हरियाणा CM की जनसभा में कुर्सी पर विवाद:BJP के पूर्व MLA और चेयरमैन कार्यक्रम छोड़ लौटे; मुख्यमंत्री के साथ बैठना चाहते थे

हरियाणा CM की जनसभा में कुर्सी पर विवाद:BJP के पूर्व MLA और चेयरमैन कार्यक्रम छोड़ लौटे; मुख्यमंत्री के साथ बैठना चाहते थे

हरियाणा के CM नायब सैनी गुरुवार को कैथल जिले के पूंडरी स्थित नई अनाज मंडी में जनसभा करने पहुंचे हैं। CM के आने से पहले पूर्व विधायक लीलाराम गुर्जर और हैफेड के पूर्व चेयरमैन कैलाश भगत कार्यक्रम छोड़ चले गए। वह मंच में अगली पंक्ति पर कुर्सी न लगने से नाराज हुए। हालांकि दोनों नेता कुछ देर तक मंच में पिछली पंक्ति पर बैठे लेकिन बाद में वहां से निकल गए। बता दें कि लीलाराम गुर्जर और कैलाश भगत, दोनों ही कैथल जिले में भाजपा के प्रमुख नेता हैं। दोनों सीएम के साथ अगली पंक्ति में बैठने के लिए कुर्सी चाहते थे। उन्होंने आगे न बिठाने को अपना अपमान करार दिया। जब सीएम सैनी से भाजपा के दो नेताओं के कार्यक्रम छोड़कर जाने के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। वहीं सीएम के आगमन से स्थानीय लोगों को उम्मीद थी कि वे पूंडरी को सब डिवीजन का दर्जा देंगे। हालांकि CM ने कहा कि इसके लिए कमेटी बनाई गई हैं। उनकी रिपोर्ट आने के बाद ही इस बारे में फैसला लिया जाएगा। 14.80 करोड़ के कामों का उद्घाटन किया
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी गुरुवार दोपहर बाद हेलिकॉप्टर से पूंडरी पहुंचे। उनके लिए गुरुकुल पूंडरी में हेलीपैड बनाया गया था। प्रशासन के अधिकारियों व भाजपा नेताओं ने उनका हेलीपैड पर स्वागत किया। इसके बाद सीएम अनाज मंडी में आयोजित सभा में पहुंचे। इससे पहले उन्होंने पूंडरी में 14.80 करोड रुपए के विकास कार्यों का उद्घाटन किया। इनमें पिलनी गांव में पुंडरी रोड से सेगा रोड तक 1.07 करोड़ की लागत से बनी फिरनी, 11.84 करोड़ रुपए की लागत से 6 सड़कों को मजबूत करने और गांव कोल में 1.88 करोड़ रुपए की लागत से नीलोखेड़ी- कारसा- ढांड रोड की मरम्मत शामिल है। कृषि कॉलेज को यूनिवर्सिटी में तब्दील करने की मांग
जिला परिषद कैथल के चेयरमैन कर्मबीर कौल ने सीएम से करकौल के कृषि कॉलेज को यूनिवर्सिटी में तब्दील करने की मांग की। चेयरमैन कर्मबीर कौल ने कहा कि गांव कौल के कृषि कॉलेज में यूनिवर्सिटी में उपलब्ध होने वाला पूरा इंफ्रास्ट्रचर उपलब्ध है। उत्तरी हरियाणा के किसानों और युवा कृषि उद्यमियों को अपनी कृषि से संबंधित समस्याओं के लिए चौ. चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार जाना पड़ता है। इसके अतिरिक्त कृषि क्षेत्र में उच्च शिक्षा ग्रहण करने की लिए भी छात्र एवं छात्राओं को हिसार जाना पड़ता है। अगर ये यूनिवर्सिटी बन गई तो यहीं समस्याएं हाल हो जाएंगी। हरियाणा के CM नायब सैनी गुरुवार को कैथल जिले के पूंडरी स्थित नई अनाज मंडी में जनसभा करने पहुंचे हैं। CM के आने से पहले पूर्व विधायक लीलाराम गुर्जर और हैफेड के पूर्व चेयरमैन कैलाश भगत कार्यक्रम छोड़ चले गए। वह मंच में अगली पंक्ति पर कुर्सी न लगने से नाराज हुए। हालांकि दोनों नेता कुछ देर तक मंच में पिछली पंक्ति पर बैठे लेकिन बाद में वहां से निकल गए। बता दें कि लीलाराम गुर्जर और कैलाश भगत, दोनों ही कैथल जिले में भाजपा के प्रमुख नेता हैं। दोनों सीएम के साथ अगली पंक्ति में बैठने के लिए कुर्सी चाहते थे। उन्होंने आगे न बिठाने को अपना अपमान करार दिया। जब सीएम सैनी से भाजपा के दो नेताओं के कार्यक्रम छोड़कर जाने के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। वहीं सीएम के आगमन से स्थानीय लोगों को उम्मीद थी कि वे पूंडरी को सब डिवीजन का दर्जा देंगे। हालांकि CM ने कहा कि इसके लिए कमेटी बनाई गई हैं। उनकी रिपोर्ट आने के बाद ही इस बारे में फैसला लिया जाएगा। 14.80 करोड़ के कामों का उद्घाटन किया
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी गुरुवार दोपहर बाद हेलिकॉप्टर से पूंडरी पहुंचे। उनके लिए गुरुकुल पूंडरी में हेलीपैड बनाया गया था। प्रशासन के अधिकारियों व भाजपा नेताओं ने उनका हेलीपैड पर स्वागत किया। इसके बाद सीएम अनाज मंडी में आयोजित सभा में पहुंचे। इससे पहले उन्होंने पूंडरी में 14.80 करोड रुपए के विकास कार्यों का उद्घाटन किया। इनमें पिलनी गांव में पुंडरी रोड से सेगा रोड तक 1.07 करोड़ की लागत से बनी फिरनी, 11.84 करोड़ रुपए की लागत से 6 सड़कों को मजबूत करने और गांव कोल में 1.88 करोड़ रुपए की लागत से नीलोखेड़ी- कारसा- ढांड रोड की मरम्मत शामिल है। कृषि कॉलेज को यूनिवर्सिटी में तब्दील करने की मांग
जिला परिषद कैथल के चेयरमैन कर्मबीर कौल ने सीएम से करकौल के कृषि कॉलेज को यूनिवर्सिटी में तब्दील करने की मांग की। चेयरमैन कर्मबीर कौल ने कहा कि गांव कौल के कृषि कॉलेज में यूनिवर्सिटी में उपलब्ध होने वाला पूरा इंफ्रास्ट्रचर उपलब्ध है। उत्तरी हरियाणा के किसानों और युवा कृषि उद्यमियों को अपनी कृषि से संबंधित समस्याओं के लिए चौ. चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार जाना पड़ता है। इसके अतिरिक्त कृषि क्षेत्र में उच्च शिक्षा ग्रहण करने की लिए भी छात्र एवं छात्राओं को हिसार जाना पड़ता है। अगर ये यूनिवर्सिटी बन गई तो यहीं समस्याएं हाल हो जाएंगी।   हरियाणा | दैनिक भास्कर