हरियाणा में BJP के एक सीट खाली करने पर घमासान मचा हुआ है। एक तरफ कांग्रेस को हराने के लिए भाजपा ने गोपाल कांडा को सिरसा सीट पर समर्थन दिया है। गोपाल कांडा अपनी पार्टी हलोपा से सिरसा सीट पर उम्मीदवार हैं। भाजपा के 90 सीटों पर प्रत्याशी उतारने के बाद गोपाल कांडा ने अकेले लड़ने का फैसला लिया था। मगर ऐन वक्त पर इनेलो ने अपना समर्थन गोपाल कांडा को दे दिया। इसके बाद भाजपा ने कांडा के पक्ष में अपने प्रत्याशी का नामांकन वापस ले लिया। प्रदेश में इनेलो और भाजपा दोनों अलग-अलग लड़ रही है। इनेलो भाजपा पर लगातार हमलावर है। ऐसे में विपक्षी दल तीनों पार्टियों पर चुटकी ले रही हैं। हरियाणा में पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने चुटकी लेते हुए X अकाउंट पर लिखा कि ” अजब, विचित्र, गजब नजारा, खट्टर कहे कांडा हमारा, कांडा इनेलो को प्यारा, एक ने उम्मीदवार नहीं उतारा, दूसरा कहे गठबंधन है हमारा, ऊपर से है दोनों को इशारा, बेवकूफ बनाना काम तुम्हारा। कांडा और भाजपा नेताओं ने बदले बयान दरअसल गोपाल कांडा के बार-बार बयान बदलने और भाजपा नेताओं की अलग-अलग बयानबाजी से विपक्षी दलों को चुटकी लेने का मौका मिल गया है। कांग्रेस और जजपा इसे इनेलो और भाजपा का इसे साइलेंट गठबंधन करार दे रहे हैं। मगर इनेलो का कहना है कि कांग्रेस जानबूझकर भ्रम फैला रही है, ताकि भाजपा के खिलाफ वोट बंटोरा जा सके, जबकि सच्चाई ये है दोनों पार्टी कांग्रेस और भाजपा की विदाई तय है। इनेलो नेता अभय ने कहा था- कांडा-भाजपा का गठबंधन नहीं दरअसल, भाजपा कैंडिडेट के कांडा के समर्थन के बाद इनेलो सबसे ज्यादा बैकफुट पर है। क्योंकि इनेलो बीजेपी और कांग्रेस के खिलाफत का वोट बंटोरना चाहती है। ऊपर से उनके सहयोगी गोपाल कांडा का भाजपा ने समर्थन किया तो कांग्रेस और जजपा हमलावर हो गए। पत्रकारों ने सवाल पूछे तो अभय चौटाला ने कहा कि कांडा अपने मुंह से कहेंगे तो वह मानेंगे। इसके बाद कांडा ने प्रेसवार्ता बुलाकर कहा कि भाजपा से उन्होंने कभी समर्थन मांगा ही नहीं था। प्रदेश में इनेलो गठबंधन की सरकार बनेगी। सारे लोग पहले से ही एक, सब किसान विरोधी : गोकुल सेतिया इस पर कांग्रेस प्रत्याशी गोकुल सेतिया ने कहा कि सारे लोग पहले से ही एक थे। सभी किसान विरोधी है और किसानों के खिलाफ ही काम किए हैं। यह जनता को बरगलाने का कार्य कर रहे थे। भाजपा के साथ जुड़े कार्यकर्ताओं को तय करना है कि अब उन्हें आगे क्या करना है। भाजपा ने अपनी टीम पर ही विश्वास नहीं दिखाया। एक बुजुर्ग आदमी को पहले उम्मीदवार के तौर पर खड़ा किया और नामांकन वापस करवाकर उनका अपमान किया है। हरियाणा में BJP के एक सीट खाली करने पर घमासान मचा हुआ है। एक तरफ कांग्रेस को हराने के लिए भाजपा ने गोपाल कांडा को सिरसा सीट पर समर्थन दिया है। गोपाल कांडा अपनी पार्टी हलोपा से सिरसा सीट पर उम्मीदवार हैं। भाजपा के 90 सीटों पर प्रत्याशी उतारने के बाद गोपाल कांडा ने अकेले लड़ने का फैसला लिया था। मगर ऐन वक्त पर इनेलो ने अपना समर्थन गोपाल कांडा को दे दिया। इसके बाद भाजपा ने कांडा के पक्ष में अपने प्रत्याशी का नामांकन वापस ले लिया। प्रदेश में इनेलो और भाजपा दोनों अलग-अलग लड़ रही है। इनेलो भाजपा पर लगातार हमलावर है। ऐसे में विपक्षी दल तीनों पार्टियों पर चुटकी ले रही हैं। हरियाणा में पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने चुटकी लेते हुए X अकाउंट पर लिखा कि ” अजब, विचित्र, गजब नजारा, खट्टर कहे कांडा हमारा, कांडा इनेलो को प्यारा, एक ने उम्मीदवार नहीं उतारा, दूसरा कहे गठबंधन है हमारा, ऊपर से है दोनों को इशारा, बेवकूफ बनाना काम तुम्हारा। कांडा और भाजपा नेताओं ने बदले बयान दरअसल गोपाल कांडा के बार-बार बयान बदलने और भाजपा नेताओं की अलग-अलग बयानबाजी से विपक्षी दलों को चुटकी लेने का मौका मिल गया है। कांग्रेस और जजपा इसे इनेलो और भाजपा का इसे साइलेंट गठबंधन करार दे रहे हैं। मगर इनेलो का कहना है कि कांग्रेस जानबूझकर भ्रम फैला रही है, ताकि भाजपा के खिलाफ वोट बंटोरा जा सके, जबकि सच्चाई ये है दोनों पार्टी कांग्रेस और भाजपा की विदाई तय है। इनेलो नेता अभय ने कहा था- कांडा-भाजपा का गठबंधन नहीं दरअसल, भाजपा कैंडिडेट के कांडा के समर्थन के बाद इनेलो सबसे ज्यादा बैकफुट पर है। क्योंकि इनेलो बीजेपी और कांग्रेस के खिलाफत का वोट बंटोरना चाहती है। ऊपर से उनके सहयोगी गोपाल कांडा का भाजपा ने समर्थन किया तो कांग्रेस और जजपा हमलावर हो गए। पत्रकारों ने सवाल पूछे तो अभय चौटाला ने कहा कि कांडा अपने मुंह से कहेंगे तो वह मानेंगे। इसके बाद कांडा ने प्रेसवार्ता बुलाकर कहा कि भाजपा से उन्होंने कभी समर्थन मांगा ही नहीं था। प्रदेश में इनेलो गठबंधन की सरकार बनेगी। सारे लोग पहले से ही एक, सब किसान विरोधी : गोकुल सेतिया इस पर कांग्रेस प्रत्याशी गोकुल सेतिया ने कहा कि सारे लोग पहले से ही एक थे। सभी किसान विरोधी है और किसानों के खिलाफ ही काम किए हैं। यह जनता को बरगलाने का कार्य कर रहे थे। भाजपा के साथ जुड़े कार्यकर्ताओं को तय करना है कि अब उन्हें आगे क्या करना है। भाजपा ने अपनी टीम पर ही विश्वास नहीं दिखाया। एक बुजुर्ग आदमी को पहले उम्मीदवार के तौर पर खड़ा किया और नामांकन वापस करवाकर उनका अपमान किया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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CM सैनी बोले- कांग्रेसियों को जलेबी खिलाएंगे:हरियाणा BJP ने राहुल गांधी को ऑनलाइन भिजवाई, दीपेंद्र ने कहा था-जीतने के बाद मुख्यमंत्री को भिजवाएंगे हरियाणा चुनाव के बीच गोहाना की जलेबी पर शुरू हुई सियासत रिजल्ट आने के बाद अब और तेज हो गई है। कांग्रेस ने रिजल्ट आने के बाद नायब सैनी के घर जलेबी भेजने की बात कही थी, लेकिन अब इसके उल्ट हो गया है। रिजल्ट में पूर्ण बहुमत मिलने के बाद BJP ने साढ़े पांच सौ रुपए की एक किलो जलेबी कांग्रेस नेता राहुल गांधी के घर भिजवाई है। इसको लेकर हरियाणा BJP ने सोशल मीडिया (X) पर पोस्ट भी डाली है। जलेबी के ऑर्डर का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा- भारतीय जनता पार्टी हरियाणा के समस्त कार्यकर्ताओं की तरफ से राहुल गांधी के लिए उनके घर पर जलेबी भिजवा दी है वहीं कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सैनी ने भी राहुल गांधी पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि जलेबी पर राजनीति करने वाले राहुल गांधी को हमारे खान-पान और हरियाणा की संस्कृति का ज्ञान नहीं है।उन्होंने हरियाणा भाजपा अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली को कांग्रेस नेताओं को जलेबी भिजवाने के लिए कहा। हरियाणा BJP ने राहुल गांधी के घर जलेबी भेजने को लेकर डाली पोस्ट… अब सिलसिलेवार पढ़िए कैसे जलेबी पर राजनीति शुरू हुई… राहुल गांधी बोले- गोहाना की जलेबी को पूरे भारत में बेचा जाना चाहिए
3 अक्टूबर को हरियाणा चुनाव के प्रचार-प्रसार के अंतिम दिन राहुल सोनीपत के गोहाना पहुंचे। यहां उन्होंने रैली को संबोधित करते हुए फेमस मातूराम हलवाई की जलेबी की तारीफ की और साथ में भाजपा पर तंज कसा था। उन्होंने कहा कि इस जलेबी को पूरे भारत में बेचा जाना चाहिए और यहां तक कि इसे निर्यात भी किया जा सकता है। राहुल गांधी ने कहा कि इसे किसी फैक्ट्री में बड़े पैमाने पर तैयार किया जाए तो इससे रोजगार के अधिक अवसर उत्पन्न हो सकते हैं। इस दौरान रोहतक से कांग्रेस के सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने राहुल गांधी ने मातूराम हलवाई की जलेबी भी खिलाई थी। राहुल गांधी के बयान पर नायब सैनी का पलटवार
कार्यवाहक सीएम नायब सैनी ने कहा कि राहुल गांधी के राज्य में चुनावी सभाएं करने से कोई फर्क नहीं पड़ा। राहुल गांधी को हरियाणा के चुनाव में किसी ने तवज्जो भी नहीं दी। उन्हें किसी ने जलेबियों का एक डिब्बा गाड़ी में पकड़ा दिया तो वह ये देखकर हैरान हो गए कि यहां इतनी बड़ी जलेबी भी बनती है। दीपेंद्र हुड्डा बोले- सैनी को नतीजे के बाद जलेबी का पहला डिब्बा पहुंचाएंगे
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने नायब सैनी के बयान पर पलटवार किया था। उन्होंने कहा था नायब सैनी ने तो बयान दे दिया और राहुल गांधी के बारे में वे इस तरह की बात कर रहे थे। वरिष्ठ पद पर बैठे हैं तो आपको इस तरह की बातों से बचना चाहिए। जहां तक जलेबी की बात है तो गोहाना की जलेबी को देश-विदेश में कोई भी चखेगा तो उसे खुशी का ऐहसास होगा। हम विश्वास दिलाते हैं कि नायब सिंह सैनी को चुनाव के नतीजे के बाद पहला डिब्बा उनके पास पहुंचाएंगे। हरियाणा BJP ने दीपेंद्र हुड्डा के बयान लिखा- जलेबी का डिब्बा मिला नहीं अब नतीजों के बाद नायब सैनी ने कांग्रेस पर कसा तंज
कार्यवाहक सीएम सैनी दिल्ली में कांग्रेस नेता के पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्री अमित शाह को जलेबी भेजने के बयान पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि क्यों नहीं भिजवाई, अब उन्हें भिजवानी चाहिए थी। अब हम भिजवा देंगे पवन खेड़ा (कांग्रेसी नेता) के यहां और कांग्रेस दफ्तर में। जलेबियां भिजवाने का काम हमारे अध्यक्ष मोहन बड़ौली करेंगे।
टोहाना में रेलवे लाइन के पास मिला युवती का शव:हत्या की आशंका; गले पर मिले निशान, पोस्टमार्टम में खुलेगा मौत का राज
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नूंह में 9 गांवों के किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे:कोई सुनवाई नहीं हुई, अब 4 जुलाई को महापंचायत, IMT रोजकामेव का काम रोकेंगे
नूंह में 9 गांवों के किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे:कोई सुनवाई नहीं हुई, अब 4 जुलाई को महापंचायत, IMT रोजकामेव का काम रोकेंगे नूंह जिले के आईएमटी रोजकामेव स्थित धीरदोका गांव में मुआवजे को लेकर 29 फरवरी से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे 9 गांवों के किसानों ने बुधवार शाम बड़ा निर्णय लेते कहा कि मुआवजे की सुनवाई को लेकर प्रशासन व सरकार को 26 जून तक का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन अब किसानों की कोई सुनवाई नहीं हुई हैं। ऐसे अब किसानों ने ऐलान किया है कि 4 जुलाई को महापंचायत करने के साथ आईएमटी रोजकामेव में चल रहे सभी कार्यों को रोकेंगे। जिस तरह से सरकार उनकी नहीं सुन रही अब किसान भी नहीं सुनेंगे। किसान कमेटी के सदस्य हाफिज सिराजुद्दीन, जाहिद सरपंच मेहरोला, दीनू नंबरदार रूपाहेड़ी, मोहम्मद एसपी, सब्बीर खेड़ी ने कहा कि पिछले 4 महीने से किसान धरने पर बैठे हैं, लेकिन सरकार मुआवजे पर कोई सुनवाई नहीं कर रहीं हैं। इसके चलते अब किसानों ने निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि 11 जून को जिला प्रशासन के साथ मीटिंग के बाद किसानों ने 15 दिन का अल्टीमेटम दिया कि अगर 26 जून तक सरकार को किसी प्रकार का कोई संतुष्ट जबाव नहीं मिला तो किसान अब कड़ा निर्णय लेगा। 26 जून तक सरकार की ओर से कोई बात सामने नहीं आई। अब किसानों ने 4 जुलाई को महापंचायत बुलाई है। जिसमें कई किसान संगठन के पदाधिकारी शामिल होंगे और इसके बाद आईएमटी रोजकामेव का काम बंद कराएंगे। मुआवजा बढ़ाने की मांग बता दें कि आईएमटी रोजकामेव के लिए 9 गांव खेड़ली कंकर, मेहरोला, बडेलाकी, कंवरसीका, रोजकामेव, धीरदोका, रूपाहेड़ी, खोड (बहादरी) और रेवासन के किसानों की वर्ष 2010 में 1600 एकड़ अधिग्रहण की जमीन की गई थी। उस दौरान किसानों की जमीन को सरकार द्वारा 25 लाख रुपए का मुआवजा देकर प्रति एकड़ अधिग्रहण किया गया था, लेकिन इसके बाद सरकार ने फरीदाबाद के चंदावली, मच्छगर गांवों की जमीन को भी अधिग्रहण किया। वहां के किसानों ने कोर्ट में याचिका दायर कर अपनी जमीन को सस्ते दामों में सरकार पर लेने का आरोप लगाकर मुआवजा बढ़ाने की मांग की थी, जिस पर कोर्ट ने किसानों को प्रति एकड़ 2 करोड़ की राशि देने के आदेश दिए थे। किसानों को 2 करोड़ प्रति एकड़ मिले इस दौरान जब 9 गांवों के किसानों को पता चला कि उक्त गांवों के किसानों को 2 करोड़ प्रति एकड़ मिले हैं तो उन्होंने भी लंबी लड़ाई लड़कर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। जिस पर सरकार ने किसानों से बातचीत करते हुए उनकी जमीन को 46 लाख रुपए प्रति एकड़ देने की बात कही और उनसे एफिडेविट पर साइन करा लिए, ताकि किसान कोर्ट में ना जा सके और सभी किसानों को 21- 21 लाख रुपए देकर कहा कि आगे आपको 25-25 लाख रुपए ओर दे दिए जाएंगे, लेकिन आज तक भी किसानों को 25-25 लाख रुपए नहीं दिए गए हैं।