‘हाय-फ्रेंडा’ बोलकर बिग बॉस के घर पहुंचीं शिवानी:स्कूल फीस से फोन खरीदा, वीडियो बनाने पर गंदी बातें सुनीं; मां बोलीं- लोगों ने नचनिया तक कहा

‘हाय-फ्रेंडा’ बोलकर बिग बॉस के घर पहुंचीं शिवानी:स्कूल फीस से फोन खरीदा, वीडियो बनाने पर गंदी बातें सुनीं; मां बोलीं- लोगों ने नचनिया तक कहा

शिवानी ने जब वीडियो बनाना शुरू किया, तो उसको नचनिया तक कहा गया। पैसे कमा कर परिवार की मदद की तो कैरेक्टर-लेस बोला गया। लेकिन शिवानी नहीं रुकी। लगातार मेहनत करती रही। आज उस पर उंगली उठाने वाले लोग उनसे हाथ मिलाना चाह रहे हैं। यह कहना है यू-ट्यूबर शिवानी की मां का। अपने ठेठ देसी स्टाइल में ‘हाय फ्रेंडा’ बोलकर फेमस हुई शिवानी को अब बिग बॉस में एंट्री मिल चुकी है। हर तरफ बस उनकी ही चर्चा हो रही है। यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर उनके फॉलोअर्स भी बढ़ गए हैं। शिवानी के इंस्टाग्राम पर 4 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। यूट्यूब पर 2.27 मिलियन सब्सक्राइबर हैं। शिवानी गांव की तरह ही बिग बॉस के घर के अंदर ठेठ भाषा में ही दूसरे कंटेस्टेंट से बात कर रही हैं। बोलने की स्टाइल ने ही उनकी पहचान को खास बना दिया। गांव में वीडियो बनाने से लेकर बिग बॉस तक पहुंचने का सफर उनके लिए आसान नहीं रहा। शिवानी ने मुश्किल भरे सफर को कैसे आसान बनाया, ये जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम उनके गांव पहुंची, जहां ग्रामीणों के साथ-साथ उनकी मां और बहन से बात की… छोटे से गांव की रहने वाली हैं शिवानी
शिवानी औरैया से 40 किलोमीटर दूर अरियारी गांव की रहने वाली हैं। गांव काफी पिछड़ा है, लेकिन अब यहां की पहचान बदलने लगी है। शिवानी की कामयाबी के बाद गांव की दूसरी लड़कियां भी अब सपने देख रही हैं। हालांकि गांव के लोग इस बारे में कैमरे के सामने आने से बच रहे थे। ग्रामीण बोले- शिवानी ने तो घरवालों की किस्मत बदल दी
बातचीत में एक ग्रामीण ने कहा- अब गांव में सबसे बड़ा घर शिवानी का है। उसके घर में वो सारी सुख-सुविधाएं हैं, जो पैसे वालों के घर में होती हैं। उसने कुछ ही समय पहले अपनी कार भी बदल दी है। इस बार बड़ी वाली है। 3-4 दो पहिया भी हैं। घर में टीवी, फ्रिज, एसी से लेकर बहुत सारा महंगा सामान है। यकीन ही नहीं होता कि वीडियो बनाकर भी कोई इतना पैसा भी कमा सकता है। कुछ नहीं था इन लोगों के पास। बस खेती थी, वो भी पिता के जाने के बाद बर्बाद हो गई। लेकिन शिवानी ने तो घरवालों की किस्मत ही बदल दी। गांव में हमें और भी लोग मिले, जिनमें से कोई शिवानी की बड़ाई करता तो कोई गलत बता देता। हमारी टीम ऐसे ही लोगों से बातचीत करते-करते शिवानी के घर पहुंची। घर के बाहर एक बड़ा-सा गेट लगा है। हम जैसे अंदर पहुंचे तो बड़ा सा आंगन दिखा, जिसके चारों ओर कमरे बने हैं। पूरा घर पक्का है। एक फ्लोर ऊपर भी बना है। शिवानी के बिग बॉस में पहुंचने के बाद घर में रिश्तेदारों की भीड़ लगी है। शिवानी की दोनों बहनें भी घर आई हैं। घर के बाहर थोड़ा हिस्सा कच्चा भी पड़ा है, जिसमें गाय-भैंस बंधी दिखीं। अब पढ़िए शिवानी की मां ने जो कहा बेटी के होने पर रोए थे, आज वही कमाल कर रही
