हरियाणा के सोनीपत में बड़ी दुखदाई घटना सामने आयी है। पांच दिन पहले राई की रबड़ फैक्ट्री में लगी आग में बुरी तरह से झुलसे राई इंडस्ट्रियल मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश देवगन की रात को मौत हो गई। वे रोटरी क्लब ऑफ सोनीपत मिडटाउन जैसी अनेक समाजसेवी संस्थाओं से जुड़े हुए थे। उनकी एकाएक हुई मौत से शहरवासी हैरान हैं। इसके साथ ही रबड़ फैक्टरी में हुए हादसे में मरने वालों की संख्या 3 हो गई है। मृतकों में फैक्टरी के मालिक भी शामिल हैं। जानकारी के अनुसार सोनीपत के राई इंडस्ट्रियल क्षेत्र में 28 मई को सांवरिया एक्सपोर्ट कंपनी में आग लग गई थी इसमें तारों पर रबड़ चढ़ाने का काम किया जाता था। आग लगने की सूचना के बाद राई इंडस्ट्रियल मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश देवगन भी राहत बचाव कार्य के लिए मौके पर पहुंचे थे। इसी दौरान वहां पर केमिकल में ब्लास्ट हुआ। राकेश देवगन भी आग की लपटों में आकर झुलस गए थे। फैक्ट्री में आग के बाद हाहाकार मच गया था। रबड़ प्लांट के अंदर बॉयलर फट गया था। 40 के करीब श्रमिक आग से झुलस गए थे। इनमें फैक्ट्री के मालिक समेत दो की मौत हो गई थी। प्रधान राकेश देवगन को भी इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल कराया गया था। बीती रात को देवगन की मौत हो गई। शनिवार सुबह जैसे ही राकेश देवगन की मौत की सूचना शहरवासियों को लगी तो वे स्तब्ध रह गए। हरियाणा के सोनीपत में बड़ी दुखदाई घटना सामने आयी है। पांच दिन पहले राई की रबड़ फैक्ट्री में लगी आग में बुरी तरह से झुलसे राई इंडस्ट्रियल मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश देवगन की रात को मौत हो गई। वे रोटरी क्लब ऑफ सोनीपत मिडटाउन जैसी अनेक समाजसेवी संस्थाओं से जुड़े हुए थे। उनकी एकाएक हुई मौत से शहरवासी हैरान हैं। इसके साथ ही रबड़ फैक्टरी में हुए हादसे में मरने वालों की संख्या 3 हो गई है। मृतकों में फैक्टरी के मालिक भी शामिल हैं। जानकारी के अनुसार सोनीपत के राई इंडस्ट्रियल क्षेत्र में 28 मई को सांवरिया एक्सपोर्ट कंपनी में आग लग गई थी इसमें तारों पर रबड़ चढ़ाने का काम किया जाता था। आग लगने की सूचना के बाद राई इंडस्ट्रियल मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश देवगन भी राहत बचाव कार्य के लिए मौके पर पहुंचे थे। इसी दौरान वहां पर केमिकल में ब्लास्ट हुआ। राकेश देवगन भी आग की लपटों में आकर झुलस गए थे। फैक्ट्री में आग के बाद हाहाकार मच गया था। रबड़ प्लांट के अंदर बॉयलर फट गया था। 40 के करीब श्रमिक आग से झुलस गए थे। इनमें फैक्ट्री के मालिक समेत दो की मौत हो गई थी। प्रधान राकेश देवगन को भी इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल कराया गया था। बीती रात को देवगन की मौत हो गई। शनिवार सुबह जैसे ही राकेश देवगन की मौत की सूचना शहरवासियों को लगी तो वे स्तब्ध रह गए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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विनेश फोगाट बोलीं-भारतीय दल ने कोई मदद नहीं की:पेरिस ओलिंपिक में कानूनी विकल्प नहीं बताए; BJP ने मेरा मेडल देश का नहीं समझा
विनेश फोगाट बोलीं-भारतीय दल ने कोई मदद नहीं की:पेरिस ओलिंपिक में कानूनी विकल्प नहीं बताए; BJP ने मेरा मेडल देश का नहीं समझा हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट ने पहली बार पेरिस ओलिंपिक में 100 ग्राम बढ़े वजन से मेडल से चूकने के बारे में बात की। विनेश ने दावा किया कि मेडल को लेकर उनके पास कानूनी विकल्प था, यह उन्हें भारतीय डेलिगेशन नहीं बल्कि एक दोस्त ने बताया था। विनेश ने यह भी कहा कि BJP वालों ने ओलिंपिक मेडल को मेरा मेडल समझा। मेरी कोई मदद नहीं की गई। विनेश 6 सितंबर को ही कांग्रेस में शामिल हुई हैं। कांग्रेस ने उन्हें जींद जिले की जुलाना विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। विनेश फोगाट भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष भाजपा नेता बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों से जुड़े आंदोलन की अगुआई करने वालों में शामिल थी। विनेश से हुए सवाल-जवाब पढ़िए सवाल: पेरिस ओलिंपिक में 100 ग्राम वजन बढ़ा हुआ मिला तो आपके पास कानूनी विकल्प थे, ये किसने बताया?
विनेश: जब हम प्रोटेस्ट में थे तो एक फ्रेंड थी जो इंटरनेशनल स्पोर्ट्स में है। उन्होंने मुझे एप्रोच किया कि ऐसी चीजें हैं। सवाल: भारतीय प्रतिनिधिमंडल में जो लोग थे, उन्होंने कोई आपकी मदद नहीं की?
विनेश: नहीं, वह सब बाद में आए। केस मैंने किया। इनके वकील बाद में आए। सवाल: आपको कुछ विदेशी खिलाड़ियों ने बताया कि सही तरीके से लड़ाई लड़ी जाती तो मेडल आपका होता।
विनेश: यह सच है। दुर्भाग्य है देश का है। ये इतनी इगो पर बात ले गए कि वह मेडल मेरा था। वह मेरा नहीं देश का मेडल था। देश चाहता तो ला सकता था। वह कौन नहीं लेकर आए, सबको पता है। सवाल: विनेश का कैसे, वह मेडल तो भारत का था?
जवाब: BJP वाले तो सोच रहे हैं कि विनेश का था। तभी इन्होंने मुझसे बदला लेने के लिए इतना कुछ किया। मुझे कोई मदद नहीं मिली। मेरे चुनाव लड़ने का फैसला कांग्रेस का
कांग्रेस में शामिल होकर चुनाव लड़ने के बारे में विनेश फोगाट ने कहा कि बजरंग पूनिया के साथ चुनाव लड़ने को लेकर कोई बात नहीं हुई थी। हमने यह कांग्रेस पार्टी पर छोड़ा था और उन्होंने फैसला कर दिया। बजरंग को जो ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का वर्किंग चेयरमैन बनाया गया है, वह भी हमारे दिल के करीब है। मुझे लगता है कि बजरंग के पास मुझसे ज्यादा जिम्मेदारी है। बृजभूषण को थप्पड़ मारने का भी टाइम आएगा
पूर्व कुश्ती संघ अध्यक्ष बृजभूषण के छेड़छाड़ पर थप्पड़ क्यों नहीं मारने के सवाल पर विनेश ने कहा कि वही हमारी गलती रह गई। भगवान ने पहले इतनी हिम्मत नहीं दी थी वर्ना बहुत सारी बच्चियां बच जाती। थप्पड़ मारने का भी टाइम आएगा। वह अभी क्यों डर रहा है। इतना क्यों बौखला रहा है। बृजभूषण के एक दिन में डबल ट्रायल के आरोपों पर विनेश ने कहा कि यह सब नियमों के तहत हुआ। अगर मैं इतनी शक्तिशाली होती तो बृजभूषण को जेल के अंदर नहीं डाल देगी। विनेश फोगाट मामले में क्या हुआ, सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… 1. पेरिस ओलिंपिक में 1 दिन में 3 पहलवानों को हराया
विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं। 2. डाइट से वजन बढ़ा, पूरी रात कोशिश बेकार गई
सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के दौरान उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना-पानी दिया गया। जिससे उनका वजन 52.700 kg तक बढ़ गया। भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला के मुताबिक विनेश का वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। पूरी टीम रातभर विनेश का वजन कम करने की कोशिश में लगी रही। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 3. वजन 100 ग्राम ज्यादा मिला, वजन घटाने को सिर्फ 15 मिनट थे
बुधवार सुबह नियम के अनुसार दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। उनका वजन ज्यादा निकला। उन्हें 15 मिनट मिले लेकिन आखिरी बार वजन में भी वह 100 ग्राम अधिक निकलीं। जिसके बाद उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया। 4. विनेश ने अयोग्य करार देने के खिलाफ अपील की
इसके बाद विनेश ने अयोग्य करार देने पर खेल कोर्ट (CAS) में अपील की। जिसमें विनेश ने फाइनल मुकाबला खेलने देने की अपील की। यह संभव नहीं था तो विनेश ने अपील बदलकर कहा कि सेमीफाइनल तक उसका वजन नियमों के अनुरूप था। उसे संयुक्त सिल्वर मेडल दिया जाए। 5. विनेश ने संन्यास का ऐलान किया
विनेश फोगाट ने गुरुवार सुबह कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने गुरुवार सुबह 5.17 बजे सोशल मीडिया पोस्ट लिखी। विनेश ने लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। …माफी।”। 6. खेल कोर्ट ने याचिका खारिज की
