हरियाणा में मानसून की गति पिछले दो दिनों से धीमी पड़ गई है। कुछ शहरों को छोड़कर पूरे प्रदेश में मौसम साफ है। मौसम विभाग ने बुधवार को यमुनानगर, अंबाला, पंचकूला में हल्की बारिश के साथ 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना जताई है। बता दें कि इस बार मानसून ने 28 जून को प्रदेश में प्रवेश किया था। शुरुआती दौर में दक्षिणी जिलों रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, नूंह के साथ-साथ सिरसा, फतेहाबाद में अच्छी बारिश देखने को मिली थी। जबकि अन्य जिलों में अभी तक सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है। 8 जुलाई के बाद से प्रदेश के अधिकांश जिलों में मौसम साफ बना हुआ है। मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन के अनुसार हरियाणा में मानसून के धमाकेदार प्रवेश के बाद अभी तक प्रदेश में इसकी सक्रियता और स्थिरता में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। हालांकि हरियाणा प्रदेश के दक्षिणी और पश्चिमी भागों में लगातार मानसूनी गतिविधियों के चलते सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है, जबकि उत्तरी और पूर्वी भागों में मानसूनी गतिविधियां कम रहीं, जिसके चलते इन क्षेत्रों में अभी भी मानसूनी गतिविधियों के चलते सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है। तीन दिन तक कमजोर रहेगा मानसून प्रदेश में अभी भी कुछ स्थानों पर मानसून की गतिविधियां नदारद हैं। दक्षिणी भागों, विशेषकर महेंद्रगढ़ जिले पर मानसून लगातार अपनी मेहरबानी बरसा रहा है। डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि मानसून की सक्रियता बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के साथ-साथ मानसून द्रोणिका के लगातार अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण में स्थित होने के कारण है। जो राजस्थान के दक्षिणी भागों में मौजूद है। अगले तीन दिन तक मानसून कमजोर रहेगा और सीमित स्थानों पर ही छिटपुट बूंदाबांदी देखने को मिलेगी। उमस भरी गर्मी का सामना मानसून में ब्रेक लगने के कारण इस दौरान प्रदेश में उमस भरी गर्मी से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा समय-समय पर पश्चिमी विक्षोभ हरियाणा में मानसूनी गतिविधियों को ऊर्जा देते हैं। उदाहरण के लिए पिछले 3-4 दिनों से हरियाणा के पश्चिमी और दक्षिणी जिलों में अच्छी बारिश हुई है। 11 जुलाई को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से एक बार फिर मानसून के सक्रिय होने की संभावना है। 11-15 जुलाई के दौरान पूरे प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश की गतिविधियां होने की संभावना है। 72.5 MM बारिश हुई 1 जून से 9 जुलाई के बीच राज्य में कुल 72.5 MM बारिश हुई है, जबकि इस दौरान राज्य में 88.4 MM बारिश हुई है, जो सामान्य से 18% कम है। हरियाणा के अंबाला, यमुनानगर, पंचकूला, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, जींद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, चरखी-दादरी, फरीदाबाद में सामान्य से कम बारिश हुई है। यहां के लोग बेसब्री से मानसून की बारिश का इंतजार कर रहे हैं, जबकि अन्य सभी जिलों में अब तक सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है। हरियाणा में मानसून की गति पिछले दो दिनों से धीमी पड़ गई है। कुछ शहरों को छोड़कर पूरे प्रदेश में मौसम साफ है। मौसम विभाग ने बुधवार को यमुनानगर, अंबाला, पंचकूला में हल्की बारिश के साथ 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना जताई है। बता दें कि इस बार मानसून ने 28 जून को प्रदेश में प्रवेश किया था। शुरुआती दौर में दक्षिणी जिलों रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, नूंह के साथ-साथ सिरसा, फतेहाबाद में अच्छी बारिश देखने को मिली थी। जबकि अन्य जिलों में अभी तक सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है। 8 जुलाई के बाद से प्रदेश के अधिकांश जिलों में मौसम साफ बना हुआ है। मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन के अनुसार हरियाणा में मानसून के धमाकेदार प्रवेश के बाद अभी तक प्रदेश में इसकी सक्रियता और स्थिरता में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। हालांकि हरियाणा प्रदेश के दक्षिणी और पश्चिमी भागों में लगातार मानसूनी गतिविधियों के चलते सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है, जबकि उत्तरी और पूर्वी भागों में मानसूनी गतिविधियां कम रहीं, जिसके चलते इन क्षेत्रों में अभी भी मानसूनी गतिविधियों के चलते सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है। तीन दिन तक कमजोर रहेगा मानसून प्रदेश में अभी भी कुछ स्थानों पर मानसून की गतिविधियां नदारद हैं। दक्षिणी भागों, विशेषकर महेंद्रगढ़ जिले पर मानसून लगातार अपनी मेहरबानी बरसा रहा है। डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि मानसून की सक्रियता बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के साथ-साथ मानसून द्रोणिका के लगातार अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण में स्थित होने के कारण है। जो राजस्थान के दक्षिणी भागों में मौजूद है। अगले तीन दिन तक मानसून कमजोर रहेगा और सीमित स्थानों पर ही छिटपुट बूंदाबांदी देखने को मिलेगी। उमस भरी गर्मी का सामना मानसून में ब्रेक लगने के कारण इस दौरान प्रदेश में उमस भरी गर्मी से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा समय-समय पर पश्चिमी विक्षोभ हरियाणा में मानसूनी गतिविधियों को ऊर्जा देते हैं। उदाहरण के लिए पिछले 3-4 दिनों से हरियाणा के पश्चिमी और दक्षिणी जिलों में अच्छी बारिश हुई है। 11 जुलाई को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से एक बार फिर मानसून के सक्रिय होने की संभावना है। 11-15 जुलाई के दौरान पूरे प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश की गतिविधियां होने की संभावना है। 72.5 MM बारिश हुई 1 जून से 9 जुलाई के बीच राज्य में कुल 72.5 MM बारिश हुई है, जबकि इस दौरान राज्य में 88.4 MM बारिश हुई है, जो सामान्य से 18% कम है। हरियाणा के अंबाला, यमुनानगर, पंचकूला, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, जींद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, चरखी-दादरी, फरीदाबाद में सामान्य से कम बारिश हुई है। यहां के लोग बेसब्री से मानसून की बारिश का इंतजार कर रहे हैं, जबकि अन्य सभी जिलों में अब तक सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल सीट पर मतगणना शुरू:EVM की गिनती जारी, पूर्व CM मनोहर लाल और कांग्रेस के दिव्यांशु के बीच मुकाबला हरियाणा के करनाल लोकसभा सीट पर वोटों की गिनती जारी है। पहले पोस्टल बैलेट की काउंटिंग की जा रही है। इसके बाद पहला रूझान आएगा। उम्मीद की जा रही है कि दोपहर 2 बजे तक करनाल सीट पर हार जीत की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। इस सीट के लिए 25 मई को वोटिंग हुई थी। इस सीट के अधीन 9 विधानसभा सीटें हैं। जिनमें करनाल,असंध, घरौंडा, इंद्री, नीलोखेड़ी, पानीपत ग्रामीण, पानीपत शहरी, समालखा और इसराना विधानसभा शामिल है। मतगणना के लिए 10 काउंटिंग सेंटर बनाए गए हैं। यहां से पूर्व CM मनोहर लाल और कांग्रेस के दिव्यांशु बुद्धिराजा के बीच मुख्य मुकाबला है। इसके अलावा इस सीट पर मराठा वीरेंद्र वर्मा NCP-INLD गठंबधन में चुनाव लड़ रहे हैं। JJP से देवेंद्र कादियान और BSP से इंद्रजीत सिंह नवजोत भी चुनाव मैदान में हैं। इस सीट पर इस बार 61 प्रतिशत वोटिंग हुई। जो पिछली बार 7.35 प्रतिशत के मुकाबले कम है। मतगणना को लेकर जिला प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहेंगे। इन इन जगहों पर हो रही मतगणना नीलोखेड़ी विधानसभा की मतगणना एसडी मॉडल स्कूल के लाइब्रेरी हॉल, इंद्री विधानसभा की मतगणना एसडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के लाइब्रेरी हॉल, करनाल विधानसभा की मतगणना डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के हॉल नंबर 1, करनाल विधानसभा उपचुनाव की मतगणना DAV सीनियर सेकेंडरी स्कूल के लाइब्रेरी हॉल में हो रही है। घरौंडा विधानसभा की मतगणना SD मॉडल स्कूल के विवेकानंद हॉल में, असंध विधानसभा के वोटों की गणना एसडी मॉडल स्कूल के विवेकानंद ब्लॉक में की जाएगी। हर काउंटिंग सेंटर पर 14 काउंटिंग टेबल की व्यवस्था की गई है।
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हरियाणा में 34% कम बारिश:आज भी अलर्ट, पंजाब में मानसून सबसे कमजोर; हिमाचल के 2 जिलों में बाढ़ की चेतावनी हरियाणा में आज शनिवार को सिर्फ यमुनानगर जिले में येलो अलर्ट जारी किया गया है। बीते दिन सिरसा का तापमान 41.2 डिग्री दर्ज किया गया। जबकि औसतन तापमान तकरीबन 38 डिग्री चल रहा है। हरियाणा में अब तक 120 एमएम बारिश होनी चाहिए थी, यह आंकड़ा करीब 34 फीसदी कम है पंजाब में आज कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया, लेकिन फतेहगढ़ साहिब, लुधियाना और मोहाली में बारिश आ सकती है। बीते दिन बठिंडा का अधिकतम तापमान 40 डिग्री दर्ज किया गया। यहां औसतन तापमान 38 डिग्री के करीब रहने का अनुमान है। चंडीगढ़ में भी आज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। यहां तापमान 37 डिग्री के करीब चल रहा है। हिमाचल के कुकुमसेरी में 12.9 डिग्री और बिलासपुर में 37.9 डिग्री दर्ज किया गया है। आज निचले व मध्य इलाकों में बारिश का अनुमान है और बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। मध्यम इलाकों में तापमान 25 डिग्री और निचले इलाके में 29 डिग्री तापमान रहने का अनुमान है। शिमला और सिरमौर जिला में कुछेक क्षेत्रों में फ्लैश फ्लड की चेतावनी जारी की गई है। हिमाचल में अभी तक सीजन के मुकाबले 32 फीसदी कम बारिश हुई हैै। यहां पहली जुलाई से अब तक 146 मिलीमीटर बारिश हो जानी चाहिए थी जो 99 मिमी ही दर्ज की गई है। पंजाब में सबसे कमजोर मानसून जुलाई महीना मानसून के लिहाज से पंजाब समेत उत्तर भारत के प्रमुख राज्यों हिमाचल व हरियाणा के लिए भी निराशा लाया है। एक चौथाई महीना बीत जाने के बावजूद अभी तक जून माह में कमजोर रहे मानसून की कमी को आधा भी पूरा नहीं किया जा सका है। सबसे कमजोर स्थिति पंजाब की है। यहां अभी तक सीजन की बारिश सामान्य से 41.6 फीसदी कम हुई है। पंजाब के 15 जिले जुलाई महीने में इस समय भयंकर सूखे से गुजर रहे हैं। सबसे ज्यादा 74 फीसदी बारिश की कमी फतेहगढ़ साहिब में रही है। दूसरे नंबर पर नवांशहर रहा है जहां 66 फीसदी कम हुई है। तरनतारन और मानसा में ही सामान्य से कुछ अधिक बारिश हुई है। बाकी सभी जिले 30 से 60 फीसदी तक ड्राई चल रहे हैं। उत्तर भारत में अगले 5 दिन बदलेगा मौसम मौसम विभाग के मुताबिक पाकिस्तान के गिलगिट बालिस्तान और जेएंडके में मौसम बदल रहा है। इसका असर 5 दिन पंजाब, हिमाचल, हरियाणा, राजस्थान के कुछ इलाकों में रहेगा। इससे बारिश होने के आसार हैं। जेएंडके को बड़ी राहत यह रहेगी कि वहां चल रही हीटवेव से निजात मिल सकती है। बारिश के असर से पारा भी कुछ कम होगा। पंजाब में बारिश से तापमान 4 डिग्री सेल्सियस तक कम होने के आसार हैं।
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महेंद्रगढ़ के CUH का 10वां दीक्षांत समारोह 22 जुलाई को:राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू होगी मुख्य अतिथि, 1338 विद्यार्थियों व शोधार्थियों को मिलेगी डिग्री हरियाणा के महेंद्रगढ़ में हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (CUH) का दसवां दीक्षांत समारोह आगामी 22 जुलाई को आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर भारत की राष्ट्रपति व विश्वविद्यालय की कुलाध्यक्ष द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थिति रहेगी। इस दीक्षांत समारोह में 1338 विद्यार्थियों व शोधार्थियों को पीएचडी, एमफिल, स्नातक व स्नातकोत्तर की डिग्री प्रदान की जायेंगी। दीक्षांत समारोह को लेकर हुई बैठक विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने बताया कि 10वें दीक्षांत समारोह के आयोजन के संबंध में 9 जुलाई को विश्वविद्यालय कुलपति की अध्यक्षता में वरिष्ठ अधिकारियों व आयोजन से जुड़ी विभिन्न समितियों के संयोजकों की बैठक हुई। जिसमें इस आयोजन की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय इस आयोजन के लिए पूरी तरह से तैयार है और इससे जुड़ी सभी तैयारियों को जल्द ही अंतिम रूप दे दिया जाएगा। छात्रों को दी जाएगी डिग्री विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रो. राजीव कौशिक के अनुसार इस बार अभी तक 65 को पीएचडी, 8 को एमफिल सहित 1338 विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की जाएगी। इसी क्रम में 46 विद्यार्थियों को उनके उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए लिए स्वर्ण पदक प्रदान किए जायेंगे। इस वर्ष 10वें दीक्षांत समारोह में यूजी पाठ्यक्रमों के अंतर्गत बीटेक में 192 तथा बीवॉक में 83 विद्यार्थियों को तथा स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में 990 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की जायेंगी।