाह ने पूरी दुनिया के सामने बाबा साहेब का अपमान किया है। हमारी मांग है कि अमित शाह पूरे देश से माफी मांगे। हम इस प्रकार बाबा साहेब के अपमान को बर्दाश्त नहीं कर सकते। बाबा साहेब हमारे लिए भगवान से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब पर अमित शाह द्वारा की गई टिप्पणी के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे, विपक्ष के नेता राहुल गांधी, सांसद प्रियंका गांधी, कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल सहित इंडिया गठबंधन के कई सांसदों ने भाजपा के खिलाफ संसद परिसर में रोष प्रकट किया और मांग की कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह माफी मांगें। सिरसा में सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में बाबा साहेब के बारे में टिप्पणी करके उनका अपमान किया है। हमारे लिए संविधान ग्रंथ से कम नहीं है और बाबा साहेब भगवान से कम नहीं हैं। इसलिए गृह मंत्री अमित शाह पूरे देश से माफी मांगें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की बात करना भाजपा की आदत हो गई है। जब चुनाव होते हैं, तो भाजपा को बाबा साहेब की जरूरत होती है और वे बाबा साहेब का नाम लेते हैं। उनका इस्तेमाल करते हैं और सदन में अपमान करते हैं। भगवान से कम नहीं है बाबा साहेब- सैलजा सांसद ने कहा कि सदन में इस प्रकार टिप्पणी करके अमित शाह ने पूरी दुनिया के सामने बाबा साहेब का अपमान किया है। हमारी मांग है कि अमित शाह पूरे देश से माफी मांगे। हम इस प्रकार बाबा साहेब के अपमान को बर्दाश्त नहीं कर सकते। बाबा साहेब हमारे लिए भगवान से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब पर अमित शाह द्वारा की गई टिप्पणी के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे, विपक्ष के नेता राहुल गांधी, सांसद प्रियंका गांधी, कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल सहित इंडिया गठबंधन के कई सांसदों ने भाजपा के खिलाफ संसद परिसर में रोष प्रकट किया और मांग की कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह माफी मांगें। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में दिवाली पर बुजुर्ग महिला की हत्या:परिजन बोले- कान के पास गोली जैसा निशान, खाना देने आए डिलीवरी बॉय ने देखा शव हरियाणा के रोहतक में दिवाली के दिन महिला की हत्या कर दी गई। महिला का शव घर में खून से लथपथ अवस्था में पड़ा मिला। सूचना मिलने पर महम थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। मृतक महिला की पहचान कृष्णा देवी (80) के रूप में हुई है। महिला की हत्या गोली मारकर की गई है या महिला के सिर पर किसी चीज से वार करके किया है। यह अभी स्पष्ट नहीं हो पा रहा। सिर पर चोट के निशान मिले हैं और खून बह रहा था। महिला घर पर अकेली रहती थी। घटनास्थल की जांच के लिए FSL की टीम को भी मौके पर बुलाया गया। इसके बाद शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल में भिजवा दिया। डिलीवरी बॉय आया था घर महिला के पड़ोसियों ने कहा कि कृष्णा सुबह तक ठीक थी। दोपहर को महिला को खाना देने के लिए एक डिलीवरी बॉय आया था। उसने अंदर जाकर देखा तो महिला कंबल ओढ़े लेटी हुई दिखाई दी। जब महिला को उठाने का प्रयास किया तो वह नहीं उठी। कंबल हटाकर देखा तो उसके सिर पर चोट लगी थी और खून निकल रहा था। इसके बाद डिलीवरी बॉय ने सूचना आसपास के लोगों और वार्ड पार्षद को दी। जिन्होंने पुलिस को सूचित कर बुलाया। बेटा साधु बना, महिला अकेली रहती थी मृतक महिला कृष्णा की एक बेटी है, जिसकी शादी दिल्ली में हुई है। कृष्णा ने एक बेटे को गोद लिया था, लेकिन गोद लिए बेटे ने साधु का वेश धारण कर लिया। इसके चलते महिला फिलहाल घर में अकेली रहती है। सुबह करीब 7:15 बजे तक आसपास के लोगों ने महिला को सुरक्षित देखा। इसके बाद उसकी हत्या कर दी गई। कान के पास गोली लगने जैसा निशान रोहतक के महम स्थित वार्ड नंबर 15 के बड़ा गुरुद्वारा निवासी धीरज ने महम थाना में शिकायत दी। जिसमें उसने बताया कि उसके पिता की बुआ कृष्णा देवी है। जो बड़ा गुरुद्वारा के पास रहती है। 31 अक्टूबर को वह बाजार में काम कर रहा था। इसी दौरान उसकी मां का फोन आया और सूचना दी कि उसके दादी कृष्णा की पत्नी मकान में मृत पड़ी है। सूचना पाकर वे मौके पर पहुंचे। इस दौरान सूचना मिली कि पड़ोसी संजय ने डायल 112 पर सूचना दी थी। जब वह घर पहुंचा तो बेड पर कृष्णा देवी की खून से लथपथ अवस्था में लाश पड़ी थी। जिसके मुंह, नाक और कान से खून बह रहा था। कान के पास गोली लगने जैसा निशान था। किसी अज्ञात ने उनकी हत्या की है। जिसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। हत्या का केस दर्ज, सामने नहीं आई कोई रंजिश महम थाने के एसएचओ सतपाल सिंह ने कहा कि अभी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आना बाकी है। जिसके बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि कृष्णा देवी की हत्या गोली मारकर की गई है या नहीं। अभी तक परिवार वालों ने किसी के साथ कोई रंजिश का भी जिक्र नहीं किया है। पुलिस ने महिला का पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया। वहीं अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच में जुटी हुई है।
हरियाणा की पहलवान रीतिका हुड्डा का मैच आज:9 साल की उम्र में शुरू की कुश्ती; कॉमनवेल्थ में सिलेक्शन न होने पर छोड़ने का मन बनाया
हरियाणा की पहलवान रीतिका हुड्डा का मैच आज:9 साल की उम्र में शुरू की कुश्ती; कॉमनवेल्थ में सिलेक्शन न होने पर छोड़ने का मन बनाया हरियाणा की पहलवान रीतिका हुड्डा आज पेरिस ओलिंपिक में 76 Kg वेट कैटेगरी में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। उनका मुकाबला दोपहर 3 बजे होगा। रीतिका ने 9 साल की उम्र में कुश्ती खेलनी शुरू की थी। उनका कहना है कि ओलिंपिक में गोल्ड जीतने के लिए उसने डेली 7 घंटे पसीना बहाया है। रीतिका हुड्डा ने पेरिस जाने से पहले कहा था, ‘जब उसका सिलेक्शन कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स में नहीं हुआ तो कुश्ती छोड़ने का फैसला कर लिया था। माता-पिता ने उसे कुश्ती खेलने के लिए प्रेरित किया। इसलिए उसने तय किया है कि वह किसी भी चीज को अपने दिमाग पर हावी नहीं होने देगी और खुलकर खेलेगी। उसने स्पीड वर्क और स्मार्ट वर्क पर खूब ध्यान दिया। उसका लक्ष्य गोल्ड लाना है।’ 2015 में शुरू की थी कुश्ती
रीतिका हुड्डा रोहतक जिले के खरकड़ा गांव की रहने वाली हैं। उनके पिता जगबीर हुड्डा किसान हैं। कुश्ती में आने से पहले पिता जगबीर ने उन्हें हैंडबॉल खेलने के लिए प्रेरित किया था। इसके बाद पिता को लगा कि व्यक्तिगत खेल अधिक अवसर प्रदान करते हैं। इसलिए वे 2015 में रीतिका को छोटू राम अखाड़े में ले गए। वहां कोच मंदीप ने उनकी क्षमता को पहचाना। रीतिका ने कहा कि उस समय उन्होंने नहीं सोचा था कि वह कभी ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करेंगी और पहली भारतीय महिला बनेंगी। ओलिंपिक में कई देश के खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। उन्हें हराने के लिए अलग-अलग रणनीति होती है। उन्होंने सभी के मुकाबले देखे हैं और उन पर काम किया है। कुछ के साथ अटैक करके खेलूंगी और कुछ के साथ डिफेंड करूंगी। कहा- कोच और माता-पिता की अहम भूमिका
