हरियाणा के सोनीपत में बीती रात को बाइक सवार एक युवक को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। परिजन सूचना पाकर मौके पर पहुंचे तो वह रोड पर लहूलुहान हालत में पड़ा था। उसे गन्नौर के नागरिक अस्पताल में पहुंचाया गया, जहां पर डॉक्टर पर मृत घोषित कर दिया। युवक पांच बहनों का इकलौता भाई था। पुलिस आज शव का नागरिक अस्पताल में पोस्टमॉर्टम कराएगी। पुरखास बस स्टैंड पर रहने वाले होराम ने बताया कि वह मूलरूप से कासमपुर जिला संभल, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। उसके पास पांच बेटी और एक बेटा था। उसके इकलौते बेटे नत्थू उर्फ बिजेंद्र की उम्र 27 साल थी। वह शुक्रवार शाम को 6.00 बजे अपने घर से बाइक लेकर निकला था। उसने परिजनों को बताया था कि वह कुछ सामान लेने के लिए गांव कैलाना जा रहा है। इसके बाद वह काफी समय तक नहीं लौटा। ज्यादा देर होने के बाद उन्होंने बेटे के मोबाइल पर फोन किया। राहगीर ने उठाया फोन होराम ने बताया कि उसके बेटे का फोन किसी राहगीर ने उठाया और बताया कि इसका एक्सीडेंट हो गया है। वह कैलाना पावर हाउस के पास पड़ा हुआ है। इसके बाद वे मौके पर पहुंचे और देखा कि नत्थू सड़क पर लहूलुहान हालत में पड़ा था। उसके पास बाइक भी पड़ा थी। यह बाइक उसके दामाद नेत्रपाल निवासी नरोदा जिला मुरादाबाद UP की है। वे इसके बाद अपने बेटे को उठा कर गन्नौर के सरकारी अस्पताल में ले गए। डॉक्टर ने जांच के बाद नत्थू को मृत घोषित कर दिया। अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर व्यक्ति ने बताया कि उनको पता चला है कि उसके बेटे की बाइक को किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मारी है। एक्सीडेंट में लगी चोटों के कारण उसके लड़के नत्थू की मौत हो गई है। उसके शव को गन्नौर के अस्पताल में रखा गया है। आज होगा शव का पोस्टमॉर्टम थाना गन्नौर के SI सतीश ने बताया कि रात को अस्पताल से रूक्का मिला था कि कैलाना पावर हाउस के पास रोड एक्सीडेंट में युवक नत्थू की माैत हो गई है। पुलिस ने उसके पिता होराम के बयान पर अज्ञात वाहन के ड्राइवर पर केस दर्ज कर लिया है। पुलिस हादसे को लेकर छानबीन कर रही है। आज शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा। हरियाणा के सोनीपत में बीती रात को बाइक सवार एक युवक को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। परिजन सूचना पाकर मौके पर पहुंचे तो वह रोड पर लहूलुहान हालत में पड़ा था। उसे गन्नौर के नागरिक अस्पताल में पहुंचाया गया, जहां पर डॉक्टर पर मृत घोषित कर दिया। युवक पांच बहनों का इकलौता भाई था। पुलिस आज शव का नागरिक अस्पताल में पोस्टमॉर्टम कराएगी। पुरखास बस स्टैंड पर रहने वाले होराम ने बताया कि वह मूलरूप से कासमपुर जिला संभल, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। उसके पास पांच बेटी और एक बेटा था। उसके इकलौते बेटे नत्थू उर्फ बिजेंद्र की उम्र 27 साल थी। वह शुक्रवार शाम को 6.00 बजे अपने घर से बाइक लेकर निकला था। उसने परिजनों को बताया था कि वह कुछ सामान लेने के लिए गांव कैलाना जा रहा है। इसके बाद वह काफी समय तक नहीं लौटा। ज्यादा देर होने