सोनीपत विधायक सुरेंद्र पवार का रिमांड खत्म:आज अंबाला कोर्ट में पेशी, ईडी द्वारा किया गया था गिरफ्तार

सोनीपत विधायक सुरेंद्र पवार का रिमांड खत्म:आज अंबाला कोर्ट में पेशी, ईडी द्वारा किया गया था गिरफ्तार

हरियाणा के सोनीपत से कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार की 9 दिन की रिमांड आज खत्म हो गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें आज अंबाला कोर्ट में पेश किया है। खनन से जुड़े एक मामले में ईडी ने 20 जुलाई को सुरेंद्र पंवार को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद उन्हें 9 दिन की रिमांड पर लिया गया था, जो आज खत्म हो गई। आपको बता दें कि ईडी ने 4 जनवरी को सुरेंद्र पंवार के घर की तलाशी ली थी। उन पर यमुनानगर इलाके में बड़े पैमाने पर अवैध खनन का आरोप है। उस समय ईडी ने इंडियन नेशनल लोकदल के विधायक दिलबाग सिंह और उनके सहयोगी कुलविंदर सिंह को भी गिरफ्तार किया था। यह गिरफ्तारी हरियाणा में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर की गई है। एनजीटी की रोक के बावजूद अवैध खनन हरियाणा पुलिस ने बोल्डर, बजरी और रेत के अवैध खनन की जांच के लिए एफआईआर दर्ज की थी। मनी लॉन्ड्रिंग का मामला इसी से जुड़ा है। यमुनानगर और आसपास के जिलों में यह अवैध खनन चल रहा था, जबकि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने इस पर रोक लगा रखी है। ईडी भी ‘ई-रावण’ योजना में कथित धोखाधड़ी की जांच कर रहा है। यह हरियाणा सरकार द्वारा 2020 में शुरू किया गया एक ऑनलाइन पोर्टल है जिसका उद्देश्य रॉयल्टी और कर एकत्र करना और खनन क्षेत्र में कर चोरी को रोकना है। ईडी के अनुसार, अवैध खनन से 400-500 करोड़ रुपये का फंड जुटाया गया है। भाजपा विधायक को हराया सुरेंद्र पंवार ने 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में सोनीपत से दो बार की भाजपा विधायक कविता जैन को हराया। उन्हें 79,438 वोट मिले और वे करीब 30 हजार वोटों के अंतर से जीते। इससे पहले वे इनेलो में रह चुके हैं और 2014 का चुनाव इनेलो के टिकट पर लड़े थे, जिसमें वे तीसरे नंबर पर रहे थे। भूपेंद्र हुड्डा के करीबी माने जाते हैं पंवार सुरेंद्र पंवार पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी माने जाते हैं। सोनीपत में कांग्रेस पार्टी के मुख्य कार्यक्रमों के आयोजन की जिम्मेदारी भी उन्हीं पर है। वे हुड्डा की कोर टीम के सदस्य हैं और हाल ही में उन्हें प्रदेश सोशल मीडिया का प्रभार भी दिया गया था। हरियाणा के सोनीपत से कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार की 9 दिन की रिमांड आज खत्म हो गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें आज अंबाला कोर्ट में पेश किया है। खनन से जुड़े एक मामले में ईडी ने 20 जुलाई को सुरेंद्र पंवार को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद उन्हें 9 दिन की रिमांड पर लिया गया था, जो आज खत्म हो गई। आपको बता दें कि ईडी ने 4 जनवरी को सुरेंद्र पंवार के घर की तलाशी ली थी। उन पर यमुनानगर इलाके में बड़े पैमाने पर अवैध खनन का आरोप है। उस समय ईडी ने इंडियन नेशनल लोकदल के विधायक दिलबाग सिंह और उनके सहयोगी कुलविंदर सिंह को भी गिरफ्तार किया था। यह गिरफ्तारी हरियाणा में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर की गई है। एनजीटी की रोक के बावजूद अवैध खनन हरियाणा पुलिस ने बोल्डर, बजरी और रेत के अवैध खनन की जांच के लिए एफआईआर दर्ज की थी। मनी लॉन्ड्रिंग का मामला इसी से जुड़ा है। यमुनानगर और आसपास के जिलों में यह अवैध खनन चल रहा था, जबकि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने इस पर रोक लगा रखी है। ईडी भी ‘ई-रावण’ योजना में कथित धोखाधड़ी की जांच कर रहा है। यह हरियाणा सरकार द्वारा 2020 में शुरू किया गया एक ऑनलाइन पोर्टल है जिसका उद्देश्य रॉयल्टी और कर एकत्र करना और खनन क्षेत्र में कर चोरी को रोकना है। ईडी के अनुसार, अवैध खनन से 400-500 करोड़ रुपये का फंड जुटाया गया है। भाजपा विधायक को हराया सुरेंद्र पंवार ने 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में सोनीपत से दो बार की भाजपा विधायक कविता जैन को हराया। उन्हें 79,438 वोट मिले और वे करीब 30 हजार वोटों के अंतर से जीते। इससे पहले वे इनेलो में रह चुके हैं और 2014 का चुनाव इनेलो के टिकट पर लड़े थे, जिसमें वे तीसरे नंबर पर रहे थे। भूपेंद्र हुड्डा के करीबी माने जाते हैं पंवार सुरेंद्र पंवार पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी माने जाते हैं। सोनीपत में कांग्रेस पार्टी के मुख्य कार्यक्रमों के आयोजन की जिम्मेदारी भी उन्हीं पर है। वे हुड्डा की कोर टीम के सदस्य हैं और हाल ही में उन्हें प्रदेश सोशल मीडिया का प्रभार भी दिया गया था।   हरियाणा | दैनिक भास्कर