हापुड़ SP, ASP के बाद इंस्पेक्टर को भी हटाया:CO पर एक्शन तय; 50 पुलिसवाले मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे, CCTV देख भड़के सीएम

हापुड़ SP, ASP के बाद इंस्पेक्टर को भी हटाया:CO पर एक्शन तय; 50 पुलिसवाले मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे, CCTV देख भड़के सीएम

हापुड़ के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में पुलिस और डायरेक्टर के बीच का विवाद सुर्खियों में है। SP और ASP का ट्रांसफर पहले हो चुका है। अब इंस्पेक्टर को भी हटाया गया है। CO पर भी एक्शन होना लगभग तय है। चर्चा है कि रामा मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर के कहने पर SP अभिषेक वर्मा का तबादला किया गया। मेडिकल कॉलेज में भर्ती एक महिला ने पुलिस से इलाज ठीक से नहीं होने की शिकायत की। मरीज की कॉल पर पुलिस पहुंची तो स्टाफ ने बदसलूकी की। इस पर SP ने मेडिकल कॉलेज डायरेक्टर को हिरासत में लेने के लिए अस्पताल में 50 पुलिसकर्मी भेज दिए। डायरेक्टर आर्मी में मेजर रह चुके हैं। उन्होंने मालिक को इसके बारे में बता दिया। इसके बाद मालिक ने सीधे मुख्यमंत्री को फोन कर दिया। सबूत के तौर पर मुख्यमंत्री कार्यालय को CCTV भेज दी। सूत्रों के मुताबिक, CCTV देख सीएम भड़क गए। इसके बाद लखनऊ तक हड़कंप मच गया। 10 मिनट के अंदर पुलिस फोर्स को हॉस्पिटल से निकलना पड़ा। 1 घंटे के भीतर SP और ASP राजकुमार अग्रवाल को हटा दिया गया। इधर, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि मामले की जांच होगी। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। ट्यूमर ऑपरेशन के लिए भर्ती हुई थी महिला
बिजनौर के चांदपुर निवासी जुबैदा की कमर के निचले हिस्से ने कुछ दिनों पहले काम करना बंद कर दिया। 25 जून को बेटे जावेद ने उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। जांच में डॉक्टरों ने रीढ़ की हड्डी के पास ट्यूमर बताया। 13 दिन पहले ऑपरेशन करके ट्यूमर को निकाल दिया गया। डायरेक्टर ने दरोगा को धक्के देकर निकलवाया
महिला के बेटे जावेद ने बताया- ऑपरेशन के बावजूद मां के शरीर से खून बहना बंद नहीं हुआ। अब तक उन्हें करीब 15 यूनिट खून चढ़ चुका था। अब हमने डॉक्टरों से मां की सभी जांच रिपोर्ट देने को कहा। इसे देने में हॉस्पिटल ने आनाकानी की और अभद्रता की। इसकी सूचना मैंने 16 जुलाई को दोपहर 2 बजे डायल-112 पर पुलिस को दी। पुलिस हॉस्पिटल में आई। पुलिस हमें लेकर थर्ड फ्लोर पर पहुंची, जहां हॉस्पिटल डायरेक्टर बैठते हैं। डायरेक्टर ने दरोगा से कहा- तुम कौन होते हो? क्या कर लोगे तुम? इस पर दरोगा ने उनसे कहा कि हम कुछ करने नहीं आए, सिर्फ इन्क्वायरी करने आए हैं। इतने पर डायरेक्टर और भड़क गए। दरोगा से बोले- तुम कौन होते हो इन्क्वायरी करने वाले? उन्होंने मेरे साथ भी बदतमीजी की। इसके बाद उन्होंने सिक्योरिटी गार्ड बुलवाकर दरोगा और मुझे धक्का देकर बाहर निकलवा दिया। एसपी ने कहा- डायरेक्टर को उठा लाओ
इसके बाद डायल-112 के सब इंस्पेक्टर ने पिलखुवा थाने के इंस्पेक्टर प्रभाकर कैंथुरा को डायरेक्टर के बदसलूकी करने की जानकारी दी। इंस्पेक्टर ने डायरेक्टर को फोन मिला दिया। दोनों के बीच भी कहासुनी हो गई। फिर इंस्पेक्टर ने SP अभिषेक वर्मा को फोन कर पूरी जानकारी दी। SP ने मेडिकल कॉलेज डायरेक्टर को बदसलूकी के आरोप में हिरासत में लेने का आदेश दे दिया। इस प्रकरण से जुड़ी एक CCTV सामने आया है, इसमें करीब 50 पुलिस वाले मेडिकल कॉलेज के अंदर घुसते हुए दिखाई दे रहे हैं। CCTV उसी वक्त का है, जब पुलिस डायरेक्टर को हिरासत में लेने के लिए पहुंची थी। रामा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर डॉक्टर CS अहलूवालिया हैं। उन्होंने पुलिस के बदसलूकी करने की शिकायत संस्थान के मालिक डॉक्टर सूरज कुशवाहा से की, जो कानपुर के रहने वाले हैं। पूरी रात चार्ज लेने-छोड़ने में लगे रहे अफसर रामा ग्रुप के कई शहरों में हैं कॉलेज-अस्पताल कानपुर में 500 वर्ग गज में डेंटल कॉलेज से इस ग्रुप की शुरुआत हुई। स्थापना डॉक्टर बीएस कुशवाह ने की, जो एक डेंटिस्ट थे। उनके निधन के बाद डॉक्टर सूरज कुशवाहा ने इस ग्रुप की जिम्मेदारी संभाली। इसको आगे बढ़ाया। 2014 में जब केंद्र में BJP सरकार आई, तो इस डेंटल कॉलेज का विस्तार करते हुए मेडिकल कॉलेज बनाया गया। इसी दौरान हापुड़ के पिलखुवा क्षेत्र में नेशनल हाईवे पर रामा मेडिकल कॉलेज की स्थापना हुई। कानपुर-गाजियाबाद सहित कई शहरों में इस ग्रुप के कई एजुकेशन संस्थान और मेडिकल कॉलेज हैं। उत्तर प्रदेश में सरकार कोई रही हो, कुशवाहा फैमिली का रसूख बरकरार रहा है। हालांकि, इस फैमिली का पॉलिटिकल बैकग्राउंड कोई नहीं है। अगस्त-2018 में यूपी के तत्कालीन कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने संजय कुशवाहा को लाइफ टाइम हेल्थ अवॉर्ड देकर सम्मानित किया था। हापुड़ के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में पुलिस और डायरेक्टर के बीच का विवाद सुर्खियों में है। SP और ASP का ट्रांसफर पहले हो चुका है। अब इंस्पेक्टर को भी हटाया गया है। CO पर भी एक्शन होना लगभग तय है। चर्चा है कि रामा मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर के कहने पर SP अभिषेक वर्मा का तबादला किया गया। मेडिकल कॉलेज में भर्ती एक महिला ने पुलिस से इलाज ठीक से नहीं होने की शिकायत की। मरीज की कॉल पर पुलिस पहुंची तो स्टाफ ने बदसलूकी की। इस पर SP ने मेडिकल कॉलेज डायरेक्टर को हिरासत में लेने के लिए अस्पताल में 50 पुलिसकर्मी भेज दिए। डायरेक्टर आर्मी में मेजर रह चुके हैं। उन्होंने मालिक को इसके बारे में बता दिया। इसके बाद मालिक ने सीधे मुख्यमंत्री को फोन कर दिया। सबूत के तौर पर मुख्यमंत्री कार्यालय को CCTV भेज दी। सूत्रों के मुताबिक, CCTV देख सीएम भड़क गए। इसके बाद लखनऊ तक हड़कंप मच गया। 10 मिनट के अंदर पुलिस फोर्स को हॉस्पिटल से निकलना पड़ा। 1 घंटे के भीतर SP और ASP राजकुमार अग्रवाल को हटा दिया गया। इधर, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि मामले की जांच होगी। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। ट्यूमर ऑपरेशन के लिए भर्ती हुई थी महिला
बिजनौर के चांदपुर निवासी जुबैदा की कमर के निचले हिस्से ने कुछ दिनों पहले काम करना बंद कर दिया। 25 जून को बेटे जावेद ने उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। जांच में डॉक्टरों ने रीढ़ की हड्डी के पास ट्यूमर बताया। 13 दिन पहले ऑपरेशन करके ट्यूमर को निकाल दिया गया। डायरेक्टर ने दरोगा को धक्के देकर निकलवाया
महिला के बेटे जावेद ने बताया- ऑपरेशन के बावजूद मां के शरीर से खून बहना बंद नहीं हुआ। अब तक उन्हें करीब 15 यूनिट खून चढ़ चुका था। अब हमने डॉक्टरों से मां की सभी जांच रिपोर्ट देने को कहा। इसे देने में हॉस्पिटल ने आनाकानी की और अभद्रता की। इसकी सूचना मैंने 16 जुलाई को दोपहर 2 बजे डायल-112 पर पुलिस को दी। पुलिस हॉस्पिटल में आई। पुलिस हमें लेकर थर्ड फ्लोर पर पहुंची, जहां हॉस्पिटल डायरेक्टर बैठते हैं। डायरेक्टर ने दरोगा से कहा- तुम कौन होते हो? क्या कर लोगे तुम? इस पर दरोगा ने उनसे कहा कि हम कुछ करने नहीं आए, सिर्फ इन्क्वायरी करने आए हैं। इतने पर डायरेक्टर और भड़क गए। दरोगा से बोले- तुम कौन होते हो इन्क्वायरी करने वाले? उन्होंने मेरे साथ भी बदतमीजी की। इसके बाद उन्होंने सिक्योरिटी गार्ड बुलवाकर दरोगा और मुझे धक्का देकर बाहर निकलवा दिया। एसपी ने कहा- डायरेक्टर को उठा लाओ
इसके बाद डायल-112 के सब इंस्पेक्टर ने पिलखुवा थाने के इंस्पेक्टर प्रभाकर कैंथुरा को डायरेक्टर के बदसलूकी करने की जानकारी दी। इंस्पेक्टर ने डायरेक्टर को फोन मिला दिया। दोनों के बीच भी कहासुनी हो गई। फिर इंस्पेक्टर ने SP अभिषेक वर्मा को फोन कर पूरी जानकारी दी। SP ने मेडिकल कॉलेज डायरेक्टर को बदसलूकी के आरोप में हिरासत में लेने का आदेश दे दिया। इस प्रकरण से जुड़ी एक CCTV सामने आया है, इसमें करीब 50 पुलिस वाले मेडिकल कॉलेज के अंदर घुसते हुए दिखाई दे रहे हैं। CCTV उसी वक्त का है, जब पुलिस डायरेक्टर को हिरासत में लेने के लिए पहुंची थी। रामा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर डॉक्टर CS अहलूवालिया हैं। उन्होंने पुलिस के बदसलूकी करने की शिकायत संस्थान के मालिक डॉक्टर सूरज कुशवाहा से की, जो कानपुर के रहने वाले हैं। पूरी रात चार्ज लेने-छोड़ने में लगे रहे अफसर रामा ग्रुप के कई शहरों में हैं कॉलेज-अस्पताल कानपुर में 500 वर्ग गज में डेंटल कॉलेज से इस ग्रुप की शुरुआत हुई। स्थापना डॉक्टर बीएस कुशवाह ने की, जो एक डेंटिस्ट थे। उनके निधन के बाद डॉक्टर सूरज कुशवाहा ने इस ग्रुप की जिम्मेदारी संभाली। इसको आगे बढ़ाया। 2014 में जब केंद्र में BJP सरकार आई, तो इस डेंटल कॉलेज का विस्तार करते हुए मेडिकल कॉलेज बनाया गया। इसी दौरान हापुड़ के पिलखुवा क्षेत्र में नेशनल हाईवे पर रामा मेडिकल कॉलेज की स्थापना हुई। कानपुर-गाजियाबाद सहित कई शहरों में इस ग्रुप के कई एजुकेशन संस्थान और मेडिकल कॉलेज हैं। उत्तर प्रदेश में सरकार कोई रही हो, कुशवाहा फैमिली का रसूख बरकरार रहा है। हालांकि, इस फैमिली का पॉलिटिकल बैकग्राउंड कोई नहीं है। अगस्त-2018 में यूपी के तत्कालीन कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने संजय कुशवाहा को लाइफ टाइम हेल्थ अवॉर्ड देकर सम्मानित किया था।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर