हिमाचल के कुल्लू में भूकंप के झटके:रिएक्टर स्केल पर 3 आंकी गई तीव्रता; तीन बार महसूस किए गए

हिमाचल के कुल्लू में भूकंप के झटके:रिएक्टर स्केल पर 3 आंकी गई तीव्रता; तीन बार महसूस किए गए

हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में बीती रात भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिएक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3 मापी गई। इससे किसी भी प्रकार के जान व माल को नुकसान की सूचना नहीं है। जिन लोगों ने झटके महसूस किए वह रात में ही अपने घरों से बाहर निकल आए। यह झटके वीरवार रात 3 बजकर 39 मिनट पर महसूस किए गए। जानिए भूकंप क्यों आता है? धरती की सतह मुख्य तौर पर 7 बड़ी और कई छोटी-छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी है। ये प्लेट्स लगातार तैरती रहती हैं और कई बार आपस में टकरा जाती हैं। टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्‍यादा दबाव पड़ने पर ये प्‍लेट्स टूटने लगती हैं। ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्‍ता खोजती है और इस डिस्‍टर्बेंस के बाद भूकंप आता है। भूकंप की दृष्टि से कुल्लू जिला अति संवेदनशील जोन 5 में आते हैं। यहां बार बार भूकंप आता रहता है। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में बीती रात भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिएक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3 मापी गई। इससे किसी भी प्रकार के जान व माल को नुकसान की सूचना नहीं है। जिन लोगों ने झटके महसूस किए वह रात में ही अपने घरों से बाहर निकल आए। यह झटके वीरवार रात 3 बजकर 39 मिनट पर महसूस किए गए। जानिए भूकंप क्यों आता है? धरती की सतह मुख्य तौर पर 7 बड़ी और कई छोटी-छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी है। ये प्लेट्स लगातार तैरती रहती हैं और कई बार आपस में टकरा जाती हैं। टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्‍यादा दबाव पड़ने पर ये प्‍लेट्स टूटने लगती हैं। ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्‍ता खोजती है और इस डिस्‍टर्बेंस के बाद भूकंप आता है। भूकंप की दृष्टि से कुल्लू जिला अति संवेदनशील जोन 5 में आते हैं। यहां बार बार भूकंप आता रहता है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर