सोनीपत में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़:4 मालिकों समेत 9 गिरफ्तार, अमेरिकी नागरिकों से करते थे ठगी, बैंक कर्मचारी बन करते थे बात

सोनीपत में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़:4 मालिकों समेत 9 गिरफ्तार, अमेरिकी नागरिकों से करते थे ठगी, बैंक कर्मचारी बन करते थे बात

सोनीपत में कुंडली पुलिस ने लेक ग्रोव सोसाइटी में चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। आरोपी अमेरिकी नागरिकों को बैंक कर्मचारी और एपल कस्टमर सपोर्ट का कर्मचारी बनकर ठगी करते थे। पुलिस ने 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस मामले में जांच कर रही है। पुलिस अधिकारी नवीन कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि लेक ग्रोव सोसाइटी की चौथी मंजिल पर स्थित फ्लैट नंबर 86 में शुभम भारद्वाज, कन्नू उर्फ कर्ण, निशांत और विपुल अपनी टीम के साथ फर्जी कॉल सेंटर चला रहे हैं। सूचना मिलते ही उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया और साइबर सेल की टीम को बुलाया गया। कॉल सेंटर के 4 साझीदार पुलिस टीम ने छापेमारी की तो फ्लैट में आठ युवक और एक युवती अपने-अपने लैपटॉप पर हेडफोन लगाकर अंग्रेजी में बातचीत करते मिले। पूछताछ में पता चला कि विपुल, शुभम भारद्वाज, कन्नू उर्फ कर्ण और निशांत कॉल सेंटर के मालिक हैं। प्रत्येक की 25-25 प्रतिशत हिस्सेदारी है। सूरज और अमन जोगी मैनेजर के तौर पर काम करते थे, जिन्हें 30 हजार रुपए महीना वेतन के साथ 3-5 प्रतिशत कमीशन दिया जाता था। मानसी , चिराग शर्मा, आशीष, ध्रुव, अनिकेत डागर और अमन डायलर का काम करते थे, जिन्हें 15 हजार रुपए महीना वेतन के साथ 3-5 प्रतिशत कमीशन मिलता था। आरोपी टोल फ्री नंबर 18332387409 पर माइक्रो एसआईपी और एक्स-लाइट के जरिए अमेरिकी नागरिकों को कॉल करते थे। खुद को बैंक कर्मचारी या एपल कस्टमर सपोर्ट का कर्मचारी बताकर फोन हैक करने और डिपोर्टेशन का डर दिखाते और गिफ्ट कार्ड के जरिए ठगी करते थे। गिफ्ट कार्ड को रिडिम करने का काम शुभम भारद्वाज करता था। माैके पर सामान बरामद, मामला किया दर्ज पुलिस ने मौके से सात लैपटॉप, दस मोबाइल फोन, पांच चार्जर, सात हेडफोन और दो वाई-फाई राउटर बरामद किए हैं। विपुल के सैमसंग फोल्ड मोबाइल से विदेशी नागरिकों की कॉल लिस्ट, इमिग्रेशन की लिस्ट, गिफ्ट एपल और यूएस डीटी ट्रांजेक्शन के फोटो मिले हैं। आरोपियों के खिलाफ धारा 318(4), 319(2), BNS OF 2023 व 66 READ WITH 43, 66D IT ACT के तहत मामला दर्ज किया गया है। सोनीपत में कुंडली पुलिस ने लेक ग्रोव सोसाइटी में चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। आरोपी अमेरिकी नागरिकों को बैंक कर्मचारी और एपल कस्टमर सपोर्ट का कर्मचारी बनकर ठगी करते थे। पुलिस ने 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस मामले में जांच कर रही है। पुलिस अधिकारी नवीन कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि लेक ग्रोव सोसाइटी की चौथी मंजिल पर स्थित फ्लैट नंबर 86 में शुभम भारद्वाज, कन्नू उर्फ कर्ण, निशांत और विपुल अपनी टीम के साथ फर्जी कॉल सेंटर चला रहे हैं। सूचना मिलते ही उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया और साइबर सेल की टीम को बुलाया गया। कॉल सेंटर के 4 साझीदार पुलिस टीम ने छापेमारी की तो फ्लैट में आठ युवक और एक युवती अपने-अपने लैपटॉप पर हेडफोन लगाकर अंग्रेजी में बातचीत करते मिले। पूछताछ में पता चला कि विपुल, शुभम भारद्वाज, कन्नू उर्फ कर्ण और निशांत कॉल सेंटर के मालिक हैं। प्रत्येक की 25-25 प्रतिशत हिस्सेदारी है। सूरज और अमन जोगी मैनेजर के तौर पर काम करते थे, जिन्हें 30 हजार रुपए महीना वेतन के साथ 3-5 प्रतिशत कमीशन दिया जाता था। मानसी , चिराग शर्मा, आशीष, ध्रुव, अनिकेत डागर और अमन डायलर का काम करते थे, जिन्हें 15 हजार रुपए महीना वेतन के साथ 3-5 प्रतिशत कमीशन मिलता था। आरोपी टोल फ्री नंबर 18332387409 पर माइक्रो एसआईपी और एक्स-लाइट के जरिए अमेरिकी नागरिकों को कॉल करते थे। खुद को बैंक कर्मचारी या एपल कस्टमर सपोर्ट का कर्मचारी बताकर फोन हैक करने और डिपोर्टेशन का डर दिखाते और गिफ्ट कार्ड के जरिए ठगी करते थे। गिफ्ट कार्ड को रिडिम करने का काम शुभम भारद्वाज करता था। माैके पर सामान बरामद, मामला किया दर्ज पुलिस ने मौके से सात लैपटॉप, दस मोबाइल फोन, पांच चार्जर, सात हेडफोन और दो वाई-फाई राउटर बरामद किए हैं। विपुल के सैमसंग फोल्ड मोबाइल से विदेशी नागरिकों की कॉल लिस्ट, इमिग्रेशन की लिस्ट, गिफ्ट एपल और यूएस डीटी ट्रांजेक्शन के फोटो मिले हैं। आरोपियों के खिलाफ धारा 318(4), 319(2), BNS OF 2023 व 66 READ WITH 43, 66D IT ACT के तहत मामला दर्ज किया गया है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर