<p style=”text-align: justify;”><strong>UP Politics: </strong>बहुजन समाज पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी में रह चुके पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य एक बार फिर पाला बदल सकते हैं. वह फिलहाल अपनी जनता पार्टी के अध्यक्ष हैं. हालांकि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक सियासी मुलाकात के बाद हलचल शुरू हो गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जानकारी के अनुसार लखनऊ में पिछले दिनों चंद्रशेखर आज़ाद और स्वामी प्रसाद मौर्य के अहम मुलाकात बीच हुई है. राजधानी में निजी स्थान पर लंबी बातचीत हुई. दोनों के बीच सामाजिक न्याय और दलित-पिछड़ा को एकजुट करने के मुद्दे पर चर्चा हुई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सूत्रों के मुताबिक, स्वामी मौर्य जल्द आज़ाद समाज पार्टी (कांशीराम) में शामिल हो सकते हैं. पार्टी स्वामी मौर्य को यूपी में बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है. अगर स्वामी, आसपा (का) में शामिल होते हैं तो वह बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के मुश्किलें बढ़ा सकते हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-news-ashwini-lohani-gets-responsibility-of-pm-narendra-modi-dream-project-2956950″><strong>यूपी के इस शख्स को मिली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी, आदेश जारी</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या रहा है अब तक का सियासी सफर?</strong><br />वर्ष 2012 में पडरौना विधानसभा सीट से चुनाव जीतने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य बसपा सरकार में मंत्री भी रहे. इससे पहले वह 13वीं, 14वीं, और 15वीं विधानसभा में भी विधायक रहे हैं. स्वामी करीब 2 दशक तक बसपा, 6 साल बीजेपी और 2 साल सपा में रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वर्ष 2022 के चुनाव से पहले स्वामी ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया था और फिर वह सपा में शामिल हो गए थे. बीजेपी सरकार में वह कैबिनेट मंत्री भी थे. वर्ष 2022 के ही विधानसभा चुनाव में उन्होंने फाजिलनगरल विधानसभा से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा, हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>UP Politics: </strong>बहुजन समाज पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी में रह चुके पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य एक बार फिर पाला बदल सकते हैं. वह फिलहाल अपनी जनता पार्टी के अध्यक्ष हैं. हालांकि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक सियासी मुलाकात के बाद हलचल शुरू हो गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जानकारी के अनुसार लखनऊ में पिछले दिनों चंद्रशेखर आज़ाद और स्वामी प्रसाद मौर्य के अहम मुलाकात बीच हुई है. राजधानी में निजी स्थान पर लंबी बातचीत हुई. दोनों के बीच सामाजिक न्याय और दलित-पिछड़ा को एकजुट करने के मुद्दे पर चर्चा हुई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सूत्रों के मुताबिक, स्वामी मौर्य जल्द आज़ाद समाज पार्टी (कांशीराम) में शामिल हो सकते हैं. पार्टी स्वामी मौर्य को यूपी में बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है. अगर स्वामी, आसपा (का) में शामिल होते हैं तो वह बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के मुश्किलें बढ़ा सकते हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-news-ashwini-lohani-gets-responsibility-of-pm-narendra-modi-dream-project-2956950″><strong>यूपी के इस शख्स को मिली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी, आदेश जारी</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या रहा है अब तक का सियासी सफर?</strong><br />वर्ष 2012 में पडरौना विधानसभा सीट से चुनाव जीतने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य बसपा सरकार में मंत्री भी रहे. इससे पहले वह 13वीं, 14वीं, और 15वीं विधानसभा में भी विधायक रहे हैं. स्वामी करीब 2 दशक तक बसपा, 6 साल बीजेपी और 2 साल सपा में रहे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वर्ष 2022 के चुनाव से पहले स्वामी ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया था और फिर वह सपा में शामिल हो गए थे. बीजेपी सरकार में वह कैबिनेट मंत्री भी थे. वर्ष 2022 के ही विधानसभा चुनाव में उन्होंने फाजिलनगरल विधानसभा से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा, हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.</p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड PM Modi Bihar Tour: पीएम मोदी के बिहार दौरे की तैयारी! इस बार कौन सा जिला होगा? यहां देखिए डिटेल्स
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