हरियाणा के सोनीपत जिले के गोहाना के गांव भैंसवाल कलां में बाइक पर सवार तीन युवकों ने घर में घुसकर ग्रामीण पर गोली चला दी है। ग्रामीण को एक गोली लगी है। घायल को परिजन रोहतक पीजीआई लेकर गए है। थाना सदर की पुलिस हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। रोहतक पीजीआई में चल रहा इलाज गांव भैंसवाल कलां में देर शाम अत्यंत घर घुसकर तीन युवकों ने गोली चला दी और वे मौके से भाग गया। ग्रामीण खेती का काम करते हैं। परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी और घायल को रोहतक के पीजीआई लेकर गए। घायल का रोहतक के पीजीआई में इलाज रहा है। मामले की जांच में जुटी पुलिस थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महिपाल सिंह का कहना है कि पुलिस ने अज्ञात बाइक सवारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जल्द ही हमलावरों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हरियाणा के सोनीपत जिले के गोहाना के गांव भैंसवाल कलां में बाइक पर सवार तीन युवकों ने घर में घुसकर ग्रामीण पर गोली चला दी है। ग्रामीण को एक गोली लगी है। घायल को परिजन रोहतक पीजीआई लेकर गए है। थाना सदर की पुलिस हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। रोहतक पीजीआई में चल रहा इलाज गांव भैंसवाल कलां में देर शाम अत्यंत घर घुसकर तीन युवकों ने गोली चला दी और वे मौके से भाग गया। ग्रामीण खेती का काम करते हैं। परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी और घायल को रोहतक के पीजीआई लेकर गए। घायल का रोहतक के पीजीआई में इलाज रहा है। मामले की जांच में जुटी पुलिस थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महिपाल सिंह का कहना है कि पुलिस ने अज्ञात बाइक सवारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जल्द ही हमलावरों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा विधानसभा के नए अध्यक्ष हरविंदर कल्याण:MLA बन पिता का सपना पूरा किया; कांग्रेस ने टिकट काटी, बसपा से हारे, BJP से हैट्रिक लगाई
हरियाणा विधानसभा के नए अध्यक्ष हरविंदर कल्याण:MLA बन पिता का सपना पूरा किया; कांग्रेस ने टिकट काटी, बसपा से हारे, BJP से हैट्रिक लगाई करनाल के घरौंडा से BJP विधायक हरविंदर कल्याण हरियाणा विधानसभा के नए अध्यक्ष बन गए हैं। शुक्रवार को CM नायब सैनी ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा। जिसे सर्वसम्मति से पास कर दिया गया। कल्याण विधानसभा के 18वें अध्यक्ष होंगे। कल्याण लगातार तीसरी बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। उनकी जीत के बाद से ही उनके सरकार में शामिल होने की चर्चा थी, लेकिन मंत्रिमंडल गठन में उनका नाम नहीं आया। जिसके बाद उन्हें अध्यक्ष बनाने की चर्चा तेज हो गई और आखिरकार पार्टी हाईकमान ने उन्हें अध्यक्ष बनाने का फैसला ले लिया। कल्याण के पिता ने भी लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़े लेकिन जीत नहीं पाए। उनकी विधानसभा पहुंचने की इच्छा कल्याण ने ही पूरी की। कांग्रेस में रहते उनकी टिकट काट दी गई थी। बसपा से वह चुनाव हार गए लेकिन भाजपा में आते ही जीत की हैट्रिक लगा दी। पूर्व CM मनोहर लाल के करीबी हरविंदर कल्याण केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व सीएम मनोहर लाल के करीबी माने जाते हैं। पूर्व सीएम के कार्यकाल में उन्होंने अपने क्षेत्र में अच्छे विकास कार्य कराए हैं। पूर्व सीएम मनोहर लाल जब भी करनाल आते हैं तो कल्याण से जरूर मिलते हैं। कई बार मनोहर लाल उनके आवास पर आते हैं। खट्टर के सीएम रहते कल्याण ने अपने विधानसभा क्षेत्र में पंडित दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय बनवाया है। कल्याण को पार्टी ने कभी मंत्री नहीं बनाया, लेकिन उन्होंने कभी इसका विरोध भी नहीं किया। अपनी ईमानदार छवि और अपने क्षेत्र में करोड़ों रुपए के विकास कार्य करवाने के कारण कल्याण पूर्व सीएम की गुड लिस्ट में रहे हैं। कल्याण के बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल होने के पीछे भी मनोहर लाल का ही हाथ है। हरियाणा गठन के एक साल बाद जन्म हुआ
हरविंदर कल्याण का जन्म हरियाणा गठन के एक साल बाद करनाल के मधुबन के कुटैल गांव के किसान परिवार में हुआ। किसान परिवार से आने वाले हरविंदर सिंह ने अपने राजनीतिक करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। 18 साल की उम्र में कल्याण ने महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के पुसाद में स्थित बाबासाहेब नाइक कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से सिविल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की पढ़ाई शुरू की। उनकी पत्नी, रेशमा कल्याण, गृहिणी और लेखिका हैं। रेशमा के पिता मनोहर नाइक महाराष्ट्र विधानसभा में पुसद विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं। 2004 में की थी गांव-गांव की पद यात्रा
वर्ष-2004 में हरविंदर कल्याण कांग्रेस में प्रदेश महासचिव के पद पर थे। 2005 में होने वाले विधानसभा चुनावों में कल्याण का नाम टिकट के प्रबल दावेदारों में शामिल था। इसी बीच लोगों से जुड़ने के लिए और गांवों के हालातों का जायजा लेने के लिए इन्होंने पदयात्रा शुरू की थी। हरविंदर कल्याण की यह पदयात्रा 18 दिन तक चली थी। 18 दिन तक वे घर से बाहर ही रहे थे। रात को ग्रामीणों के बीच ही रहा करते थे। उन्हीं के बीच खाते थे और उन्हीं के बीच सो जाते थे। इन्होंने अपनी यात्रा के दौरान गांव की प्रत्येक समस्या को जाना था और ग्रामीणों को भी आश्वस्त किया था कि अगर उन्हें विधानसभा का टिकट और जनता का आशीर्वाद मिलता है तो वे गांव की समस्याओं को जड़ से खत्म करने का काम करेंगे। मगर, 2005 के चुनाव में कांग्रेस ने उनकी जगह विरेंद्र सिंह राठौर को टिकट दे दिया था। पिता के सपने को साकार करने वाले बेटे हरिवंदर कल्याण
हरविंदर कल्याण के नजदीकियों की मानें तो हरविंदर के पिता देवी सिंह कल्याण राजनीति में गहरी रुचि रखते थे। उन्होंने राजनीति में किस्मत अजमाई। सांसद और विधायक के चुनाव भी लड़े, लेकिन कोई सफलता नहीं मिल पाई। हालांकि उन्हें हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन लिमिटेड में अध्यक्ष तो बनाया गया, लेकिन कहीं न कहीं विधानसभा या फिर संसद में पहुंचने का उनका सपना अधूरा रह गया। हरविंदर कल्याण अपने पिता के सपने को पूरा करने के लिए राजनीति के मैदान में कूद गए और अपनी कड़ी मेहनत के बल पर अपनी पहचान बनाई। 2005 में विधानसभा के टिकट के दावेदारों में शामिल हुए, लेकिन टिकट नहीं मिला। 2009 में कांग्रेस को छोड़ा और बहुजन समाज पार्टी में शामिल होकर बीएसपी की टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन तीसरे स्थान पर रहे। 2014 में टर्निंग प्वाइंट आया और इन्होंने बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ा और भारी मतों से जीत दर्ज की। इसके बाद इन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। लगातार सफलता हासिल करते गए और आज स्पीकर के पद तक पहुंचे है। इन्होंने अपने पिता के सपने को साकार किया। हरविंदर कल्याण की एक बेटी, फाउंडेशन चलाती हैं
हरविंदर कल्याण और रेशमा कल्याण की एक बेटी है। जिसका नाम ऐषणा कल्याण है। ऐषणा की शादी मुंबई में हो चुकी है और उनके पति चंडीगढ़ में जॉब करते है। ऐषणा ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में डटकर मोर्चा संभाला और महिलाओं की एक बड़ी टीम खड़ी की। ऐषणा कल्याण अपना एक फाउंडेशन भी चलाती हैं, जिसका नाम वरित्रा फाउंडेशन है। जिसके माध्यम से वह समाज सेवा का कार्य करती हैं। यह खबर भी पढ़ें… कल्याण हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष, मिड्ढा उपाध्यक्ष बने:सर्वसम्मति से चुने गए; हुड्डा बोले- विज-ढांडा को कसके रखना, सदन अच्छा चलेगा हरियाणा विधानसभा का नया अध्यक्ष हरविंदर कल्याण को चुना गया है। शुक्रवार को विधानसभा सत्र में CM नायब सैनी ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा। इसके बाद CM ने हरविंदर कल्याण को गले मिलकर बधाई दी। CM ने कल्याण को कुर्सी पर बैठाया। वहीं विधानसभा उपाध्यक्ष (डिप्टी स्पीकर) डॉ. कृष्ण मिड्ढा को चुना गया। कैबिनेट मंत्री कृष्णलाल पंवार ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा। (पूरे खबर पढ़ें)
सोनीपत में पार्षदों ने दिया धरना:पांच सूत्री मांगे पूरी करने की मांग; सरकार के खिलाफ वोट करने की चेतावनी दी
सोनीपत में पार्षदों ने दिया धरना:पांच सूत्री मांगे पूरी करने की मांग; सरकार के खिलाफ वोट करने की चेतावनी दी हरियाणा के सोनीपत जिले के गोहाना की नगर परिषद में पार्षदों ने हरियाणा सरकार के खिलाफ एक दिन का सांकेतिक धरना दिया। सभी नगर पार्षदों ने सरकार से पांच मांग मांगी है। हमारी मांगे नहीं मानी तो हरियाणा विधानसभा चुनाव में वोटिंग करेंगे। वार्ड-23 से पार्षद गदीश राय ने कहा कि पार्षदों को 10 लाख रुपए सालाना देने चाहिए दिए। जिससे पार्षद अपने वार्ड में काम करवा सके। पार्षदों का मानदेय भत्ता बढ़ाकर बीस हजार किया जाए। सभी पार्षदों को मेडिकल और जीवन बीमा सरकारी स्तर पर दिया जाए। हरियाणा में पार्षदों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद पेंशन योजन बनाई जाए। नगर परिषद पालिका में वार्ड में किए गए कार्यों की राशि अनुमोदन और भुगतान के लिए समिति अथवा उप- समिति के सदस्य की नियुक्ति चुनाव द्वारा की की जाए। राशि के अनुमोदन एवं भुगतान हेतु कम से कम तीन पार्षदों को सदस्य बनाया जाना अनिवार्य होना चाहिए। सरकार के खिलाफ वोट करने की चेतावनी उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने हमारी मांगों पर विचार नहीं किया, तो सभी प्रदेश के पार्षद यूनियन बनाकर हरियाणा सरकार का विरोध करेंगे। आने वाले विधानसभा चुनाव में सरकार के खिलाफ वोट करने का काम करेंगे। इस अवसर पर गोहाना नगर परिषद के विजय कुमार, जगदीश राय, सुनील बंसल, बबली देवी, प्रदीप कुमार, रामनिवास सैनी, मुकेश देवगन, निपुण सहरावत, नरेंद्र कुमार समेत अन्य पार्षद मौजूद रहे।
खट्टर के संसदीय क्षेत्र की सभी विधानसभा सीटें BJP जीती:हरियाणा चुनाव में सोनीपत के सांसद का सबसे खराब प्रदर्शन, कांग्रेस 7 सीटें हारी
खट्टर के संसदीय क्षेत्र की सभी विधानसभा सीटें BJP जीती:हरियाणा चुनाव में सोनीपत के सांसद का सबसे खराब प्रदर्शन, कांग्रेस 7 सीटें हारी हरियाणा विधानसभा चुनाव में सांसदों के लिहाज से देखा जाए तो सबसे अच्छा प्रदर्शन भाजपा के केंद्रीय मंत्री पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का रहा। उनके करनाल संसदीय हलके के तहत सभी नौ सीटें भाजपा ने जीतीं। दूसरे नंबर पर भिवानी-महेंद्रगढ़ के भाजपा सांसद चौधरी धर्मबीर रहे। उनके संसदीय हलके की 9 में से 8 सीटों पर पार्टी के विधायक बने। तीसरे नंबर पर रोहतक के कांग्रेसी सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा और फरीदाबाद के भाजपा सांसद कृष्णपाल गुर्जर रहे। रोहतक संसदीय हलके की 9 में से 7 सीटों पर कांग्रेस विजयी रही। इसी तरह फरीदाबाद लोकसभा सीट में शामिल 9 विधानसभा सीटों में से 7 पर भाजपा जीती। आंकड़ों में जानिए, 10 लोकसभा सीटों पर किस पार्टी की क्या स्थिति रही…