पंजाब के पूर्व लोकसभा सांसद सिमरनजीत सिंह मान ने बॉलीवुड अभिनेत्री व हिमाचल प्रदेश से BJP सांसद कंगना रनोट को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया है। मान ने कहा है कि कंगना रनोट को रेप का बहुत तजुर्बा है, उनसे पूछ सकते हैं कि रेप कैसे होता है? मान गुरुवार को करनाल आए हुए थे। मान के इस बयान पर हरियाणा राज्य महिला आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग ने पूर्व सांसद को समन भेजा है। साथ ही 5 दिन के अंदर सार्वजनिक रूप से माफी मांगने और लिखित स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया है। बता दें कि कंगना रनोट ने कुछ दिन पहले ‘दैनिक भास्कर’ को दिए इंटरव्यू में कहा था कि दिल्ली बॉर्डर पर हुए किसान आंदोलन में रेप किए गए। उसे लेकर मान का यह बयान माना जा रहा है। वहीं, कंगना इन दिनों पूर्व PM इंदिरा गांधी पर बनाई फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर भी विवादों में हैं। इसे लेकर सिख समुदाय का आरोप है कि संत जरनैल सिंह भिंडरावाले के कैरेक्टर को गलत तरीके से पेश कर सिखों की छवि बिगाड़ी जा रही है। वहीं, इस पर कंगना रनोट ने कहा, ‘मुझे रेप की धमकियां मिल रही हैं कि कंगना को पता है कि रेप क्या होता है। इस तरह से वे मेरी आवाज नहीं दबा सकते।’ मीडिया के सवाल और मान के जवाब पढ़िए…. सिमरनजीत सिंह मान से पूछा गया था कि कंगना रनोट ने बयान दिया कि अगर केंद्र में BJP की सरकार न होती तो किसान आंदोलन के वक्त पंजाब का वही हाल होता, जो बांग्लादेश का हुआ है। इसके जवाब में मान ने कहा-” कंगना रनोट को रेप का बहुत तजुर्बा है। उनसे आगे पूछ सकते हैं कि रेप कैसे होता है?, लोगों को समझाया जाए। मान से पूछा गया कि कंगना रनोट को रेप का तजुर्बा कैसे है? इसके जवाब में मान ने कहा- जैसे आप साइकिल चलाते हैं तो आपको साइकिल चलाने का तजुर्बा हो जाता है। उनको रेप का तजुर्बा है। मान से फिर पूछा गया कि क्या वे कंगना रनोट की बात कर रहे हैं। इस पर मान ने कहा कि बिल्कुल, वह कंगना रनोट की बात कर रहे हैं। कंगना ने कहा- रेप की तुलना साइकिल चलाने से की
सिमरजीत सिंह मान के बयान के बाद कंगना ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि यह देश रेप को महत्वहीन बनाना कभी बंद नहीं करेगा। आज इस वरिष्ठ नेता ने रेप की तुलना साइकिल चलाने से कर दी, इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि मजे के लिए महिलाओं के खिलाफ रेप और हिंसा राष्ट्र की मानसिकता में इतनी गहरी जड़ें जमा चुकी है कि इसका इस्तेमाल महिलाओं को चिढ़ाने या उनका मजाक उड़ाने के लिए किया जाता है, भले ही वह कोई बड़ा फिल्म डायरेक्टर या नेता ही क्यों न हो।’ कंगना रनोट ने कहा कि इमरजेंसी फिल्म रिलीज होने वाली है। हमें सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट मिल चुका है। इसे लेकर बहुत लोगों ने हंगामा किया। अभी भी सेंसर बोर्ड के इश्यू चल रहे हैं, हमें उम्मीद है कि फिल्म रिलीज हो जाएगी। डराने और धमकाने से इतिहास नहीं बदल सकते। 17 साल की लड़की पर 30-35 गोलियां दागी गईं। गोलियां आसमान से तो नहीं चलीं। वह कैसे मरी, ये सब तो दिखाना ही पड़ेगा। आर्टिस्ट की आवाज को दबाने के लिए कुछ लोगों ने माथे पर बंदूक रख दी है। इन सब चीज से हम डरने वाले नहीं हैं। शहीद भगत सिंह को आतंकवादी कह चुके
सिमरनजीत मान पहले भी विवादित बयान दे चुके हैं। 2 साल पहले करनाल में उन्होंने शहीद भगत सिंह को आतंकवादी कहा था। मान ने कहा था कि सरदार भगत सिंह ने एक अंग्रेज नौजवान, एक अफसर और एक अमृतधारी सिख कॉस्टेबल को मार दिया था। नेशनल असेंबली में बम फेंक दिया था। भगत सिंह आतंकवादी है या भगत है, यह बता दीजिए। बेगुनाह आदमियों को मारना और पार्लियामेंट में बम फेंक देना शराफत की बात है। कुछ भी हो लेकिन भगत सिंह आतंकवादी तो है। जनरल डायर को सिरोपे देने की बात कबूली थी
मान के भगत सिंह को आतंकी कहे जाने के बाद सियासी बवाल मचा था। विपक्षी दलों ने आरोप लगाए थे कि उनके नाना अरूड़ सिंह ने अमृतसर के जलियांवाला बाग में लोगों पर गोलियां चलाने वाले जनरल डायर को सिरोपा देकर सम्मानित किया था। इसके जवाब में मान ने कहा था कि अगर उनके नाना जनरल डायर का गुस्सा शांत न करते तो वह हरमिंदर साहिब पर बम फेंक देता। जो सिखों के लिए बड़ी बात होती। मान ने कहा था कि उस वक्त के खालसा कॉलेज के अंग्रेज प्रिंसिपल ने मेरे नाना को कहा था कि जनरल डायर जलियांवाला बाग पर बम फेंकने वाले हैं। उस वक्त बम इतने परफेक्ट नहीं होते थे कि जहां निशाना लगाओ, वहीं गिरे। इससे श्री हरमिंदर साहिब को नुकसान हो सकता था। इसलिए उन्होंने डायर को सिरोपा दिया था। हरियाणा राज्य महिला आयोग का मान को समन… पंजाब के पूर्व लोकसभा सांसद सिमरनजीत सिंह मान ने बॉलीवुड अभिनेत्री व हिमाचल प्रदेश से BJP सांसद कंगना रनोट को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया है। मान ने कहा है कि कंगना रनोट को रेप का बहुत तजुर्बा है, उनसे पूछ सकते हैं कि रेप कैसे होता है? मान गुरुवार को करनाल आए हुए थे। मान के इस बयान पर हरियाणा राज्य महिला आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग ने पूर्व सांसद को समन भेजा है। साथ ही 5 दिन के अंदर सार्वजनिक रूप से माफी मांगने और लिखित स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया है। बता दें कि कंगना रनोट ने कुछ दिन पहले ‘दैनिक भास्कर’ को दिए इंटरव्यू में कहा था कि दिल्ली बॉर्डर पर हुए किसान आंदोलन में रेप किए गए। उसे लेकर मान का यह बयान माना जा रहा है। वहीं, कंगना इन दिनों पूर्व PM इंदिरा गांधी पर बनाई फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर भी विवादों में हैं। इसे लेकर सिख समुदाय का आरोप है कि संत जरनैल सिंह भिंडरावाले के कैरेक्टर को गलत तरीके से पेश कर सिखों की छवि बिगाड़ी जा रही है। वहीं, इस पर कंगना रनोट ने कहा, ‘मुझे रेप की धमकियां मिल रही हैं कि कंगना को पता है कि रेप क्या होता है। इस तरह से वे मेरी आवाज नहीं दबा सकते।’ मीडिया के सवाल और मान के जवाब पढ़िए…. सिमरनजीत सिंह मान से पूछा गया था कि कंगना रनोट ने बयान दिया कि अगर केंद्र में BJP की सरकार न होती तो किसान आंदोलन के वक्त पंजाब का वही हाल होता, जो बांग्लादेश का हुआ है। इसके जवाब में मान ने कहा-” कंगना रनोट को रेप का बहुत तजुर्बा है। उनसे आगे पूछ सकते हैं कि रेप कैसे होता है?, लोगों को समझाया जाए। मान से पूछा गया कि कंगना रनोट को रेप का तजुर्बा कैसे है? इसके जवाब में मान ने कहा- जैसे आप साइकिल चलाते हैं तो आपको साइकिल चलाने का तजुर्बा हो जाता है। उनको रेप का तजुर्बा है। मान से फिर पूछा गया कि क्या वे कंगना रनोट की बात कर रहे हैं। इस पर मान ने कहा कि बिल्कुल, वह कंगना रनोट की बात कर रहे हैं। कंगना ने कहा- रेप की तुलना साइकिल चलाने से की
सिमरजीत सिंह मान के बयान के बाद कंगना ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि यह देश रेप को महत्वहीन बनाना कभी बंद नहीं करेगा। आज इस वरिष्ठ नेता ने रेप की तुलना साइकिल चलाने से कर दी, इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि मजे के लिए महिलाओं के खिलाफ रेप और हिंसा राष्ट्र की मानसिकता में इतनी गहरी जड़ें जमा चुकी है कि इसका इस्तेमाल महिलाओं को चिढ़ाने या उनका मजाक उड़ाने के लिए किया जाता है, भले ही वह कोई बड़ा फिल्म डायरेक्टर या नेता ही क्यों न हो।’ कंगना रनोट ने कहा कि इमरजेंसी फिल्म रिलीज होने वाली है। हमें सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट मिल चुका है। इसे लेकर बहुत लोगों ने हंगामा किया। अभी भी सेंसर बोर्ड के इश्यू चल रहे हैं, हमें उम्मीद है कि फिल्म रिलीज हो जाएगी। डराने और धमकाने से इतिहास नहीं बदल सकते। 17 साल की लड़की पर 30-35 गोलियां दागी गईं। गोलियां आसमान से तो नहीं चलीं। वह कैसे मरी, ये सब तो दिखाना ही पड़ेगा। आर्टिस्ट की आवाज को दबाने के लिए कुछ लोगों ने माथे पर बंदूक रख दी है। इन सब चीज से हम डरने वाले नहीं हैं। शहीद भगत सिंह को आतंकवादी कह चुके
सिमरनजीत मान पहले भी विवादित बयान दे चुके हैं। 2 साल पहले करनाल में उन्होंने शहीद भगत सिंह को आतंकवादी कहा था। मान ने कहा था कि सरदार भगत सिंह ने एक अंग्रेज नौजवान, एक अफसर और एक अमृतधारी सिख कॉस्टेबल को मार दिया था। नेशनल असेंबली में बम फेंक दिया था। भगत सिंह आतंकवादी है या भगत है, यह बता दीजिए। बेगुनाह आदमियों को मारना और पार्लियामेंट में बम फेंक देना शराफत की बात है। कुछ भी हो लेकिन भगत सिंह आतंकवादी तो है। जनरल डायर को सिरोपे देने की बात कबूली थी
मान के भगत सिंह को आतंकी कहे जाने के बाद सियासी बवाल मचा था। विपक्षी दलों ने आरोप लगाए थे कि उनके नाना अरूड़ सिंह ने अमृतसर के जलियांवाला बाग में लोगों पर गोलियां चलाने वाले जनरल डायर को सिरोपा देकर सम्मानित किया था। इसके जवाब में मान ने कहा था कि अगर उनके नाना जनरल डायर का गुस्सा शांत न करते तो वह हरमिंदर साहिब पर बम फेंक देता। जो सिखों के लिए बड़ी बात होती। मान ने कहा था कि उस वक्त के खालसा कॉलेज के अंग्रेज प्रिंसिपल ने मेरे नाना को कहा था कि जनरल डायर जलियांवाला बाग पर बम फेंकने वाले हैं। उस वक्त बम इतने परफेक्ट नहीं होते थे कि जहां निशाना लगाओ, वहीं गिरे। इससे श्री हरमिंदर साहिब को नुकसान हो सकता था। इसलिए उन्होंने डायर को सिरोपा दिया था। हरियाणा राज्य महिला आयोग का मान को समन… हरियाणा | दैनिक भास्कर