हरियाणा के रोहतक शहर के पुरानी शुगर मिल इलाके में फाइनेंसर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक 30 वर्षीय रवि सुनारिया कलां गांव का रहने वाला था। घटना सोमवार दोपहर करीब तीन बजे की है। हमलावरों ने रवि को 6 गोलियां मारी। उसके सिर पर कई बार ईंट से भी वार किया गया। पुलिस जांच में पता चला है कि फाइनेंसर जान बचाने के लिए करीब 150 मीटर तक भागा, लेकिन हमलावरों से बच नहीं सका। शुरुआती जांच में रंजिश और पैसों के लेन-देन का मामला सामने आया है। 150 मीटर तक फैले मिले खून के धब्बे घटनास्थल पर दूर-दूर तक खून के धब्बे मिले हैं। एफएसएल विशेषज्ञ डॉ. सरोज और पुलिस ने जब घटनास्थल का निरीक्षण किया तो 150 मीटर दूर तक खून के धब्बे मिले। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हमलावरों ने जब रवि को गोली मारी तो वह जान बचाने के लिए भागने लगा। हमलावर उसके पीछे भागते हुए लगातार फायरिंग करते रहे। जिस जगह शव मिला है, वहां से 6 गोलियों के खोल बरामद हुए हैं। खून से सनी एक ईंट भी मिली है। खाली प्लाट में पड़ा था शव रोहतक के सुनारिया कलां गांव निवासी देवेंद्र ने शिवाजी कॉलोनी थाने में हत्या की शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने शिकायत में बताया कि उनके 2 बेटे हैं। उनका बड़ा बेटा रवि करीब 29 साल का है जो फाइनेंस का काम करता है। वह सोमवार को करीब 2 बजे बुलेट मोटरसाइकिल पर घर से निकला था। उन्होंने बताया कि सोमवार शाम करीब साढ़े पांच बजे वह घर पर था। इसी दौरान गांव का ही एक व्यक्ति आया और उसने बताया कि पुरानी शुगर मिल के पास अग्रसेन भवन के पीछे खाली प्लाट में रवि का शव खून से लथपथ पड़ा है। पैसों के लेन-देन से जुड़ा है मामला देवेंद्र ने बताया कि सूचना मिलने के बाद वह मौके पर पहुंचे। वहां उन्होंने देखा कि उनके बेटे रवि के शरीर पर गोलियों के निशान थे। उन्होंने शिकायत में आरोप लगाया कि उनके बेटे रवि का प्रहलाद राठी नामक व्यक्ति से पैसों का लेन-देन था। आशंका है कि प्रहलाद राठी और उसके भाई कृष्ण राठी ने अपने साथियों के साथ मिलकर रवि की गोली मारकर हत्या की है। हत्या के आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस शिवाजी कॉलोनी थाने के जांच अधिकारी एएसआई कुलदीप सिंह ने बताया कि मृतक रवि के पिता देवेंद्र के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। जिसके आधार पर प्रहलाद राठी व उसके भाई कृष्ण राठी व अन्य के खिलाफ हत्या समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। वहीं, घटना स्थल पर 6 गोलियों के खोल व खून से सनी ईंट भी मिली है। एफएसएल टीम ने भी मौके पर पहुंचकर हत्या से जुड़े साक्ष्य जुटाए हैं। हरियाणा के रोहतक शहर के पुरानी शुगर मिल इलाके में फाइनेंसर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक 30 वर्षीय रवि सुनारिया कलां गांव का रहने वाला था। घटना सोमवार दोपहर करीब तीन बजे की है। हमलावरों ने रवि को 6 गोलियां मारी। उसके सिर पर कई बार ईंट से भी वार किया गया। पुलिस जांच में पता चला है कि फाइनेंसर जान बचाने के लिए करीब 150 मीटर तक भागा, लेकिन हमलावरों से बच नहीं सका। शुरुआती जांच में रंजिश और पैसों के लेन-देन का मामला सामने आया है। 150 मीटर तक फैले मिले खून के धब्बे घटनास्थल पर दूर-दूर तक खून के धब्बे मिले हैं। एफएसएल विशेषज्ञ डॉ. सरोज और पुलिस ने जब घटनास्थल का निरीक्षण किया तो 150 मीटर दूर तक खून के धब्बे मिले। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हमलावरों ने जब रवि को गोली मारी तो वह जान बचाने के लिए भागने लगा। हमलावर उसके पीछे भागते हुए लगातार फायरिंग करते रहे। जिस जगह शव मिला है, वहां से 6 गोलियों के खोल बरामद हुए हैं। खून से सनी एक ईंट भी मिली है। खाली प्लाट में पड़ा था शव रोहतक के सुनारिया कलां गांव निवासी देवेंद्र ने शिवाजी कॉलोनी थाने में हत्या की शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने शिकायत में बताया कि उनके 2 बेटे हैं। उनका बड़ा बेटा रवि करीब 29 साल का है जो फाइनेंस का काम करता है। वह सोमवार को करीब 2 बजे बुलेट मोटरसाइकिल पर घर से निकला था। उन्होंने बताया कि सोमवार शाम करीब साढ़े पांच बजे वह घर पर था। इसी दौरान गांव का ही एक व्यक्ति आया और उसने बताया कि पुरानी शुगर मिल के पास अग्रसेन भवन के पीछे खाली प्लाट में रवि का शव खून से लथपथ पड़ा है। पैसों के लेन-देन से जुड़ा है मामला देवेंद्र ने बताया कि सूचना मिलने के बाद वह मौके पर पहुंचे। वहां उन्होंने देखा कि उनके बेटे रवि के शरीर पर गोलियों के निशान थे। उन्होंने शिकायत में आरोप लगाया कि उनके बेटे रवि का प्रहलाद राठी नामक व्यक्ति से पैसों का लेन-देन था। आशंका है कि प्रहलाद राठी और उसके भाई कृष्ण राठी ने अपने साथियों के साथ मिलकर रवि की गोली मारकर हत्या की है। हत्या के आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस शिवाजी कॉलोनी थाने के जांच अधिकारी एएसआई कुलदीप सिंह ने बताया कि मृतक रवि के पिता देवेंद्र के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। जिसके आधार पर प्रहलाद राठी व उसके भाई कृष्ण राठी व अन्य के खिलाफ हत्या समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। वहीं, घटना स्थल पर 6 गोलियों के खोल व खून से सनी ईंट भी मिली है। एफएसएल टीम ने भी मौके पर पहुंचकर हत्या से जुड़े साक्ष्य जुटाए हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिसार में किडनी में बाईपास-सर्जरी करने वाले ने खोला अस्पताल:डॉ. सिंगला को नेग्लिजेंस बोर्ड ने दोषी ठहराया, ऑपरेशन के दौरान यूरिन ब्लैडर डैमेज किया
हिसार में किडनी में बाईपास-सर्जरी करने वाले ने खोला अस्पताल:डॉ. सिंगला को नेग्लिजेंस बोर्ड ने दोषी ठहराया, ऑपरेशन के दौरान यूरिन ब्लैडर डैमेज किया हरियाणा में हिसार के डॉक्टर यशपाल सिंगला पर शिकंजा कस गया है। हरियाणा के मेडिकल नेग्लिजेंस बोर्ड ने अपनी रिपोर्ट में माना है कि डॉक्टर यशपाल ने इलाज के दौरान चिकित्सकीय लापरवाही की है। यह रिपोर्ट रोहतक पीजीआई के यूरोलॉजी विभाग के यूरोलॉजिस्ट डॉ. वीएस राठी की देखरेख में तैयार की गई है। हैरान करने वाली बात यह है कि गलत इलाज करने वाले डॉक्टर यशपाल सिंगला ने अपना निजी अस्पताल खोल रखा है। डॉ. यशपाल ने सेक्टर 9-11 में माययाश नाम से अस्पताल खोला है। आपको बता दें कि साल 2018 में चरखी दादरी के अटेला गांव निवासी भूपेंद्र की शिकायत पर गीतांजलि अस्पताल हिसार के संचालक और सर्जन डॉ. यशपाल सिंगला के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। डॉक्टर यशपाल पर मरीज की जान खतरे में डालने और गलत ऑपरेशन करने का आरोप है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। इन डॉक्टरों ने की थी जांच नेग्लिजेंसी बोर्ड में हिसार सिविल अस्पताल के डॉ. राजीव डाबला, फिजिशियन डॉ. अजीत सिंह, आईएमए अध्यक्ष डॉ. जेपी नलवा, सिविल अस्पताल के जनरल सर्जन डॉ. विनोद, एनआईएमए अध्यक्ष डॉ. अशोक यादव समेत कुल 5 सदस्य शामिल थे। किडनी दिखाने आया था, बाईपास सर्जरी कर दी दरअसल, चरखी दादरी निवासी भूपेंद्र ने 2019 में हिसार सीएमओ को शिकायत की थी। शिकायत में कहा गया था कि मेरी बाईं किडनी में दर्द था। मैं डॉ. कमल