रीतिका हुड्डा ने कहा कि उनके कोच और माता-पिता ने उन्हें यहां तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है। उनके पिता जगबीर हुड्डा उनके लिए हर परिस्थिति में खाने-पीने और खेल से जुड़ी चीजें लाते हैं। उनकी मां नीलम उनके खाने-पीने का ख्याल रखती है। कोच मंदीप उन्हें मैदान में अच्छी ट्रेनिंग देते हैं। उनके आसपास के लोग भी उनका पूरा साथ देते हैं। भगवान जो भी देगा, वे उससे खुश रहेंगी। रीतिका अंडर 23 वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी
रीतिका हुड्डा वर्ल्ड चैंपियनशिप के अंडर-23 वर्ग में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान हैं। उन्होंने दिसंबर 2023 में अल्बानिया की राजधानी तिराना में आयोजित चैंपियनशिप में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीता। इससे पहले भारत की ओर से सिर्फ एक पुरुष पहलवान ने अंडर 23 वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था।
पानीपत जेल में बंदी ने की आत्महत्या:मर्डर केस में था बंद; बैरक में लगाई फांसी, 2 साल पहले भाई को मारा था
पानीपत जेल में बंदी ने की आत्महत्या:मर्डर केस में था बंद; बैरक में लगाई फांसी, 2 साल पहले भाई को मारा था पानीपत के सिवाह गांव स्थित जिला जेल में एक बंदी ने आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान 31 वर्षीय प्रिंस उर्फ बोरिया के रूप में हुई है। उसने जेल की खिड़की पर ही चादर से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक हत्या के आरोप में जेल में बंद था। उसने वर्ष 2022 में अपने ही भाई की कैंची घोंपकर हत्या कर दी थी। शव को फंदे पर लटका देख जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। जेल में डॉक्टरों की टीम ने उसकी जांच की तो वह मृत पाया गया। इसके बाद मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया। ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में मौके पर ही सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। पत्नी से बात करने के शक में भाई की हत्या की थी 15 सितंबर 2022 को सेक्टर 29 थाने में दी शिकायत में मां ऊषा ने बताया था कि वह पानीपत के विकास नगर की रहने वाली है। वह दो बेटों और दो बेटियों की मां है। उक्त दोपहर को उसका बड़ा बेटा आनंद अपने घर में कमरे में सो रहा था। उसका छोटा बेटा प्रिंस अलग कमरे में बैठा था। उसका पति ऊपर के कमरे में सो रहा था। प्रिंस अपनी पत्नी और आनंद पर शक करता था। दोपहर करीब 4 बजे प्रिंस हाथ में कैंची लेकर उनके कमरे में आया। उसने गुस्से में कहा कि आज मैं आनंद को मेरी पत्नी से बात करने पर सबक सिखाऊंगा। आज के बाद वह मेरी पत्नी से कभी बात नहीं करेगा। यह कहकर प्रिंस ने मां के बगल में सो रहे भाई आनंद के पेट में कैंची घोंप दी। मां आनंद को संभालने लगी तो प्रिंस कैंची लेकर घर से भाग गया। परिजन घायल अवस्था में आनंद को अस्पताल ले जा रहे थे, तभी रास्ते में उसकी मौत हो गई। पहले भी कर चुका था सुसाइड का प्रयास जानकारी देते हुए मृतक प्रिंस के चाचा कृष्ण ने बताया कि प्रिंस ने एक बार पहले भी जेल में ही सुसाइड का प्रयास किया था। तब भी उसने फांसी लगाई थी। लेकिन उस वक्त वह बच गया था। उस दौरान हालत गंभीर होने के चलते उसे रोहतक पीजीआई भर्ती करवाया गया था। जहां से ठीक होने के बाद उसे वापस ले जाया गया था। वहीं मामले को लेकर पिता ने बताया, एक बार ट्रेन से भी सुसाइड की कोशिश कर चुका है। पिता ने कहा कि इस पूरे मामले में हमें कुछ नहीं कहना। बैरक नंबर 3 में बंद था पुलिस के अनुसार मृतक बंदी प्रिंस मूल रूप से सोनीपत के गांव दुपट्टा का रहने वाला था। वह बैरक नंबर 3 में बंद था। उसने बैरक के आंगने की खिड़की में बेडशीट का फंदा बनाया। इसके बाद उसने सुसाइड कर लिया।