हमने सबसे पहले शिवानी की मां से बात की। बेटी की सफलता के बाद उनकी खुशी सातवें आसमान पर है। वो बताती हैं- ये हुई तो सब दुखी थे। सबको लड़का चाहिए था। लेकिन क्या पता था, ये बेटे से ज्यादा नाम रोशन करेगी। इसने तो वो कमाल कर दिया कि सबका मुंह बंद हो गया। हम लोगों ने बहुत समस्या झेली, लेकिन शिवानी ने सब खत्म कर दी। हम दो बेटियों को नहीं पढ़ा पाए, इतना पैसा ही नहीं था। एक अस्पताल में किसी तरह से काम करके घर चलाते थे। पूरा घर टूटा था, उसी में किसी तरह से गुजारा करते थे। बारिश में पन्नी डालकर रहते थे। डर लगता था, कहीं छत न गिर जाए। जमीन हड़पना चाहते थे रिश्तेदार
जो खेती की जमीन थी, उस पर पति के जाने के बाद रिश्तेदारों की नजर पड़ गई। वो जमीन हड़पना चाह रहे थे। उसी चक्कर में कोर्ट-कचहरी हुआ। जो पैसा कमाते थे, कोर्ट के चक्कर लगाने में खत्म हो जाता था। रिश्तेदार कहते थे, तुम्हारे तो लड़कियां हैं…अब जमीन हमको दे दो। हम कैसे उनको जमीन दे देते। तीन-तीन बेटियां थीं हमारी। कोर्ट में पैसे खर्च होने से हमारी आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई। घर के सामान बेचकर आटा खरीद पाते थे। धनिया मांगकर चटनी बनाते और रोटी से खाते थे। कभी मेरी बेटियों ने गलत काम नहीं किया। सालों तक हम एक जोड़ी कपड़ा नहीं खरीद पाए। लेकिन बेटियों ने यह दुख किसी से नहीं कहा। गांव वालों ने गंदी-गंदी बातें बोलीं
शिवानी पढ़ना चाहती थी, इसलिए उसने काम करना शुरू किया। पिता की खेती को भी दोबारा से शुरू किया। बहुत मेहनत करती थी खेत पर, अपनी बहनों को भी ले जाती थी। फसल बेचकर जो पैसा मिलता, वो मुझे देती थी। काम भी करती, साथ में पढ़ाई भी करती। छोटी उम्र में ही वो बड़ी जिम्मेदारी संभालने लगी। घर में सबसे छोटी थी, पर सबकी जरूरत का ख्याल रखती। शिवानी को चढ़ा वीडियो बनाने का शौक
फिर पता नहीं कहां से उसको अचानक वीडियो बनाने का शौक चढ़ गया। वो फीस के पैसे से एक फोन खरीद लाई। हमसे छुप-छुपकर वीडियो बनाती और टिक टॉक पर डाल देती। गांव के लोगों ने जब शिवानी के वीडियो देखे तो उन लोगों ने बहुत गंदी-गंदी बातें बोलीं। हमसे बोले- लड़की हाथ से निकल गई। अब तो तुम्हारी नाक कटवाएगी। देखो कैसे वीडियो बना रही है, नाच-नाचकर, ये सब शोभा नहीं देता है। पता नहीं क्या-क्या करती है तुम्हारी लड़की। गांव वालों की बात सुनकर हम शिवानी को बहुत पीटे थे…
उन लोगों की बात सुनकर हमको बहुत गुस्सा आया। उस दिन हमने शिवानी को बहुत पीटा। उसका फोन भी छीन लिया। लेकिन कुछ ही दिन बाद शिवानी फिर वीडियो बनाने लगी। हम मना करते तो रुक जाती, कुछ दिन बाद फिर शुरू कर देती। बेटी की इच्छा देखकर धीरे-धीरे मैंने भी रोकना बंद कर दिया। मैं समझ रही थी कि वो कोई गलत काम नहीं कर रही। हालांकि गांव वाले उसे बहुत परेशान करते थे। लोगों ने बहुत कोशिश की, मेरी बेटी को झुकाने की। क्या-क्या नहीं बोला, इन लोगों ने उसे। वो समय बहुत कठिन था। उनके शुरुआती वीडियो को ज्यादा लोग नहीं देखते थे। एक दिन हम लोग घर पर बैठे थे। तब शिवानी ने कहा, आप लोगों की चप्पल बहुत खराब हो गई है। आज मैं सबके लिए नई चप्पल ले आऊंगी। वह जब चप्पल खरीद कर ला रही थी तो उसने एक वीडियो बनाया। उसने कहा- हाय फ्रेंडा, आज पूरे घरवालों के लिए चप्पल खरीदी हूं। उनका ये वीडियो लोगों ने बहुत पसंद किया। उस वीडियो से तो जैसे शिवानी को नए पंख मिल गए। उसके बाद वो खेत, गांव, घर के काम से जुड़े वीडियो बनाती और पोस्ट कर देती। कभी चूल्हे पर काम करते हुए वीडियो बनाती, तो कभी फसल काटते हुए। इन्हें लोग खूब पसंद करते। धीरे-धीरे वो आगे बढ़ती गई और उसकी सफलता ने सबको चुप करा दिया। जैसे-जैसे शिवानी के पास पैसे आने लगे, उसने सबसे पहले अपने पिता के घर को पूरा सही करवाया। उसके बाद बहनों की शादी में मदद की। गांव में खेती के लिए दूसरे लोगों को रखा। अपने लिए एक कार ली। धीरे-धीरे हमारी पूरी जिंदगी बदल दी। अब तो उसने नोएडा और कानपुर में भी घर ले लिया है। बड़ी बहन बोली- शिवानी ने बिग बॉस में जाने के लिए ऑर्डर देकर लहंगा बनवाया शिवानी की बड़ी बहन बताती हैं- जब शिवानी का बिग बॉस में जाना पक्का हो गया, तब उसने अपने लिए खूब शॉपिंग की। जो लहंगा उसने पहले दिन पहन रखा है, वो ऑर्डर पर बनवाया था। वो कह रही थी, दीदी हम तो वहां भी ऐसे ही रहेंगे और अपनी बातों से सबको हंसाएंगे। घर के अंदर जाने से पहले उसने सबको ग्रुप वीडियो कॉल की थी। कह रही थी, अंदर जा रहे हैं…बात नहीं होगी अब। टीवी पर देखना हमको सब लोग, वोट करने के लिए बोलना सबको। शिवानी की बहन कहती हैं- मैंने पहले भी बिग बॉस देखा है। मुझे उम्मीद है, मेरी बहन वहां आए लोगों के साथ अच्छे से रहे। हालांकि उसे लड़ने की आदत नहीं है, लेकिन अगर एक बार कोई छेड़ देता है तो फिर उसे संभालना मुश्किल है। गांव की लड़की है न, छोड़ती नहीं है किसी को। शिवानी ने जब वीडियो बनाना शुरू किया, तो उसको नचनिया तक कहा गया। पैसे कमा कर परिवार की मदद की तो कैरेक्टर-लेस बोला गया। लेकिन शिवानी नहीं रुकी। लगातार मेहनत करती रही। आज उस पर उंगली उठाने वाले लोग उनसे हाथ मिलाना चाह रहे हैं। यह कहना है यू-ट्यूबर शिवानी की मां का। अपने ठेठ देसी स्टाइल में ‘हाय फ्रेंडा’ बोलकर फेमस हुई शिवानी को अब बिग बॉस में एंट्री मिल चुकी है। हर तरफ बस उनकी ही चर्चा हो रही है। यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर उनके फॉलोअर्स भी बढ़ गए हैं। शिवानी के इंस्टाग्राम पर 4 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। यूट्यूब पर 2.27 मिलियन सब्सक्राइबर हैं। शिवानी गांव की तरह ही बिग बॉस के घर के अंदर ठेठ भाषा में ही दूसरे कंटेस्टेंट से बात कर रही हैं। बोलने की स्टाइल ने ही उनकी पहचान को खास बना दिया। गांव में वीडियो बनाने से लेकर बिग बॉस तक पहुंचने का सफर उनके लिए आसान नहीं रहा। शिवानी ने मुश्किल भरे सफर को कैसे आसान बनाया, ये जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम उनके गांव पहुंची, जहां ग्रामीणों के साथ-साथ उनकी मां और बहन से बात की… छोटे से गांव की रहने वाली हैं शिवानी
शिवानी औरैया से 40 किलोमीटर दूर अरियारी गांव की रहने वाली हैं। गांव काफी पिछड़ा है, लेकिन अब यहां की पहचान बदलने लगी है। शिवानी की कामयाबी के बाद गांव की दूसरी लड़कियां भी अब सपने देख रही हैं। हालांकि गांव के लोग इस बारे में कैमरे के सामने आने से बच रहे थे। ग्रामीण बोले- शिवानी ने तो घरवालों की किस्मत बदल दी
बातचीत में एक ग्रामीण ने कहा- अब गांव में सबसे बड़ा घर शिवानी का है। उसके घर में वो सारी सुख-सुविधाएं हैं, जो पैसे वालों के घर में होती हैं। उसने कुछ ही समय पहले अपनी कार भी बदल दी है। इस बार बड़ी वाली है। 3-4 दो पहिया भी हैं। घर में टीवी, फ्रिज, एसी से लेकर बहुत सारा महंगा सामान है। यकीन ही नहीं होता कि वीडियो बनाकर भी कोई इतना पैसा भी कमा सकता है। कुछ नहीं था इन लोगों के पास। बस खेती थी, वो भी पिता के जाने के बाद बर्बाद हो गई। लेकिन शिवानी ने तो घरवालों की किस्मत ही बदल दी। गांव में हमें और भी लोग मिले, जिनमें से कोई शिवानी की बड़ाई करता तो कोई गलत बता देता। हमारी टीम ऐसे ही लोगों से बातचीत करते-करते शिवानी के घर पहुंची। घर के बाहर एक बड़ा-सा गेट लगा है। हम जैसे अंदर पहुंचे तो बड़ा सा आंगन दिखा, जिसके चारों ओर कमरे बने हैं। पूरा घर पक्का है। एक फ्लोर ऊपर भी बना है। शिवानी के बिग बॉस में पहुंचने के बाद घर में रिश्तेदारों की भीड़ लगी है। शिवानी की दोनों बहनें भी घर आई हैं। घर के बाहर थोड़ा हिस्सा कच्चा भी पड़ा है, जिसमें गाय-भैंस बंधी दिखीं। अब पढ़िए शिवानी की मां ने जो कहा बेटी के होने पर रोए थे, आज वही कमाल कर रही
हमने सबसे पहले शिवानी की मां से बात की। बेटी की सफलता के बाद उनकी खुशी सातवें आसमान पर है। वो बताती हैं- ये हुई तो सब दुखी थे। सबको लड़का चाहिए था। लेकिन क्या पता था, ये बेटे से ज्यादा नाम रोशन करेगी। इसने तो वो कमाल कर दिया कि सबका मुंह बंद हो गया। हम लोगों ने बहुत समस्या झेली, लेकिन शिवानी ने सब खत्म कर दी। हम दो बेटियों को नहीं पढ़ा पाए, इतना पैसा ही नहीं था। एक अस्पताल में किसी तरह से काम करके घर चलाते थे। पूरा घर टूटा था, उसी में किसी तरह से गुजारा करते थे। बारिश में पन्नी डालकर रहते थे। डर लगता था, कहीं छत न गिर जाए। जमीन हड़पना चाहते थे रिश्तेदार
जो खेती की जमीन थी, उस पर पति के जाने के बाद रिश्तेदारों की नजर पड़ गई। वो जमीन हड़पना चाह रहे थे। उसी चक्कर में कोर्ट-कचहरी हुआ। जो पैसा कमाते थे, कोर्ट के चक्कर लगाने में खत्म हो जाता था। रिश्तेदार कहते थे, तुम्हारे तो लड़कियां हैं…अब जमीन हमको दे दो। हम कैसे उनको जमीन दे देते। तीन-तीन बेटियां थीं हमारी। कोर्ट में पैसे खर्च होने से हमारी आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई। घर के सामान बेचकर आटा खरीद पाते थे। धनिया मांगकर चटनी बनाते और रोटी से खाते थे। कभी मेरी बेटियों ने गलत काम नहीं किया। सालों तक हम एक जोड़ी कपड़ा नहीं खरीद पाए। लेकिन बेटियों ने यह दुख किसी से नहीं कहा। गांव वालों ने गंदी-गंदी बातें बोलीं
शिवानी पढ़ना चाहती थी, इसलिए उसने काम करना शुरू किया। पिता की खेती को भी दोबारा से शुरू किया। बहुत मेहनत करती थी खेत पर, अपनी बहनों को भी ले जाती थी। फसल बेचकर जो पैसा मिलता, वो मुझे देती थी। काम भी करती, साथ में पढ़ाई भी करती। छोटी उम्र में ही वो बड़ी जिम्मेदारी संभालने लगी। घर में सबसे छोटी थी, पर सबकी जरूरत का ख्याल रखती। शिवानी को चढ़ा वीडियो बनाने का शौक
