हरियाणा में हार के बाद कांग्रेस में घमासान:सैलजा समर्थक बोले- हमें हराया गया; गोगी ने कहा- सैलजा के अपमान से दलितों ने वोट नहीं दिए

हरियाणा में हार के बाद कांग्रेस में घमासान:सैलजा समर्थक बोले- हमें हराया गया; गोगी ने कहा- सैलजा के अपमान से दलितों ने वोट नहीं दिए

हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी के अंदर घमासान मचा हुआ है। सैलजा के समर्थक नेताओं ने चुनाव में हार का ठीकरा भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सिर फोड़ा है। नेताओं का कहना है कि वे हारे नहीं हैं, उन्हें हराया गया है। आरोप लगाने वाले नेताओं में करनाल के असंध से शमशेर गोगी, कुरुक्षेत्र के जिला अध्यक्ष मधुसूदन बवेजा और अंबाला कैंट से कांग्रेस प्रत्याशी रहे परविंदर परी ने हुड्डा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। गोगी ने यहां तक ​​कहा कि सैलजा के अपमान के कारण दलितों ने हमें वोट भी नहीं दिया। सैलजा ने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं ने पिछले 10 सालों में कांग्रेस पार्टी के लिए बहुत कुछ सहा है, लेकिन अब हमें इन सब बातों से पीछे हटते हुए एक नए सिरे से आगे सोचना होगा। क्योंकि जैसे अभी चल रहा है वो ऐसे ही तो नहीं चलेगा। चुनाव हारने के बाद कांग्रेस नेता ने क्या कहा? गोगी बोले- हरियाणा में हुड्डा कांग्रेस की हार हुई
करनाल की असंध सीट से 2306 वोटों से हारे शमशेर गोगी ने कहा कि एक बिरादरी की सरकार नहीं बनती। सबको साथ लेकर चलना पड़ता है। अब हरियाणा कांग्रेस में बदलाव की जरूरत है। अगर शीर्ष नेतृत्व ने हार के कारणों की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई तो वह वहां सारी बातें रखेंगे। शमशेर गोगी ने कहा कि हरियाणा में हुड्डा कांग्रेस की हार हुई है, कांग्रेस की नहीं। गोगी ने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में कई अहम बातें कहीं। उन्होंने कहा कि करनाल में रैली के लिए मैंने सारे इंतजाम किए थे, लेकिन हुड्डा ने अपने भाषण में मेरा नाम तक नहीं लिया। जब गोगी से पूछा गया कि आप की हार कैसे हुई, तो उन्होंने कहा कि मीडिया और सभी एजेंसियां ​​हमारे पक्ष में स्थिति दिखा रही थीं, लेकिन पिछले दो दिनों में भाजपा ने इसे हिंदू और सिखों का मुद्दा बना दिया। जो अंदर ही अंदर फैल गया। सैलजा पर दिए गए बयान और दलितों के अपमान पर उन्होंने कहा कि लोगों ने इसे प्रदेश स्तर तक पहुंचा दिया। हालांकि सैलजा के गुट से होने के बावजूद दलितों ने हमें वोट नहीं दिया। परविंदर परी ​​​​​​बोले- कांग्रेस कैंडिडेट को हराने का काम किया
अंबाला कैंट से हारे परविंदर परी ने कहा कि एक ही छत के नीचे रहने वाले नेता, जो 6 बार चुनाव हारते हैं उसके बाद कांग्रेस पार्टी उन्हें टिकट देती है। बीडी गैंग, यानी भूपेंद्र-दीपेंद्र हुड्‌डा गैंग ने कई सीटों पर बागी प्रत्याशियों को उतार कांग्रेस कैंडिडेट को हराने का काम किया। चुनाव हारना और चुनाव हराना दोनों में फर्क होता है। पार्टी ने ही बागी उम्मीदवार को कैंडिडेट उतार कर हमें अपनी पूरी मंशा के तहत हराया है। हमें लगता है कि कहीं न कहीं सैलजा जी सही टाइम पर आतीं तो आज चुनाव के नतीजे कुछ और होते। सैलजा बोलीं- तालमेल नहीं रखा गया
कुमारी सैलजा ने कहा कि पार्टी को किस तरह से राज्य में सींचा नहीं गया, तालमेल नहीं रखा गया, कौन से लोग थे जो सबको साथ लेकर चलने के जिम्मेदार थे। ये भी बातें हैं। राज्य में क्या संदेश गया है। किसलिए लोग कांग्रेस की सरकार बनाते हुए पीछे हट गए? ये सब बातें देखनी पड़ेंगी। बवेजा बोले- केवल एक नेता की बातों में आया हाईकमान
कुरुक्षेत्र शहरी से कांग्रेस जिला अध्यक्ष मधुसूदन बवेजा ने पूर्व सीएम हुड्‌डा का नाम लिए बगैर हाईकमान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हाईकमान केवल एक नेता की बातों में आया। दूसरे किसी भी कुशल नेता की बात नहीं मानी। जिसका खामियाजा आम जन मानस को भुगतना पड़ा और पार्टी को भी बहुत नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व जातीय समीकरण व हरियाणा के दिग्गज नेतागण राज्य सभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला, सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा की रणनीति को ध्यान में रखते, तो ये जो नौबत आज हुई है, वो ना होती। उन्होंने आगे कहा कि यदि अब भी हरियाणा की कमान सही हाथों में नहीं सौंपी और संगठन न बनाया गया, तो आने वाले अन्य प्रदेशों के चुनाव में भी हार का मुंह कांग्रेस पार्टी को देखना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि जातीय समीकरण को ध्यान में रखकर के हरियाणा कांग्रेस का गठन तुरंत प्रभाव से किया जाए। बवेजा ने कहा कि हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस को कभी बहुमत नहीं मिला है। हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी के अंदर घमासान मचा हुआ है। सैलजा के समर्थक नेताओं ने चुनाव में हार का ठीकरा भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सिर फोड़ा है। नेताओं का कहना है कि वे हारे नहीं हैं, उन्हें हराया गया है। आरोप लगाने वाले नेताओं में करनाल के असंध से शमशेर गोगी, कुरुक्षेत्र के जिला अध्यक्ष मधुसूदन बवेजा और अंबाला कैंट से कांग्रेस प्रत्याशी रहे परविंदर परी ने हुड्डा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। गोगी ने यहां तक ​​कहा कि सैलजा के अपमान के कारण दलितों ने हमें वोट भी नहीं दिया। सैलजा ने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं ने पिछले 10 सालों में कांग्रेस पार्टी के लिए बहुत कुछ सहा है, लेकिन अब हमें इन सब बातों से पीछे हटते हुए एक नए सिरे से आगे सोचना होगा। क्योंकि जैसे अभी चल रहा है वो ऐसे ही तो नहीं चलेगा। चुनाव हारने के बाद कांग्रेस नेता ने क्या कहा? गोगी बोले- हरियाणा में हुड्डा कांग्रेस की हार हुई
करनाल की असंध सीट से 2306 वोटों से हारे शमशेर गोगी ने कहा कि एक बिरादरी की सरकार नहीं बनती। सबको साथ लेकर चलना पड़ता है। अब हरियाणा कांग्रेस में बदलाव की जरूरत है। अगर शीर्ष नेतृत्व ने हार के कारणों की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई तो वह वहां सारी बातें रखेंगे। शमशेर गोगी ने कहा कि हरियाणा में हुड्डा कांग्रेस की हार हुई है, कांग्रेस की नहीं। गोगी ने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में कई अहम बातें कहीं। उन्होंने कहा कि करनाल में रैली के लिए मैंने सारे इंतजाम किए थे, लेकिन हुड्डा ने अपने भाषण में मेरा नाम तक नहीं लिया। जब गोगी से पूछा गया कि आप की हार कैसे हुई, तो उन्होंने कहा कि मीडिया और सभी एजेंसियां ​​हमारे पक्ष में स्थिति दिखा रही थीं, लेकिन पिछले दो दिनों में भाजपा ने इसे हिंदू और सिखों का मुद्दा बना दिया। जो अंदर ही अंदर फैल गया। सैलजा पर दिए गए बयान और दलितों के अपमान पर उन्होंने कहा कि लोगों ने इसे प्रदेश स्तर तक पहुंचा दिया। हालांकि सैलजा के गुट से होने के बावजूद दलितों ने हमें वोट नहीं दिया। परविंदर परी ​​​​​​बोले- कांग्रेस कैंडिडेट को हराने का काम किया
अंबाला कैंट से हारे परविंदर परी ने कहा कि एक ही छत के नीचे रहने वाले नेता, जो 6 बार चुनाव हारते हैं उसके बाद कांग्रेस पार्टी उन्हें टिकट देती है। बीडी गैंग, यानी भूपेंद्र-दीपेंद्र हुड्‌डा गैंग ने कई सीटों पर बागी प्रत्याशियों को उतार कांग्रेस कैंडिडेट को हराने का काम किया। चुनाव हारना और चुनाव हराना दोनों में फर्क होता है। पार्टी ने ही बागी उम्मीदवार को कैंडिडेट उतार कर हमें अपनी पूरी मंशा के तहत हराया है। हमें लगता है कि कहीं न कहीं सैलजा जी सही टाइम पर आतीं तो आज चुनाव के नतीजे कुछ और होते। सैलजा बोलीं- तालमेल नहीं रखा गया
कुमारी सैलजा ने कहा कि पार्टी को किस तरह से राज्य में सींचा नहीं गया, तालमेल नहीं रखा गया, कौन से लोग थे जो सबको साथ लेकर चलने के जिम्मेदार थे। ये भी बातें हैं। राज्य में क्या संदेश गया है। किसलिए लोग कांग्रेस की सरकार बनाते हुए पीछे हट गए? ये सब बातें देखनी पड़ेंगी। बवेजा बोले- केवल एक नेता की बातों में आया हाईकमान
कुरुक्षेत्र शहरी से कांग्रेस जिला अध्यक्ष मधुसूदन बवेजा ने पूर्व सीएम हुड्‌डा का नाम लिए बगैर हाईकमान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हाईकमान केवल एक नेता की बातों में आया। दूसरे किसी भी कुशल नेता की बात नहीं मानी। जिसका खामियाजा आम जन मानस को भुगतना पड़ा और पार्टी को भी बहुत नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व जातीय समीकरण व हरियाणा के दिग्गज नेतागण राज्य सभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला, सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा की रणनीति को ध्यान में रखते, तो ये जो नौबत आज हुई है, वो ना होती। उन्होंने आगे कहा कि यदि अब भी हरियाणा की कमान सही हाथों में नहीं सौंपी और संगठन न बनाया गया, तो आने वाले अन्य प्रदेशों के चुनाव में भी हार का मुंह कांग्रेस पार्टी को देखना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि जातीय समीकरण को ध्यान में रखकर के हरियाणा कांग्रेस का गठन तुरंत प्रभाव से किया जाए। बवेजा ने कहा कि हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस को कभी बहुमत नहीं मिला है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर