हरियाणा में बारिश में बनाई 28 करोड़ की सड़क:आधा किमी रोड पर बिछाई तारकोल; वीडियो बना तो EO ने HSVP एक्सईएन से जवाब मांगा

हरियाणा में बारिश में बनाई 28 करोड़ की सड़क:आधा किमी रोड पर बिछाई तारकोल; वीडियो बना तो EO ने HSVP एक्सईएन से जवाब मांगा

हरियाणा के हिसार में बारिश में 28 करोड़ की सड़क बनाई जा रही थी। बारिश में ही इस पर गर्म तारकोल बिछाया जा रहा था। यह सड़क सिरसा नेशनल हाईवे से जोड़ी जानी है। इसका खुलासा तब हुआ, जब एक राहगीर ने इसकी वीडियो बना ली। इसके बाद अधिकारियों में भी हड़कंप मच गया। जिसके बाद ठेकेदार को तलब कर अधिकारियों ने काम बंद करने को कहा। उसे कहा गया कि बारिश में जितनी भी सड़क बनाई गई है, उस पर अतिरिक्त तारकोल डाला जाए। बारिश में सड़क बनाए जाने की शिकायत संपदा अधिकारी (ईओ) राजेश खोथ ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) के एक्सईएन से अधिकारी से जवाब तलब कर लिया गया है। जानकारी के मुताबिक हिसार सेक्टर 14, 14 पार्ट टू और 33 के लिए सड़क बनाई जा रही है। इस सड़क को सिरसा नेशनल हाईवे से जोड़ा जाना है।श्री राम आइडियल स्कूल के पास मकान नंबर 1621 से 1627 तक की 500 मीटर सड़क बारिश में ही बना दी गई। बता दें कि नियमों के मुताबिक अत्यधिक ठंड और बारिश में तारकोल की सड़कें नहीं बनाई जा सकतीं। इससे सड़क अपनी मजबूती खो देती है और धीरे-धीरे टूटने लगती है। मानसून से ठीक पहले ही हिसार के सेक्टर 9-11, सेक्टर 13, सेक्टर 14, सेक्टर 33 समेत अन्य सेक्टरों में तारकोल की सड़कें बनाई गई हैं। अगर तेज बारिश हुई तो हाल ही में बनी सड़कें उखड़ने का डर रहेगा। 45 मीटर चौड़ी सड़क का हो रहा निर्माण
बता दें कि सेक्टर 14 और 33 के लिए 45 मीटर चौड़ी मास्टर रोड बनाई जा रही है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) ने इस सड़क का टेंडर 2021 में किया था। इसके अलावा दोनों सेक्टरों के लिए बरसाती नाला भी बनाया गया है। सड़क की लंबाई 8.8 किलोमीटर होगी। इस प्रोजेक्ट पर 28.80 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। एजेंसी को इस प्रोजेक्ट को 9 महीने में पूरा करने का वर्क ऑर्डर दिया गया था, लेकिन मई 2024 के अंत में भी इस सड़क का निर्माण पूरा नहीं हो पाया है। एचएसवीपी ने बनाया मास्टर प्लान
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) ने सेक्टरों को जोड़ने के लिए मास्टर रोड का निर्माण किया जाता है। चूंकि सेक्टर 14 और 33 एक दूसरे से सटे हुए हैं। इनके लिए मास्टर रोड का प्रावधान पहले से ही किया गया था, लेकिन अब तक यह सड़क नहीं बन पाई। हालांकि, इसके लिए एस्टीमेट को वर्ष 2019 में मंजूरी मिल गई थी। सड़क बनने से दो सेक्टरों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ेगी
इस फोरलेन का एक हिस्सा सेक्टर 14 और 14 पार्ट टू के बीच बनेगा। फिलहाल यह सड़क दो लेन की है। दूसरा हिस्सा सेक्टर-14 के तीसरे गेट से भैंसा फार्म के साथ बनेगा, जो 14 और 14 पार्ट टू को क्रॉस करके सेक्टर-33 से जुड़ेगा। तीसरा हिस्सा सेक्टर-33 के अंत में बनेगा, जो सीधा साउथ बाइपास से जुड़ेगा। इसके अलावा चौथा हिस्सा 14 पार्ट टू और 33 के बीच बनने वाली सड़क से बस स्टैंड के पीछे साउथ बाईपास जाने वाली सड़क तक बनेगा। इस सड़क के बनने से उकलाना, बरवाला, आदमपुर से सेक्टर में आने वाले लोगों को सुविधा मिलेगी। सेक्टरवासियों ने जताई थी यह आपत्ति
