हरियाणा में बिजली मंत्री की हार के बाद पावर कट:हिसार में लोगों का फूटा गुस्सा, रोड जाम कर रणजीत चौटाला के खिलाफ नारेबाजी

हरियाणा में बिजली मंत्री की हार के बाद पावर कट:हिसार में लोगों का फूटा गुस्सा, रोड जाम कर रणजीत चौटाला के खिलाफ नारेबाजी

हरियाणा में बिजली मंत्री रणजीत चौटाला के लोकसभा चुनाव हारने के बाद लोगों को बिजली कटों का सामना करना पड़ रहा है। हिसार में आजाद नगर के लिए ने अघोषित कटौती से परेशान होकर देर रात को रोड जाम कर दिया और बिजली मंत्री पर हार का बदला लेने का आरोप लगाया। लोगों ने बिजली मंत्री और सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। बता दें कि, सिरसा की रानियां विधानसभा से रणजीत चौटाला विधायक बने थे और लोकसभा चुनाव के लिए विधायकी से इस्तीफा देकर हिसार लोकसभा चुनाव लड़े थे। मगर वह कांग्रेस के जयप्रकाश जेपी से हार गए थे। लोगों का आरोप है कि जब से बिजली मंत्री चुनाव हारे हैं, वह बदला ले रहे हैं और जहां-जहां से हारे हैं वहां-वहां लंबे कट लगवा रहे हैं। वार्ड 16 जिला परिषद प्रतिनिधि एवं युवा कांग्रेस महासचिव मनोज टाक माही ने बताया कि, बिजली मंत्री अपनी हार का बदला ले रहे हैं। यदि बिजली कट इसी तरह लगते रहे तो बिजली विभाग के कार्यालय का घेराव करेंगे। इतने कट लगते हैं कि रात को सो भी नहीं पाते। बाहर बैठकर रात गुजारनी पड़ती है। सभी लोग परेशान हैं। बिजली कट का कारण यह भी
हिसार में तापमान 39 तक पहुंच गया है। भयंकर गर्मी और उमस भी बढ़ गई है। दूसरे धान सिंचाई का सीजन है। इस बार 42 प्रतिशत वर्षा कम हुई तो धान के खेत सूख रहे हैं। धान की सिंचाई के लिए लगातार ट्यूबवेल चल रहे हैं। इसलिए एग्रीकल्चर पावर (AP) में बिजली की डिमांड 4 गुना तक बढ़ गई है। ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में भी डिमांड बढ़ी है, पर ज्यादा असर नहीं आया। ऐसे में कट लगना शुरू हो गए हैं। इस कारण 129 लाख यूनिट बिजली खपत अब तक की अधिकतम जा पहुंची है। वरना इस सीजन में 123 से 125 लाख यूनिट बिजली अधिकतम खपत रही है। मगर सवाल यह है कि बिजली निगम ने ऐसे समय के लिए पहले से प्लानिंग क्यों नहीं की। बिजली निगम के SE हिसार सर्कल ओमबीर ने बताया कि ” बिजली निगम ने प्रबंध कर लिया है। बिजली सुचारू चलेगी। कहीं कट नहीं है। अगर मैंटेनेंस या फाल्ट है तो सप्लाई बंद करनी पड़ती है। बिजली की कमी से कट नहीं है। हमारी व्यवस्था पूरी है”। हिसार के इन फीडरों से सबसे ज्यादा ओवरलोड
11केवी सेक्टर 15 फीडर अंडर ब्रेकडाउन, 11केवी डीसी कालोनी वीसीबी बंद, 11केवी सेक्टर 17 में दिक्कत, 33केवी सेक्टर एक-चार सप्लाई चेंज, बीबीएमबी साइड पांच मिनट के लिए बंद, 33केवी सब स्टेशन सेक्टर एक-चार जंपर डिस्कनेट, 11केवी सेक्टर 15 जंपर होल्ड, 33केवी मेन सप्लाई फेल सेक्टर 27-28 लाइन, 11केवी रामनगर और सेक्टर 3-5 ओवरलोड, 11केवी एमजीए सेक्टर 21पी, 11केवी शिव नगर फीडर ओवरलोड, 11केवी जिंदल अस्पताल फीडर बंद, 11केवी सेक्टर 15 हाट स्पाट लाइन में दिक्कत, 11केवी न्यू विनोद नगर फीडर वीसीबी होल्ड, 11केवी माडल टाउन व डीसी कालोनी फीडर बंद, 11केवी डाबड़ा रोड फीडर ब्रेक डाउन रहा। 63,381 वोटों से हार गए थे बिजली मंत्री बता दें कि हिसार लोकसभा में जयप्रकाश जेपी ने बिजली मंत्री रणजीत चौटाला को 63,381 वोटों से हराया था। जयप्रकाश को 48.58 प्रतिशत वोट मिले थे जबकि रणजीत चौटाला को सिर्फ 43.19 प्रतिशत वोट मिले थे। पिछली बार के मुकाबले भाजपा का वोट प्रतिशत 7.81 प्रतिशत कम हुआ है। 2019 में भाजपा को 51.13 प्रतिशत वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस को 2019 में 15.63 प्रतिशत वोट मिले थे जो बढ़कर 48.58 प्रतिशत हो गए हैं। हिसार लोकसभा की 9 में से 6 सीटों पर जयप्रकाश जेपी ने जीत दर्ज की है जबकि रणजीत चौटाला सिर्फ 3 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाए हैं। रणजीत और भाजपा के लिए हार की सबसे बड़ी वजह आदमपुर में हार और शहरों में वोटों का कम होता अंतर रहा। हरियाणा में बिजली मंत्री रणजीत चौटाला के लोकसभा चुनाव हारने के बाद लोगों को बिजली कटों का सामना करना पड़ रहा है। हिसार में आजाद नगर के लिए ने अघोषित कटौती से परेशान होकर देर रात को रोड जाम कर दिया और बिजली मंत्री पर हार का बदला लेने का आरोप लगाया। लोगों ने बिजली मंत्री और सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। बता दें कि, सिरसा की रानियां विधानसभा से रणजीत चौटाला विधायक बने थे और लोकसभा चुनाव के लिए विधायकी से इस्तीफा देकर हिसार लोकसभा चुनाव लड़े थे। मगर वह कांग्रेस के जयप्रकाश जेपी से हार गए थे। लोगों का आरोप है कि जब से बिजली मंत्री चुनाव हारे हैं, वह बदला ले रहे हैं और जहां-जहां से हारे हैं वहां-वहां लंबे कट लगवा रहे हैं। वार्ड 16 जिला परिषद प्रतिनिधि एवं युवा कांग्रेस महासचिव मनोज टाक माही ने बताया कि, बिजली मंत्री अपनी हार का बदला ले रहे हैं। यदि बिजली कट इसी तरह लगते रहे तो बिजली विभाग के कार्यालय का घेराव करेंगे। इतने कट लगते हैं कि रात को सो भी नहीं पाते। बाहर बैठकर रात गुजारनी पड़ती है। सभी लोग परेशान हैं। बिजली कट का कारण यह भी
हिसार में तापमान 39 तक पहुंच गया है। भयंकर गर्मी और उमस भी बढ़ गई है। दूसरे धान सिंचाई का सीजन है। इस बार 42 प्रतिशत वर्षा कम हुई तो धान के खेत सूख रहे हैं। धान की सिंचाई के लिए लगातार ट्यूबवेल चल रहे हैं। इसलिए एग्रीकल्चर पावर (AP) में बिजली की डिमांड 4 गुना तक बढ़ गई है। ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में भी डिमांड बढ़ी है, पर ज्यादा असर नहीं आया। ऐसे में कट लगना शुरू हो गए हैं। इस कारण 129 लाख यूनिट बिजली खपत अब तक की अधिकतम जा पहुंची है। वरना इस सीजन में 123 से 125 लाख यूनिट बिजली अधिकतम खपत रही है। मगर सवाल यह है कि बिजली निगम ने ऐसे समय के लिए पहले से प्लानिंग क्यों नहीं की। बिजली निगम के SE हिसार सर्कल ओमबीर ने बताया कि ” बिजली निगम ने प्रबंध कर लिया है। बिजली सुचारू चलेगी। कहीं कट नहीं है। अगर मैंटेनेंस या फाल्ट है तो सप्लाई बंद करनी पड़ती है। बिजली की कमी से कट नहीं है। हमारी व्यवस्था पूरी है”। हिसार के इन फीडरों से सबसे ज्यादा ओवरलोड
11केवी सेक्टर 15 फीडर अंडर ब्रेकडाउन, 11केवी डीसी कालोनी वीसीबी बंद, 11केवी सेक्टर 17 में दिक्कत, 33केवी सेक्टर एक-चार सप्लाई चेंज, बीबीएमबी साइड पांच मिनट के लिए बंद, 33केवी सब स्टेशन सेक्टर एक-चार जंपर डिस्कनेट, 11केवी सेक्टर 15 जंपर होल्ड, 33केवी मेन सप्लाई फेल सेक्टर 27-28 लाइन, 11केवी रामनगर और सेक्टर 3-5 ओवरलोड, 11केवी एमजीए सेक्टर 21पी, 11केवी शिव नगर फीडर ओवरलोड, 11केवी जिंदल अस्पताल फीडर बंद, 11केवी सेक्टर 15 हाट स्पाट लाइन में दिक्कत, 11केवी न्यू विनोद नगर फीडर वीसीबी होल्ड, 11केवी माडल टाउन व डीसी कालोनी फीडर बंद, 11केवी डाबड़ा रोड फीडर ब्रेक डाउन रहा। 63,381 वोटों से हार गए थे बिजली मंत्री बता दें कि हिसार लोकसभा में जयप्रकाश जेपी ने बिजली मंत्री रणजीत चौटाला को 63,381 वोटों से हराया था। जयप्रकाश को 48.58 प्रतिशत वोट मिले थे जबकि रणजीत चौटाला को सिर्फ 43.19 प्रतिशत वोट मिले थे। पिछली बार के मुकाबले भाजपा का वोट प्रतिशत 7.81 प्रतिशत कम हुआ है। 2019 में भाजपा को 51.13 प्रतिशत वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस को 2019 में 15.63 प्रतिशत वोट मिले थे जो बढ़कर 48.58 प्रतिशत हो गए हैं। हिसार लोकसभा की 9 में से 6 सीटों पर जयप्रकाश जेपी ने जीत दर्ज की है जबकि रणजीत चौटाला सिर्फ 3 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाए हैं। रणजीत और भाजपा के लिए हार की सबसे बड़ी वजह आदमपुर में हार और शहरों में वोटों का कम होता अंतर रहा।   हरियाणा | दैनिक भास्कर