फिर पता नहीं कहां से उसको अचानक वीडियो बनाने का शौक चढ़ गया। वो फीस के पैसे से एक फोन खरीद लाई। हमसे छुप-छुपकर वीडियो बनाती और टिक टॉक पर डाल देती। गांव के लोगों ने जब शिवानी के वीडियो देखे तो उन लोगों ने बहुत गंदी-गंदी बातें बोलीं। हमसे बोले- लड़की हाथ से निकल गई। अब तो तुम्हारी नाक कटवाएगी। देखो कैसे वीडियो बना रही है, नाच-नाचकर, ये सब शोभा नहीं देता है। पता नहीं क्या-क्या करती है तुम्हारी लड़की। गांव वालों की बात सुनकर हम शिवानी को बहुत पीटे थे…
उन लोगों की बात सुनकर हमको बहुत गुस्सा आया। उस दिन हमने शिवानी को बहुत पीटा। उसका फोन भी छीन लिया। लेकिन कुछ ही दिन बाद शिवानी फिर वीडियो बनाने लगी। हम मना करते तो रुक जाती, कुछ दिन बाद फिर शुरू कर देती। बेटी की इच्छा देखकर धीरे-धीरे मैंने भी रोकना बंद कर दिया। मैं समझ रही थी कि वो कोई गलत काम नहीं कर रही। हालांकि गांव वाले उसे बहुत परेशान करते थे। लोगों ने बहुत कोशिश की, मेरी बेटी को झुकाने की। क्या-क्या नहीं बोला, इन लोगों ने उसे। वो समय बहुत कठिन था। उनके शुरुआती वीडियो को ज्यादा लोग नहीं देखते थे। एक दिन हम लोग घर पर बैठे थे। तब शिवानी ने कहा, आप लोगों की चप्पल बहुत खराब हो गई है। आज मैं सबके लिए नई चप्पल ले आऊंगी। वह जब चप्पल खरीद कर ला रही थी तो उसने एक वीडियो बनाया। उसने कहा- हाय फ्रेंडा, आज पूरे घरवालों के लिए चप्पल खरीदी हूं। उनका ये वीडियो लोगों ने बहुत पसंद किया। उस वीडियो से तो जैसे शिवानी को नए पंख मिल गए। उसके बाद वो खेत, गांव, घर के काम से जुड़े वीडियो बनाती और पोस्ट कर देती। कभी चूल्हे पर काम करते हुए वीडियो बनाती, तो कभी फसल काटते हुए। इन्हें लोग खूब पसंद करते। धीरे-धीरे वो आगे बढ़ती गई और उसकी सफलता ने सबको चुप करा दिया। जैसे-जैसे शिवानी के पास पैसे आने लगे, उसने सबसे पहले अपने पिता के घर को पूरा सही करवाया। उसके बाद बहनों की शादी में मदद की। गांव में खेती के लिए दूसरे लोगों को रखा। अपने लिए एक कार ली। धीरे-धीरे हमारी पूरी जिंदगी बदल दी। अब तो उसने नोएडा और कानपुर में भी घर ले लिया है। बड़ी बहन बोली- शिवानी ने बिग बॉस में जाने के लिए ऑर्डर देकर लहंगा बनवाया शिवानी की बड़ी बहन बताती हैं- जब शिवानी का बिग बॉस में जाना पक्का हो गया, तब उसने अपने लिए खूब शॉपिंग की। जो लहंगा उसने पहले दिन पहन रखा है, वो ऑर्डर पर बनवाया था। वो कह रही थी, दीदी हम तो वहां भी ऐसे ही रहेंगे और अपनी बातों से सबको हंसाएंगे। घर के अंदर जाने से पहले उसने सबको ग्रुप वीडियो कॉल की थी। कह रही थी, अंदर जा रहे हैं…बात नहीं होगी अब। टीवी पर देखना हमको सब लोग, वोट करने के लिए बोलना सबको। शिवानी की बहन कहती हैं- मैंने पहले भी बिग बॉस देखा है। मुझे उम्मीद है, मेरी बहन वहां आए लोगों के साथ अच्छे से रहे। हालांकि उसे लड़ने की आदत नहीं है, लेकिन अगर एक बार कोई छेड़ देता है तो फिर उसे संभालना मुश्किल है। गांव की लड़की है न, छोड़ती नहीं है किसी को।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर