हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (HSGMC) को आज नया प्रधान मिल गया। जगदीश सिंह झींडा को सर्वसम्मति से प्रधान चुना गया। सिरसा के रानियां के अंग्रेज सिंह को महासचिव बनाया गया। झींडा को प्रधान बनाने पर विपक्ष के 20 मेंबर्स ने विरोध किया और वोटिंग की मांग की। मेंबर दीदार सिंह नलवी ने कहा कि लोकतंत्र की हत्या हुई है। इसको लेकर कुरुक्षेत्र में HSGMC के मुख्य कार्यालय गुरुद्वारा छठी पातशाही में बैठक हुई। दोपहर करीब 12 बजे मेंबर्स की दीवान हॉल में मीटिंग शुरू हुई। 2 घंटे की मीटिंग के बाद जगदीश सिंह झींडा के नाम पर सहमति बनी। इसमें प्रोटेम चेयरमैन जोगा सिंह को चेयरमैन चुना गया। HSGMC के प्रधान पद पर झींडा ने पहले ही दावा ठोक दिया था। उन्होंने कहा था हमारे पास 32 मेंबर्स है। झींडा ने कहा था कि प्रधान बने तो गुरुद्वारा की गाड़ी, ड्राइवर और डीजल-पेट्रोल इस्तेमाल नहीं करेंगे। पहले 21 मई को होनी थी बैठक
19 जनवरी को चुनाव हुए थे, जिसमें 40 मेंबर्स चुने गए थे। उसके बाद हाल ही में पंचकूला में 9 नॉमिनेटेड मेंबर्स का चयन किया गया। अब बारी रेगुलर प्रधान और एग्जीक्यूटिव मेंबर्स के चुनने की थी। इसके लिए 21 मई को बैठक रखी गई थी, मगर प्रोटेम चेयरमैन जोगा सिंह ने आखिरी वक्त पर बैठक टाल दी थी। इसके बाद आज की तारीख तय की थी। प्रधान पद को लेकर 2 गुटों के बीच मुकाबला था
HSGMC के प्रधान पद को लेकर 2 गुटों के बीच मुकाबला था। इसमें एक तरफ जगदीश सिंह झींडा और बलजीत सिंह दादूवाल का समर्थित पैनल, जबकि दूसरी ओर आजाद मेंबर्स का गुट था, जिसे प्रकाश सिंह साहूवाला का समर्थन प्राप्त था। झींडा और दादूवाल गुट ने अपने पास बहुमत होने का दावा किया था। हम खबर को अपडेट कर रहे हैं। हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (HSGMC) को आज नया प्रधान मिल गया। जगदीश सिंह झींडा को सर्वसम्मति से प्रधान चुना गया। सिरसा के रानियां के अंग्रेज सिंह को महासचिव बनाया गया। झींडा को प्रधान बनाने पर विपक्ष के 20 मेंबर्स ने विरोध किया और वोटिंग की मांग की। मेंबर दीदार सिंह नलवी ने कहा कि लोकतंत्र की हत्या हुई है। इसको लेकर कुरुक्षेत्र में HSGMC के मुख्य कार्यालय गुरुद्वारा छठी पातशाही में बैठक हुई। दोपहर करीब 12 बजे मेंबर्स की दीवान हॉल में मीटिंग शुरू हुई। 2 घंटे की मीटिंग के बाद जगदीश सिंह झींडा के नाम पर सहमति बनी। इसमें प्रोटेम चेयरमैन जोगा सिंह को चेयरमैन चुना गया। HSGMC के प्रधान पद पर झींडा ने पहले ही दावा ठोक दिया था। उन्होंने कहा था हमारे पास 32 मेंबर्स है। झींडा ने कहा था कि प्रधान बने तो गुरुद्वारा की गाड़ी, ड्राइवर और डीजल-पेट्रोल इस्तेमाल नहीं करेंगे। पहले 21 मई को होनी थी बैठक
19 जनवरी को चुनाव हुए थे, जिसमें 40 मेंबर्स चुने गए थे। उसके बाद हाल ही में पंचकूला में 9 नॉमिनेटेड मेंबर्स का चयन किया गया। अब बारी रेगुलर प्रधान और एग्जीक्यूटिव मेंबर्स के चुनने की थी। इसके लिए 21 मई को बैठक रखी गई थी, मगर प्रोटेम चेयरमैन जोगा सिंह ने आखिरी वक्त पर बैठक टाल दी थी। इसके बाद आज की तारीख तय की थी। प्रधान पद को लेकर 2 गुटों के बीच मुकाबला था
HSGMC के प्रधान पद को लेकर 2 गुटों के बीच मुकाबला था। इसमें एक तरफ जगदीश सिंह झींडा और बलजीत सिंह दादूवाल का समर्थित पैनल, जबकि दूसरी ओर आजाद मेंबर्स का गुट था, जिसे प्रकाश सिंह साहूवाला का समर्थन प्राप्त था। झींडा और दादूवाल गुट ने अपने पास बहुमत होने का दावा किया था। हम खबर को अपडेट कर रहे हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
