हरियाणा में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने 2 जूनियर इंजीनियरों को गिरफ्तार किया है। दोनों JE ने 7 करोड़ के सफाई घोटाले में 28 लाख रुपए हड़पे थे। मामले का खुलासा होने के बाद वे 7 महीने से फरार थे। दोनों जेई ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी, जो खारिज हो गई। जिसके बाद JE साहिल और जयदीप को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। इस घोटाले में 12 आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। इन 2 JE की गिरफ्तारी के बाद 3 ठेकेदार और एक डिप्टी CEO यानी 4 आरोपी फरार चल रहे हैं। कैथल एंटी करप्शन ब्यूरो इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह ने बताया कि जल्द ही इन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जिला परिषद में कैसे किया था घोटाला जिला परिषद को मिली थी 31.64 करोड़ की ग्रांट
कैथल की जिला परिषद को जनवरी 2021 में 31.64 करोड़ रुपए की ग्रांट मिली थी। इस ग्रांट में से 15.82 करोड़ रुपए सफाई कार्यों पर खर्च किए जाने थे। इस सफाई कार्य में कैथल के तालाबों के अलावा थ्री और फाइव पोंड सिस्टम और गोबर गैस प्लांट लगाया जाना था। 10 करोड़ खर्च का दावा, इसमें से 7 करोड़ हड़पे
ACB के मुताबिक अधिकारियों ने सफाई के लिए आए 15.82 करोड़ में से 10 करोड़ खर्च करने का दावा किया। हालांकि इसकी शिकायत हुई तो पता चला कि सिर्फ 3 ही करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। बाकी 7 करोड़ रुपया अधिकारियों-ठेकेदारों और अन्य आरोपियों ने मिलीभगत कर आपस में बांट ली। पंचायतों ने की शिकायत, मामला एसीबी के पास गया
जब गांवों में काम नहीं हुआ तो पंचायतों को इसकी भनक लग गई। ग्राम पंचायतों ने तत्कालीन DC सुजान सिंह को इसकी शिकायत कर दी। डीसी ने इस मामले की जांच शुरू करा दी। इसके बाद पूर्व CPS रामपाल माजरा और विधायक लीलाराम के दखल के बाद मामला ACB को सौंप दिया गया। जांच में आरोप सही मिले तो 27 मई 2021 को ACB ने 15 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। अब तक एक एसडीओ, 3 जेई समेत 12 गिरफ्तार हो चुके
इस मामले में अब इन 2 जेई को मिलाकर 12 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। जिनमें एसडीओ नवीन गोयत, अकाउंटेंट कुलवंत सिंह, जेई जसबीर सिंह, साहिल कुमार व जयदीप सिंह, ठेकेदार दिलबाग सिंह, अभय संधू, राजेश पूंडरी, अनिल गर्ग, रोहताश कुमार, कमलजीत सिंह और उनका सहयोगी ठेकेदार शेखर कुमार शामिल हैं। इसके अलावा अभी 4 आरोपी फरार हैं। जिनमें डिप्टी CEO जसविंद्र सिंह और 3 ठेकेदार प्रवीण सरदाना, सुमित मिगलानी और तिलकराज शामिल हैं। ************************* करनाल में रिश्वत लेते पकड़ा सप्लाई इंस्पेक्टर:गेहूं बदलवाने के की एवज में ले रहा था रुपए हरियाणा में करनाल के कुंजपुरा के खाद्य एवं आपूर्ति कार्यालय से एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने इंस्पेक्टर राजीव कुमार को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा है। खराब गेहूं के कट्टे बदलवाने की एवज में इंस्पेक्टर ने डिपो होल्डर से रिश्वत मांगी थी। पीड़ित ने एसीबी को शिकायत कर दी और एसीबी ने आरोपी को रंगे हाथों पकड़ लिया।(पढ़ें पूरी खबर) हरियाणा में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने 2 जूनियर इंजीनियरों को गिरफ्तार किया है। दोनों JE ने 7 करोड़ के सफाई घोटाले में 28 लाख रुपए हड़पे थे। मामले का खुलासा होने के बाद वे 7 महीने से फरार थे। दोनों जेई ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी, जो खारिज हो गई। जिसके बाद JE साहिल और जयदीप को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। इस घोटाले में 12 आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। इन 2 JE की गिरफ्तारी के बाद 3 ठेकेदार और एक डिप्टी CEO यानी 4 आरोपी फरार चल रहे हैं। कैथल एंटी करप्शन ब्यूरो इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह ने बताया कि जल्द ही इन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जिला परिषद में कैसे किया था घोटाला जिला परिषद को मिली थी 31.64 करोड़ की ग्रांट
कैथल की जिला परिषद को जनवरी 2021 में 31.64 करोड़ रुपए की ग्रांट मिली थी। इस ग्रांट में से 15.82 करोड़ रुपए सफाई कार्यों पर खर्च किए जाने थे। इस सफाई कार्य में कैथल के तालाबों के अलावा थ्री और फाइव पोंड सिस्टम और गोबर गैस प्लांट लगाया जाना था। 10 करोड़ खर्च का दावा, इसमें से 7 करोड़ हड़पे
ACB के मुताबिक अधिकारियों ने सफाई के लिए आए 15.82 करोड़ में से 10 करोड़ खर्च करने का दावा किया। हालांकि इसकी शिकायत हुई तो पता चला कि सिर्फ 3 ही करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। बाकी 7 करोड़ रुपया अधिकारियों-ठेकेदारों और अन्य आरोपियों ने मिलीभगत कर आपस में बांट ली। पंचायतों ने की शिकायत, मामला एसीबी के पास गया
जब गांवों में काम नहीं हुआ तो पंचायतों को इसकी भनक लग गई। ग्राम पंचायतों ने तत्कालीन DC सुजान सिंह को इसकी शिकायत कर दी। डीसी ने इस मामले की जांच शुरू करा दी। इसके बाद पूर्व CPS रामपाल माजरा और विधायक लीलाराम के दखल के बाद मामला ACB को सौंप दिया गया। जांच में आरोप सही मिले तो 27 मई 2021 को ACB ने 15 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। अब तक एक एसडीओ, 3 जेई समेत 12 गिरफ्तार हो चुके
इस मामले में अब इन 2 जेई को मिलाकर 12 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। जिनमें एसडीओ नवीन गोयत, अकाउंटेंट कुलवंत सिंह, जेई जसबीर सिंह, साहिल कुमार व जयदीप सिंह, ठेकेदार दिलबाग सिंह, अभय संधू, राजेश पूंडरी, अनिल गर्ग, रोहताश कुमार, कमलजीत सिंह और उनका सहयोगी ठेकेदार शेखर कुमार शामिल हैं। इसके अलावा अभी 4 आरोपी फरार हैं। जिनमें डिप्टी CEO जसविंद्र सिंह और 3 ठेकेदार प्रवीण सरदाना, सुमित मिगलानी और तिलकराज शामिल हैं। ************************* करनाल में रिश्वत लेते पकड़ा सप्लाई इंस्पेक्टर:गेहूं बदलवाने के की एवज में ले रहा था रुपए हरियाणा में करनाल के कुंजपुरा के खाद्य एवं आपूर्ति कार्यालय से एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने इंस्पेक्टर राजीव कुमार को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा है। खराब गेहूं के कट्टे बदलवाने की एवज में इंस्पेक्टर ने डिपो होल्डर से रिश्वत मांगी थी। पीड़ित ने एसीबी को शिकायत कर दी और एसीबी ने आरोपी को रंगे हाथों पकड़ लिया।(पढ़ें पूरी खबर) हरियाणा | दैनिक भास्कर