हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी ने अपने-अपने घोषणा पत्र तैयार कर लिए हैं। भाजपा अपने संकल्प पत्र को कल (बुधवार) जारी करेंगे। बहुत संभव है कि इसे रोहतक स्थित पार्टी के स्टेट ऑफिस से जारी किया जाए। बीजेपी की संकल्प पत्र निर्माण कमेटी का चेयरमैन पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ बनाया गया था। पिछले चुनावों में उन्हीं की अध्यक्षता में ही संकल्प पत्र तैयार किया गया था। वहीं कांग्रेस का भी घोषणा पत्र रेडी हो गया है। पार्टी ने इसे 2 फेज में तैयार किया है, पहले फेज की घोषणा राहुल गांधी और अन्य दिग्गज नेता नई दिल्ली से करेंगे। इस फेज में 15 गारंटियां शामिल की गई हैं। दूसरे चरण में चंडीगढ़ में बाकी चुनाव घोषणा पत्र जारी होगा। बीपीएल परिवारों के लिए होंगी बड़ी घोषणाएं भाजपा पिछले 10 साल से सत्ता में हैं, इसलिए वह कराए गए विकास और मेरिट पर नौकरियों के दम पर वोट मांग रही है। इनके अलावा, पार्टी युवा, महिलाओं, किसानों के साथ साथ व्यापारियों, मजदूरों और पिछड़ों को साधने की तैयारी में हैं। 1.80 लाख से कम आय वाले लोगों के लिए घोषणा पत्र में कई बड़े वादे हो सकते हैं। भाजपा हाईकमान खुद घोषणा पत्र तैयार कराने में जुटा है और संभावना है कि अगले सप्ताह इसे जनता के सामने पेश किया जाएगा। जारी नहीं हो सका सीएमपी 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा और जजपा ने अलग-अलग घोषणा पत्र जारी किए थे। गठबंधन के बाद दोनों दलों ने वादों को पूरा कराने के लिए एक कॉमन मीनिमम प्रोग्राम (CMP) बनने के लिए कमेटी गठित की। हालांकि साढ़े चार साल में गठबंधन टूट गया, पर सीएमपी जारी नहीं हो पाया। 2019 में बीजेपी ने संकल्प पत्र में ये किए थे वादे भाजपा के 2019 विधानसभा चुनाव के लिए पेश किए संकल्प पत्र में 15 प्रमुख एजेंडों पर आधारित था, इसमें हरियाणा के लोगों के साथ 258 वादे किए गए थे। भाजपा के पास 1.70 लाख सुझाव आए थे, जिनमें से यह संकल्प पत्र तैयार किया गया था। 258 वादों में हर वर्ग को छूने का प्रयास किया गया था। युवा, किसान, उद्योग, खेल, स्वास्थ्य, दलितों और पर्यावरण पर विशेष ध्यान दिया गया था। 3 नए मंत्रालय युवा विकास और रोजगार मंत्रालय, अंत्योदय व मानव संपदा मंत्रालय के गठन की कल्पना की गई थी। कांग्रेस इस बार देगी ये गारंटियां हरियाणा में कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में कई गारंटियां देगी। सरकार बनने पर 2 लाख खाली सरकारी पदों पर पक्की भर्तियां की जाएंगी। कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम का लाभ मिलेगा और बुढ़ापा पेंशन 6 हजार रुपए होगी। किसानों को एमएसपी व सर्वाधिक भाव की गारंटी देने के साथ ही पिछड़ा वर्ग के क्रीमीलेयर की आय सीमा को बढ़ाकर 10 लाख कर सकती है। पहले यह 6 लाख थी, जिसे भाजपा सरकार ने बढ़ाकर 8 लाख कर दिया था। कांग्रेस की ओर से जिन 15 गारंटियों को हरियाणा में जारी किया जाएगा, उनमें 300 यूनिट मुफ्त बिजली, ऑनलाइन पोर्टल बंद करने की घोषणा शामिल है। सफाई कर्मचारियों, ग्रामीण चौकीदारों और मनरेगा मेट के कर्मचारियों को पक्का करने का वादा भी कांग्रेस कर सकती है। हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी ने अपने-अपने घोषणा पत्र तैयार कर लिए हैं। भाजपा अपने संकल्प पत्र को कल (बुधवार) जारी करेंगे। बहुत संभव है कि इसे रोहतक स्थित पार्टी के स्टेट ऑफिस से जारी किया जाए। बीजेपी की संकल्प पत्र निर्माण कमेटी का चेयरमैन पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ बनाया गया था। पिछले चुनावों में उन्हीं की अध्यक्षता में ही संकल्प पत्र तैयार किया गया था। वहीं कांग्रेस का भी घोषणा पत्र रेडी हो गया है। पार्टी ने इसे 2 फेज में तैयार किया है, पहले फेज की घोषणा राहुल गांधी और अन्य दिग्गज नेता नई दिल्ली से करेंगे। इस फेज में 15 गारंटियां शामिल की गई हैं। दूसरे चरण में चंडीगढ़ में बाकी चुनाव घोषणा पत्र जारी होगा। बीपीएल परिवारों के लिए होंगी बड़ी घोषणाएं भाजपा पिछले 10 साल से सत्ता में हैं, इसलिए वह कराए गए विकास और मेरिट पर नौकरियों के दम पर वोट मांग रही है। इनके अलावा, पार्टी युवा, महिलाओं, किसानों के साथ साथ व्यापारियों, मजदूरों और पिछड़ों को साधने की तैयारी में हैं। 1.80 लाख से कम आय वाले लोगों के लिए घोषणा पत्र में कई बड़े वादे हो सकते हैं। भाजपा हाईकमान खुद घोषणा पत्र तैयार कराने में जुटा है और संभावना है कि अगले सप्ताह इसे जनता के सामने पेश किया जाएगा। जारी नहीं हो सका सीएमपी 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा और जजपा ने अलग-अलग घोषणा पत्र जारी किए थे। गठबंधन के बाद दोनों दलों ने वादों को पूरा कराने के लिए एक कॉमन मीनिमम प्रोग्राम (CMP) बनने के लिए कमेटी गठित की। हालांकि साढ़े चार साल में गठबंधन टूट गया, पर सीएमपी जारी नहीं हो पाया। 2019 में बीजेपी ने संकल्प पत्र में ये किए थे वादे भाजपा के 2019 विधानसभा चुनाव के लिए पेश किए संकल्प पत्र में 15 प्रमुख एजेंडों पर आधारित था, इसमें हरियाणा के लोगों के साथ 258 वादे किए गए थे। भाजपा के पास 1.70 लाख सुझाव आए थे, जिनमें से यह संकल्प पत्र तैयार किया गया था। 258 वादों में हर वर्ग को छूने का प्रयास किया गया था। युवा, किसान, उद्योग, खेल, स्वास्थ्य, दलितों और पर्यावरण पर विशेष ध्यान दिया गया था। 3 नए मंत्रालय युवा विकास और रोजगार मंत्रालय, अंत्योदय व मानव संपदा मंत्रालय के गठन की कल्पना की गई थी। कांग्रेस इस बार देगी ये गारंटियां हरियाणा में कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में कई गारंटियां देगी। सरकार बनने पर 2 लाख खाली सरकारी पदों पर पक्की भर्तियां की जाएंगी। कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम का लाभ मिलेगा और बुढ़ापा पेंशन 6 हजार रुपए होगी। किसानों को एमएसपी व सर्वाधिक भाव की गारंटी देने के साथ ही पिछड़ा वर्ग के क्रीमीलेयर की आय सीमा को बढ़ाकर 10 लाख कर सकती है। पहले यह 6 लाख थी, जिसे भाजपा सरकार ने बढ़ाकर 8 लाख कर दिया था। कांग्रेस की ओर से जिन 15 गारंटियों को हरियाणा में जारी किया जाएगा, उनमें 300 यूनिट मुफ्त बिजली, ऑनलाइन पोर्टल बंद करने की घोषणा शामिल है। सफाई कर्मचारियों, ग्रामीण चौकीदारों और मनरेगा मेट के कर्मचारियों को पक्का करने का वादा भी कांग्रेस कर सकती है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हिसार को PWD और पब्लिक हेल्थ की ‘पावर’:जिले को 4 बड़े फायदे; सीवरेज-जलनिवासी, आरओबी, एलिवेटेड और एयरपोर्ट के डेवलपमेंट में आएगी तेज
