हरियाणा HERC में खाली सदस्यों नियुक्ति का रास्ता साफ:दो नाम भेजे गए CM को, एक साल से चल रहा खाली, अब जल्द घोषणा

हरियाणा HERC में खाली सदस्यों नियुक्ति का रास्ता साफ:दो नाम भेजे गए CM को, एक साल से चल रहा खाली, अब जल्द घोषणा

हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग (HERC) में एक साल से खाली चल रहे सदस्य की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है। यह पद 28 मई 2024 से रिक्त है, इसे भरने के लिए गठित चयन समिति ने अपनी प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली है। समिति की ओर से दो नाम सीलबंद लिफाफे में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को भेजे गए हैं। इस संबंध में चंडीगढ़ स्थित हरियाणा भवन में न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) एचएस भल्ला की अध्यक्षता में समिति की बैठक भी हुई। जिसमें मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी और केंद्रीय विद्युत विनियामक आयोग के चेयरमैन को सदस्य के तौर पर शामिल किया गया। इनमें से अब किसी एक नाम का चयन मुख्यमंत्री करेंगे। जिसके बाद संबंधित व्यक्ति को प्रदेश के बिजली मंत्री द्वारा पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी। 63 आवेदन आए विद्युत अधिनियम के अनुसार किसी सदस्य या अध्यक्ष के कार्यकाल की समाप्ति से छह माह पूर्व ही नई नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू होनी चाहिए। हालांकि पूर्व सदस्य नरेश सरदाना का कार्यकाल 28 मई 2024 को समाप्त हो गया था। सरकार ने 2 जुलाई 2024 को पद भरने के लिए विज्ञापन जारी किया था। जिसके तहत 23 जुलाई तक आवेदन आमंत्रित किए और उस दौरान करीब 63 आवेदन आए भी थे। आयोग का ये होता है स्ट्रक्चर एचईआरसी में एक अध्यक्ष और दो सदस्य होते हैं। वर्तमान में सतलुज जल विद्युत निगम (SJVN) के पूर्व अध्यक्ष नंद लाल शर्मा आयोग के चेयरमैन हैं, जिन्होंने 2 फरवरी 2024 को पदभार संभाला था। उसी दिन मुकेश गर्ग ने दूसरे सदस्य के रूप में कार्यभार ग्रहण किया था। तीसरे सदस्य का पद उसी समय से रिक्त है। जिससे आयोग की निर्णय प्रक्रिया में व्यावहारिक कठिनाई आ रही थी। पहले भी नियुक्ति में होती रही हैं देरी यह पहली बार नहीं है जब एचईआरसी में कोई पद इतने लंबे समय तक खाली रहा हो। इससे पहले परविंद्र चौहान ने 8 अक्टूबर 2021 की सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया था। उनका स्थान भरने में सरकार को 2 फरवरी 2024 तक का समय लग गया। इसी तरह आयोग के पूर्व अध्यक्ष आरके पचनंदा का कार्यकाल 22 अक्टूबर 2023 को समाप्त हुआ, लेकिन नए चेयरमैन की नियुक्ति भी फरवरी 2024 में जाकर हुई। हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग (HERC) में एक साल से खाली चल रहे सदस्य की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है। यह पद 28 मई 2024 से रिक्त है, इसे भरने के लिए गठित चयन समिति ने अपनी प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली है। समिति की ओर से दो नाम सीलबंद लिफाफे में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को भेजे गए हैं। इस संबंध में चंडीगढ़ स्थित हरियाणा भवन में न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) एचएस भल्ला की अध्यक्षता में समिति की बैठक भी हुई। जिसमें मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी और केंद्रीय विद्युत विनियामक आयोग के चेयरमैन को सदस्य के तौर पर शामिल किया गया। इनमें से अब किसी एक नाम का चयन मुख्यमंत्री करेंगे। जिसके बाद संबंधित व्यक्ति को प्रदेश के बिजली मंत्री द्वारा पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी। 63 आवेदन आए विद्युत अधिनियम के अनुसार किसी सदस्य या अध्यक्ष के कार्यकाल की समाप्ति से छह माह पूर्व ही नई नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू होनी चाहिए। हालांकि पूर्व सदस्य नरेश सरदाना का कार्यकाल 28 मई 2024 को समाप्त हो गया था। सरकार ने 2 जुलाई 2024 को पद भरने के लिए विज्ञापन जारी किया था। जिसके तहत 23 जुलाई तक आवेदन आमंत्रित किए और उस दौरान करीब 63 आवेदन आए भी थे। आयोग का ये होता है स्ट्रक्चर एचईआरसी में एक अध्यक्ष और दो सदस्य होते हैं। वर्तमान में सतलुज जल विद्युत निगम (SJVN) के पूर्व अध्यक्ष नंद लाल शर्मा आयोग के चेयरमैन हैं, जिन्होंने 2 फरवरी 2024 को पदभार संभाला था। उसी दिन मुकेश गर्ग ने दूसरे सदस्य के रूप में कार्यभार ग्रहण किया था। तीसरे सदस्य का पद उसी समय से रिक्त है। जिससे आयोग की निर्णय प्रक्रिया में व्यावहारिक कठिनाई आ रही थी। पहले भी नियुक्ति में होती रही हैं देरी यह पहली बार नहीं है जब एचईआरसी में कोई पद इतने लंबे समय तक खाली रहा हो। इससे पहले परविंद्र चौहान ने 8 अक्टूबर 2021 की सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया था। उनका स्थान भरने में सरकार को 2 फरवरी 2024 तक का समय लग गया। इसी तरह आयोग के पूर्व अध्यक्ष आरके पचनंदा का कार्यकाल 22 अक्टूबर 2023 को समाप्त हुआ, लेकिन नए चेयरमैन की नियुक्ति भी फरवरी 2024 में जाकर हुई।   हरियाणा | दैनिक भास्कर