हरियाणा महिला आयोग की उपाध्यक्ष सोनिया अग्रवाल की रिश्वत केस में हुई गिरफ्तारी पर आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने इसे दुखदाई बताया है। फरीदाबाद में प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि बड़े दुख की बात है कि महिला आयोग में इस तरह की घटना सामने आई है। महिला आयोग बेटियों की सहायता करने वाला महकमा है, अगर एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने कुछ देखा है, ढूंढा है तो वे यही कहेंगी कि सरकार 100 प्रतिशत करप्शन फ्री सरकार है। रेनू भाटिया ने कहा कि एसीबी को मामले में गहराई से जांच करनी चाहिए, क्योंकि किसी भी महिला की किसी भी बात पर आंच नहीं आनी चाहिए, कोई निर्दोष भी नहीं फंसना चाहिए। उन्होंने कहा कि एसीबी टीम पूरी जांच करेगी और उनको कोई नही रोकेगा, एसीबी निष्पक्ष होकर कार्रवाई करे। महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि हर महकमे में काम करने का तरीका सबका अलग होता है। मैं अपने केसों में दोनों पक्षों को सामने बैठाकर निष्पक्ष रूप से उनकी बात सुनती हूं। परमात्मा ने हमें एक बहुत ही अच्छे महकमे में काम करने का मौका दिया है, इसीलिए बेटियों की सेवा में उनके दर्द को बांटना यह भी हमारा फर्ज रहता है। उनको निष्पक्ष तौर पर कार्रवाई करके पीड़ित का भरोसा बनाए रखना पड़ता है। रेनू भाटिया ने कहा कि सोनिया अग्रवाल की गिरफ्तारी के इस मामले में भी एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को पूरी छूट है, वे जिस तरह से कार्रवाई करना चाहते हैं, करें। उन्हें कोई नहीं रोकेगा। उन्होंने कहा हरियाणा महिला आयोग में पहली बार रिश्वत केस में गिरफ्तारी हुई है। तीन साल से वे खुद इस आयोग को चला रही हैं। उन्होंने कहा कि 3 साल में इस तरह का कोई केस उनके सामने नहीं आया। 3 साल पहले अगर कुछ इस तरह का हुआ हो तो उनको पता नहीं। लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है, ऐसा नहीं होना चाहिए था। इस तरह की चीजों से महकमे का नाम खराब होता है। ट्रांसपेरैंसी से ही सरकार चलती है और इसलिए इस महकमे में भी ट्रांसपेरैंसी से काम करना चाहिए। हरियाणा महिला आयोग की उपाध्यक्ष सोनिया अग्रवाल की रिश्वत केस में हुई गिरफ्तारी पर आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने इसे दुखदाई बताया है। फरीदाबाद में प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि बड़े दुख की बात है कि महिला आयोग में इस तरह की घटना सामने आई है। महिला आयोग बेटियों की सहायता करने वाला महकमा है, अगर एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने कुछ देखा है, ढूंढा है तो वे यही कहेंगी कि सरकार 100 प्रतिशत करप्शन फ्री सरकार है। रेनू भाटिया ने कहा कि एसीबी को मामले में गहराई से जांच करनी चाहिए, क्योंकि किसी भी महिला की किसी भी बात पर आंच नहीं आनी चाहिए, कोई निर्दोष भी नहीं फंसना चाहिए। उन्होंने कहा कि एसीबी टीम पूरी जांच करेगी और उनको कोई नही रोकेगा, एसीबी निष्पक्ष होकर कार्रवाई करे। महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि हर महकमे में काम करने का तरीका सबका अलग होता है। मैं अपने केसों में दोनों पक्षों को सामने बैठाकर निष्पक्ष रूप से उनकी बात सुनती हूं। परमात्मा ने हमें एक बहुत ही अच्छे महकमे में काम करने का मौका दिया है, इसीलिए बेटियों की सेवा में उनके दर्द को बांटना यह भी हमारा फर्ज रहता है। उनको निष्पक्ष तौर पर कार्रवाई करके पीड़ित का भरोसा बनाए रखना पड़ता है। रेनू भाटिया ने कहा कि सोनिया अग्रवाल की गिरफ्तारी के इस मामले में भी एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को पूरी छूट है, वे जिस तरह से कार्रवाई करना चाहते हैं, करें। उन्हें कोई नहीं रोकेगा। उन्होंने कहा हरियाणा महिला आयोग में पहली बार रिश्वत केस में गिरफ्तारी हुई है। तीन साल से वे खुद इस आयोग को चला रही हैं। उन्होंने कहा कि 3 साल में इस तरह का कोई केस उनके सामने नहीं आया। 3 साल पहले अगर कुछ इस तरह का हुआ हो तो उनको पता नहीं। लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है, ऐसा नहीं होना चाहिए था। इस तरह की चीजों से महकमे का नाम खराब होता है। ट्रांसपेरैंसी से ही सरकार चलती है और इसलिए इस महकमे में भी ट्रांसपेरैंसी से काम करना चाहिए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा कांग्रेस उम्मीदवारों की लिस्ट सितंबर के पहले हफ्ते में:इंचार्ज बोले- चुनाव न लड़ने वाले भी CM बन सकते हैं; हारे नेताओं को टिकट नहीं
हरियाणा कांग्रेस उम्मीदवारों की लिस्ट सितंबर के पहले हफ्ते में:इंचार्ज बोले- चुनाव न लड़ने वाले भी CM बन सकते हैं; हारे नेताओं को टिकट नहीं हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर दिल्ली में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री दीपेंद्र हुड्डा, दीपक बावरिया, प्रदेश अध्यक्ष उदयभान मौजूद रहे। इस दौरान कांग्रेस के हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया के बयान ने सबको चौंका दिया है। उन्होंने कहा कि जो विधानसभा चुनाव नहीं लड़ रहे, वह भी कांग्रेस के सीएम फेस हो सकते हैं। स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग में हुई चर्चा के मुताबिक 2 या उससे ज्यादा बार हारे नेता को पार्टी टिकट नहीं देगी। इसके अलावा इस बार सांसदों को भी चुनाव नहीं लड़ाया जाएगा। किसी भी सांसद को टिकट नहीं दिया जाएगा। अगर कोई सांसद चुनाव लड़ना चाहता है तो पार्टी हाईकमान इसका फैसला करेगा। कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक अगले 2-3 दिनों तक जारी रहेगी। इसके बाद 2 सितंबर को कांग्रेस चुनाव समिति की मीटिंग बुला ली गई है। जिसमें उम्मीदवारों की सूची पर अंतिम मुहर लगेगी। पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने कहा था कि उम्मीदवारों की पहली सूची सितंबर के पहले हफ्ते में जारी कर दी जाएगी। बाबरिया बोले- 25 से 30 सीटों पर चर्चा हुई
मीडिया से बातचीत करते हुए प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि अभी तक प्रदेश की 60 सीटों पर चर्चा हो चुकी है। आज 25 से 30 सीटों पर बातचीत हुई। पार्टी की ओर से मजबूत प्रत्याशी उतारे जाएंगे। रालोद और भाजपा के बीच गठबंधन के बारे में पूछे जाने पर बावरिया ने कहा कि वे जितने चाहें गठबंधन कर सकते हैं। लेकिन जो भी उनके साथ गठबंधन करता है, वह ठगा हुआ महसूस करता है। और कुछ ही दिनों में वे गठबंधन तोड़कर चले जाते हैं। चुनाव तैयारियों के बारे में प्रभारी बावरिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी प्रदेश में शीर्ष स्थान पर है। जिस तरह उन्होंने केंद्र में 400 प्लस के नारे को खत्म किया। उसी तरह वे हरियाणा में भी सरकार बनाने जा रहे हैं। बाबरिया बोले- भाजपा पार्टी डरी हुई
हरियाणा इंचार्ज बावरिया ने कहा कि हम चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। चुनाव की तारीख बदलने को लेकर हमारी चुनाव आयोग से कोई चर्चा नहीं हुई है। भाजपा पार्टी डरी हुई है। जिसके चलते वह चुनाव की तारीख बदलना चाहती है। कांग्रेस पार्टी चुनाव के लिए तैयार है। 2556 नेताओं ने मांगी टिकट
90 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के 2556 नेताओं ने टिकट के लिए आवेदन किया है। इसके मुताबिक एक-एक सीट पर कांग्रेस के करीब 28 नेताओं ने अपनी दावेदारी ठोकी है। कई ऐसी सीटें भी हैं, जिन पर दावेदारों की संख्या 40 से भी ज्यादा है। टिकट एक नेता को ही मिलना है। ऐसे में जिन्हें टिकट नहीं मिलेगी वह बागी हो सकते हैं। इसलिए लिस्ट जारी करने से पहले केसी वेणुगोपाल के साथ हरियाणा स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन प्रदेश के सभी वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठकें कर रहे हैं। सितंबर के पहले हफ्ते जारी हो सकती है लिस्ट
हरियाणा में टिकटों को लेकर स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग शुरू हो चुकी है। चार दिन मंथन के बाद आखिर में लिस्ट पर राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे दिल्ली में मंथन करेंगे। इसके बाद हरियाणा के नेताओं के साथ चर्चा के बाद लिस्ट जारी की जाएगी। संभावना है कि इस प्रक्रिया में अभी लगभग 5 दिन और लग जाएंगे। जिसके बाद सितंबर के पहले हफ्ते में कांग्रेस अपनी पहली लिस्ट जारी कर सकती है।
