हिमाचल प्रदेश में हमीरपुर विधान सभा सीट से भाजपा प्रत्याशी आशीष शर्मा के घर के बाहर बनाए गए स्पीड ब्रेकर को PWD ने जेसीबी लगाकर उखाड़ दिया है। रविवार दोपहर ही यह कार्रवाई शुरू हुई। दिलचस्प यह है कि इस स्पीड ब्रेकर का निर्माण भी पीडब्ल्यूडी ने ही काफी समय पहले करवाया था। तब आशीष इलाके के विधायक थे। घर के बाहर से उखाड़ा स्पीड ब्रेकर ऑपरेशन लोटस में सरकार को गिराने के प्रयासों में शामिल हमीरपुर के पूर्व निर्दलीय विधायक ने इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद वे भाजपा में शामिल हो गए और अब हिमाचल में जो तीन उप चुनाव हो रहे हैं। उनमें हमीरपुर सीट से वे भाजपा के प्रत्याशी हैं। हमीरपुर जिला मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का गृह जिला है। भाजपा में शामिल होने की वजह से आशीष शर्मा सरकार के निशाने पर हैं। पिछले रोज वे शिमला में बालूगंज थाने में भी एक पेशी के लिए गए थे। अब चुनाव प्रचार जोर पकड़ चुका है, इस तरह के घटनाक्रम यहां पर अजीबो गरीब मरहले में दिखने लगे हैं। जिला और मंडल भाजपा ने की निंदा स्पीड ब्रेकर उखाड़ने की इस घटना पर जिला भाजपा और मंडल भाजपा ने तो इस कार्रवाई पर सरकार के रवैए की कड़ी आलोचना की ही है। खुद आशीष शर्मा भी मुख्यमंत्री के रवैए पर हैरान हैं। जिला भाजपा के अध्यक्ष देशराज शर्मा और मंडल हमीरपुर के अध्यक्ष आदर्श कांत ने कहा है कि हाल के दिनों में सरकार के आचरण और रवैये ने आम लोगों और समाज के विभिन्न हितधारकों के बीच काफी चिंता पैदा की हैं। सरकार का अड़ियल और अहंकारी रुख वाकई हैरान कर देने वाला है। मौलिक अधिकारों का हो रहा उल्लंघन भाजपा पदाधिकारियों ने इस कार्यवाही को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और सरकार का कायरता भरा कदम बताया है। शर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा अपनी शक्तियों का गलत इस्तेमाल करके असहमति जताने वालों को डराने और दबाने के कई मामले सामने आए हैं। इससे न केवल जनता के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन तो है ही, भय और दमन का माहौल भी बना हुआ है। सरकारी तंत्र का दुरूपयोग कर रहे सीएम पूर्व विधायक और भाजपा प्रत्याशी आशीष शर्मा ने सरकार के इस कदम को बहुत ही शर्मनाक बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के मन में इतनी कुंठा भर चुकी है कि अब वो सरकारी तंत्र के दुरूपयोग से भी परहेज नहीं कर रहे हैं। आशीष ने कहा कि उनके निवास स्थान पर मिलने आने वाले लोगों को सड़क पार करने में कोई परेशानी न हो व कोई भी हादसे का शिकार न हो, इसके लिए यह स्पीड ब्रेकर लगाए गए थे। लेकिन सरकार में बैठे आकाओं की घटिया मानसिकता यह दर्शाती है कि यह अब वे जनता के हितों से खिलवाड़ करने से भी गुरेज नहीं करेंगे। शिमला से लौटते समय फिर वापस बुलाया आशीष ने कहा कि पिछले कल ही उन्हें प्रताड़ना करने के मकसद से शिमला बुलाया गया था और दोपहर बाद जब वह हमीरपुर को ओर आ रहे थे। तो फिर से उन्हें वापस बुला लिया गया।
साफ है कि ये सारे काम राजनीतिक द्वेष की भावना से किए जा रहे हैं और सरकारी अमला भी जनता की सेवा छोड़कर सरकार के हाथों की कठपुतली की तरह काम कर रहा हैं। उन्होंने कहा की सरकार के कुकर्मों का हिसाब जनता अवश्य करेगी। हिमाचल प्रदेश में हमीरपुर विधान सभा सीट से भाजपा प्रत्याशी आशीष शर्मा के घर के बाहर बनाए गए स्पीड ब्रेकर को PWD ने जेसीबी लगाकर उखाड़ दिया है। रविवार दोपहर ही यह कार्रवाई शुरू हुई। दिलचस्प यह है कि इस स्पीड ब्रेकर का निर्माण भी पीडब्ल्यूडी ने ही काफी समय पहले करवाया था। तब आशीष इलाके के विधायक थे। घर के बाहर से उखाड़ा स्पीड ब्रेकर ऑपरेशन लोटस में सरकार को गिराने के प्रयासों में शामिल हमीरपुर के पूर्व निर्दलीय विधायक ने इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद वे भाजपा में शामिल हो गए और अब हिमाचल में जो तीन उप चुनाव हो रहे हैं। उनमें हमीरपुर सीट से वे भाजपा के प्रत्याशी हैं। हमीरपुर जिला मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का गृह जिला है। भाजपा में शामिल होने की वजह से आशीष शर्मा सरकार के निशाने पर हैं। पिछले रोज वे शिमला में बालूगंज थाने में भी एक पेशी के लिए गए थे। अब चुनाव प्रचार जोर पकड़ चुका है, इस तरह के घटनाक्रम यहां पर अजीबो गरीब मरहले में दिखने लगे हैं। जिला और मंडल भाजपा ने की निंदा स्पीड ब्रेकर उखाड़ने की इस घटना पर जिला भाजपा और मंडल भाजपा ने तो इस कार्रवाई पर सरकार के रवैए की कड़ी आलोचना की ही है। खुद आशीष शर्मा भी मुख्यमंत्री के रवैए पर हैरान हैं। जिला भाजपा के अध्यक्ष देशराज शर्मा और मंडल हमीरपुर के अध्यक्ष आदर्श कांत ने कहा है कि हाल के दिनों में सरकार के आचरण और रवैये ने आम लोगों और समाज के विभिन्न हितधारकों के बीच काफी चिंता पैदा की हैं। सरकार का अड़ियल और अहंकारी रुख वाकई हैरान कर देने वाला है। मौलिक अधिकारों का हो रहा उल्लंघन भाजपा पदाधिकारियों ने इस कार्यवाही को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और सरकार का कायरता भरा कदम बताया है। शर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा अपनी शक्तियों का गलत इस्तेमाल करके असहमति जताने वालों को डराने और दबाने के कई मामले सामने आए हैं। इससे न केवल जनता के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन तो है ही, भय और दमन का माहौल भी बना हुआ है। सरकारी तंत्र का दुरूपयोग कर रहे सीएम पूर्व विधायक और भाजपा प्रत्याशी आशीष शर्मा ने सरकार के इस कदम को बहुत ही शर्मनाक बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के मन में इतनी कुंठा भर चुकी है कि अब वो सरकारी तंत्र के दुरूपयोग से भी परहेज नहीं कर रहे हैं। आशीष ने कहा कि उनके निवास स्थान पर मिलने आने वाले लोगों को सड़क पार करने में कोई परेशानी न हो व कोई भी हादसे का शिकार न हो, इसके लिए यह स्पीड ब्रेकर लगाए गए थे। लेकिन सरकार में बैठे आकाओं की घटिया मानसिकता यह दर्शाती है कि यह अब वे जनता के हितों से खिलवाड़ करने से भी गुरेज नहीं करेंगे। शिमला से लौटते समय फिर वापस बुलाया आशीष ने कहा कि पिछले कल ही उन्हें प्रताड़ना करने के मकसद से शिमला बुलाया गया था और दोपहर बाद जब वह हमीरपुर को ओर आ रहे थे। तो फिर से उन्हें वापस बुला लिया गया।
साफ है कि ये सारे काम राजनीतिक द्वेष की भावना से किए जा रहे हैं और सरकारी अमला भी जनता की सेवा छोड़कर सरकार के हाथों की कठपुतली की तरह काम कर रहा हैं। उन्होंने कहा की सरकार के कुकर्मों का हिसाब जनता अवश्य करेगी। हिमाचल | दैनिक भास्कर