हरियाणा के झज्जर के रहने वाले अभय सिंह उर्फ IIT बाबा को लेकर उनके स्कूल फ्रेंड गौरव गोयल ने कई खुलासे किए हैं। उन्होंने कहा कि अभय तो स्कूल में सबसे पढ़ाकू था। उसकी सोच आगे बढ़ने की थी। अचानक उसके बाबा बनने का वीडियो देख वह भी टेंशन में आ गए। पेशे से वकील गौरव ने कहा कि वे झज्जर के डीएच लॉरेंस स्कूल में 8वीं से 10वीं क्लास तक साथ पढ़े। मैंने कभी उसके मुंह से सुना नहीं कि वो पेरेंट्स या परिवार के झगड़े से परेशान है। अब पता नहीं वह ऐसे क्यों कह रहा है? दोस्त ने अभय से सवाल भी पूछा कि जब वह अपने परिवार और प्यार के रिश्ते को नहीं निभा सका तो इसकी क्या गारंटी है कि वह अध्यात्म में कामयाब न होने पर यहां से नहीं भागेगा। मैंने उसकी वीडियो एक डॉक्टर को भी दिखाई। डॉक्टर ने कहा कि उसका रवैया मेंटल डिसऑर्डर यानी दिमागी बीमारी वाला है। गौरव ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में अभय को घर लौटकर परिवार के प्रति अपना फर्ज निभाने को कहा। IIT बाबा को लेकर स्कूल फ्रेंड की अहम बातें 1. हम बचपन के दोस्त, साथ जन्मदिन मनाते थे
गौरव गोयल ने कहा– बचपन के दोस्त हैं। करीब 3 साल तक एक साथ पढ़ाई भी की। तब अभय की गिनती सबसे पढ़ाकू स्टूडेंट्स के रूप में होती थी। उसकी सोच भी जीवन में आगे बढ़ने वालों की तरह थी। तब वे एक-दूसरे के घर खूब आते-जाते थे। एक साथ बैठकर अपना जन्मदिन मनाते थे। उनके घर के छोटे से स्विमिंग पूल में दोनों स्विमिंग भी करते थे। 2. अभय ने कभी परिवार के तनाव के बारे में नहीं बताया
गौरव ने कहा– उन 3 साल के दौरान मुझे कभी ऐसा महसूस नहीं हुआ कि अभय के परिवार में कोई तनातनी का माहौल है। ऐसा उसने भी कभी नहीं बताया कि उसके पेरेंट्स झगड़ा करते हैं और उसका असर उस पर पड़ रहा है। अभय ने कभी अपने मुंह नहीं कहा कि उसका इंटरेस्ट अध्यात्म की तरफ है, न ही उसके हाव-भाव से कभी ऐसा लगा। 3. अभय को घर वापस लौटना चाहिए
गौरव गोयल ने कहा- सोशल मीडिया अभय की वीडियो काफी चिंताजनक है। मुझे उसके लिए दुख हो रहा है। अभय को वैराग्य छोड़कर सांसारिक जीवन में वापस लौटना चाहिए। उसे अपने रिश्ते निभाने चाहिए। उसके जीवन का यह समय वैराग्य नहीं बल्कि सामाजिक और पारिवारिक रिश्ते निभाने का है। वैराग्य तो इन जिम्मेदारियों को निभाने के बाद भी धारण किया जा सकता है। 4. अभय परिवार-प्यार में सफल नहीं हुआ
गौरव ने अभय से सवाल भी पूछा। उन्होंने कहा कि अभय ने माता-पिता पर आरोप लगाए हैं। वह सांसारिक जीवन में परिवार और प्यार में सफल नहीं हो पाया तो इस बात की क्या गारंटी है कि वह अध्यात्म में सफलता न मिलने पर उसे भी छोड़कर नहीं भागेगा। वह अभय की वीडियो लेकर डॉक्टर के पास गए। डॉक्टर का कहना था कि जिस तरह से अभय का रवैया है, इसे मेडिकल की भाषा में मेंटल डिसऑर्डर माना जाता है। 5. अभय की बुद्धि अभी भी चंचल