हिसार को PWD और पब्लिक हेल्थ की ‘पावर’:जिले को 4 बड़े फायदे; सीवरेज-जलनिवासी, आरओबी, एलिवेटेड और एयरपोर्ट के डेवलपमेंट में आएगी तेज हरियाणा में हिसार जिले की पावर बढ़ गई है। यहां से एकमात्र मंत्री रणबीर गंगवा को लोक निर्माण विभाग (PWD) और जनस्वास्थ्य अभियांत्रिक विभाग (पब्लिक हेल्थ) जैसे बड़े विभाग दिए गए हैं। इससे हिसार के लोगों में उम्मीद जगी है कि यहां हो रहे विकास कार्य और तेज गति से होंगे इसके अलावा सीवरेज, पानी निकासी और स्वच्छ जल और नई सड़क जैसे नए कामों की उम्मीद जगी है। सबसे ज्यादा फोकस बरवाला शहर के डेवलपमेंट पर रहेगा यहां सीवरेज निकासी सिस्टम को फिर से एक्टिव करना बड़ी चुनौती है। मनोहर सरकार और नायब सरकार में भी हिसार में डेवलपमेंट वर्क हुए हैं खासतौर पर हिसार एयरपोर्ट को लेकर कई बड़ी घोषणाएं और लोकार्पण किए गए। रणबीर गंगवा ने मंत्री बनते ही अपनी पहली विजिट में बरवाला और हिसार में अधिकारियों से दो टूक कहा था कि काम पर फोकस होना चाहिए। डेवलपमेंट और गुड गवर्नेंस देना सरकार की प्राथमिकता रहेगी। मंत्री को मिले विभाग से हिसार को 4 बड़े फायदे
1. सीवरेज-जलनिवासी : अमृत योजना के तहत विकास कार्य का पैसा हिसार में ज्यादा आएगा। अमृत योजना का मकसद हर घर में पानी की आपूर्ति और सीवरेज कनेक्शन सुनिश्चित करना है। अवैध कॉलोनियों से लेकर वैध कॉलोनियों में सीवरेज सिस्टम लगना और दुरुस्त करने पर फोकस रहेगा। मंत्री के ही एरिया बरवाला हलके में आने वाले सातरोड़ क्षेत्र में अमृत के बचे हुए कार्य के तहत करीब 60 किलोमीटर की लाइन बिछाई जानी बाकी है। इसमें सबसे ज्यादा काम वार्ड 11 का है। वार्ड में दो वाटर टैंक व एक बूस्टिंग स्टेशन भी बनाना बाकी है। इसके अलावा कैमरी रोड पर महेश नगर में भी बूस्टिंग स्टेशन निर्माण का काम लंबित पड़ा है। अमृत योजना के बचे हुए कार्य को पूरा करवाने के लिए टेंडर लगाने की प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा हिसार के पुराने शहर सीवरेज सिस्टम दुरुस्त करना, अर्बन एस्टेट में बरसों पुरानी सीवरेज लाइन बदलना और शुद्ध पानी की व्यवस्था की आस अब जगी है। 2. एलिवेटेड रोड : हिसार में एलिवेटेड रोड, आरओबी और सड़क जैसे डेवलपमेंट वर्क में तेजी आएगी। शहर में करीब 9 किमी लंबा एलिवेटेड रोड बनना है प्रस्तावित है। इसकी फाइल मुख्यमंत्री कार्यालय में अटकी है। शहर के बीचों-बीच दिल्ली रोड पर एलिवेटेड रोड बनाया जाना है। इसको लेकर विधानसभा के बजट सत्र में मंजूरी मिल चुकी है। नगर निगम की हाउस की बैठक में इसका प्रस्ताव पास करके सरकार के पास जा चुका है। ऐलिवेटेड रोड के लिए 723 करोड़ का बजट का प्रावधान रखा गया है। एलिवेटेड रोड के निर्माण के साथ ही शहर के तीनों पुलों को जोड़ा जाएगा। इसकी डीपीआर तैयार हो चुकी है। शहर की करीब 4 लाख से ज्यादा आबादी को इसका सीधा फायदा मिलेगा। रणबीर गंगवा के अंतर्गत आने वाला पीडब्ल्यूडी विभाग इसे बनाएगा। 3. डेवलपमेंट : शहर में सूर्यनगर फाटक पर सबड़ा बड़ा आरओबी और आरयूबी दोनों बनाया जा रहा है। इसका काम धीमी गति से चल रहा है जिससे हजारों लोग रोजाना परेशान होते हैं। इस आरआबी को बनते 5 वर्ष से ऊपर का समय बीत गया है मगर इसका 70 प्रतिशत काम ही पूरा हो पाया है। फरवरी 2019 में इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू हुआ था। इस प्रोजेक्ट के लिए 59.66 करोड़ रुपये की प्रशासनिक मंजूरी मिली हुई थी, जो अब बढ़कर 77.36 करोड़ रुपये हो गई है। इसका कारण निर्माण में देरी से मैटीरियल महंगा होना है। इसके अलावा शहर में निरंकारी रोड, घोड़ा फार्म रोड सहित कई आरओबी पर वर्क पेंडिंग है। इसी तरह सिटी रोड कनेक्टिविटी में तेजी और सुधार की उम्मीद है। शहर का खस्ताहाल दिल्ली रोड, स्टेट हाईवे सहित कई प्रोजेक्ट जो अधूरे पड़े हैं पूरे हो सकेंगे। 4. एयरपोर्ट : हरियाणा के एकमात्र हिसार एयरपोर्ट जल्द देश के 5 राज्यों से जुड़ने जा रहा है। सरकार की योजना थी की अगस्त में हिसार से चंडीगढ़, अयोध्या, अहमदाबाद, जयपुर और जम्मू के लिए फ्लाइट शुरू हो सके मगर आचार संहिता के कारण मामला ठंडे बस्ते में चला गया। 4 महीने पहले महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे से उड़ानों को लेकर एलाइंस एयर एविएशन लिमिटेड के साथ एक समझौता हुआ था। मुख्यमंत्री नायब सैनी इस मौके पर मौजूद थे। क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना के तहत उड़ानों के शेड्यूल की रूपरेखा तैयार होना बाकी है। हिसार में हरियाणा का पहला इंटीग्रेटेड एयरपोर्ट बन रहा है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी 20 जून को एयरपोर्ट पर हिसार से जुड़ी कई परियोजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया था। पीडब्ल्यूडी ही एयरपोर्ट के अंदर वर्क कर रहा है। मगर इसकी देखरेख एविएशन मंत्रालय के अंडर है जो पहले डॉ. कमल गुप्ता और अब विपुल गोयल के पास है।
रोहतक में स्वतंत्रता सेनानी की प्रतिमा लगाने पर हंगामा:सर्व समाज ने दिया धरना, पंडित श्रीराम शर्मा की मूर्ति लगाने से पुलिस ने रोका
रोहतक में स्वतंत्रता सेनानी की प्रतिमा लगाने पर हंगामा:सर्व समाज ने दिया धरना, पंडित श्रीराम शर्मा की मूर्ति लगाने से पुलिस ने रोका रोहतक के नया बस स्टैंड के सामने स्थित पंडित श्रीराम शर्मा पार्क के गेट पर स्वतंत्रता सेनानी पंडित श्रीराम शर्मा की प्रतिमा लगाने को लेकर सोमवार को हंगामा हो गया। विवाद उस समय बढ़ा जब पुलिस ने प्रतिमा लगाने से रोक दिया। जिसके कारण काफी समय तक हंगामा भी चला। प्रतिमा लगाने से रोकने पर व एसएचओ के खिलाफ सर्व समाज ने धरना भी दिया। हालांकि संपदा अधिकारी ने आकर उन्हें समझाया। पंडित श्रीराम शर्मा विचार मंच के अध्यक्ष डॉ. अशोक दीक्षित ने कहा कि आज स्वतंत्रता पंडित श्रीराम शर्मा की पुण्यतिथि थी। इसलिए पंडित श्रीराम शर्मा पार्क के गेट पर उनके प्रतिमा को लगा रहे थे। जैसे ही क्रेन से उतारकर लगाने लगे तो किसी ने कॉल की, यह नहीं पता। इसी दौरान पीसीआर, पुलिस व सिविल ड्रेस में एसएचओ आए। एसएचओ ने आते ही पूछा कि क्या कर रहे हो तो कहा कि प्रतिमा लगा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसके बाद एसएचओ ने कहा कि आपके खिलाफ शिकायत है। जब शिकायत दिखाने के लिए कहा तो नहीं दिखाई। लेकिन उनके साथ 2 व्यक्ति थे और उन्होंने कहा कि वे विरोध कर रहे हैं। हालांकि बाद में दोनों व्यक्ति यहां से चले गए। लेकिन बाद में एसएचओ खुद उन व्यक्तियों को पकड़कर ले आया। सिविल लाइन के एसएचओ ने अभद्रता की और ऐसा काम किया जैसे वह खुद विरोध कर रहा हो। एसएचओ पर लगाए आरोप