विनेश फोगाट की याचिका पर खेल कोर्ट में सुनवाई चली। हालांकि पेरिस ओलिंपिक के बाद इसका फैसला आया। जिसमें उनकी याचिका खारिज कर दी गई। जिसके बाद विनेश बिना मेडल के ही देश वापस लौटी। यहां दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर पैतृक गांव बलाली तक उनका काफिले के तौर पर स्वागत किया गया।
कैथल में शूरसैनी जयंती पर विवाद:समाज के नेता पालाराम को स्टेज से नीचे उतारा गया; बोले- डिप्रेशन में हूं, कर सकता हूं सुसाइड
कैथल में शूरसैनी जयंती पर विवाद:समाज के नेता पालाराम को स्टेज से नीचे उतारा गया; बोले- डिप्रेशन में हूं, कर सकता हूं सुसाइड कैथल में महाराज शूरसैनी जयंती कार्यक्रम में सैनी समाज के नेता पालाराम को मंच से उतार दिया गया। जिसके बाद पालाराम और उनके समर्थकों ने एक प्रेस कॉनफ्रेंस बुलाई और इस आयोजन पर जमकर हमला बोला। जेजेपी से पूर्व प्रत्याशी पालाराम ने कहा कि इस अपमान के बाद मैं इतना डिप्रेशन में हूं कि रात को सुसाइड भी कर सकता हूं। रविवार को कैथल में आयोजित शूरसैनी जयंती समारोह में समाज के गणमान्य लोगों को स्टेज पर न चढ़ाने को लेकर विवाद हो गया। इसको लेकर पालाराम सैनी ने कहा कि कुछ लोगों ने महाराजा शूरसैनी जयंती समारोह को बेच कर सीएम का अभिनंदन समर बना दिया। पालाराम सैनी ने कहा कि जींद के जवाहर सैनी व कुछ अन्य लोगों ने इस पूरे प्रोग्राम को हाईजैक कर राजनीतिक प्रोग्राम बना दिया। जो लोगों इस प्रोग्राम को सफल बनाने के लिए कई दिनों से दिन-रात मेहनत कर रहे थे, उन लोगों को न तो स्टेज पर जगह दी गई और न ही उनके नाम आयोजकों की लिस्ट में डालें गए। इसके अलावा जिन लोगों ने प्रोग्राम के लिए लाखों रुपए का चंदा दिया था, समाज के उन गणमान्य व्यक्तियों को भी स्टेज पर नहीं जाने दिया गया। सैनी समाज के लोगों ने कहा की जब प्रोग्राम सरकारी था, तो फिर लोगों से करोड़ों रुपयों का चंदा क्यों इकट्ठा किया गया। पालाराम लड़ चुके हैं लोकसभा चुनाव
पूरे हरियाणा से लोगों को यह कहकर चंदा लिया गया कि उनको वीआईपी पास दिया जाएगा, जबकि प्रोग्राम में बैठने तक की जगह नहीं थी। उन्होंने कहा कि वह अब इस पूरे प्रोग्राम पर खर्च हुए पैसों का हिसाब लेंगे, यदि आयोजकों ने पैसों का हिसाब नहीं दिया तो जिन लोगों से उन्होंने चंदा इकट्ठा किया है उनका चंदा वापस किया जाएगा।
जननायक जनता पार्टी से कुरुक्षेत्र लोकसभा का चुनाव लड़ चुके पालाराम सैनी ने कहा कि जिस तरह आज उनकी बेइज्जती हुई है, इससे वह बहुत डिप्रेशन में हैं। यदि वह रात को सुसाइड करते हैं, तो इसके जिम्मेवार जींद के जवाहर सैनी, रिंकी सैनी, जग्गा सैनी, और विजय दहिया होगें। इन्होंने पूरे समाज का नाश करने का काम किया। “2.15 लाख चंदा देने वाले नेता को स्टेज पर नहीं दिया चढ़ने”
वहीं मीडिया से बात करते हुए सैनी समाज के नेता पाला राम सैनी ने बताया कि उन्होंने इस प्रोग्राम के लिए सवा दो लाख रुपए का चंदा दिया था, लेकिन जब वह प्रोग्राम में शिरकत करने पहुंचे तो उनको स्टेज पर चढ़ने नहीं दिया गया, उन्होंने बताया कि इस प्रोग्राम का आयोजन कैथल शहर के सैनी समाज के लोगों ने किया था जबकि इस पर जींद जिले के जवाहर सैनी व उनके साथियों ने कब्जा कर लिया, उनको इस बात का दुख है कि उनके साथ सैनी समाज के कई गणमान्य व्यक्तियों को बेइज्जत किया गया है। “जिन गांव से चंदा इकट्ठा किया उन सभी की बुलाएंगे पंचायत”
सैनी समाज के युवाओं ने कहा कि जब यह प्रोग्राम सरकार द्वारा आयोजित किया गया है तो फिर समाज के लोगों से करोड़ों रुपए का चंदा क्यों इकट्ठा किया गया, अगर चंदा लिया गया तो फिर उन लोगों को मंच पर जगह क्यों नहीं दी गई, वह इस प्रोग्राम पर खर्च हुए एक-एक रुपए का हिसाब लेंगे, इसको लेकर वह उन सभी गांव के गणमान्य व्यक्तियों को बुलाएंगे जिसे उन्होंने इस प्रोग्राम के लिए चंदा इकट्ठा किया था “कुछ जय चंदों ने प्रोग्राम को बेच दिया”
प्रेस वार्ता के दौरान सैनी समाज के युवाओं ने कहा कि उनके समाज के कुछ जयचंदों ने इस पूरे प्रोग्राम को बेच दिया, यह प्रोग्राम महाराज शूरसैन जयंती समारोह न होकर सीएम का अभिनंदन समर हो बनाया गया, जिन लोगों ने इस प्रोग्राम को सफल बनाने के लिए डेढ़ महीने से दिन रात मेहनत की उनमें से किसी को भी स्टेज पर नहीं चढ़ने दिया गया, जिसके मुख्य रचयिता जींद के जवाहर सैनी है। “सैनी समाज के पार्षदों का भी हुआ अपमान”
जानकारी देते हुए सैनी समाज के युवाओं ने कहा कि उनके सैनिक समाज के कई पार्षदों का नाम तक भी स्टेट से नहीं लिया गया जबकि उन्होंने इसके लिए पहले ही लिस्ट बनाई हुई थी जिनको रातों-रात बदला गया, हम पास के लिए तरसते रहे, लेकिन हमें स्टेज पर नहीं जाने दिया गया।
नूंह में गौरक्षक को गोली मारने में दूसरी गिरफ्तारी:15 जून को मुंबई एक्सप्रेसवे पर हुई मुठभेड़; 3 दिन के रिमांड पर लिया
नूंह में गौरक्षक को गोली मारने में दूसरी गिरफ्तारी:15 जून को मुंबई एक्सप्रेसवे पर हुई मुठभेड़; 3 दिन के रिमांड पर लिया हरियाणा के नूंह के थाना फिरोजपुर झिरका की सीमा में दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे पर बीते 15 जून की सुबह गौ रक्षकों और गौ तस्करों में मुठभेड़ मामले में नूंह पुलिस ने दूसरी गिरफ्तारी की है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान हनुमान उर्फ अढमान के रूप में हुई है। आरोपी को कोर्ट में पेश कर 3 दिन की रिमांड लिया है। इस मुठभेड़ में गोली लगने से एक गौ-रक्षक सोनू उर्फ देवेंद्र निवासी फीदेडी जिला रेवाड़ी गंभीर रूप से घायल हो गया था। नूंह पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे पर गो तस्कर और गौ-रक्षक मुठभेड़ मामले में दूसरी गिरफ्तारी की है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान हनुमान उर्फ अढमान बागरियों की ढाणी जिला दूदू राजस्थान के रूप में हुई है। आरोपी हनुमान को दूदू जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 48 से पुलिस ने बीते शुक्रवार को दबोचा था। उसको कोर्ट में पेश कर तीन दिन पुलिस रिमांड पर लिया है। इस मामले में अभी एक आरोपी की गिरफ्तारी और होनी है। बता दें कि बीते 15 जून की गो-रक्षक टीम को सूचना मिली थी दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे पर एक बोलेरो पिकअप जयपुर से दिल्ली की ओर आ रही है।जिसमें गोवंश को तस्करी कर ले जाया जा रहा है। जिसकी सूचना गो-रक्षा स्टाफ को दी गई। जिसके मुताबिक गो-रक्षक पुलिस स्टाफ के साथ दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के एक मार्ग ठिकाने पर पहुंचे। जहां राजस्थान की ओर से आ रही पिकअप गाड़ी को रुकने का इशारा किया। चालक ने गाड़ी की स्पीड बढ़ा दी। गो-रक्षकों ने पीछा किया तो तस्कर चलती हुई पिकअप छोड़कर भागने लगे। इसी दौरान गो रक्षक सोनू उर्फ देवेंद्र ने गो-तस्कर को पकड़ने का प्रयास किया। लेकिन पिकअप में बैठे एक तस्कर ने सोनू को गोली मार दी। पिकअप गाड़ी साइड में पलट गई। जबकि गौरक्षक सोनू गंभीर रूप से घायल हो गया। एक गो-तस्कर को काबू कर लिया गया। घायल गौरक्षक सोनू उर्फ देवेंद्र को गुरुग्राम मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया।