हरियाणा में विधानसभा चुनावों के लिए आज कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक होगी। प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि कल उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी हो जाएगी। ज्यादातर विधायकों को टिकट दिया जा रहा है, कई विधायकों की टिकट कट सकती है। सभी सीटों के पैनल बना लिए गए हैं। सहमति नहीं बन पाने के कारण काफी सीटों पर सिंगल नाम पैनल हैं। काफी सीटों पर दो-दो के नाम के पैनल है। कई सीटों पर कई नाम हैं। वहीं कांग्रेस उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट वायरल हो गई है। इस लिस्ट में 20 उम्मीदवारों के नाम हैं। जिनमें पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा का नाम भी शामिल है। इसके अलावा 11 मौजूदा विधायक शामिल हैं। इस लिस्ट को पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल के हवाले से जारी होने का दावा करते हुए मुहर-साइन भी हुए हैं। इससे पहले भी कांग्रेस की 16 उम्मीदवारों की लिस्ट वायरल हुई थी। जिसमें रणदीप सुरजेवाला का भी नाम था। इस बारे में पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सोशल मीडिया पर जो लिस्ट वायरल हुई, वह फेक है। अभी लिस्ट जारी होने में 2 से 3 दिन का समय और लगेगा। हाईकमान के द्वारा ही लिस्ट जारी की जाएगी। कांग्रेस उम्मीदवारों को लेकर विवाद, कमेटी की मीटिंग 2 दिन बढ़ी
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के उम्मीदवारों को लेकर विवाद हो गया है। इस वजह से कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी उम्मीदवारों के नाम तय नहीं कर पाई है। यह मीटिंग 4 दिन से दिल्ली में चल रही है। अब इसकी बैठक दो दिन और बढ़ा दी गई है। इसमें सिंगल नाम वाले उम्मीदवारों का पैनल तैयार कर पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा जाएगा। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक टिकट बंटवारे में पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा का गुट भारी पड़ रहा है। लोकसभा चुनाव की तरह यहां भी हुड्डा की पसंद से टिकट बांटे जा सकते हैं। इसे देखते हुए कांग्रेस में उनकी विरोधी सिरसा सांसद कुमारी सैलजा ने भी अपनी 90 सीटों की लिस्ट हाईकमान को थमा दी है। टिकट बंटवारे पर फाइनल मुहर केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग में लगेगी। बता दें कि कांग्रेस ने जुलाई में विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं से टिकट के लिए आवेदन मांगे थे। महीने भर चली प्रक्रिया में पार्टी को 90 सीटों के लिए 2556 आवेदन मिले। कई सीटों पर 40 से ज्यादा दावेदारों ने टिकट के लिए आवेदन किया है। ये 14 नाम लगभग फाइनल
कांग्रेस के फाइनल हुए नामों में सबसे पहला नाम पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा का है। जो गढ़ी सांपला किलोई से चुनाव लड़ेंगे। इस सीट से किसी और ने आवेदन नहीं किया है। रोहतक से बीबी बत्रा, झज्जर से गीता भुक्कल, बेरी से रघुबीर कादियान, रेवाड़ी से चिरंजीव राव, नूंह से आफताब अहमद, पुन्हाना से मोहम्मद इलियास, महेंद्रगढ़ से राव दान सिंह और बरौदा से इंदुराज भालू के नाम सिंगल पैनल है। पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के बेटे और पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन बिश्नोई का पंचकूला से टिकट भी लगभग फाइनल है। सैलजा ने उम्मीदवारों की सूची हाईकमान को सौंपी
कांग्रेस महासचिव व सांसद कुमारी सैलजा ने सभी 90 सीटों के लिए अपनी पसंद के प्रत्याशियों का पैनल पार्टी को भेज दिया है। इसमें कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला और कांग्रेस ओबीसी विभाग के चेयरमैन व पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव की पसंद के प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं। करीब 10 साल तक भाजपा से राजनीति करने के बाद कांग्रेस में वापस लौटे पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने इसमें अपनी पसंद के प्रत्याशियों के नाम शामिल नहीं किए हैं। वह कांग्रेस के दिग्गजों की एकजुटता के पक्षधर हैं। सूत्रों के अनुसार रणदीप व कैप्टन की सहमति के बाद कुमारी सैलजा ने सूची कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन व पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल को भेज दी है। कांग्रेस के पक्ष में माहौल
कांग्रेस की सीईसी की कल होने वाली बैठक के बारे में पार्टी सांसद मणिकम टैगोर ने कहा, “हरियाणा में कांग्रेस के लिए बहुत सकारात्मक माहौल है। हम सभी को इस बार 70 से ज़्यादा सीटों की उम्मीद है। हम जानते हैं कि कांग्रेस के पक्ष में माहौल है। इसलिए, हम उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया के साथ-साथ अन्य चीज़ों का सही तरीके से संयोजन चाहते हैं। हम इस पर काम कर रहे हैं। वरिष्ठ नेता, सभी इसी प्रक्रिया के बारे में बैठकें कर रहे हैं। 2500 से ज़्यादा उम्मीदवारों ने आवेदन किया है। इसलिए, कांग्रेस सीईसी जीतने वाले उम्मीदवारों के बारे में फ़ैसला करेगी।” टिकट उन्हीं को दी जाए, जो जीत रहे
कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा, “हम तैयार हैं। हम पहले भी तैयार थे। अगर चुनाव कल भी होते हैं तो हम तैयार हैं। भाजपा सत्ता विरोधी लहर के कारण किसी न किसी तरह चुनाव टालना चाहती है। हम तैयार हैं। हम आराम से जीतेंगे। चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवारों के बारे में उन्होंने कहा, “जीतने की क्षमता ही मापदंड है। टिकट उन्हीं को दिया जा रहा है जो जीत रहे हैं…” कांग्रेस के टिकट बंटवारे के 5 फॉर्मूले… 1. सांसदों को टिकट नहीं
कांग्रेस के प्रदेश इंचार्ज दीपक बाबरिया ने कहा कि इस चुनाव में सांसदों को टिकट नहीं दी जाएगी। इसकी वजह से CM कुर्सी पर दावा ठोक रही सिरसा सांसद कुमारी सैलजा और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला को झटका लगा। बाबरिया ने ये भी कहा कि ये स्क्रीनिंग कमेटी की सिफारिश है। अंतिम फैसला हाईकमान करेगा। 2. चुनाव हारे, दागी नेताओं को टिकट नहीं
चुनाव हारे नेताओं को टिकट नहीं दी जाएगी। इसमें वे नेता शामिल हैं, जो 2 या उससे ज्यादा बार से चुनाव हार चुके हैं। उनकी दावेदारी को स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग में खारिज किया जाएगा। इसके अलावा जो चेहरे दागी हैं, जिन पर गंभीर मुकदमें दर्ज हैं या कोई गंभीर आरोप लगे हैं, उन्हें भी टिकट नहीं दी जाएगी। वहीं जमानत जब्त कराने वाले नेताओं पर भी कांग्रेस दांव नहीं लगाएगी। 3. पार्टी छोड़कर फिर शामिल हुए नाम खारिज होंगे
जो लोग पहले कांग्रेस छोड़कर चले गए और अब चुनाव से पहले वापस लौट आए, उनकी दावेदारी पर विचार नहीं होगा। कांग्रेस में कई नेता ऐसे भी हैं जो 10 से लेकर 30 साल तक पार्टी में रहे लेकिन बीच में छोड़कर चले गए और एक साल के भीतर लौटे हैं, उनकी दावेदारी को झटका लग सकता है। इससे कांग्रेस में एक साल के भीतर आए करीब 20 से ज्यादा पूर्व विधायकों को झटका लग सकता है। 4. बिना चुनाव लड़े भी CM फेस हो सकता है
इंचार्ज दीपक बाबरिया ने सबको चौंकाते हुए एक और बयान दिया कि जरूरी नहीं कि कांग्रेस सरकार बनने की सूरत में चुनाव लड़ने वाला ही सीएम फेस हो। वह नेता भी सीएम चेहरा हो सकता है, जिसने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा। हालांकि इस बयान को कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला की नाराजगी को शांत करने से जोड़कर देखा जा रहा है। 5. विधायकों के टिकट कटने जरूरी नहीं
स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया कह चुके हैं कि यह जरूरी नहीं है कि मौजूदा विधायकों के टिकट काटे ही जाएंगे। उन्होंने कहा कि यदि किसी के विरुद्ध ग्राउंड पर एंटी इनकम्बेंसी है और आपराधिक रिकॉर्ड बना है तो उसे टिकटों में नजरअंदाज किया जाएगा अन्यथा पार्टी की कोशिश रहेगी कि हर जीतने वाले विधायक को पार्टी विधानसभा के चुनावी रण में उतारे। हरियाणा में विधानसभा चुनावों के लिए आज कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक होगी। प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि कल उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी हो जाएगी। ज्यादातर विधायकों को टिकट दिया जा रहा है, कई विधायकों की टिकट कट सकती है। सभी सीटों के पैनल बना लिए गए हैं। सहमति नहीं बन पाने के कारण काफी सीटों पर सिंगल नाम पैनल हैं। काफी सीटों पर दो-दो के नाम के पैनल है। कई सीटों पर कई नाम हैं। वहीं कांग्रेस उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट वायरल हो गई है। इस लिस्ट में 20 उम्मीदवारों के नाम हैं। जिनमें पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा का नाम भी शामिल है। इसके अलावा 11 मौजूदा विधायक शामिल हैं। इस लिस्ट को पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल के हवाले से जारी होने का दावा करते हुए मुहर-साइन भी हुए हैं। इससे पहले भी कांग्रेस की 16 उम्मीदवारों की लिस्ट वायरल हुई थी। जिसमें रणदीप सुरजेवाला का भी नाम था। इस बारे में पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सोशल मीडिया पर जो लिस्ट वायरल हुई, वह फेक है। अभी लिस्ट जारी होने में 2 से 3 दिन का समय और लगेगा। हाईकमान के द्वारा ही लिस्ट जारी की जाएगी। कांग्रेस उम्मीदवारों को लेकर विवाद, कमेटी की मीटिंग 2 दिन बढ़ी
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के उम्मीदवारों को लेकर विवाद हो गया है। इस वजह से कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी उम्मीदवारों के नाम तय नहीं कर पाई है। यह मीटिंग 4 दिन से दिल्ली में चल रही है। अब इसकी बैठक दो दिन और बढ़ा दी गई है। इसमें सिंगल नाम वाले उम्मीदवारों का पैनल तैयार कर पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा जाएगा। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक टिकट बंटवारे में पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा का गुट भारी पड़ रहा है। लोकसभा चुनाव की तरह यहां भी हुड्डा की पसंद से टिकट बांटे जा सकते हैं। इसे देखते हुए कांग्रेस में उनकी विरोधी सिरसा सांसद कुमारी सैलजा ने भी अपनी 90 सीटों की लिस्ट हाईकमान को थमा दी है। टिकट बंटवारे पर फाइनल मुहर केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग में लगेगी। बता दें कि कांग्रेस ने जुलाई में विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं से टिकट के लिए आवेदन मांगे थे। महीने भर चली प्रक्रिया में पार्टी को 90 सीटों के लिए 2556 आवेदन मिले। कई सीटों पर 40 से ज्यादा दावेदारों ने टिकट के लिए आवेदन किया है। ये 14 नाम लगभग फाइनल
कांग्रेस के फाइनल हुए नामों में सबसे पहला नाम पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा का है। जो गढ़ी सांपला किलोई से चुनाव लड़ेंगे। इस सीट से किसी और ने आवेदन नहीं किया है। रोहतक से बीबी बत्रा, झज्जर से गीता भुक्कल, बेरी से रघुबीर कादियान, रेवाड़ी से चिरंजीव राव, नूंह से आफताब अहमद, पुन्हाना से मोहम्मद इलियास, महेंद्रगढ़ से राव दान सिंह और बरौदा से इंदुराज भालू के नाम सिंगल पैनल है। पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के बेटे और पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन बिश्नोई का पंचकूला से टिकट भी लगभग फाइनल है। सैलजा ने उम्मीदवारों की सूची हाईकमान को सौंपी
कांग्रेस महासचिव व सांसद कुमारी सैलजा ने सभी 90 सीटों के लिए अपनी पसंद के प्रत्याशियों का पैनल पार्टी को भेज दिया है। इसमें कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला और कांग्रेस ओबीसी विभाग के चेयरमैन व पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव की पसंद के प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं। करीब 10 साल तक भाजपा से राजनीति करने के बाद कांग्रेस में वापस लौटे पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने इसमें अपनी पसंद के प्रत्याशियों के नाम शामिल नहीं किए हैं। वह कांग्रेस के दिग्गजों की एकजुटता के पक्षधर हैं। सूत्रों के अनुसार रणदीप व कैप्टन की सहमति के बाद कुमारी सैलजा ने सूची कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन व पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल को भेज दी है। कांग्रेस के पक्ष में माहौल
