हरियाणा में BJP के नए सियासी दांव ने पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स को चौंका दिया है। दरअसल, अब तक गैर जाट पॉलिटिक्स कर रही भाजपा अब जाटों के बीच भी पैठ बनाने में जुट गई है। इसका संकेत इस बात से मिला कि CM नायब सैनी महीने में दूसरी बार जाट समाज के कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे हैं। वे हिसार के जाट शिक्षण संस्थान के शताब्दी समारोह में हिस्सा लेंगे। खास बात यह है कि नायब सैनी हरियाणा के तीसरे मुख्यमंत्री होंगे जो इस संस्थान के कार्यक्रम में बतौर चीफ गेस्ट शिरकत करेंगे। इससे पहले चौधरी भजनलाल और ओमप्रकाश चौटाला बतौर सीएम जाट शिक्षण संस्थान के कार्यक्रम में शिरकत कर चुके हैं। 2003 में ओपी चौटाला के बाद 21 साल में कोई मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में हिस्सा लेगा। सैनी से पहले मनोहर लाल खट्टर भी 2 बार सीएम रहे लेकिन इस संस्थान के कार्यक्रम में वे नजर नहीं आए। हालांकि, उनकी सेकेंड टर्म की सरकार में डिप्टी सीएम रहते दुष्यंत चौटाला जरूर कार्यक्रम में पहुंचे थे। इससे पहले सीएम सैनी गुरुग्राम में जाट कल्याण सभा के भवन का शिलान्यास कर चुके हैं। जहां उन्होंने ऐच्छिक कोष से की 31 लाख रुपए देने की घोषणा की थी। जाट समाज के हिसार में होने जा रहे कार्यक्रम का पूरा दारोमदार प्रदेश भाजपा महामंत्री सुरेंद्र पूनिया पर हैं जो जाट समाज से आते हैं। वह भाजपा में बड़ा जाट चेहरा भी हैं। संस्थान की ओर से बनवाया गया आमंत्रण पत्र… सेठ छाजूराम की 159वीं जयंती पर होगा कार्यक्रम
जाट शिक्षण संस्थान में सेठ छाजूराम की 159वीं जयंती मनाई जा रही है। 25 नवंबर को सीएम सैनी इसमें शिरकत करेंगे। सेठ छाजूराम का जन्म 1861 में भिवानी के अलखपुरा गांव में हुआ था। छाजूराम लांबा 20-22 वर्ष की उम्र में कोलकाता जाकर जूट का व्यापार करने लगे। उन्होंने अपने जीवन में महात्मा गांधी को आजादी की लड़ाई के लिए 15 हजार रुपए तथा सुभाष चंद्र बोस को जर्मनी जाने के लिए 5 हजार रुपए देकर सहायता की थी। उन्होंने भगत सिंह को एक बार शरण देकर उनकी जान बचाई थी। इसलिए देश की आजादी में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाता है। छाजूराम ने अपनी पहली बेटी लेडी हैली के नाम पर भिवानी में अस्पताल बनवाया, जिसे आज चौधरी बंसीलाल सामान्य अस्पताल के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा कई जिलों में शिक्षण संस्थान भी खोले जिसमें हिसार में भी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए शिक्षण संस्थान उन्हीं की देन है। हिसार में जाट शिक्षण संस्थान 100 साल पुराना
हिसार का जाट शिक्षण संस्थान 100 साल पुराना है। संस्थान के करीब 15 हजार मेंबर हैं। यह सदस्य पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और राजस्थान से हैं। इस संस्थान के अंतर्गत लॉ कालेज, जाट कॉलेज, पब्लिक स्कूल, कॉलेज ऑफ एजुकेशन और एजुकेशन सोसाइटी आती हैं। इस शिक्षण संस्थान पर चौटाला परिवार का दबदबा रहा है। पिछली बार चुनाव में दुष्यंत चौटाला के करीबी अजमेर ढांडा के पैनल ने चुनावों में जीत हासित की थी। चुनाव में अजमेर ढांडा प्रधान, उप प्रधान पद पर दिलदार पूनिया, सचिव पद के लिए परमिंद्र मलिक, कोषाध्यक्ष के पद पर सागर सिवाच ने जीत हासिल की। हालांकि पिछले वर्ष अजमेर ढांडा का स्वर्गवास होने के कारण उनके स्थान पर उप प्रधान दिलदार पूनिया कामकाज संभाले हुए हैं। मुख्यमंत्री के साथ, 2 मंत्री और 3 विधायक भी होंगे शामिल
25 नवंबर को होने वाले कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सैनी चीफ गेस्ट के रूप में शामिल होंगे, तो वहीं शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। इसके अलावा कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा, प्रदेश महामंत्री सुरेंद्र पूनिया अति विशिष्ठ अतिथि होंगे। वहीं विधायक सावित्री जिंदल, विनोद भयाणा और रणधीर पनिहार विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे। सैनी ने चुनाव से पहले कहा था-देशभक्त कौम है जाट
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने चुनाव से पहले कहा था कि जाट देशभक्त हैं और 1 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में वह भाजपा को ही वोट देने वाले हैं। सीएम ने कहा था कि हुड्डा ने जाट समाज का शोषण किया है, कांग्रेस के लोग नैरेटिव सेट करने में लगे हुए हैं कि हैं कि जाट भाजपा को वोट नहीं दे रहा, जबकि हकीकत ये है कि पूरा जाट समाज भाजपा को ही वोट दे रहा है। जाट देशभक्त कौम है, वो हुड्डा के विकास में योगदान नहीं देना चाहते, वो देश के विकास में अपना योगदान देना चाहते हैं और इसीलिए वो लगे हुए हैं और इस बार चुनाव में जाट समुदाय भारतीय जनता पार्टी को बहुत बड़े मैंडेट से जिताने वाला है। हरियाणा की राजनीति में जाटों का दबदबा
हरियाणा के वोटरों में 22.2% जाट हैं। जो बाकी वोटरों के साथ किसी भी पार्टी के लिए सत्ता में पहुंचने में अहम रोल अदा करते हैं। रोहतक, सोनीपत, कैथल, पानीपत, जींद, सिरसा, झज्जर, फतेहाबाद, हिसार और भिवानी जिलों की करीब 35 विधानसभा सीटों पर जाटों की अच्छी पकड़ है। जिसके कारण इस इलाके को जाटलैंड भी कहा जाता है। इस बार के चुनाव में जाटलैंड की सीटों पर बीजेपी ने सेंध लगाई है। चुनाव में BJP ने 22 नई सीटें जीतीं, इनमें 7 सीटें जाट बहुल बागड़ और देशवाल बेल्ट से थी। यही कारण है जाट समाज के कार्यक्रमों के निमंत्रण को तवज्जो दी जा रही है। भाजपा आगे के चुनावों में भी जीत को बरकरार रखने के लिए जाटों को भी साथ जोड़ना चाहती है। जिन्हें पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा की वजह से जाटों का वोट बैंक माना जा रहा है। ——————
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हरियाणा में जनवरी में निगम चुनाव की तैयारी, CM सैनी ने MLA-मंत्रियों को काम बांटे, 3 वजहों से फायदा मान रही भाजपा हरियाणा में विधानसभा चुनाव में जीत के बाद BJP निकाय चुनाव की तैयारी में जुट गई है। BJP इसे लेकर मेगा प्लान तैयार कर रही है। शहरों में सरकार बनाने के लिए मुख्यमंत्री नायब सैनी ने खुद कमर कस ली है। जीत सुनिश्चित करने के लिए CM सैनी ने पार्टी विधायकों के साथ मंत्रियों को भी टास्क दिया है। पूरी खबर पढ़ें हरियाणा में BJP के नए सियासी दांव ने पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स को चौंका दिया है। दरअसल, अब तक गैर जाट पॉलिटिक्स कर रही भाजपा अब जाटों के बीच भी पैठ बनाने में जुट गई है। इसका संकेत इस बात से मिला कि CM नायब सैनी महीने में दूसरी बार जाट समाज के कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे हैं। वे हिसार के जाट शिक्षण संस्थान के शताब्दी समारोह में हिस्सा लेंगे। खास बात यह है कि नायब सैनी हरियाणा के तीसरे मुख्यमंत्री होंगे जो इस संस्थान के कार्यक्रम में बतौर चीफ गेस्ट शिरकत करेंगे। इससे पहले चौधरी भजनलाल और ओमप्रकाश चौटाला बतौर सीएम जाट शिक्षण संस्थान के कार्यक्रम में शिरकत कर चुके हैं। 2003 में ओपी चौटाला के बाद 21 साल में कोई मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में हिस्सा लेगा। सैनी से पहले मनोहर लाल खट्टर भी 2 बार सीएम रहे लेकिन इस संस्थान के कार्यक्रम में वे नजर नहीं आए। हालांकि, उनकी सेकेंड टर्म की सरकार में डिप्टी सीएम रहते दुष्यंत चौटाला जरूर कार्यक्रम में पहुंचे थे। इससे पहले सीएम सैनी गुरुग्राम में जाट कल्याण सभा के भवन का शिलान्यास कर चुके हैं। जहां उन्होंने ऐच्छिक कोष से की 31 लाख रुपए देने की घोषणा की थी। जाट समाज के हिसार में होने जा रहे कार्यक्रम का पूरा दारोमदार प्रदेश भाजपा महामंत्री सुरेंद्र पूनिया पर हैं जो जाट समाज से आते हैं। वह भाजपा में बड़ा जाट चेहरा भी हैं। संस्थान की ओर से बनवाया गया आमंत्रण पत्र… सेठ छाजूराम की 159वीं जयंती पर होगा कार्यक्रम
जाट शिक्षण संस्थान में सेठ छाजूराम की 159वीं जयंती मनाई जा रही है। 25 नवंबर को सीएम सैनी इसमें शिरकत करेंगे। सेठ छाजूराम का जन्म 1861 में भिवानी के अलखपुरा गांव में हुआ था। छाजूराम लांबा 20-22 वर्ष की उम्र में कोलकाता जाकर जूट का व्यापार करने लगे। उन्होंने अपने जीवन में महात्मा गांधी को आजादी की लड़ाई के लिए 15 हजार रुपए तथा सुभाष चंद्र बोस को जर्मनी जाने के लिए 5 हजार रुपए देकर सहायता की थी। उन्होंने भगत सिंह को एक बार शरण देकर उनकी जान बचाई थी। इसलिए देश की आजादी में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाता है। छाजूराम ने अपनी पहली बेटी लेडी हैली के नाम पर भिवानी में अस्पताल बनवाया, जिसे आज चौधरी बंसीलाल सामान्य अस्पताल के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा कई जिलों में शिक्षण संस्थान भी खोले जिसमें हिसार में भी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए शिक्षण संस्थान उन्हीं की देन है। हिसार में जाट शिक्षण संस्थान 100 साल पुराना
हिसार का जाट शिक्षण संस्थान 100 साल पुराना है। संस्थान के करीब 15 हजार मेंबर हैं। यह सदस्य पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और राजस्थान से हैं। इस संस्थान के अंतर्गत लॉ कालेज, जाट कॉलेज, पब्लिक स्कूल, कॉलेज ऑफ एजुकेशन और एजुकेशन सोसाइटी आती हैं। इस शिक्षण संस्थान पर चौटाला परिवार का दबदबा रहा है। पिछली बार चुनाव में दुष्यंत चौटाला के करीबी अजमेर ढांडा के पैनल ने चुनावों में जीत हासित की थी। चुनाव में अजमेर ढांडा प्रधान, उप प्रधान पद पर दिलदार पूनिया, सचिव पद के लिए परमिंद्र मलिक, कोषाध्यक्ष के पद पर सागर सिवाच ने जीत हासिल की। हालांकि पिछले वर्ष अजमेर ढांडा का स्वर्गवास होने के कारण उनके स्थान पर उप प्रधान दिलदार पूनिया कामकाज संभाले हुए हैं। मुख्यमंत्री के साथ, 2 मंत्री और 3 विधायक भी होंगे शामिल
25 नवंबर को होने वाले कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नायब सैनी चीफ गेस्ट के रूप में शामिल होंगे, तो वहीं शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। इसके अलावा कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा, प्रदेश महामंत्री सुरेंद्र पूनिया अति विशिष्ठ अतिथि होंगे। वहीं विधायक सावित्री जिंदल, विनोद भयाणा और रणधीर पनिहार विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे। सैनी ने चुनाव से पहले कहा था-देशभक्त कौम है जाट
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने चुनाव से पहले कहा था कि जाट देशभक्त हैं और 1 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में वह भाजपा को ही वोट देने वाले हैं। सीएम ने कहा था कि हुड्डा ने जाट समाज का शोषण किया है, कांग्रेस के लोग नैरेटिव सेट करने में लगे हुए हैं कि हैं कि जाट भाजपा को वोट नहीं दे रहा, जबकि हकीकत ये है कि पूरा जाट समाज भाजपा को ही वोट दे रहा है। जाट देशभक्त कौम है, वो हुड्डा के विकास में योगदान नहीं देना चाहते, वो देश के विकास में अपना योगदान देना चाहते हैं और इसीलिए वो लगे हुए हैं और इस बार चुनाव में जाट समुदाय भारतीय जनता पार्टी को बहुत बड़े मैंडेट से जिताने वाला है। हरियाणा की राजनीति में जाटों का दबदबा
हरियाणा के वोटरों में 22.2% जाट हैं। जो बाकी वोटरों के साथ किसी भी पार्टी के लिए सत्ता में पहुंचने में अहम रोल अदा करते हैं। रोहतक, सोनीपत, कैथल, पानीपत, जींद, सिरसा, झज्जर, फतेहाबाद, हिसार और भिवानी जिलों की करीब 35 विधानसभा सीटों पर जाटों की अच्छी पकड़ है। जिसके कारण इस इलाके को जाटलैंड भी कहा जाता है। इस बार के चुनाव में जाटलैंड की सीटों पर बीजेपी ने सेंध लगाई है। चुनाव में BJP ने 22 नई सीटें जीतीं, इनमें 7 सीटें जाट बहुल बागड़ और देशवाल बेल्ट से थी। यही कारण है जाट समाज के कार्यक्रमों के निमंत्रण को तवज्जो दी जा रही है। भाजपा आगे के चुनावों में भी जीत को बरकरार रखने के लिए जाटों को भी साथ जोड़ना चाहती है। जिन्हें पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा की वजह से जाटों का वोट बैंक माना जा रहा है। ——————
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हरियाणा में जनवरी में निगम चुनाव की तैयारी, CM सैनी ने MLA-मंत्रियों को काम बांटे, 3 वजहों से फायदा मान रही भाजपा हरियाणा में विधानसभा चुनाव में जीत के बाद BJP निकाय चुनाव की तैयारी में जुट गई है। BJP इसे लेकर मेगा प्लान तैयार कर रही है। शहरों में सरकार बनाने के लिए मुख्यमंत्री नायब सैनी ने खुद कमर कस ली है। जीत सुनिश्चित करने के लिए CM सैनी ने पार्टी विधायकों के साथ मंत्रियों को भी टास्क दिया है। पूरी खबर पढ़ें हरियाणा | दैनिक भास्कर