हरियाणा के फरीदाबाद में गुरुवार को भूकंप आया। यहां एक घंटे के अंदर 2 बार भूकंप के झटके महसूस हुए। जिसके बाद लोगों घरों से बाहर आए गए। नेशनल सिस्मोलॉजी सेंटर (NCS) के अनुसार इसका केंद्र फरीदाबाद में ही जमीन के अंदर 5 किलोमीटर गहराई में रहा। पहली बार भूंकप सुबह 10:54 बजे और दूसरी बार 11:43 बजे आया। रिक्टर स्केल पर दोनों बार भूकंप की तीव्रता 2.4 रही। नेशनल सिस्मोलॉजी सेंटर ने X (पूर्व ट्विटर) पर भूकंप को लेकर डालीं 2 पोस्ट… भूकंप को 4 जोन में बांटा
भारत में भूकंप को 4 जोन में बांटा गया है। जिसमें जोन 2, 3, 4 और 5 शामिल हैं। इसको खतरों के हिसाब से आंका जाता है। जोन 2 में सबसे कम खतरा और जोन 5 में सबसे अधिक खतरा होता है। मैप में जोन 2 को आसमानी रंग, जोन 3 को पीला रंग, जोन 4 को संतरी रंग और जोन 5 को लाल रंग दिया गया है। इसमें रोहतक जिले का दिल्ली साइड का क्षेत्र जोन 4 व हिसार साइड का क्षेत्र जोन 3 में आता है। क्या है हरियाणा में बार-बार भूकंप का कारण है?
उत्तराखंड के देहरादून से लेकर हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले तक जमीन के नीचे एक फॉल्ट लाइन है। जिसमें अनगिनत दरारें होने की वजह से इसमें गतिविधियां चल रही हैं। इसमें जब प्लेट मूवमेंट होती है तो इसके आपस में टकराने से कंपन पैदा होता है। जिससे भूकंप के झटके महसूस होते है। भूकंप से बचने के लिए क्या करें?
घरों में भूकंप से बचने के लिए भूकंप रोधी पदार्थ से मकान बनाने चाहिए। 2-3 मंजिल से ज्यादा ऊंचा मकान भी नहीं बनाना चाहिए। इसके अलावा मकान बनाने से पहले मिट्टी की जांच के अलावा अन्य बातों का भी ध्यान रखना चाहिए। हरियाणा के फरीदाबाद में गुरुवार को भूकंप आया। यहां एक घंटे के अंदर 2 बार भूकंप के झटके महसूस हुए। जिसके बाद लोगों घरों से बाहर आए गए। नेशनल सिस्मोलॉजी सेंटर (NCS) के अनुसार इसका केंद्र फरीदाबाद में ही जमीन के अंदर 5 किलोमीटर गहराई में रहा। पहली बार भूंकप सुबह 10:54 बजे और दूसरी बार 11:43 बजे आया। रिक्टर स्केल पर दोनों बार भूकंप की तीव्रता 2.4 रही। नेशनल सिस्मोलॉजी सेंटर ने X (पूर्व ट्विटर) पर भूकंप को लेकर डालीं 2 पोस्ट… भूकंप को 4 जोन में बांटा
भारत में भूकंप को 4 जोन में बांटा गया है। जिसमें जोन 2, 3, 4 और 5 शामिल हैं। इसको खतरों के हिसाब से आंका जाता है। जोन 2 में सबसे कम खतरा और जोन 5 में सबसे अधिक खतरा होता है। मैप में जोन 2 को आसमानी रंग, जोन 3 को पीला रंग, जोन 4 को संतरी रंग और जोन 5 को लाल रंग दिया गया है। इसमें रोहतक जिले का दिल्ली साइड का क्षेत्र जोन 4 व हिसार साइड का क्षेत्र जोन 3 में आता है। क्या है हरियाणा में बार-बार भूकंप का कारण है?
उत्तराखंड के देहरादून से लेकर हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले तक जमीन के नीचे एक फॉल्ट लाइन है। जिसमें अनगिनत दरारें होने की वजह से इसमें गतिविधियां चल रही हैं। इसमें जब प्लेट मूवमेंट होती है तो इसके आपस में टकराने से कंपन पैदा होता है। जिससे भूकंप के झटके महसूस होते है। भूकंप से बचने के लिए क्या करें?
घरों में भूकंप से बचने के लिए भूकंप रोधी पदार्थ से मकान बनाने चाहिए। 2-3 मंजिल से ज्यादा ऊंचा मकान भी नहीं बनाना चाहिए। इसके अलावा मकान बनाने से पहले मिट्टी की जांच के अलावा अन्य बातों का भी ध्यान रखना चाहिए। हरियाणा | दैनिक भास्कर