हरियाणा के मुख्यमंत्री के ओएसडी गजेंद्र फोगाट बिना सेवा विस्तार के ही ड्यूटी कर रहे हैं। इसका खुलासा एक आरटीआई में हुआ है। आरटीआई एक्टिविस्ट पीपी कपूर ने बताया कि मुख्यमंत्री नायब सैनी के ओएसडी (स्पेशल पब्लिसिटी) गजेंद्र फोगाट पिछले सात महीने से अवैध रूप से नियुक्त हैं। बिना सेवा विस्तार के ही हर महीने एक लाख रुपए सैलरी ले रहे हैं। इसके अलावा सरकार की ओर से दिए जाने वाले भत्ते, सरकारी कार, कोठी व स्टाफ की सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। सूचना, लोक सम्पर्क एवं भाषा विभाग हरियाणा के उप सचिव एवं राज्य जन सूचना अधिकारी ने आरटीआई मे यह चौंकाने वाली सूचना दी हैं। पूर्व CM खट्टर के कार्यकाल में हुई थी नियुक्ति कपूर ने बताया कि 01 अक्टूबर 2021 को तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गजेंद्र फोगाट को अपने ओएसडी (स्पेशल पब्लिसिटी) के पद पर नियुक्त किया था। नियुक्ति पत्र की शर्तों के अनुसार यह नियुक्ति एक वर्ष के लिए थी। इन सेवा शर्तों के अनुसार सरकार इस अवधि को घटा भी सकती थी व सेवा विस्तार भी कर सकती थी। हर वर्ष सालाना कार्यकाल पूरा होने पर सरकार लगातार हर वर्ष इनको सेवा विस्तार देती रही। अक्टूबर 2024 में खत्म हो गया कार्यकाल 4 अक्टूबर 2023 को आखिरी सेवा विस्तार एक वर्ष के लिए दिया, जो कि 4 अक्टूबर 2024 को खत्म हो गया । नियमानुसार सेवा विस्तार किया जाना जरूरी था, लेकिन फोगाट का कार्यकाल खत्म होने के बावजूद पिछले सात महीने से गैर कानूनी ढंग से सीएम नायब सिंह सैनी के ओएसडी (स्पेशल पब्लिसिटी) के पद पर नियुक्त हैं। इन सुविधाओं का ले रहे लाभ हर माह एक लाख रुपए वेतन, 40,000 रुपए प्रति माह कोठी का किराया, 50 हज़ार किलो मीटर प्रति माह गाड़ी का किराया, 18 रुपए प्रति किलोमीटर के रेट से ले रहे हैं। इसके अलावा तमाम अन्य सुविधायें स्टाफ व टीए /डीए भी दिया जा रहा है । कपूर ने फोगाट को तत्काल पद से हटाने व बिना सेवा विस्तार लिया गया वेतन, भत्ते, हाउस रेंट अलाउंस,वाहन खर्च आदि उनसे वसूल करने की मांग की है। हरियाणा के मुख्यमंत्री के ओएसडी गजेंद्र फोगाट बिना सेवा विस्तार के ही ड्यूटी कर रहे हैं। इसका खुलासा एक आरटीआई में हुआ है। आरटीआई एक्टिविस्ट पीपी कपूर ने बताया कि मुख्यमंत्री नायब सैनी के ओएसडी (स्पेशल पब्लिसिटी) गजेंद्र फोगाट पिछले सात महीने से अवैध रूप से नियुक्त हैं। बिना सेवा विस्तार के ही हर महीने एक लाख रुपए सैलरी ले रहे हैं। इसके अलावा सरकार की ओर से दिए जाने वाले भत्ते, सरकारी कार, कोठी व स्टाफ की सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। सूचना, लोक सम्पर्क एवं भाषा विभाग हरियाणा के उप सचिव एवं राज्य जन सूचना अधिकारी ने आरटीआई मे यह चौंकाने वाली सूचना दी हैं। पूर्व CM खट्टर के कार्यकाल में हुई थी नियुक्ति कपूर ने बताया कि 01 अक्टूबर 2021 को तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गजेंद्र फोगाट को अपने ओएसडी (स्पेशल पब्लिसिटी) के पद पर नियुक्त किया था। नियुक्ति पत्र की शर्तों के अनुसार यह नियुक्ति एक वर्ष के लिए थी। इन सेवा शर्तों के अनुसार सरकार इस अवधि को घटा भी सकती थी व सेवा विस्तार भी कर सकती थी। हर वर्ष सालाना कार्यकाल पूरा होने पर सरकार लगातार हर वर्ष इनको सेवा विस्तार देती रही। अक्टूबर 2024 में खत्म हो गया कार्यकाल 4 अक्टूबर 2023 को आखिरी सेवा विस्तार एक वर्ष के लिए दिया, जो कि 4 अक्टूबर 2024 को खत्म हो गया । नियमानुसार सेवा विस्तार किया जाना जरूरी था, लेकिन फोगाट का कार्यकाल खत्म होने के बावजूद पिछले सात महीने से गैर कानूनी ढंग से सीएम नायब सिंह सैनी के ओएसडी (स्पेशल पब्लिसिटी) के पद पर नियुक्त हैं। इन सुविधाओं का ले रहे लाभ हर माह एक लाख रुपए वेतन, 40,000 रुपए प्रति माह कोठी का किराया, 50 हज़ार किलो मीटर प्रति माह गाड़ी का किराया, 18 रुपए प्रति किलोमीटर के रेट से ले रहे हैं। इसके अलावा तमाम अन्य सुविधायें स्टाफ व टीए /डीए भी दिया जा रहा है । कपूर ने फोगाट को तत्काल पद से हटाने व बिना सेवा विस्तार लिया गया वेतन, भत्ते, हाउस रेंट अलाउंस,वाहन खर्च आदि उनसे वसूल करने की मांग की है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
