हरियाणा की मंडियों में गेहूं तोल में गड़बड़ी का खुलासा:CM सैनी ने CID से रेड कराई; बिना रजिस्ट्रेशन की फर्म, अवैध स्टॉक मिला

हरियाणा की मंडियों में गेहूं तोल में गड़बड़ी का खुलासा:CM सैनी ने CID से रेड कराई; बिना रजिस्ट्रेशन की फर्म, अवैध स्टॉक मिला

हरियाणा की 42 अनाज मंडियों में 62 दुकानों पर आढ़तियों को ₹45 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया। नूंह, रेवाड़ी और चरखी दादरी में सबसे ज्यादा जुर्माना लगाया गया। सभी आढ़ती गेहूं के तोल में गड़बड़ी कर रहे थे। साथ ही बिना रजिस्ट्रेशन के कई फर्म चल रहीं थी। कई जगह गोदाम में अनाज का अवैध स्टॉक मिला। इसका खुलासा CM फ्लाइंग की रेड में हुआ। सरकार के पास लगातार अनाज मंडियों में आढ़तियों की तरफ से गेहूं के तोल में गड़बड़ी की शिकायतें आ रहीं थी। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने खुद इस मामले की जांच करने के लिए CID को लगाया। उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि मंडियों में दुकानों और फर्म पर औचक निरीक्षण किया जाए और गेहूं के तोल में गड़बड़ी मिलने पर कार्रवाई की जाए। 20 अप्रैल तक CM फ्लाइंग की टीम ने अलग-अलग जिलों में मंडियों का औचक निरीक्षण किया और गड़बड़ी पाने पर जुर्माना लगाया। कुरुक्षेत्र में रेड के बाद हुआ पूरा खुलासा
16 अप्रैल को CM फ्लाइंग अंबाला की टीम ने कुरुक्षेत्र की नई अनाज मंडी थानेसर में औचक निरीक्षण किया। जांच में पाया गया कि मैसर्स पवन कुमार अजय कुमार फर्म के मालिक पवन कुमार किसानों से प्राप्त गेहूं को सरकार द्वारा निर्धारित वजन से अधिक मात्रा में भरकर किसानों के साथ धोखाधड़ी कर रहे थे। इसके बाद टीम ने फर्म के मालिक पवन कुमार के खिलाफ थाना कृष्णा गेट, थानेसर में भारतीय दंड संहिता की धारा 316(2), 316(5), और 318(4) के तहत मुकदमा नंबर 216 दर्ज कराया। 16 अप्रैल की कार्रवाई के बाद सरकार की ओर से 17 अप्रैल से फ्लाइंग की सभी यूनिटों को अपने-अपने संबंधित क्षेत्र की मंडियों में दुकानों और फर्मों पर छापेमारी के निर्देश दिए गए। छापेमारी में सामने आया कि कई आढ़ती और फर्म मालिक बिना अधिकृत अनुमति के गेहूं का स्टॉक कर रहे थे और रिकॉर्ड में हेराफेरी कर रहे थे। इस दौरान कुल 62 दुकानों/फर्मों का निरीक्षण किया गया, जिनमें 1,544.8 क्विंटल गेहूं, 6,465 क्विंटल सरसों और 943.8 क्विंटल अन्य फसलों का अवैध स्टॉक पाया गया। अब जानिए रेड में कहां, क्या मिला… कई फर्मों पर जुर्माना राशि पेंडिंग दिखाई
CM फ्लाइंग के द्वारा की गई रिपोर्ट में जुर्माने के कुल राशि तो बताई गई है, जबकि जिला वार जुर्माना स्पष्ट नहीं है। कुछ फर्मों पर जुर्माने की राशि को पेंडिंग दिखाया गया है। इसको लेकर कुछ आढ़ती एसोसिएशन के नेताओं ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सभी जिलों में जुर्माने की राशि का उल्लेख न करना कई सवाल खड़े कर रहा है। इसके जरिए आढ़तियों के शोषण किए जाने की संभावना है। हरियाणा आढ़ती एसोसिएशन के चेयरमैन रजनीश ने बताया कि ऐसी चेकिंग समय-समय पर होती रहनी चहिए। यदि कोई आढ़ती गलत काम कर रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। बेवजह किसी को परेशान नहीं करना चाहिए। हरियाणा की 42 अनाज मंडियों में 62 दुकानों पर आढ़तियों को ₹45 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया। नूंह, रेवाड़ी और चरखी दादरी में सबसे ज्यादा जुर्माना लगाया गया। सभी आढ़ती गेहूं के तोल में गड़बड़ी कर रहे थे। साथ ही बिना रजिस्ट्रेशन के कई फर्म चल रहीं थी। कई जगह गोदाम में अनाज का अवैध स्टॉक मिला। इसका खुलासा CM फ्लाइंग की रेड में हुआ। सरकार के पास लगातार अनाज मंडियों में आढ़तियों की तरफ से गेहूं के तोल में गड़बड़ी की शिकायतें आ रहीं थी। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने खुद इस मामले की जांच करने के लिए CID को लगाया। उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि मंडियों में दुकानों और फर्म पर औचक निरीक्षण किया जाए और गेहूं के तोल में गड़बड़ी मिलने पर कार्रवाई की जाए। 20 अप्रैल तक CM फ्लाइंग की टीम ने अलग-अलग जिलों में मंडियों का औचक निरीक्षण किया और गड़बड़ी पाने पर जुर्माना लगाया। कुरुक्षेत्र में रेड के बाद हुआ पूरा खुलासा
16 अप्रैल को CM फ्लाइंग अंबाला की टीम ने कुरुक्षेत्र की नई अनाज मंडी थानेसर में औचक निरीक्षण किया। जांच में पाया गया कि मैसर्स पवन कुमार अजय कुमार फर्म के मालिक पवन कुमार किसानों से प्राप्त गेहूं को सरकार द्वारा निर्धारित वजन से अधिक मात्रा में भरकर किसानों के साथ धोखाधड़ी कर रहे थे। इसके बाद टीम ने फर्म के मालिक पवन कुमार के खिलाफ थाना कृष्णा गेट, थानेसर में भारतीय दंड संहिता की धारा 316(2), 316(5), और 318(4) के तहत मुकदमा नंबर 216 दर्ज कराया। 16 अप्रैल की कार्रवाई के बाद सरकार की ओर से 17 अप्रैल से फ्लाइंग की सभी यूनिटों को अपने-अपने संबंधित क्षेत्र की मंडियों में दुकानों और फर्मों पर छापेमारी के निर्देश दिए गए। छापेमारी में सामने आया कि कई आढ़ती और फर्म मालिक बिना अधिकृत अनुमति के गेहूं का स्टॉक कर रहे थे और रिकॉर्ड में हेराफेरी कर रहे थे। इस दौरान कुल 62 दुकानों/फर्मों का निरीक्षण किया गया, जिनमें 1,544.8 क्विंटल गेहूं, 6,465 क्विंटल सरसों और 943.8 क्विंटल अन्य फसलों का अवैध स्टॉक पाया गया। अब जानिए रेड में कहां, क्या मिला… कई फर्मों पर जुर्माना राशि पेंडिंग दिखाई
CM फ्लाइंग के द्वारा की गई रिपोर्ट में जुर्माने के कुल राशि तो बताई गई है, जबकि जिला वार जुर्माना स्पष्ट नहीं है। कुछ फर्मों पर जुर्माने की राशि को पेंडिंग दिखाया गया है। इसको लेकर कुछ आढ़ती एसोसिएशन के नेताओं ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सभी जिलों में जुर्माने की राशि का उल्लेख न करना कई सवाल खड़े कर रहा है। इसके जरिए आढ़तियों के शोषण किए जाने की संभावना है। हरियाणा आढ़ती एसोसिएशन के चेयरमैन रजनीश ने बताया कि ऐसी चेकिंग समय-समय पर होती रहनी चहिए। यदि कोई आढ़ती गलत काम कर रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। बेवजह किसी को परेशान नहीं करना चाहिए।   हरियाणा | दैनिक भास्कर