किशोर की ओपीडी में भी गया था। यहां मेरे टेस्ट हुए। रिपोर्ट मिलने पर डॉ. कमल किशोर ने मुझे सर्जन डॉ. यशपाल के पास भेजा। इसके बाद डॉ. यशपाल ने सलाह दी कि आपकी हालत गंभीर है और आपको बाईपास सर्जरी करानी पड़ेगी। भूपेंद्र ने बताया कि जब उसका ऑपरेशन हुआ तो ऑपरेशन थियेटर में डॉ. यशपाल सिंगला ने मेरे साथ बदसलूकी की। ओटी रूम में ही उनका फोन बार-बार बज रहा था। ऑपरेशन करते समय मेरा यूरिन ब्लैडर डैमेज हो गया था। उन्होंने स्टेंट को वहीं छोड़ दिया। इसके बाद ब्लीडिंग शुरू हो गई। डॉक्टर लगातार खून चढ़ाते रहे और मुझे ब्लीडिंग होती रही। फिर ब्लीडिंग बंद हो गई क्योंकि खून का थक्का बन गया था। उसके बाद डॉ. कमल किशोर ने कहा कि आपका केस ज्यादा क्रिटिकल हो गया है और आपको गुरुग्राम या दिल्ली ले जाना पड़ेगा। गुरुग्राम में डॉक्टर ने बताया- केस बिगाड़ा
इसके बाद वह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में इलाज कराने गया। मेरा केस देखते ही मेदांता के डॉक्टर राकेश ने कहा कि आपका केस तो बिगाड़ दिया गया है। डॉक्टर राकेश ने डॉ. यशपाल से बात कर कहा कि आपने मरीज की जान जोखिम में डाल दी। डॉ. राकेश ने ऑपरेशन कर करीब एक बाल्टी मेरे पेट से खून की गांठ की निकालीं। जब मेरा ऑपरेशन हुआ तो मैं बेरोजगार था। इलाज में करीब 20 लाख रुपए खर्च हो गए। इलाज में उसकी जमीन जायदाद सब बिक गए। इस पर प्रकार लड़ी लड़ाई
भूपेंद्र ने बताया कि मेरे इलाज में लापरवाही बरती गई। 2019 में उसने हिसार में सिविल सर्जन ऑफिस में शिकायत दी। सिविल सर्जन की जांच में सामने आया कि मेडिकल नेग्लिजेंसी हुई है। इसके बाद सिविल सर्जन ने रोहतक PGI को जांच के लिए लिखा। वहां के डॉक्टरों ने जांच की तो उन्होंने भी रिपोर्ट में माना की मेडिकल नेग्लिजेंसी हुई है। भूपेंद्र ने आगे बताया कि गीतांजली अस्पताल से अपनी मेडिकल हिस्ट्री लेने के लिए सीएम विंडो और बाद में RTI लगाई। इसके बाद उसे जाकर अपनी रिपोर्ट मिली। इसके बाद हिसार CMO ने हिसार SP को डॉक्टरों पर कार्रवाई करने के बारे में पत्र लिख गया। जिसके बाद 6 बाद डॉक्टरों पर कार्रवाई हुई है।
रोहतक में PGI की सुरक्षा बढ़ाने की मांग:कोलकाता रेप-हत्या केस में डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी, OPD में मानव श्रृंखला बनाकर दिखाई एकजुटता
रोहतक में PGI की सुरक्षा बढ़ाने की मांग:कोलकाता रेप-हत्या केस में डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी, OPD में मानव श्रृंखला बनाकर दिखाई एकजुटता रोहतक पीजीआई के डॉक्टर पिछले करीब 6 दिनों से हड़ताल पर हैं। जो कोलकाता में महिला डॉक्टर से दुष्कर्म व हत्या मामले में उचित कार्रवाई व न्याय की मांग कर रहे हैं। साथ ही रोहतक पीजीआई में भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने की मांग की जा रही है। रोहतक पीजीआई के रेजिडेंस डॉक्टरों ने कोलकाता की घटना के बाद हड़ताल करने का फैसला लिया। जिसके कारण रोहतक पीजीआई में आने वाले मरीजों को भी समय पर उपचार नहीं मिल पाता। वहीं इलाज के लिए भटकना पड़ता है। वहीं रेजिडेंस डॉक्टरों ने कहा कि जब तक न्याय नहीं मिलता, तब तक वे हड़ताल पर रहेंगे। पीजीआई में भी बढ़ाएं सुरक्षा
पीजीआईएमएस की ओपीडी में रेजिडेंट डॉक्टर्स, इंटर्न्स व विद्यार्थियों ने नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया। जिसमें कोलकाता हत्याकांड को लेकर लोगों को बताया। वहीं OPD में मानव श्रृंखला बनाकर अपनी एकजुटता का संदेश दिया। वहीं लोगों से भी आह्वान किया कि वे भी इसमें उनके साथ आएं। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों को सुरक्षा दी जाए। रोहतक पीजीआई में भी सुरक्षा का अभाव है। इसलिए पीजीआई में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। वहीं पुलिस सुरक्षा भी उपलब्ध करवाई जाए। क्योंकि रात के समय भी महिला चिकित्सकों को आना-जाना पड़ता है।
हरियाणा में अफसरों की भर्ती में बनेगी वेटिंग लिस्ट:ग्रुप B की भर्ती में पड़ेगा असर; पहले ग्रुप C-D में ही बनती थी वेटिंग लिस्ट
हरियाणा में अफसरों की भर्ती में बनेगी वेटिंग लिस्ट:ग्रुप B की भर्ती में पड़ेगा असर; पहले ग्रुप C-D में ही बनती थी वेटिंग लिस्ट हरियाणा सरकार ने अफसरों की भर्ती से संबंधित एक बड़ा फैसला किया है। हालांकि यह फैसला लगभग 2 महीने पहले कर लिया गया था। दो महीने पहले हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) को इसकी पालना करने के लिए भेज दिया था। मगर इस फैसले का असर अब आने वाली भर्तियों में दिखाई देगा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सरकार ने ग्रुप बी अफसरों की सीधी भर्ती में वेटिंग लिस्ट तैयार करने के लिए कहा है। हालांकि आयोग ने 2021 में वेटिंग लिस्ट तैयार करने का आग्रह पत्र हरियाणा सरकार को भेजा था, मगर तब सरकार HPSC के इस आग्रह को ठुकरा दिया था। 3 साल पुराने फैसले को सैनी ने दी मंजूरी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सरकार ने 3 साल पुराने फैसले पर पुनर्विचार किया और जून 2024 में फैसला किया कि ग्रुप बी पदों के लिए भी HPSC वेटिंग लिस्ट तैयार करेगा। वैसे तो हरियाणा सरकार में HPSC को यह सूचना गत जून में भेज दी थी और यह भी बता दिया था कि 2019 के निर्देशानुसार वेटिंग लिस्ट तैयार होगी। मगर सरकार स्पष्टता के साथ दोबारा ये निर्देश जारी करेगी। अभी इसका मसौदा तैयार हो रहा है। ग्रुप A की नौकरी में लागू नहीं होगा फैसला मुख्य सचिव कार्यालय ने HPSC सचिव को 7 जून को भेजे पत्र में लिखा है, ‘सरकार ने पुनर्विचार कर फैसला किया है कि ग्रुप बी पदों के लिए भी वेटिंग लिस्ट तैयार की जाए। जैसे 25 जून 2019 के निर्देशों में लिखा हुआ है। यह भी स्पष्ट किया जाता है कि ग्रुप ए पदों के लिए कोई भी वेटिंग लिस्ट तैयार नहीं की जाएगी, चाहे चयन एक ही परीक्षा से हो या न हो। यह निर्णय तुरंत लागू होगा।’ अब ग्रुप बी, सी और डी पदों की सीधी भर्ती में वेटिंग लिस्ट तैयार होगी। पहले ग्रुप सी और डी पदों की भर्ती में वेटिंग लिस्ट तैयार होती थी। HPSC ने सरकार से ये की थी रिक्वेस्ट हरियाणा लोक सेवा आयोग ने 2021 में प्रदेश सरकार को आग्रह पत्र भेजा था। इसमें लिखा था, ‘मुख्य सचिव के 28 अगस्त 1993 और 27 फरवरी1998 निर्देशानुसार, एचपीएससी द्वारा 25 रिक्तियों की संख्या के 25% के बराबर 25 से 50 तक की रिक्तियों के लिए 15 और 50 से अधिक की रिक्तियों के लिए 10 के बराबर, न्यूनतम दो अभ्यर्थियों की प्रतीक्षा सूची तैयार की जानी है। मूल सूची 6 माह तक वैध रहेगी, इस दौरान विभाग रिक्तियों को भरने की प्रक्रिया पूरी करेगा। इसके बाद मूल सूची वैध नहीं रहेगी। 6 महीने रहेगी मूल सूची की वैधता मूल सूची को वैधता समाप्त होने के बाद प्रतीक्षा सूची 6 माह तक वैध रहेगी प्रतीक्षा सूची तभी संचालित की जाएगी, जब मूल सूची में अनुशासित अभ्यार्थी कार्यभार ग्रहण नहीं करता है या अन्य कारणों से पद रिक्त रह जाता है। ये निर्देश उन मामलों में लागू नहीं होंगे। जहां विभिन्न सेवाओं के लिए एक सामान्य परीक्षा के आधार पर भर्ती की जाती है। ऐसे मामलों में कोई प्रतीक्षा सूची तैयार नहीं की जाएगी। ये निर्देश उन मामलों में भी लागू नहीं होंगे जहां नियमों में कोई विशिष्ट प्रावधान है।