गौरव ने कहा- अभय ने IIT से पढ़ाई करने के बाद नौकरी की, उसको नौकरी से संतुष्टि नहीं मिली। उसके बाद उसको शौक था फोटोग्राफी का, उसके लिए भी उसने IIT से पढ़ाई की। वो शौक भी अपना पूरा किया, प्रोफेशनल फोटोग्राफी भी की लेकिन उसे वहां भी संतुष्टि नहीं मिली। अब वो जिस वैराग्य जीवन में आ गया है यहां भी वो कभी कहीं जाता है और कभी कहीं जाता है। ये सब देखकर लगता है कि उसका मन चंचल है। IIT बाबा की परिवार पर 3 बातें… 1. बचपन से ही घर से भागने के ख्याल आते थे
अभय सिंह ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में कहा कि था- मेरा IIT करने का मकसद ही यही था कि मुझे घर से बहुत दूर जाना था। मेरे घर का माहौल ऐसा था कि मुझे लगता था कि बस यहां से भाग जाओ। बचपन में भी मुझे घर से भागने के ख्याल आते थे। 2. मां–बाप भगवान, यह कलयुग-पेरेंटल ट्रैप
हमारे देश में पेरेंटल ट्रैप है। मां-बाप भगवान नहीं हैं। असल में लोग सतयुग वाला कॉन्सेप्ट कलयुग में यूज कर रहे हैं। मां-बाप बच्चों को ऐसे बड़ा करते हैं, जैसे घोड़े–गधे बना रहे हों। उन्हें बड़ा कर अपना काम निकलवाएंगे। मां-बाप भगवान नहीं, यह कलयुग का ट्रैप है। 3. 4 साल गर्लफ्रेंड रही, झगड़े देख शादी नहीं की
मैं गर्लफ्रेंड के साथ 4 साल रहा। मैं मां-बाप के झगड़ों को देखकर शादी करना ही नहीं चाहता था। मैंने सोचा कि शादी के बाद ऐसे झगड़े होंगे तो इससे बढ़िया अकेले रहो और खुश रहो। अकेले ही जीयो। IIT बाबा की दिमागी स्थिति पर सवाल क्यों, 2 पॉइंट्स में जानिए 1. बोला- महादेव मुझसे बात करते हैं, मुझे विष्णु भगवान कहा
इंस्टाग्राम पर वीडियो जारी कर अभय ने कहा कि महादेव (भगवान शिव) मुझसे बात करते हैं। महादेव मुझे बोल रहे हैं कि तू ही विष्णु (विष्णु भगवान) है, तो मैं झूठ थोड़े ही बोल रहा हूं। जब सब कुछ प्रूफ कर दूंगा, तब मानोगे। फिर मानने का मतलब ही क्या?। फिर सबको सुदर्शन चक्र से काट दूंगा। सुदर्शन से नहीं कटोगे तो त्रिशूल से काट दूंगा। महादेव त्रिशूल भी दे देंगे मुझे। 2. मैं ही भगवान, हवा–पानी मेरे कब्जे में
मैं बोल रहा हूं ना, मैं ही भगवान हूं। सारी शक्तियां मेरे ही पास हैं। हवा–पानी मेरे कब्जे में है। इंसान को पूरा रिवाइव करना हो तो भी कोई दिक्कत नहीं है। आप सब लोग मेरे हाथ की कठपुतली हो। तुम नहीं मानते तो मैं दूसरे तरीके से दिखाऊंगा। ******************* IIT बाबा से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें :- हरियाणा के IIT बाबा का परिवार से मिलने से इनकार:बोला- 6 महीने से काशी में हूं, तब क्यों नहीं आए; मां-बाप को भगवान नहीं मानता हरियाणा के IIT बाबा ने क्लासमेट्स को मुश्किल में डाला:बोला– लोग दोस्त को गर्लफ्रेंड समझ वायरल कर रहे; अपनी पूरी लव स्टोरी भी बताई हरियाणा के IIT बाबा की कहानी थ्री इडियट फिल्म जैसी:फोटोग्राफर बनना चाहते थे, परिवार ने इंजीनियरिंग कराई, बोले- इसमें खुशी नहीं थी हरियाणा का IITian बाबा परिवार से नाखुश:बोला– मां–बाप भगवान नहीं, यह कलयुग का कॉन्सेप्ट नहीं; पिता बोले– अब घर नहीं ला सकते महाकुंभ का IITian बाबा हरियाणा का रहने वाला:एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की, कनाडा में 3 लाख की नौकरी छोड़ी, 6 महीने पहले घरवालों से संपर्क तोड़ा हरियाणा के झज्जर के रहने वाले अभय सिंह उर्फ IIT बाबा को लेकर उनके स्कूल फ्रेंड गौरव गोयल ने कई खुलासे किए हैं। उन्होंने कहा कि अभय तो स्कूल में सबसे पढ़ाकू था। उसकी सोच आगे बढ़ने की थी। अचानक उसके बाबा बनने का वीडियो देख वह भी टेंशन में आ गए। पेशे से वकील गौरव ने कहा कि वे झज्जर के डीएच लॉरेंस स्कूल में 8वीं से 10वीं क्लास तक साथ पढ़े। मैंने कभी उसके मुंह से सुना नहीं कि वो पेरेंट्स या परिवार के झगड़े से परेशान है। अब पता नहीं वह ऐसे क्यों कह रहा है? दोस्त ने अभय से सवाल भी पूछा कि जब वह अपने परिवार और प्यार के रिश्ते को नहीं निभा सका तो इसकी क्या गारंटी है कि वह अध्यात्म में कामयाब न होने पर यहां से नहीं भागेगा। मैंने उसकी वीडियो एक डॉक्टर को भी दिखाई। डॉक्टर ने कहा कि उसका रवैया मेंटल डिसऑर्डर यानी दिमागी बीमारी वाला है। गौरव ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में अभय को घर लौटकर परिवार के प्रति अपना फर्ज निभाने को कहा। IIT बाबा को लेकर स्कूल फ्रेंड की अहम बातें 1. हम बचपन के दोस्त, साथ जन्मदिन मनाते थे
गौरव गोयल ने कहा– बचपन के दोस्त हैं। करीब 3 साल तक एक साथ पढ़ाई भी की। तब अभय की गिनती सबसे पढ़ाकू स्टूडेंट्स के रूप में होती थी। उसकी सोच भी जीवन में आगे बढ़ने वालों की तरह थी। तब वे एक-दूसरे के घर खूब आते-जाते थे। एक साथ बैठकर अपना जन्मदिन मनाते थे। उनके घर के छोटे से स्विमिंग पूल में दोनों स्विमिंग भी करते थे। 2. अभय ने कभी परिवार के तनाव के बारे में नहीं बताया
गौरव ने कहा– उन 3 साल के दौरान मुझे कभी ऐसा महसूस नहीं हुआ कि अभय के परिवार में कोई तनातनी का माहौल है। ऐसा उसने भी कभी नहीं बताया कि उसके पेरेंट्स झगड़ा करते हैं और उसका असर उस पर पड़ रहा है। अभय ने कभी अपने मुंह नहीं कहा कि उसका इंटरेस्ट अध्यात्म की तरफ है, न ही उसके हाव-भाव से कभी ऐसा लगा। 3. अभय को घर वापस लौटना चाहिए
गौरव गोयल ने कहा- सोशल मीडिया अभय की वीडियो काफी चिंताजनक है। मुझे उसके लिए दुख हो रहा है। अभय को वैराग्य छोड़कर सांसारिक जीवन में वापस लौटना चाहिए। उसे अपने रिश्ते निभाने चाहिए। उसके जीवन का यह समय वैराग्य नहीं बल्कि सामाजिक और पारिवारिक रिश्ते निभाने का है। वैराग्य तो इन जिम्मेदारियों को निभाने के बाद भी धारण किया जा सकता है। 4. अभय परिवार-प्यार में सफल नहीं हुआ
गौरव ने अभय से सवाल भी पूछा। उन्होंने कहा कि अभय ने माता-पिता पर आरोप लगाए हैं। वह सांसारिक जीवन में परिवार और प्यार में सफल नहीं हो पाया तो इस बात की क्या गारंटी है कि वह अध्यात्म में सफलता न मिलने पर उसे भी छोड़कर नहीं भागेगा। वह अभय की वीडियो लेकर डॉक्टर के पास गए। डॉक्टर का कहना था कि जिस तरह से अभय का रवैया है, इसे मेडिकल की भाषा में मेंटल डिसऑर्डर माना जाता है। 5. अभय की बुद्धि अभी भी चंचल
गौरव ने कहा- अभय ने IIT से पढ़ाई करने के बाद नौकरी की, उसको नौकरी से संतुष्टि नहीं मिली। उसके बाद उसको शौक था फोटोग्राफी का, उसके लिए भी उसने IIT से पढ़ाई की। वो शौक भी अपना पूरा किया, प्रोफेशनल फोटोग्राफी भी की लेकिन उसे वहां भी संतुष्टि नहीं मिली। अब वो जिस वैराग्य जीवन में आ गया है यहां भी वो कभी कहीं जाता है और कभी कहीं जाता है। ये सब देखकर लगता है कि उसका मन चंचल है। IIT बाबा की परिवार पर 3 बातें… 1. बचपन से ही घर से भागने के ख्याल आते थे
अभय सिंह ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में कहा कि था- मेरा IIT करने का मकसद ही यही था कि मुझे घर से बहुत दूर जाना था। मेरे घर का माहौल ऐसा था कि मुझे लगता था कि बस यहां से भाग जाओ। बचपन में भी मुझे घर से भागने के ख्याल आते थे। 2. मां–बाप भगवान, यह कलयुग-पेरेंटल ट्रैप
हमारे देश में पेरेंटल ट्रैप है। मां-बाप भगवान नहीं हैं। असल में लोग सतयुग वाला कॉन्सेप्ट कलयुग में यूज कर रहे हैं। मां-बाप बच्चों को ऐसे बड़ा करते हैं, जैसे घोड़े–गधे बना रहे हों। उन्हें बड़ा कर अपना काम निकलवाएंगे। मां-बाप भगवान नहीं, यह कलयुग का ट्रैप है। 3. 4 साल गर्लफ्रेंड रही, झगड़े देख शादी नहीं की
मैं गर्लफ्रेंड के साथ 4 साल रहा। मैं मां-बाप के झगड़ों को देखकर शादी करना ही नहीं चाहता था। मैंने सोचा कि शादी के बाद ऐसे झगड़े होंगे तो इससे बढ़िया अकेले रहो और खुश रहो। अकेले ही जीयो। IIT बाबा की दिमागी स्थिति पर सवाल क्यों, 2 पॉइंट्स में जानिए 1. बोला- महादेव मुझसे बात करते हैं, मुझे विष्णु भगवान कहा
इंस्टाग्राम पर वीडियो जारी कर अभय ने कहा कि महादेव (भगवान शिव) मुझसे बात करते हैं। महादेव मुझे बोल रहे हैं कि तू ही विष्णु (विष्णु भगवान) है, तो मैं झूठ थोड़े ही बोल रहा हूं। जब सब कुछ प्रूफ कर दूंगा, तब मानोगे। फिर मानने का मतलब ही क्या?। फिर सबको सुदर्शन चक्र से काट दूंगा। सुदर्शन से नहीं कटोगे तो त्रिशूल से काट दूंगा। महादेव त्रिशूल भी दे देंगे मुझे। 2. मैं ही भगवान, हवा–पानी मेरे कब्जे में
मैं बोल रहा हूं ना, मैं ही भगवान हूं। सारी शक्तियां मेरे ही पास हैं। हवा–पानी मेरे कब्जे में है। इंसान को पूरा रिवाइव करना हो तो भी कोई दिक्कत नहीं है। आप सब लोग मेरे हाथ की कठपुतली हो। तुम नहीं मानते तो मैं दूसरे तरीके से दिखाऊंगा। ******************* IIT बाबा से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें :- हरियाणा के IIT बाबा का परिवार से मिलने से इनकार:बोला- 6 महीने से काशी में हूं, तब क्यों नहीं आए; मां-बाप को भगवान नहीं मानता हरियाणा के IIT बाबा ने क्लासमेट्स को मुश्किल में डाला:बोला– लोग दोस्त को गर्लफ्रेंड समझ वायरल कर रहे; अपनी पूरी लव स्टोरी भी बताई हरियाणा के IIT बाबा की कहानी थ्री इडियट फिल्म जैसी:फोटोग्राफर बनना चाहते थे, परिवार ने इंजीनियरिंग कराई, बोले- इसमें खुशी नहीं थी हरियाणा का IITian बाबा परिवार से नाखुश:बोला– मां–बाप भगवान नहीं, यह कलयुग का कॉन्सेप्ट नहीं; पिता बोले– अब घर नहीं ला सकते महाकुंभ का IITian बाबा हरियाणा का रहने वाला:एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की, कनाडा में 3 लाख की नौकरी छोड़ी, 6 महीने पहले घरवालों से संपर्क तोड़ा उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर