हरियाणा के जींद में स्कूल से लौट रहे 4 साल के बच्चे को स्कूल बस ने ही टक्कर मार दी। इससे बच्चे की मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद ड्राइवर स्कूल बस लेकर मौके से भाग गया। उसने बच्चे को संभाला तक नहीं। परिजनों का कहना है कि बच्चे ने अभी 5 दिन पहले ही स्कूल जाना शुरू किया था। वह नर्सरी का छात्र था। छात्र की पहचान हर्षित के रूप में हुई है। वह डाहौला गांव का रहने वाला था। उसके पिता रिंकू व्यापारी हैं। स्कूल से लौटा था हर्षित
पुलिस के अनुसार हर्षित का एडमिशन 5 दिन पहले नर्सरी में छात्तर गांव के ग्लोबल स्कूल में करवाया था। सोमवार को सुबह वह स्कूल की बस से ही स्कूल गया था। इसके बाद दोपहर को छुट्टी होने के बाद वह स्कूल बस से घर लौट रहा था। जब उसका घर आ गया तो स्कूल बस के ड्राइवर ने उसे उतार दिया। उतरने के बाद बच्चा कहां गया, इस पर ड्राइवर ने ध्यान नहीं दिया। उसने बस में सवार होकर उसे पीछे की ओर मोड़ना शुरू कर दिया। इसी दौरान बच्चे को बस की टक्कर लग गई। बस ड्राइवर ने बच्चे को नहीं संभाला
टक्कर लगने से बच्चा सड़क पर गिर गया और गिरते ही बेहोश हो गया। बच्चे को गिरा देखकर बस ड्राइवर रुका नहीं। वह उसे संभालने के बजाय तेजी से बस चला ले गया और बच्चा सड़क पर ही पड़ा रहा। हालांकि, बच्चे को सड़क पर पड़ा देख उसके पड़ोसी दौड़कर आए। पड़ोसियों ने बच्चे को उठाया। साथ ही बच्चे के दादा भी मौके पर पहुंच गए। घर का कोई और सदस्य नहीं दिखा तो पड़ोसी और दादा ही बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे। उसके सिर से खून बह रहा था। बच्चे की टांग और आंख में भी चोट लगी थी। जींद के सिविल अस्पताल में बच्चे की जांच करने के बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस भी अस्पताल में पहुंच गई। अलेवा थाने के जांच अधिकारी नफे सिंह ने बताया है शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल में रखवाया गया है। मामले की जांच की जा रही है। हरियाणा के जींद में स्कूल से लौट रहे 4 साल के बच्चे को स्कूल बस ने ही टक्कर मार दी। इससे बच्चे की मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद ड्राइवर स्कूल बस लेकर मौके से भाग गया। उसने बच्चे को संभाला तक नहीं। परिजनों का कहना है कि बच्चे ने अभी 5 दिन पहले ही स्कूल जाना शुरू किया था। वह नर्सरी का छात्र था। छात्र की पहचान हर्षित के रूप में हुई है। वह डाहौला गांव का रहने वाला था। उसके पिता रिंकू व्यापारी हैं। स्कूल से लौटा था हर्षित
पुलिस के अनुसार हर्षित का एडमिशन 5 दिन पहले नर्सरी में छात्तर गांव के ग्लोबल स्कूल में करवाया था। सोमवार को सुबह वह स्कूल की बस से ही स्कूल गया था। इसके बाद दोपहर को छुट्टी होने के बाद वह स्कूल बस से घर लौट रहा था। जब उसका घर आ गया तो स्कूल बस के ड्राइवर ने उसे उतार दिया। उतरने के बाद बच्चा कहां गया, इस पर ड्राइवर ने ध्यान नहीं दिया। उसने बस में सवार होकर उसे पीछे की ओर मोड़ना शुरू कर दिया। इसी दौरान बच्चे को बस की टक्कर लग गई। बस ड्राइवर ने बच्चे को नहीं संभाला
टक्कर लगने से बच्चा सड़क पर गिर गया और गिरते ही बेहोश हो गया। बच्चे को गिरा देखकर बस ड्राइवर रुका नहीं। वह उसे संभालने के बजाय तेजी से बस चला ले गया और बच्चा सड़क पर ही पड़ा रहा। हालांकि, बच्चे को सड़क पर पड़ा देख उसके पड़ोसी दौड़कर आए। पड़ोसियों ने बच्चे को उठाया। साथ ही बच्चे के दादा भी मौके पर पहुंच गए। घर का कोई और सदस्य नहीं दिखा तो पड़ोसी और दादा ही बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे। उसके सिर से खून बह रहा था। बच्चे की टांग और आंख में भी चोट लगी थी। जींद के सिविल अस्पताल में बच्चे की जांच करने के बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस भी अस्पताल में पहुंच गई। अलेवा थाने के जांच अधिकारी नफे सिंह ने बताया है शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल में रखवाया गया है। मामले की जांच की जा रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
