<p>हाथरस भगदड़ दुर्घटना | अलीगढ़, यूपी: लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के दौरे के बाद, एक शोक संतप्त परिवार के सदस्य ने कहा, “उन्होंने हमसे कहा कि वह पार्टी की मदद से हमारी मदद करेंगे… उन्होंने हमसे पूछा कि सब कुछ कैसे हुआ…”</p> <p>हाथरस भगदड़ दुर्घटना | अलीगढ़, यूपी: लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के दौरे के बाद, एक शोक संतप्त परिवार के सदस्य ने कहा, “उन्होंने हमसे कहा कि वह पार्टी की मदद से हमारी मदद करेंगे… उन्होंने हमसे पूछा कि सब कुछ कैसे हुआ…”</p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Delhi Weather: दिल्ली में आज भारी बारिश का अलर्ट, जानें- अगले पांच दिनों तक कैसा रहेगा मौसम?
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गूगल से मिले ज्योतिष बाबा ने ठगे 64 लाख:लखनऊ के बिजनेसमैन को बोला- तुम पर काले जादू का साया; 88 दिन बाद वापस हुए 44 लाख
गूगल से मिले ज्योतिष बाबा ने ठगे 64 लाख:लखनऊ के बिजनेसमैन को बोला- तुम पर काले जादू का साया; 88 दिन बाद वापस हुए 44 लाख लखनऊ के बिजनेसमैन को गूगल से मिले ज्योतिष बाबा ने 64 लाख रुपए ठग लिए। बिजनेसमैन व्यापार में दो गुना फायदा पाने की तरकीब खोज रहा था। ज्योतिषी की तलाश पर प्रिया बाबा एस्ट्रोलॉजर नाम के एक ज्योतिषी से संपर्क हुआ। उसने काले जादू का साया बताकर नुकसान होने की बात कही। बाबा ने बिजनेसमैन से कहा- रात में श्मशान घाट पहुंचकर तुम्हारे नाम से अनुष्ठान करना पड़ेगा। इसके लिए कम से कम 64.65 लाख रुपए लगेंगे। पूजा करने के बाद व्यापार में जितना घाटा हुआ होगा पूरा वापस आ जाएगा। बिजनेसमैन को जब ठगी का एहसास हुआ तो वह हजरत गंज थाने पहुंचा। यहां उसने साइबर क्राइम में रिपोर्ट दर्ज कराई तब जाकर उसके 44 लाख रुपए वापस हुए। 13 सितंबर को हुई थी FIR
हेमंत कुमार राय पीजीआई के साउथ सिटी में रहते हैं। 13 सितंबर को वह थाने पर पहुंचकर घटना की जानकारी पुलिस की दी। उनका कहना था कि अगस्त 2023 से कंपनी में अचानक से नुकसान होने लगा।इसी को लेकर मैं काफी चिंतित था। 88 दिन में 44 लाख सीज
साइबर क्राइम सेल की टीम ने घटना की जानकारी के बाद पीड़ित के बताए खाता नंबर और मोबाइल नंबर के आधार पर 88 दिन तक केस पर काम किया। इसके बाद बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते में व्यापारी के जमा कराए गए रुपए में से 44.49 रुपए सीज कराए। साथ ही विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (कस्टम) लखनऊ की कोर्ट में पैरवी और साक्ष्य प्रस्तुत कर पीड़ित के खाते में वापस करा दिया। हालांकि आरोपी की अभी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
Uttarakhand Rain: उत्तराखंड में बारिश का कहर, जीवन अस्त-व्यस्त, CM धामी ने लोगों को किया अलर्ट
Uttarakhand Rain: उत्तराखंड में बारिश का कहर, जीवन अस्त-व्यस्त, CM धामी ने लोगों को किया अलर्ट <p><strong>Uttarakhand Weather Update:</strong> उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है बारिश का सबसे ज्यादा असर उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में देखने को मिल रहा है. जहां पर नैनीताल अल्मोड़ा उधम सिंह नगर में बारिश ने अपना सबसे ज्यादा कर भर पाया है. वही गढ़वाल में भी बारिश ने किसी प्रकार की कोई कमी नहीं छोड़ी है मौसम विभाग ने अभी और दो दिन सावधान रहने के लिए कहा है. इसको देखते हुए उत्तराखंड के नौ जिलों में अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने के लिए कहा गया है. <br /><br />आपदा प्रबंधन विभाग आज चार धाम यात्रा कर रहे तमाम यात्रियों से यात्रा न करने की सलाह दी है. यहां तक कि प्रदेश में भी जो लोग कही भी यात्रा करने की सोच रहे .है उनको भी आज यात्रा न करने की सलाह दी गई है. इसकी सबसे बड़ी वजह है, मौसम विभाग द्वारा जारी किया गया अलर्ट, इसको देखते हुए लोगों को इस प्रकार की सलाह दी जा रही है.<br /><br /><strong>कुमाऊं मंडल के छह जिलों में अलर्ट</strong><br />रविवार को कुमाऊं मंडल के सभी छह जिलों के साथ ही गढ़वाल मंडल में रुद्रप्रयाग, चमोली और पौड़ी में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है. इसके चलते जहां भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है तो वहीं नदियों का जलस्तर भी बढ़ सकता है. सचिव आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन ने बताया कि रविवार का दिन बारिश के लिहाज से काफी संवेदनशील है. रेड अलर्ट को देखते हुए सभी जिलों में लोगों को किसी भी तरह की यात्रा न करने की सलाह दी गई है. गढ़वाल आयुक्त ने भी एक दिन के लिए चारधाम यात्रा रोकने का निर्देश दिया है.<br /><br />प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी लोगों से अपील की है कि रविवार के दिन अपनी यात्रा से बच्चे तथा सुरक्षित जगह पर रहने की अपील की है मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के तमाम जिला अधिकारियों को सतर्क रहने के लिए भी कहा है, साथ ही तमाम अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने के लिए कहा गया है, मेडिकल टीम एसडीआरएफ एनडीआरएफ की टीमों को अलर्ट मोड पर रखा गया है, किसी भी परिस्थिति में तुरंत कार्रवाई करने के लिए कहा गया है.<br /><br /><strong>कई जगह जलभराव की समस्या</strong><br />आपको बता दें कि प्रदेश में गढ़वाल कुमाऊं दोनों ही जगह इस वक्त बारिश ने कहर बरपा रखा है ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं, उनके द्वारा अधिकारियों को लगातार निर्देशित किया जा रहा है, आपदा प्रबंधन विभाग भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं, उत्तराखंड के कुमाऊं और गढ़वाल में लगातार हो रही बारिश ने कई जगहों पर जलभराव जैसी स्थिति पैदा करती है, प्रदेश की कई सड़कें बंद पड़ी है. कई जगह पर पुल टूटने की खबरें भी सामने आई है.</p>
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अमृतसर- अंबाला रेलवे ट्रैक जाम:वल्ला स्टेशन और सड़क पर किसानों का धरना, बोले- सीएम स्टेज चलाना तो जानते हैं, स्टेट नहीं
अमृतसर- अंबाला रेलवे ट्रैक जाम:वल्ला स्टेशन और सड़क पर किसानों का धरना, बोले- सीएम स्टेज चलाना तो जानते हैं, स्टेट नहीं धान की फसल की सरकारी खरीद को लेकर आज किसान रेलवे लाइनों और सड़कों पर तीन घंटे के लिए जाम लगाकर बैठ गए हैं। किसानों का कहना है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को स्टेज तो बखूबी संभालनी आती है, लेकिन स्टेट चलाना उनके बस की बात नहीं है। रेलवे ट्रैक जाम किए जाने से अमृतसर रेलवे स्टेशन पर भी यात्री परेशान बैठे है। अमृतसर से कई ट्रेनें चलती हैं जिसके कारण कई ट्रेनों के यात्री परेशान हो रहे हैं, वहीं बस स्टैंड पर भी लोग परेशान घूम रहे हैं। दो छुट्टियों के बाद आज बहुत से लोग अपने गंतव्य को जाने के लिए निकले हैं लेकिन बस और ट्रेन बंद होने से उन्हें खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अमृतसर में जालंधर-अंबाला रेल मार्ग पर वल्ला रेलवे स्टेशन पास रेलवे लाइन पर बैठे भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहां के सदस्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। किसान नेता परमिंदर सिंह पंडोरी ने इस दौरान संबोधित करते हुए कहा कि जब फसल बोने का समय होते है तब भी डीएपी के लिए उन्हें संघर्ष करना पड़ता है फिर जब फसल पक जाती है तब भी उसे बेचने के लिए उन्हें संघर्ष करना पड़ता है। सरकार चाहती है की किसान खुद मान लें कि किसानी अब लाभदायक सौदा नहीं है जबकि अगर एक एक किलो गेहूं जा आटा मॉल से खरीदना पड़ेगा तो उन्हें समझ आएगा कि क्या खोया है और किसान किसकी लिए लड़ रहे थे। उन्होंने कहा कि वो संघर्ष से नहीं डरते हैं और हमेशा हक के लिए संघर्ष करते रहेंगे। स्टेट चलाना मान के बस की बात नहीं पंडोरी ने कहा कि पंजाब के मुखमंत्री स्टेज को बखूबी चला लेते हैं लेकिन स्टेट चलाना उनके बस की बात नहीं हैं। पंजाब की चाहे लॉ एंड ऑर्डर हो, किसानी हो जा फिर कोई और मुद्दा हो सरकार हर फ्रंट पर फेल है। उन्होंने कहा कि पंजाब पहले ही नशे के कारण बर्बाद हो रहा है और अगर अब फसलों को भी बचा नहीं पाए तो नस्लों को बर्बाद कर लेंगे इसीलिए यह संघर्ष जारी रहेगा और अपना हक जरूर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द से जल्द मंडियों में बरबाद हो रही धान की फसल को उठवाए अन्यथा संघर्ष को तेज किया जाएगा।