के बाद उन्होंने बेटे के मोबाइल पर फोन किया। राहगीर ने उठाया फोन होराम ने बताया कि उसके बेटे का फोन किसी राहगीर ने उठाया और बताया कि इसका एक्सीडेंट हो गया है। वह कैलाना पावर हाउस के पास पड़ा हुआ है। इसके बाद वे मौके पर पहुंचे और देखा कि नत्थू सड़क पर लहूलुहान हालत में पड़ा था। उसके पास बाइक भी पड़ा थी। यह बाइक उसके दामाद नेत्रपाल निवासी नरोदा जिला मुरादाबाद UP की है। वे इसके बाद अपने बेटे को उठा कर गन्नौर के सरकारी अस्पताल में ले गए। डॉक्टर ने जांच के बाद नत्थू को मृत घोषित कर दिया। अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर व्यक्ति ने बताया कि उनको पता चला है कि उसके बेटे की बाइक को किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मारी है। एक्सीडेंट में लगी चोटों के कारण उसके लड़के नत्थू की मौत हो गई है। उसके शव को गन्नौर के अस्पताल में रखा गया है। आज होगा शव का पोस्टमॉर्टम थाना गन्नौर के SI सतीश ने बताया कि रात को अस्पताल से रूक्का मिला था कि कैलाना पावर हाउस के पास रोड एक्सीडेंट में युवक नत्थू की माैत हो गई है। पुलिस ने उसके पिता होराम के बयान पर अज्ञात वाहन के ड्राइवर पर केस दर्ज कर लिया है। पुलिस हादसे को लेकर छानबीन कर रही है। आज शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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महाराष्ट्र चुनाव में रणदीप सुरजेवाला बने स्टार प्रचारक:40 की लिस्ट में हरियाणा से हुड्डा परिवार का नाम नहीं; कुमारी शैलजा ने हस्ताक्षर किए
महाराष्ट्र चुनाव में रणदीप सुरजेवाला बने स्टार प्रचारक:40 की लिस्ट में हरियाणा से हुड्डा परिवार का नाम नहीं; कुमारी शैलजा ने हस्ताक्षर किए कांग्रेस ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और राज्य की नांदेड़ लोकसभा सीट पर उप-चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की है। इसमें हरियाणा की राजनीति में सक्रिय वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला को जगह मिली है। वह महाराष्ट्र में कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए चुनावी रैलियां और रोड शो करेंगे, और लोगों से वोट देने की अपील करेंगे। हैरानी की बात यह है कि 40 स्टार प्रचारकों की इस लिस्ट में हरियाणा के हुड्डा परिवार का नाम नहीं है। कांग्रेस ने न तो पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को इसमें जगह दी है, और न ही उनके सांसद बेटे दीपेंद्र हुड्डा को प्रचारक बनाया है। लिस्ट में एक खास बात यह भी है कि स्टार प्रचारकों के सभी नामों पर सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने हस्ताक्षर किए हैं। पार्टी की ओर से जारी सूची… गुटबाजी के चलते हाल में हरियाणा हारी है कांग्रेस
कुमारी सैलजा हरियाणा के सिरसा से कांग्रेस की सांसद हैं और इस समय उन्हें जनरल सेक्रेटरी भी नियुक्त किया गया है। हाल ही में संपन्न हुए हरियाणा के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को आश्चर्यजनक हार का सामना करना पड़ा है। इसके बाद से ही कांग्रेस हाईकमान कुुमारी सैलजा के नजदीक और हुड्डा परिवार से दूर नजर आ रही है। बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव कांग्रेस ने पूर्व CM भूपेंद्र हु्ड्डा के नेतृत्व में ही लड़ा था। टिकट के बंटवारे से लेकर स्टार कैंपेनरों की रैलियों तक में हुड्डा की ज्यादा चली। इसी बीच कुमारी सैलजा कहीं फ्रंट पर नहीं दिखीं। इसे कांग्रेस हाईकमान ने हरियाणा में हार का एक बड़ा कारण भी माना है। इस गुटबाजी के कारण संगठन कमजोर हुआ। सैलजा और हुड्डा के बीच नाराजगी की 3 वजहें 1. सैलजा ने CM कुर्सी का दावा ठोका
चुनाव की घोषणा के बाद सिरसा सांसद कुमारी सैलजा ने सीएम कुर्सी पर दावा ठोक दिया। सैलजा ने कहा कि प्रदेश में अनुसूचित जाति का सीएम होना चाहिए। चूंकि इस वक्त भूपेंद्र हुड्डा सीएम कुर्सी के सबसे बड़े दावेदार हैं। इस वजह से हुड्डा समर्थक इससे नाराज हो गए। 2. टिकट बंटवारे में हुड्डा की चली
कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर सैलजा ने समर्थकों को टिकट दिलाने की पूरी कोशिश की। हालांकि इसमें हुड्डा की चली। 90 टिकटों में से सबसे ज्यादा 72 हुड्डा के ही समर्थकों को मिल गई। इसकी वजह से सैलजा नाराज हो गई। 3. जातिसूचक शब्द से ज्यादा नाराज हुईं, प्रचार छोड़ा
इसके बाद एक सीट पर सैलजा मंच से पहले घोषणा करने के बावजूद अपने समर्थक को टिकट नहीं दिला सकी। यहां से हुड्डा समर्थक को टिकट मिल गया। इसके बाद इसी सीट के उम्मीदवार से जुड़े समर्थक ने सैलजा के प्रति जातिसूचक शब्द कहे। इससे सैलजा इस कदर नाराज हुईं कि उन्होंने चुनाव प्रचार छोड़ दिया। वह नाराज होकर घर बैठ गईं। गुटबाजी खत्म करने के लिए हाथ मिलवाए
हरियाणा विधानसभा चुनाव में जीत के लिए राहुल गांधी प्रचार के साथ-साथ कांग्रेसी नेताओं की गुटबाजी दूर करने की कोशिश भी कर रहे थे। उन्होंने अंबाला के नारायणगढ़ से ‘हरियाणा विजय संकल्प यात्रा’ शुरू की थी। इस मौके पर जनसभा में भीड़ के अभिवादन के दौरान राहुल ने पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा और सांसद कुमारी सैलजा के हाथ भी मिलवाए। 12 सितंबर को टिकटों का ऐलान होने के बाद सैलजा ने चुनाव प्रचार से दूरी बना ली थी, क्योंकि हाईकमान ने उनके समर्थक उम्मीदवारों को कम टिकट दिए थे। जबकि, भूपेंद्र हुड्डा के समर्थकों को सबसे ज्यादा टिकट दिए गए। सैलजा ने 25 सितंबर तक प्रदेशभर में कहीं कोई प्रोग्राम नहीं किया। 26 सितंबर को खुद राहुल गांधी उन्हें दिल्ली से लेकर करनाल की रैली में पहुंचे थे। इसके बाद भी सैलजा और हुड्डा की नजदीकियां नहीं बढ़ीं। नतीजा यह हुआ कि हरियाणा में कांग्रेस की हवा होते हुए भी पार्टी चुनाव हार गई। इसके बाद सैलजा ने संगठन में एकता न होने को ही हार का कारण बताया। वहीं, हुड्डा ने EVM पर हार का ठीकरा फोड़ दिया। हालांकि, रिव्यू मीटिंग में राहुल गांधी ने कहा कि कुछ नेताओं के अपने हित पार्टी से बड़े रहे, इसलिए हार मिली। इसके बाद से सैलजा तो लगातार कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच एक्टिव रहीं, लेकिन हुड्डा कहीं दिखे नहीं। अब उन्हें स्टार प्रचारकों में से भी बाहर कर दिया है, जबकि सैलजा के ही समर्थन में रहे रणदीप सुरजेवाला को लिस्ट में जगह मिली है।