रोहतक में पराली जलाने वाले किसान पर केस:हरसेक से मिली लोकेशन, मौके पर पहुंची टीम, जिले में तीसरी FIR
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रेवाड़ी में BJP के 3 बागी नेता लेंगे निर्णय:पूर्व मंत्री बिक्रम ठेकेदार ने बुलाई बैठक, टिकट कटने पर पार्टी से की बगावत
रेवाड़ी में BJP के 3 बागी नेता लेंगे निर्णय:पूर्व मंत्री बिक्रम ठेकेदार ने बुलाई बैठक, टिकट कटने पर पार्टी से की बगावत हरियाणा के रेवाड़ी जिले की सियासत के लिए आज बड़ा दिन होने वाला हैं। कोसली से टिकट नहीं मिलने के कारण नाराज बीजेपी के पूर्व मंत्री बिक्रम ठेकेदार ने रविवार को अपने समर्थकों की मीटिंग बुलाई हैं। इस मीटिंग में ठेकेदार चुनाव को लेकर बड़ी घोषणा कर सकते हैं। इधर रेवाड़ी सीट से टिकट नहीं मिलने पर पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव और प्रशांत उर्फ सन्नी ने भी बड़ी मीटिंग बुलाई हैं। सन्नी पहले ही निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं। उनके पैतृक गांव बुढ़पुर में होने वाली पंचायत में औपचारिक ऐलान संभव हैं। वहीं सतीश यादव के भी निर्दलीय चुनाव लड़ने की संभावनाएं हैं। उन्होंने ने भी अपने कार्यालय पर आज कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुलाई हुई हैं। टिकट वितरण के बाद रेवाड़ी जिले के भाजपा नेताओं में असंतोष पैदा हो गया था। पीपीपी के स्टेट कोआर्डिनेटर सतीश खोला निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला वापस ले चुके हैं। पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास से सीएम नायब सैनी के अलावा अन्य सीनियर नेताओं ने बात की हैं। उन्हें भी मनाने की कोशिशें की जा रही है। इसके अलावा पर्यटन निगम के पूर्व चेयरमैन डॉ. अरविंद यादव भी टिकट नहीं मिलने से मायूस हैं। उन्हें मनाने के लिए खुद रेवाड़ी से प्रत्याशी बनाए गए लक्ष्मण सिंह यादव उनके घर पहुंचे थे। हालांकि डॉ. अरविंद यादव की तरफ से अभी किसी तरह का कोई बयान नहीं दिया गया हैं। वह नाराज जरूर हैं, लेकिन उनके बगावती होने की संभावनाएं बहुत कम है। 2014 में पहली बार विधायक बने थे बिक्रम ठेकेदार पूर्व मंत्री बिक्रम ठेकेदार 2014 में पहली बार कोसली सीट से बीजेपी की टिकट पर विधायक बने थे। उन्हें राव इंद्रजीत सिंह की पैरवी के चलते टिकट मिली थी और राव इंद्रजीत सिंह की सिफारिश पर ही मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई वाली पहली सरकार में राज्यमंत्री भी बनाया गया था। हालांकि बिक्रम ठेकेदार का मंत्री के रूप में कार्यकाल मात्र डेढ़ साल रहा। इसके बाद 2019 में उनकी टिकट कट गई। राव इंद्रजीत सिंह से लगातार दूरियां बढ़ती चली गई। 2024 में एक बार फिर बीजेपी से टिकट मांग रहे थे। लेकिन टिकट नहीं मिलने पर अब नाराज हैं। सतीश और सन्नी दोनों निर्दलीय चुनाव लड़ दिखा चुके ताकत रेवाड़ी सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे पूर्व जिला प्रमुख सतीश यादव 2009 में पहली बार निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर रेवाड़ी से चुनाव लड़े थे। अपने पहले ही चुनाव में सतीश ने 35 हजार से ज्यादा वोट हासिल की थी। 2014 में वह इनेलो की टिकट पर चुनाव लड़े और फिर से 35 हजार से ज्यादा वोट मिले। लेकिन दोनों बार जीत नसीब नहीं हो पाई। 2019 के चुनाव में सतीश ने रणधीर सिंह कापड़ीवास का समर्थन किया था। रणधीर सिंह ने भी 36 हजार से ज्यादा वोट हासिल की। भले ही खुद नहीं जीत पाए लेकिन बीजेपी के कैंडिडेट सुनील मुसेपुर की हार में उनका अहम रोल था। कापड़ीवास ने मुसेपुर को टिकट मिलने पर बगावत करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था। इसी तरह पूर्व जिला पार्षद प्रशांत उर्फ सन्नी दो बार 2014 और 2019 में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ चुके हैं। युवा चेहरे के तौर पर दोनों चुनाव में सन्नी ने 20 हजार से ज्यादा वोट लिए। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले सन्नी ने बीजेपी ज्वाइन कर ली। उन्हें भी इस बार टिकट की उम्मीद थी, लेकिन बीजेपी ने इग्नोर कर दिया। जिसके चलते वह निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं।