सिरसा में पूर्व राज्यपाल के बेटे को मंच से हटाने के बाद DSP से माफी मंगवाने पर सियासी घमासान अभी थमा नहीं है। अब मामले में सीएम की एंट्री हो गई है। सीएम नायब सिंह सैनी ने साफ दो टूक में भाजपा नेता का पक्ष करते हुए कहा कि DSP को देखना चाहिए था कि वो जिम्मेदार अफसर हैं, उसको वेरिफाई करना चाहिए था। सीएम नायब सिंह ने कहा कि ऐसा नहीं है। हम सब की ड्यूटी पब्लिक के हित में लगी है। कोई जिम्मेदार व्यक्ति लगातार समाज की बात सुनता है। हमने उसको गलत नहीं कहा, वर्ना पहले की सरकारों में कपड़े निकला कर धूप में खड़ा कर देते थे। सीएम ने मीडिया से कहा कि अधिकारी के साथ ऐसा कर देते थे या नहीं। सीएम ने कहा कि उसने (डीएसपी) ने अपने आप कहा है, उसको यह भी देखना चाहिए था। उसकी एक वीडियो और वायरल हो रही है, उसके साथ-साथ। वह उसे हाथ पकड़कर बाहर छोड़कर आ रहा है। जो कार्यक्रम के ऑर्गेनाइजर हैं, उसे ही बाहर कर देंगे। कोई सिस्टम होगा ना। फिर वो अधिकारी है, उसको वेरिफाई करना उसकी जिम्मेदारी है। सीएम ने कहा कि चलो अगर कोई पुलिस का छोटा कर्मचारी है, उसने कोई हरकत कर दी। उसे पता नहीं चला। वो विषय अलग है। वो जिम्मेवार अफसर हैं। अगर जिम्मेदार अफसर इस तरह की हरकत करेगा तो कैसे चलेगा, पहले पूछ ले या किसी से पता कर ले। पुलिस के लोग भी वहां खड़े थे। यह वीडियो वायरल नहीं होना चाहिए था- सीएम सीएम नायब सैनी ने कहा कि वो वीडियो भी हमने देख ली थी। लेकिन हमने कहा है कि ये वीडियो वायरल नहीं होना चाहिए था। यह गलत है, चाहे वह अधिकारी हो या मैं स्वयं। हम जनता के प्रति जवाबदेह हैं। जनता का काम करना जिम्मेदारी भी है, उसमें अधिकारी भी हैं। भाजपा नेता से डीएसपी के माफी मंगवाने पर भड़के किसान नेता भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष रवि आजाद और सिरसा से किसान नेता लखविंदर सिंह ने भी सरकार पर तंज कसा है। डीएसपी से माफी मंगवाने की कड़ी निंदा की है। रवि आजाद का कहना है कि भाजपा नेता के अहंकार को ठेस क्या पहुंची। नेता ने पुलिस अधिकारी कानून के रखवाले से माफी मंगवाई। इससे पुलिस का मनोबल टूटेगा। जींद डीएसपी राणा ने प्रोटोकॉल को निभाते हुए मनीष सिंगला को आगे बढ़ने से रोका था। इससे मनीष सिंगला के अहंकार को ठेस पहुंच गई। मनीष सिंगला को डीएसपी से माफी मांगने की नसीहत दी। ये पुलिस फोर्स का अपमान- रवि रवि आजाद ने कहा कि यह पुलिस मनीष सिंगला की जागीर नहीं है। इस तरह पुलिस से कैमरे के सामने माफी मंगवाना। ये पूरी पुलिस फोर्स और पुलिस अधिकारियों का अपमान है। ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए। मनीष सिंगला उस डीएसपी जींद से माफी मांगे। पुलिस मनीष सिंगला की बापौती नहीं है। हरियाणा के मुख्यमंत्री इस पर संज्ञान लें। वर्ना इसके खिलाफ एक्शन लेंगे। दीपेंद्र हुड्डा समेत कई नेता कर चुके निंदा इससे पहले उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा और JJP नेता दिग्विजय चौटाला ने बयान जारी कर सरकार पर तंज कसा था। अखिलेश ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर लिखा- भाजपाई एक कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारी से ऑन कैमरा माफी मंगवाकर क्या पुलिस का मनोबल नहीं तोड़ रहे हैं। यह निंदनीय है। ये पुलिस का मोरल गिराने वाली घटना वहीं, दिग्विजय चौटाला ने कहा कि ऐसा इतिहास में पहली बार हुआ है कि किसी पुलिस अफसर को गुंडई स्टाइल में बैठाकर माफी मांगने पर मजबूर किया गया हो। ये पुलिस का मोरल गिराने वाली घटना है। डीजीपी को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। भाजपा नेता अमन चोपड़ा ने दिग्विजय चौटाला के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि जब आप लोगों की सरकार होती थी, तो पता नहीं क्या-क्या किया करते थे। इस बयान पर भाजपा नेता अमन चोपड़ा ने पलटवार करते हुए दिग्विजय को नसीहत दी थी। सिंगला का हाथ पकड़कर भेजा था दूर 27 अप्रैल की सुबह सीएम नायब सैनी सिरसा में साइक्लोथॉन 2.0 यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए पहुंचे थे। कार्यक्रम में उड़ीसा के पूर्व राज्यपाल गणेशी लाल के बेटे एवं भाजपा नेता मनीष सिंगला भी पहुंचे थे। जब वह मंच के पास खड़े थे तो तभी जींद के DSP जितेंद्र राणा आए और मनीष सिंगला और उनके पास खड़े एक युवक को वहां से हटने को कहा। इसके बाद उनका हाथ पकड़कर दूर भेज दिया था। हालांकि, वहां पर डीसी, एसपी, तहसीलदार, एसडीओ एवं अन्य विभागों के संबंधित अधिकारी भी थे, पर किसी ने उनको नहीं टोका और न ही अवगत करवाया। यह भी चूक थी। लेकिन डीएसपी लोकल नहीं थे, तो हो सकता है पता न हो। सिरसा में पूर्व राज्यपाल के बेटे को मंच से हटाने के बाद DSP से माफी मंगवाने पर सियासी घमासान अभी थमा नहीं है। अब मामले में सीएम की एंट्री हो गई है। सीएम नायब सिंह सैनी ने साफ दो टूक में भाजपा नेता का पक्ष करते हुए कहा कि DSP को देखना चाहिए था कि वो जिम्मेदार अफसर हैं, उसको वेरिफाई करना चाहिए था। सीएम नायब सिंह ने कहा कि ऐसा नहीं है। हम सब की ड्यूटी पब्लिक के हित में लगी है। कोई जिम्मेदार व्यक्ति लगातार समाज की बात सुनता है। हमने उसको गलत नहीं कहा, वर्ना पहले की सरकारों में कपड़े निकला कर धूप में खड़ा कर देते थे। सीएम ने मीडिया से कहा कि अधिकारी के साथ ऐसा कर देते थे या नहीं। सीएम ने कहा कि उसने (डीएसपी) ने अपने आप कहा है, उसको यह भी देखना चाहिए था। उसकी एक वीडियो और वायरल हो रही है, उसके साथ-साथ। वह उसे हाथ पकड़कर बाहर छोड़कर आ रहा है। जो कार्यक्रम के ऑर्गेनाइजर हैं, उसे ही बाहर कर देंगे। कोई सिस्टम होगा ना। फिर वो अधिकारी है, उसको वेरिफाई करना उसकी जिम्मेदारी है। सीएम ने कहा कि चलो अगर कोई पुलिस का छोटा कर्मचारी है, उसने कोई हरकत कर दी। उसे पता नहीं चला। वो विषय अलग है। वो जिम्मेवार अफसर हैं। अगर जिम्मेदार अफसर इस तरह की हरकत करेगा तो कैसे चलेगा, पहले पूछ ले या किसी से पता कर ले। पुलिस के लोग भी वहां खड़े थे। यह वीडियो वायरल नहीं होना चाहिए था- सीएम सीएम नायब सैनी ने कहा कि वो वीडियो भी हमने देख ली थी। लेकिन हमने कहा है कि ये वीडियो वायरल नहीं होना चाहिए था। यह गलत है, चाहे वह अधिकारी हो या मैं स्वयं। हम जनता के प्रति जवाबदेह हैं। जनता का काम करना जिम्मेदारी भी है, उसमें अधिकारी भी हैं। भाजपा नेता से डीएसपी के माफी मंगवाने पर भड़के किसान नेता भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष रवि आजाद और सिरसा से किसान नेता लखविंदर सिंह ने भी सरकार पर तंज कसा है। डीएसपी से माफी मंगवाने की कड़ी निंदा की है। रवि आजाद का कहना है कि भाजपा नेता के अहंकार को ठेस क्या पहुंची। नेता ने पुलिस अधिकारी कानून के रखवाले से माफी मंगवाई। इससे पुलिस का मनोबल टूटेगा। जींद डीएसपी राणा ने प्रोटोकॉल को निभाते हुए मनीष सिंगला को आगे बढ़ने से रोका था। इससे मनीष सिंगला के अहंकार को ठेस पहुंच गई। मनीष सिंगला को डीएसपी से माफी मांगने की नसीहत दी। ये पुलिस फोर्स का अपमान- रवि रवि आजाद ने कहा कि यह पुलिस मनीष सिंगला की जागीर नहीं है। इस तरह पुलिस से कैमरे के सामने माफी मंगवाना। ये पूरी पुलिस फोर्स और पुलिस अधिकारियों का अपमान है। ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए। मनीष सिंगला उस डीएसपी जींद से माफी मांगे। पुलिस मनीष सिंगला की बापौती नहीं है। हरियाणा के मुख्यमंत्री इस पर संज्ञान लें। वर्ना इसके खिलाफ एक्शन लेंगे। दीपेंद्र हुड्डा समेत कई नेता कर चुके निंदा इससे पहले उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा और JJP नेता दिग्विजय चौटाला ने बयान जारी कर सरकार पर तंज कसा था। अखिलेश ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर लिखा- भाजपाई एक कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारी से ऑन कैमरा माफी मंगवाकर क्या पुलिस का मनोबल नहीं तोड़ रहे हैं। यह निंदनीय है। ये पुलिस का मोरल गिराने वाली घटना वहीं, दिग्विजय चौटाला ने कहा कि ऐसा इतिहास में पहली बार हुआ है कि किसी पुलिस अफसर को गुंडई स्टाइल में बैठाकर माफी मांगने पर मजबूर किया गया हो। ये पुलिस का मोरल गिराने वाली घटना है। डीजीपी को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। भाजपा नेता अमन चोपड़ा ने दिग्विजय चौटाला के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि जब आप लोगों की सरकार होती थी, तो पता नहीं क्या-क्या किया करते थे। इस बयान पर भाजपा नेता अमन चोपड़ा ने पलटवार करते हुए दिग्विजय को नसीहत दी थी। सिंगला का हाथ पकड़कर भेजा था दूर 27 अप्रैल की सुबह सीएम नायब सैनी सिरसा में साइक्लोथॉन 2.0 यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए पहुंचे थे। कार्यक्रम में उड़ीसा के पूर्व राज्यपाल गणेशी लाल के बेटे एवं भाजपा नेता मनीष सिंगला भी पहुंचे थे। जब वह मंच के पास खड़े थे तो तभी जींद के DSP जितेंद्र राणा आए और मनीष सिंगला और उनके पास खड़े एक युवक को वहां से हटने को कहा। इसके बाद उनका हाथ पकड़कर दूर भेज दिया था। हालांकि, वहां पर डीसी, एसपी, तहसीलदार, एसडीओ एवं अन्य विभागों के संबंधित अधिकारी भी थे, पर किसी ने उनको नहीं टोका और न ही अवगत करवाया। यह भी चूक थी। लेकिन डीएसपी लोकल नहीं थे, तो हो सकता है पता न हो। हरियाणा | दैनिक भास्कर