डॉ. अशोक दीक्षित ने कहा कि जब क्रेन प्रतिमा को रखने लगी तो उसे धमकी दी कि खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद जब पंडित श्रीराम शर्मा की प्रतिमा सम्मानपूर्वक खड़ी करवाने का आग्रह किया तो, उन्होंने प्रतिमा सम्मान जनक खड़ी करवाने से भी मना कर दिया। उन्होंने कहा कि नगर निगम ने 30 सितंबर 2023 को हुड्डा पार्क का नाम पंडित श्रीराम शर्मा किया था। पिछले तीन महीने से डीसी, नगर निगम कमीशनर व एचएसवीपी को पत्र लिखे हैं। कार्यवाहक सीएम नायब सैनी ने 20 अगस्त के बाद का समय दिया था, लेकिन 16 अगस्त को आचार संहिता लगने के कारण स्थगित कर दिया था। अब वोटिंग भी हो चुकी है और आज पंडित श्रीराम शर्मा की पुण्यतिथि का ऐतिहासिक दिन था, इसलिए उनकी प्रतिमा यहां स्थापित करना चाहते थे। आगे जो भी सरकार बनेगी उसके बाद इसका उद्घाटन करवाते। इसके बाद धरना प्रदर्शन करके मांग की कि एसएचओ के खिलाफ कार्रवाई की जाए और पंडित श्रीराम शर्मा की प्रतिमा लगाने दी जाए। संपदा अधिकारी के आश्वासन पर माने
मामले को बढ़ता देख एचएसवीपी के संपदा अधिकारी मुकुंद तंवर व डीएसपी अमित कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने धरना दे रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया। संपदा अधिकारी मुकुंद तंवर ने आश्वासन दिया कि आचार संहिता हटने के बाद आगे की कागज कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल आचार संहिता में प्रतिमा नहीं लगा सकते। फिलहाल प्रतिमा को सम्मानपूर्वक एक स्थान पर रख लें। जिसके बाद धरने पर बैठे लोग मान गए।
BJP सांसद की पत्नी चुनाव लड़ने की तैयारी में:मंत्री की सीट, जिंदल ने CM से मिलकर दावेदारी ठोकी; मां की उम्मीदवारी की भी चर्चा
BJP सांसद की पत्नी चुनाव लड़ने की तैयारी में:मंत्री की सीट, जिंदल ने CM से मिलकर दावेदारी ठोकी; मां की उम्मीदवारी की भी चर्चा हरियाणा की हिसार सीट पर BJP की टिकट को लेकर सीएम नायब सैनी सरकार के मंत्री कमल गुप्ता और कारोबारी जिंदल परिवार आमने-सामने है। इस बीच कुरूक्षेत्र के सांसद नवीन जिंदल ने दिल्ली में मुख्यमंत्री नायब सैनी से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद से ही कयास लगाए जा रहे हैं कि नवीन जिंदल अपनी मां सावित्री जिंदल को चुनाव न लड़वाकर पत्नी शालू जिंदल या करीबी को चुनाव लड़वा सकते हैं। हालांकि जिंदल हाउस ऐसी किसी चर्चा से मना कर रहा है, जबकि गुप्ता खेमे का कहना है कि जिंदल हाउस ने चुनाव से कदम पीछे खींच लिए हैं। मगर भाजपा सूत्रों का दावा है कि हिसार की टिकट जिंदल हाउस के पास ही रहेगी। जिंदल हाउस ने कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर दिया है और प्रचार भी शुरू कर दिया है। जिस तरह से कुरुक्षेत्र में नवीन जिंदल का चुनाव लड़ा गया, इसी तरह ही हिसार में भी वही टीम चुनाव प्रचार का जिम्मा उठाएगी। हिसार BJP की सेफ सीट
हिसार विधानसभा BJP की सेफ सीट मानी जाती है। डॉ. कमल गुप्ता यहां से 2 बार विधायक रह चुके हैं। इस बार के लोकसभा चुनाव में हिसार से भाजपा को 36605 की लीड मिली थी। इस कारण यहां दावेदारी जताने वालों में ऐसा नेता भी है जिनका धरातल पर कोई जनाधार भी नहीं है। मगर मौजूदा विधायक खुद के तैयार ग्राउंड पर किसी ओर को बैटिंग नहीं करना देना चाहते। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के करीबी माने जाने वाले डॉ. कमल गुप्ता ने अपनी दावेदारी को लेकर पूरी ताकत झोंक रखी है। मगर केंद्रीय मंत्री अमित शाह की सर्वे रिपोर्ट में मौजूदा विधायक की हालत खराब है। इस कारण उनका टिकट कटना तय माना जा रहा है। हिसार में दोनों नेताओं की दावेदारी मजबूत क्यों? कमल गुप्ता लगातार 2 चुनाव जीते, सावित्री जिंदल को भी हराया
कमल गुप्ता 2 बार हिसार सीट से चुनाव जीत चुके हैं। उन्होंने 2014 के बाद 2019 में भी लगातार चुनाव जीता। खास बात यह है कि 2014 में तो कमल गुप्ता ने सावित्री जिंदल को ही हराया था। उस समय सावित्री ने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा था। चूंकि, गुप्ता सरकार में मंत्री हैं और सावित्री जिंदल को भी हरा चुके हैं, इसलिए वह मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं। सावित्री जिंदल हिसार से 2 बार चुनाव जीत चुकीं, मंत्री भी रहीं
हिसार सीट पर सावित्री जिंदल का भी रसूख अच्छा है। वह 2 बार हिसार से चुनाव जीतकर विधायक बन चुकी हैं। पहला चुनाव उन्होंने 2005 में जीता था। तब उपचुनाव जीतकर वह भूपेंद्र हुड्डा की अगुआई वाली सरकार में शामिल हुई थीं। 2009 में हुए विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने जीत हासिल की। 2013 में भूपेंद्र हुड्डा की सरकार में उन्हें राज्यमंत्री बनाया गया था। गुप्ता-जिंदल परिवार में तनातनी के 3 उदाहरण 1. तिरंगा यात्रा में मंत्री ने सावित्री जिंदल का इंतजार नहीं किया
हाल ही में भाजपा की ओर से प्रदेश में तिरंगा यात्रा निकाली गई। हिसार विधानसभा में डॉ. कमल गुप्ता ने यात्रा की अगुआई की। इस यात्रा में सावित्री जिंदल देरी से पहुंचीं। जिंदल के आने से पहले ही कमल गुप्ता यात्रा लेकर आगे निकल पड़े। पूर्व मंत्री ने तिरंगा हाथ में लिया। फिर वह कुछ देर रुक कर वहां से नाराजगी जाहिर करते हुए निकल गईं। 2. मंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट का विरोध किया
हिसार के बस स्टैंड के शिफ्टिंग को लेकर भी दोनों में मतभेद नजर आए। कमल गुप्ता बस स्टैंड को शहर से बाहर शिफ्ट करना चाहते थे। यह उनका ड्रीम प्रोजेक्ट था। बस स्टैंड शिफ्टिंग का व्यापारियों ने विरोध किया। सावित्री जिंदल की घर पर व्यापारियों की मीटिंग भी हुई। इसके बाद कमल गुप्ता नाराज हो गए और उन्हें प्रोजेक्ट टालना पड़ा। 3. एक-दूसरे को निमंत्रण नहीं भेज रहे
दोनों नेताओं के समर्थक अपने-अपने कार्यक्रमों में एक-दूसरे को निमंत्रण नहीं भेज रहे। ऐसे पार्षद और नेता जो सावित्री जिंदल के समर्थक थे और अब कमल गुप्ता के साथ हैं, वह गुप्ता से दूरी बनाए हुए हैं। कमल गुप्ता के समर्थक भी सावित्री जिंदल के कार्यक्रमों से दूरी बनाकर चल रहे हैं। दोनों नेता भी एक-दूसरे को कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं कर रहे।