हमीरपुर के बालक नाथ मंदिर में चैत्र-मास मेलों का आगाज:सुरक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक की पूरी तैयारी, लाखों श्रद्धालु आने की उम्मीद

हमीरपुर के बालक नाथ मंदिर में चैत्र-मास मेलों का आगाज:सुरक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक की पूरी तैयारी, लाखों श्रद्धालु आने की उम्मीद

विश्व प्रसिद्ध सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ मंदिर में चैत्र मास मेलों का शुभारंभ 14 मार्च को सुबह 11 बजे होगा। मंदिर कमिश्नर और डिप्टी कमिश्नर हमीरपुर झंडा चढ़ाकर मेले का उद्घाटन करेंगे। मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई व्यवस्थाएं की गई हैं। अप्पर बाजार से गुफा तक जाने के लिए अलग रास्ता बनाया गया है। इससे बकरा स्थल के पास भीड़ जमा नहीं होगी। नई फायर हाइड्रेंट लाइन बिछाई वहीं आग से सुरक्षा के लिए बकरा स्थल से मंदिर परिसर तक नई फायर हाइड्रेंट लाइन बिछाई गई है। पहाड़ियों से पत्थर गिरने की रोकथाम के लिए जालियों की मरम्मत की गई है। सुरक्षा व्यवस्था के तहत मंदिर परिसर को 5 सेक्टर में बांटा गया है। हर सेक्टर में मजिस्ट्रेट और अधिकारी तैनात रहेंगे। कानून व्यवस्था के लिए 4 पुलिस रिजर्व बटालियन और 185 होमगार्ड जवान तैनात किए जाएंगे। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की टीम ड्रोन से भीड़ पर नजर रखेगी। एक माह तक एम्बुलेंस रहेगी तैनात श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए मंदिर चिकित्सालय 24 घंटे खुला रहेगा। यहां एलोपैथी और आयुष विभाग के डॉक्टर मौजूद रहेंगे। दियोट सिद्ध में एक एम्बुलेंस पूरे महीने तैनात रहेगी। रेडक्रॉस का काउंटर भी खोला गया है। 14 मार्च से 13 अप्रैल तक चलने वाले इन मेलों में देश भर से लाखों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। झंडा रस्म में मंदिर न्यास अधिकारी, स्थानीय नेता और अन्य गणमान्य लोग शामिल होंगे। मंदिर परिसर को फूलों से सजाया गया है। विश्व प्रसिद्ध सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ मंदिर में चैत्र मास मेलों का शुभारंभ 14 मार्च को सुबह 11 बजे होगा। मंदिर कमिश्नर और डिप्टी कमिश्नर हमीरपुर झंडा चढ़ाकर मेले का उद्घाटन करेंगे। मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई व्यवस्थाएं की गई हैं। अप्पर बाजार से गुफा तक जाने के लिए अलग रास्ता बनाया गया है। इससे बकरा स्थल के पास भीड़ जमा नहीं होगी। नई फायर हाइड्रेंट लाइन बिछाई वहीं आग से सुरक्षा के लिए बकरा स्थल से मंदिर परिसर तक नई फायर हाइड्रेंट लाइन बिछाई गई है। पहाड़ियों से पत्थर गिरने की रोकथाम के लिए जालियों की मरम्मत की गई है। सुरक्षा व्यवस्था के तहत मंदिर परिसर को 5 सेक्टर में बांटा गया है। हर सेक्टर में मजिस्ट्रेट और अधिकारी तैनात रहेंगे। कानून व्यवस्था के लिए 4 पुलिस रिजर्व बटालियन और 185 होमगार्ड जवान तैनात किए जाएंगे। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की टीम ड्रोन से भीड़ पर नजर रखेगी। एक माह तक एम्बुलेंस रहेगी तैनात श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए मंदिर चिकित्सालय 24 घंटे खुला रहेगा। यहां एलोपैथी और आयुष विभाग के डॉक्टर मौजूद रहेंगे। दियोट सिद्ध में एक एम्बुलेंस पूरे महीने तैनात रहेगी। रेडक्रॉस का काउंटर भी खोला गया है। 14 मार्च से 13 अप्रैल तक चलने वाले इन मेलों में देश भर से लाखों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। झंडा रस्म में मंदिर न्यास अधिकारी, स्थानीय नेता और अन्य गणमान्य लोग शामिल होंगे। मंदिर परिसर को फूलों से सजाया गया है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर