हरियाणा के चरखी दादरी में मंगलवार को कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने जिला कष्ट निवारण समिति की मीटिंग ली। इसमें ओवरलोडिंग की शिकायत पर कार्रवाई न होने से नाराज एक वकील ने मंत्री से कहा कि स्वीकार करो कि ओवरलोडिंग में ऊपर तक पूरा सिस्टम सेट है, इसे रोकना आपके बस की बात नहीं है या फिर समाधान कीजिए। इससे मंत्री गुस्से में आ गए। उन्होंने कहा कि तू गुंडा है क्या, बाहर करो इसे। इसके बाद सुरक्षाकर्मी वकील को बाहर ले गए। जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने 15 शिकायतों पर सुनवाई की। इनमें से 6 का मौके पर ही निपटारा किया गया, 4 का जल्द समाधान करने के लिए समय दिया गया। जबकि 5 को अगली बैठक के लिए पेंडिंग रखा गया है। 4 पॉइंट्स में जानिए मंत्री और वकील के बीच क्या-क्या बात हुई… 1. नंबर आया तो ओवरलोडिंग का उठाया मुद्दा
मीटिंग में कुल 15 मामले रखे गए। इनमें से दूसरे नंबर पर ओवरलोडिंग से संबंधित शिकायत थी। शिकायतकर्ता वकील संजीव तक्षक ने माइक पर आते ही जिले में ओवरलोडिंग व अवैध खनन का मामला उठाया। कहा कि पिछली बैठक में बाढड़ा विधायक ने ओवरलोडिंग की बात को स्वीकार किया था और कार्रवाई का आश्वासन मिला था। मगर, इसके बावजूद ओवरलोडिंग लगातार जारी है। 2. ओवरलोडिंग रोकना आपके बस की बात नहीं, स्वीकार करें
वकील यहीं नहीं रुका, उसने मंत्री को कहा कि या तो आप स्वीकार करो कि ओवरलोडिंग में ऊपर तक पूरा सिस्टम सेट है। आपको या तो मामला समझ नहीं आ रहा या फिर रोकना आपके बस की बात नहीं हैं या फिर आप करना नहीं चाहते। उसके पास बीती रात का भी वीडियो भी है, जिसमें कई ओवरलोडिंग ट्रक निकल रहे हैं। अधिकारी इसमें मिले हुए हैं और महज कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। 3. DC ने वकील को टोका, गरिमा बनाए रखें
वकील संजीव ने वीडियो के बारे में बताया और ओवरलोडिंग व अवैध खनन की बात रखी और कहा कि यह उनका व्यक्तिगत मामला नहीं है। जिसके बाद मंत्री ने कहा कि जो आपका प्रश्न हैं वो सुन रहे हैं। जिसके बाद वकील ने कहा कि या तो आपके बात समझ नहीं आ रही है, या आपके बस की बात नहीं हैं या फिर करना नहीं चाहते। उसके बाद मंत्री ने कहा कि आप जो समझे। इसी बीच मामला बढ़ता देख डीसी मुनीश शर्मा ने वकील को कहा कि वे सदन की गरिमा बनाए रखे हैं। वकील ने कहा कि गरिमा में रहकर बात कर रहे हैं और कहोगे तो बाहर चला जाऊंगा। मगर, इससे समस्या का समाधान तो नहीं होगा ना। वह लगातार शिकायत कर रहा है। फिर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है। 4. मंत्री को आया गुस्सा, वकील को मीटिंग से बाहर निकलवाया
वकील जब DC मुनीश शर्मा से ही उलझ बैठा तो मंच पर मौजूद कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि बाहर तो जाएगा ही, यहां क्या करेगा। बाहर करो इसे, तू गुंडा है क्या। इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने उसे बाहर कर दिया। इस दौरान वकील कहता रहा कि ये तरीका सही नहीं है। उसे मीटिंग से बाहर करके क्या होगा। महिला वकील ने भी टूटी सड़कों को लेकर बहस की
बैठक की शुरुआत में पहली शिकायत खस्ताहाल नेशनल हाईवे, शहर की सड़कें, पुल, नाले आदि से संबंधित थी। इसमें शिकायतकर्ता वकील शीतल साहू ने मंत्री के समक्ष अपनी शिकायत रखते हुए कहा कि बार-बार बैठक में इस शिकायत को रखा जा रहा है, लेकिन अभी तक स्थायी समाधान नहीं किया जा रहा है। सड़क को एक ओर से ठीक किया जाता है, तो दूसरी ओर से टूट जाती है। इस दौरान संबंधित अधिकारियों को भी बुलाया गया, लेकिन शिकायतकर्ता उनके जवाब से संतुष्ट नजर नहीं आई और मामले को लेकर काफी देर तक गहमागहमी हुई। बाद में कृषि मंत्री ने कहा कि सीएम के आदेश हैं, आगामी जून तक सभी सड़कें रिपेयर हो जाएंगी। मीटिंग में कई मुद्दों पर हुई गहमागहमी
बैठक के दौरान ओवरलोडिंग, टूटी सड़कें, अतिक्रमण, बैंक, शिक्षा विभाग, नगर योजनाकार विभाग, नगर परिषद, स्वास्थ्य विभाग आदि से जुड़ीं 15 शिकायतें रखीं गईं। पूर्व निर्धारित शिकायतों पर सुनवाई करने के बाद मंत्री ने दूसरी शिकायतों पर भी सुनवाई की। इनमें से कुछ मामले तो बिल्कुल शांतिपूर्वक निपट गए, जबकि कुछ मामलों पर काफी गहमागहमी देखने को मिली। इस दौरान नगर परिषद अधिकारियों व जिला योजनाकार अधिकारी से जवाब मांगा गया। एक बार तो दोनों विभागों के अधिकारी एक दूसरे के विभाग का मामला बताकर बचते नजर आए। बाद में दोनों विभागों के अधिकारियों को मामलों में जल्द कार्रवाई के निर्देश दिए गए। वहीं अवैध कॉलोनी विकसित करने के मामले में बाढड़ा एसडीएम की अध्यक्षता में जांच कमेटी बनाकर जांच करने के आदेश दिए। प्राइवेट शिक्षकों को नहीं मिली सैलरी, डीसी बोले- बंद कीजिए संस्था
बैठक के दौरान प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों को सैलरी नहीं दिए जाने का मामला रखा गया। बैठक में पहुंचे कई शिक्षकों ने स्कूल प्रशासन पर सैलरी नहीं देने की बात कही। इसके बाद डीसी ने तुरंत संज्ञान लेते हुए का कि यदि इनको सैलरी ही नहीं मिलेगी तो ये बच्चों को कैसे पढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि यदि शिक्षकों को सैलरी नहीं दे सकते तो बंद कर दीजिए संस्था। उन्होंने रिपोर्ट तैयार कर संबंधित उच्च अधिकारियों को भेजने की बात कहते हुए 30 अप्रैल तक बकाया सैलरी देने के निर्देश दिए। बाजरा खरीद में धांधली के लगाए आरोप
जिले के एक किसान ने बाजरा खरीद में धांधली के आरोप लगाए। किसान ने कहा कि पहले उसकी फसल को खरीद लिया गया, लेकिन बाद में गुणवत्ता में कमी बताई गई। खरीदते समय उनकी फसल की गुणवत्ता जांच कर खरीदी गई थी तो दो माह बाद कैसे कमी हो गई। इस दौरान संबंधित अधिकारियों ने कहा कि 12 क्विंटल बाजरा उसे वापस दे दिया गया था। इस बाजरे के रुपए वापस दिलाने की भी बात कही। इसके बाद मंत्री जैसे ही शिकायत को डिस्क्लोज करने वाले थे तो उसी दौरान बैठक में मौजूद बाढड़ा विधायक ने कहा कि यदि बाजरा वापस दे दिया था तो उसके बावजूद रुपए वापस किस बात के दिए जा रहे हैं। कुछ ना कुछ गड़बड़ है। उसके बाद जांच के आदेश दिए गए। हरियाणा के चरखी दादरी में मंगलवार को कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने जिला कष्ट निवारण समिति की मीटिंग ली। इसमें ओवरलोडिंग की शिकायत पर कार्रवाई न होने से नाराज एक वकील ने मंत्री से कहा कि स्वीकार करो कि ओवरलोडिंग में ऊपर तक पूरा सिस्टम सेट है, इसे रोकना आपके बस की बात नहीं है या फिर समाधान कीजिए। इससे मंत्री गुस्से में आ गए। उन्होंने कहा कि तू गुंडा है क्या, बाहर करो इसे। इसके बाद सुरक्षाकर्मी वकील को बाहर ले गए। जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने 15 शिकायतों पर सुनवाई की। इनमें से 6 का मौके पर ही निपटारा किया गया, 4 का जल्द समाधान करने के लिए समय दिया गया। जबकि 5 को अगली बैठक के लिए पेंडिंग रखा गया है। 4 पॉइंट्स में जानिए मंत्री और वकील के बीच क्या-क्या बात हुई… 1. नंबर आया तो ओवरलोडिंग का उठाया मुद्दा
मीटिंग में कुल 15 मामले रखे गए। इनमें से दूसरे नंबर पर ओवरलोडिंग से संबंधित शिकायत थी। शिकायतकर्ता वकील संजीव तक्षक ने माइक पर आते ही जिले में ओवरलोडिंग व अवैध खनन का मामला उठाया। कहा कि पिछली बैठक में बाढड़ा विधायक ने ओवरलोडिंग की बात को स्वीकार किया था और कार्रवाई का आश्वासन मिला था। मगर, इसके बावजूद ओवरलोडिंग लगातार जारी है। 2. ओवरलोडिंग रोकना आपके बस की बात नहीं, स्वीकार करें
वकील यहीं नहीं रुका, उसने मंत्री को कहा कि या तो आप स्वीकार करो कि ओवरलोडिंग में ऊपर तक पूरा सिस्टम सेट है। आपको या तो मामला समझ नहीं आ रहा या फिर रोकना आपके बस की बात नहीं हैं या फिर आप करना नहीं चाहते। उसके पास बीती रात का भी वीडियो भी है, जिसमें कई ओवरलोडिंग ट्रक निकल रहे हैं। अधिकारी इसमें मिले हुए हैं और महज कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। 3. DC ने वकील को टोका, गरिमा बनाए रखें
वकील संजीव ने वीडियो के बारे में बताया और ओवरलोडिंग व अवैध खनन की बात रखी और कहा कि यह उनका व्यक्तिगत मामला नहीं है। जिसके बाद मंत्री ने कहा कि जो आपका प्रश्न हैं वो सुन रहे हैं। जिसके बाद वकील ने कहा कि या तो आपके बात समझ नहीं आ रही है, या आपके बस की बात नहीं हैं या फिर करना नहीं चाहते। उसके बाद मंत्री ने कहा कि आप जो समझे। इसी बीच मामला बढ़ता देख डीसी मुनीश शर्मा ने वकील को कहा कि वे सदन की गरिमा बनाए रखे हैं। वकील ने कहा कि गरिमा में रहकर बात कर रहे हैं और कहोगे तो बाहर चला जाऊंगा। मगर, इससे समस्या का समाधान तो नहीं होगा ना। वह लगातार शिकायत कर रहा है। फिर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है। 4. मंत्री को आया गुस्सा, वकील को मीटिंग से बाहर निकलवाया
वकील जब DC मुनीश शर्मा से ही उलझ बैठा तो मंच पर मौजूद कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि बाहर तो जाएगा ही, यहां क्या करेगा। बाहर करो इसे, तू गुंडा है क्या। इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने उसे बाहर कर दिया। इस दौरान वकील कहता रहा कि ये तरीका सही नहीं है। उसे मीटिंग से बाहर करके क्या होगा। महिला वकील ने भी टूटी सड़कों को लेकर बहस की
बैठक की शुरुआत में पहली शिकायत खस्ताहाल नेशनल हाईवे, शहर की सड़कें, पुल, नाले आदि से संबंधित थी। इसमें शिकायतकर्ता वकील शीतल साहू ने मंत्री के समक्ष अपनी शिकायत रखते हुए कहा कि बार-बार बैठक में इस शिकायत को रखा जा रहा है, लेकिन अभी तक स्थायी समाधान नहीं किया जा रहा है। सड़क को एक ओर से ठीक किया जाता है, तो दूसरी ओर से टूट जाती है। इस दौरान संबंधित अधिकारियों को भी बुलाया गया, लेकिन शिकायतकर्ता उनके जवाब से संतुष्ट नजर नहीं आई और मामले को लेकर काफी देर तक गहमागहमी हुई। बाद में कृषि मंत्री ने कहा कि सीएम के आदेश हैं, आगामी जून तक सभी सड़कें रिपेयर हो जाएंगी। मीटिंग में कई मुद्दों पर हुई गहमागहमी
बैठक के दौरान ओवरलोडिंग, टूटी सड़कें, अतिक्रमण, बैंक, शिक्षा विभाग, नगर योजनाकार विभाग, नगर परिषद, स्वास्थ्य विभाग आदि से जुड़ीं 15 शिकायतें रखीं गईं। पूर्व निर्धारित शिकायतों पर सुनवाई करने के बाद मंत्री ने दूसरी शिकायतों पर भी सुनवाई की। इनमें से कुछ मामले तो बिल्कुल शांतिपूर्वक निपट गए, जबकि कुछ मामलों पर काफी गहमागहमी देखने को मिली। इस दौरान नगर परिषद अधिकारियों व जिला योजनाकार अधिकारी से जवाब मांगा गया। एक बार तो दोनों विभागों के अधिकारी एक दूसरे के विभाग का मामला बताकर बचते नजर आए। बाद में दोनों विभागों के अधिकारियों को मामलों में जल्द कार्रवाई के निर्देश दिए गए। वहीं अवैध कॉलोनी विकसित करने के मामले में बाढड़ा एसडीएम की अध्यक्षता में जांच कमेटी बनाकर जांच करने के आदेश दिए। प्राइवेट शिक्षकों को नहीं मिली सैलरी, डीसी बोले- बंद कीजिए संस्था
बैठक के दौरान प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों को सैलरी नहीं दिए जाने का मामला रखा गया। बैठक में पहुंचे कई शिक्षकों ने स्कूल प्रशासन पर सैलरी नहीं देने की बात कही। इसके बाद डीसी ने तुरंत संज्ञान लेते हुए का कि यदि इनको सैलरी ही नहीं मिलेगी तो ये बच्चों को कैसे पढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि यदि शिक्षकों को सैलरी नहीं दे सकते तो बंद कर दीजिए संस्था। उन्होंने रिपोर्ट तैयार कर संबंधित उच्च अधिकारियों को भेजने की बात कहते हुए 30 अप्रैल तक बकाया सैलरी देने के निर्देश दिए। बाजरा खरीद में धांधली के लगाए आरोप
जिले के एक किसान ने बाजरा खरीद में धांधली के आरोप लगाए। किसान ने कहा कि पहले उसकी फसल को खरीद लिया गया, लेकिन बाद में गुणवत्ता में कमी बताई गई। खरीदते समय उनकी फसल की गुणवत्ता जांच कर खरीदी गई थी तो दो माह बाद कैसे कमी हो गई। इस दौरान संबंधित अधिकारियों ने कहा कि 12 क्विंटल बाजरा उसे वापस दे दिया गया था। इस बाजरे के रुपए वापस दिलाने की भी बात कही। इसके बाद मंत्री जैसे ही शिकायत को डिस्क्लोज करने वाले थे तो उसी दौरान बैठक में मौजूद बाढड़ा विधायक ने कहा कि यदि बाजरा वापस दे दिया था तो उसके बावजूद रुपए वापस किस बात के दिए जा रहे हैं। कुछ ना कुछ गड़बड़ है। उसके बाद जांच के आदेश दिए गए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