सड़क निर्माण को लेकर सेक्टरवासियों ने अधिकारियों से शिकायत की थी कि ठेकेदार सड़क को ठीक से समतल नहीं बना रहा है। इस शिकायत के बाद अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण भी किया था। हालांकि इस दौरान यह निर्णय लिया गया था कि जहां भी सड़क ठीक से नहीं बनी है, वहां दोबारा सड़क बनाई जाएगी। लेकिन इसके बाद सेक्टर निवासी ठेकेदार के काम से संतुष्ट नहीं हुए। अभी भी सेक्टरों में बिना समतल के सड़कें बनाई जा रही हैं। हरियाणा के हिसार में बारिश में 28 करोड़ की सड़क बनाई जा रही थी। बारिश में ही इस पर गर्म तारकोल बिछाया जा रहा था। यह सड़क सिरसा नेशनल हाईवे से जोड़ी जानी है। इसका खुलासा तब हुआ, जब एक राहगीर ने इसकी वीडियो बना ली। इसके बाद अधिकारियों में भी हड़कंप मच गया। जिसके बाद ठेकेदार को तलब कर अधिकारियों ने काम बंद करने को कहा। उसे कहा गया कि बारिश में जितनी भी सड़क बनाई गई है, उस पर अतिरिक्त तारकोल डाला जाए। बारिश में सड़क बनाए जाने की शिकायत संपदा अधिकारी (ईओ) राजेश खोथ ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) के एक्सईएन से अधिकारी से जवाब तलब कर लिया गया है। जानकारी के मुताबिक हिसार सेक्टर 14, 14 पार्ट टू और 33 के लिए सड़क बनाई जा रही है। इस सड़क को सिरसा नेशनल हाईवे से जोड़ा जाना है।श्री राम आइडियल स्कूल के पास मकान नंबर 1621 से 1627 तक की 500 मीटर सड़क बारिश में ही बना दी गई। बता दें कि नियमों के मुताबिक अत्यधिक ठंड और बारिश में तारकोल की सड़कें नहीं बनाई जा सकतीं। इससे सड़क अपनी मजबूती खो देती है और धीरे-धीरे टूटने लगती है। मानसून से ठीक पहले ही हिसार के सेक्टर 9-11, सेक्टर 13, सेक्टर 14, सेक्टर 33 समेत अन्य सेक्टरों में तारकोल की सड़कें बनाई गई हैं। अगर तेज बारिश हुई तो हाल ही में बनी सड़कें उखड़ने का डर रहेगा। 45 मीटर चौड़ी सड़क का हो रहा निर्माण
बता दें कि सेक्टर 14 और 33 के लिए 45 मीटर चौड़ी मास्टर रोड बनाई जा रही है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) ने इस सड़क का टेंडर 2021 में किया था। इसके अलावा दोनों सेक्टरों के लिए बरसाती नाला भी बनाया गया है। सड़क की लंबाई 8.8 किलोमीटर होगी। इस प्रोजेक्ट पर 28.80 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। एजेंसी को इस प्रोजेक्ट को 9 महीने में पूरा करने का वर्क ऑर्डर दिया गया था, लेकिन मई 2024 के अंत में भी इस सड़क का निर्माण पूरा नहीं हो पाया है। एचएसवीपी ने बनाया मास्टर प्लान
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) ने सेक्टरों को जोड़ने के लिए मास्टर रोड का निर्माण किया जाता है। चूंकि सेक्टर 14 और 33 एक दूसरे से सटे हुए हैं। इनके लिए मास्टर रोड का प्रावधान पहले से ही किया गया था, लेकिन अब तक यह सड़क नहीं बन पाई। हालांकि, इसके लिए एस्टीमेट को वर्ष 2019 में मंजूरी मिल गई थी। सड़क बनने से दो सेक्टरों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ेगी
इस फोरलेन का एक हिस्सा सेक्टर 14 और 14 पार्ट टू के बीच बनेगा। फिलहाल यह सड़क दो लेन की है। दूसरा हिस्सा सेक्टर-14 के तीसरे गेट से भैंसा फार्म के साथ बनेगा, जो 14 और 14 पार्ट टू को क्रॉस करके सेक्टर-33 से जुड़ेगा। तीसरा हिस्सा सेक्टर-33 के अंत में बनेगा, जो सीधा साउथ बाइपास से जुड़ेगा। इसके अलावा चौथा हिस्सा 14 पार्ट टू और 33 के बीच बनने वाली सड़क से बस स्टैंड के पीछे साउथ बाईपास जाने वाली सड़क तक बनेगा। इस सड़क के बनने से उकलाना, बरवाला, आदमपुर से सेक्टर में आने वाले लोगों को सुविधा मिलेगी। सेक्टरवासियों ने जताई थी यह आपत्ति
सड़क निर्माण को लेकर सेक्टरवासियों ने अधिकारियों से शिकायत की थी कि ठेकेदार सड़क को ठीक से समतल नहीं बना रहा है। इस शिकायत के बाद अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण भी किया था। हालांकि इस दौरान यह निर्णय लिया गया था कि जहां भी सड़क ठीक से नहीं बनी है, वहां दोबारा सड़क बनाई जाएगी। लेकिन इसके बाद सेक्टर निवासी ठेकेदार के काम से संतुष्ट नहीं हुए। अभी भी सेक्टरों में बिना समतल के सड़कें बनाई जा रही हैं।   हरियाणा | दैनिक भास्कर