कांग्रेस की सीईसी की कल होने वाली बैठक के बारे में पार्टी सांसद मणिकम टैगोर ने कहा, “हरियाणा में कांग्रेस के लिए बहुत सकारात्मक माहौल है। हम सभी को इस बार 70 से ज़्यादा सीटों की उम्मीद है। हम जानते हैं कि कांग्रेस के पक्ष में माहौल है। इसलिए, हम उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया के साथ-साथ अन्य चीज़ों का सही तरीके से संयोजन चाहते हैं। हम इस पर काम कर रहे हैं। वरिष्ठ नेता, सभी इसी प्रक्रिया के बारे में बैठकें कर रहे हैं। 2500 से ज़्यादा उम्मीदवारों ने आवेदन किया है। इसलिए, कांग्रेस सीईसी जीतने वाले उम्मीदवारों के बारे में फ़ैसला करेगी।” टिकट उन्हीं को दी जाए, जो जीत रहे
कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा, “हम तैयार हैं। हम पहले भी तैयार थे। अगर चुनाव कल भी होते हैं तो हम तैयार हैं। भाजपा सत्ता विरोधी लहर के कारण किसी न किसी तरह चुनाव टालना चाहती है। हम तैयार हैं। हम आराम से जीतेंगे। चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवारों के बारे में उन्होंने कहा, “जीतने की क्षमता ही मापदंड है। टिकट उन्हीं को दिया जा रहा है जो जीत रहे हैं…” कांग्रेस के टिकट बंटवारे के 5 फॉर्मूले… 1. सांसदों को टिकट नहीं
कांग्रेस के प्रदेश इंचार्ज दीपक बाबरिया ने कहा कि इस चुनाव में सांसदों को टिकट नहीं दी जाएगी। इसकी वजह से CM कुर्सी पर दावा ठोक रही सिरसा सांसद कुमारी सैलजा और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला को झटका लगा। बाबरिया ने ये भी कहा कि ये स्क्रीनिंग कमेटी की सिफारिश है। अंतिम फैसला हाईकमान करेगा। 2. चुनाव हारे, दागी नेताओं को टिकट नहीं
चुनाव हारे नेताओं को टिकट नहीं दी जाएगी। इसमें वे नेता शामिल हैं, जो 2 या उससे ज्यादा बार से चुनाव हार चुके हैं। उनकी दावेदारी को स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग में खारिज किया जाएगा। इसके अलावा जो चेहरे दागी हैं, जिन पर गंभीर मुकदमें दर्ज हैं या कोई गंभीर आरोप लगे हैं, उन्हें भी टिकट नहीं दी जाएगी। वहीं जमानत जब्त कराने वाले नेताओं पर भी कांग्रेस दांव नहीं लगाएगी। 3. पार्टी छोड़कर फिर शामिल हुए नाम खारिज होंगे
जो लोग पहले कांग्रेस छोड़कर चले गए और अब चुनाव से पहले वापस लौट आए, उनकी दावेदारी पर विचार नहीं होगा। कांग्रेस में कई नेता ऐसे भी हैं जो 10 से लेकर 30 साल तक पार्टी में रहे लेकिन बीच में छोड़कर चले गए और एक साल के भीतर लौटे हैं, उनकी दावेदारी को झटका लग सकता है। इससे कांग्रेस में एक साल के भीतर आए करीब 20 से ज्यादा पूर्व विधायकों को झटका लग सकता है। 4. बिना चुनाव लड़े भी CM फेस हो सकता है
इंचार्ज दीपक बाबरिया ने सबको चौंकाते हुए एक और बयान दिया कि जरूरी नहीं कि कांग्रेस सरकार बनने की सूरत में चुनाव लड़ने वाला ही सीएम फेस हो। वह नेता भी सीएम चेहरा हो सकता है, जिसने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा। हालांकि इस बयान को कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला की नाराजगी को शांत करने से जोड़कर देखा जा रहा है। 5. विधायकों के टिकट कटने जरूरी नहीं
स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया कह चुके हैं कि यह जरूरी नहीं है कि मौजूदा विधायकों के टिकट काटे ही जाएंगे। उन्होंने कहा कि यदि किसी के विरुद्ध ग्राउंड पर एंटी इनकम्बेंसी है और आपराधिक रिकॉर्ड बना है तो उसे टिकटों में नजरअंदाज किया जाएगा अन्यथा पार्टी की कोशिश रहेगी कि हर जीतने वाले विधायक को पार्टी विधानसभा के चुनावी रण में उतारे। हरियाणा | दैनिक भास्कर