हिमाचल के आठ जिलों में मानसून ने अच्छी रफ्तार पकड़ ली है। जुलाई के पहले पांच दिनों में प्रदेश में सामान्य से 59 फीसदी अधिक बारिश हुई है। लेकिन चार जिले ऐसे हैं, जहां अभी भी बारिश सामान्य से कम है। शिमला और मंडी जिलों में सबसे अधिक बारिश हो रही है। मंडी जिले में पांच जुलाई तक सामान्य से 265 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है। इस अवधि में मंडी में औसतन 40.2 मिमी बारिश होती है। लेकिन इस बार 146.6 मिमी बारिश हुई है। शिमला जिले में भी सामान्य से 156 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है। शिमला में पांच जुलाई तक सामान्य बारिश 25.2 मिमी होती है। लेकिन इस बार 64.5 मिमी बारिश हुई है। यहां देखे किस जिला में कितनी प्रतिशत कम व ज्यादा बारिश.. छह जिलों में आज फ्लैश-फ्लड का अलर्ट मौसम विभाग ने आज प्रदेश के छह जिलों में फ्लैश-फ्लड का अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी मंडी, शिमला, सिरमौर, कांगड़ा, कुल्लू और किन्नौर जिलों को दी गई है। इसे देखते हुए स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों को एहतियात बरतने और नदी-नालों के पास न जाने की सलाह दी गई है। दूसरी ओर, चंबा, कांगड़ा, ऊना, हमीरपुर, मंडी के कुछ इलाकों में बीती रात भारी बारिश हुई है। इससे कुछ नदी-नालों का जलस्तर भी बढ़ गया है। मौसम विभाग के अनुसार 11 जुलाई तक बारिश का पूर्वानुमान है। 8 और 9 जुलाई को मानसून की गति थोड़ी धीमी होगी। 10 जुलाई से मानसून फिर सक्रिय होगा। भारी बारिश के बाद 60 सड़कें बंद प्रदेश के कई इलाकों में बीते दो दिन से हो रही बारिश के कारण 60 सड़कें बंद पड़ी है। इनमें 40 सड़कें अकेले मंडी जिला और शिमला में 15 सड़कें वाहनों के लिए अवरुद्ध पड़ी है। लोक निर्माण महकमा इन सड़कों की बहाली में जुटा हुआ है। कांगड़ा, चंबा और हमीरपुर जिला में भी बीती रात को तेज बारिश के बाद कई सड़कें बंद हुई है। हिमाचल के आठ जिलों में मानसून ने अच्छी रफ्तार पकड़ ली है। जुलाई के पहले पांच दिनों में प्रदेश में सामान्य से 59 फीसदी अधिक बारिश हुई है। लेकिन चार जिले ऐसे हैं, जहां अभी भी बारिश सामान्य से कम है। शिमला और मंडी जिलों में सबसे अधिक बारिश हो रही है। मंडी जिले में पांच जुलाई तक सामान्य से 265 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है। इस अवधि में मंडी में औसतन 40.2 मिमी बारिश होती है। लेकिन इस बार 146.6 मिमी बारिश हुई है। शिमला जिले में भी सामान्य से 156 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है। शिमला में पांच जुलाई तक सामान्य बारिश 25.2 मिमी होती है। लेकिन इस बार 64.5 मिमी बारिश हुई है। यहां देखे किस जिला में कितनी प्रतिशत कम व ज्यादा बारिश.. छह जिलों में आज फ्लैश-फ्लड का अलर्ट मौसम विभाग ने आज प्रदेश के छह जिलों में फ्लैश-फ्लड का अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी मंडी, शिमला, सिरमौर, कांगड़ा, कुल्लू और किन्नौर जिलों को दी गई है। इसे देखते हुए स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों को एहतियात बरतने और नदी-नालों के पास न जाने की सलाह दी गई है। दूसरी ओर, चंबा, कांगड़ा, ऊना, हमीरपुर, मंडी के कुछ इलाकों में बीती रात भारी बारिश हुई है। इससे कुछ नदी-नालों का जलस्तर भी बढ़ गया है। मौसम विभाग के अनुसार 11 जुलाई तक बारिश का पूर्वानुमान है। 8 और 9 जुलाई को मानसून की गति थोड़ी धीमी होगी। 10 जुलाई से मानसून फिर सक्रिय होगा। भारी बारिश के बाद 60 सड़कें बंद प्रदेश के कई इलाकों में बीते दो दिन से हो रही बारिश के कारण 60 सड़कें बंद पड़ी है। इनमें 40 सड़कें अकेले मंडी जिला और शिमला में 15 सड़कें वाहनों के लिए अवरुद्ध पड़ी है। लोक निर्माण महकमा इन सड़कों की बहाली में जुटा हुआ है। कांगड़ा, चंबा और हमीरपुर जिला में भी बीती रात को तेज बारिश के बाद कई सड़कें बंद हुई है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल सरकार पर 1.70 लाख नौकरी का बैकलॉग:8 लाख बेरोजगार परेशान, पक्की नौकरी के स्थान पर आउटसोर्स, पार्ट-टाइम जॉब, रिटायरियों को दोबारा नौकरी
हिमाचल सरकार पर 1.70 लाख नौकरी का बैकलॉग:8 लाख बेरोजगार परेशान, पक्की नौकरी के स्थान पर आउटसोर्स, पार्ट-टाइम जॉब, रिटायरियों को दोबारा नौकरी हिमाचल में हर साल 1 लाख नौकरी देने का वादा करके सत्ता में आई कांग्रेस सरकार 22 महीने में लगभग 4400 लोगों को पक्की नौकरी दे पाई है। इनमें लगभग 1560 पद कमीशन के माध्यम से भरे गए है। ज्यादातर पदों पर पूर्व सरकार के कार्यकाल में भर्तियां शुरू हो गई थी। कांग्रेस सरकार ने बैच वाइज कोटे से JBT के 2800 पद भरे है। राज्य सरकार का दावा है कि 30 हजार से ज्यादा पदों पर नौकरियां दे दी गई है। मगर इनमें अधिकांश नौकरियां आउटसोर्स आधार पर दी गई है। विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस आउटसोर्स भर्तियां बंद करने के दावे करती रही। मगर सत्ता मिलने के बाद कांग्रेस भी पूर्व सरकार के रास्ते पर चल पड़ी है। आउटसोर्स के साथ साथ नाममात्र मानदेय पर टेंपरेरी जॉब, वन मित्र, गेस्ट टीचर, मल्टी टास्क वर्कर या फिर आउटसोर्स जैसी अस्थाई भर्तियां करके उन युवाओं को ठगा जा रहा है, जो सालों से लाइब्रेरी में बैठकर कमीशन की तैयारी कर रहे हैं। 1.70 लाख नौकरी का बैकलॉग खड़ा हो गया
सरकार के दावे के मुताबिक यदि आउटसोर्स, पार्ट टाइम को भी नौकरी मान लिया जाए तो भी 1.70 लाख नौकरियां देने का बैकलॉग खड़ा हो गया है। बेरोजगार युवा पक्की नौकरी मांग रहा है। कांग्रेस सरकार नई भर्तियां नहीं निकाल रही। कैबिनेट ने 6600 से ज्यादा पद मंजूर कर रखे
बेरोजगारों के लिए थोड़ी राहत की बात यह है कि कैबिनेट ने 6600 से ज्यादा पद भरने को स्वीकृति दे रखी है। मगर भर्तियां कब होगी, इस पर असमंजस बना हुआ है। CM सुखविंदर सुक्खू के बार बार कहने के बावजूद चयन आयोग कैबिनेट द्वारा मंजूर पदों को विज्ञापित नहीं कर पा रहा। 3 साल पहले शुरू भर्तियों के रिजल्ट भी नहीं
राज्य में 3 साल पहले शुरू की गई सभी भर्तियों के रिजल्ट भी अब तक नहीं निकाले जा सके। हालांकि 3 दिन पहले ही सीएम सुक्खू ने स्टाफ सिलेक्शन कमीशन को 6 पोस्ट कोड के रिजल्ट दिवाली तक निकालने के निर्देश दिए जरूर है। मगर बेरोजगार युवा नई भर्तियां चाहता है। क्यों ये हालात बने
राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद 23 दिसंबर, 2022 को पोस्ट कोड 965 JOA-IT भर्ती का पेपर लीक हुआ। पेपर लीक के कारण 26 दिसंबर, 2022 को प्रदेश सरकार ने चयन आयोग के कामकाज को निलंबित किया। इसके बाद जांच में विभिन्न भर्ती परीक्षाओं का पेपर लीक स्कैम सामने आया। इस वजह से 21 फरवरी, 2023 को कर्मचारी चयन आयोग को भंग कर दिया। बीते साल राज्य चयन आयोग का गठन किया गया। 30 सितंबर 2023 को इसमें IAS आरके प्रुथी को एडमिनिस्ट्रेटर बनाया गया। मगर एक साल बाद भी चयन आयोग नई भर्तियां शुरू नहीं कर पा रहा। हिमाचल प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (HPPSC) ने जरूर कुछ भर्तियां की है। मगर यह क्लास-1 और क्लास-2 श्रेणी की ही भर्तियां करता है। इस श्रेणी में कम लोगों को अब तक रोजगार दिया जा सका है। हिमाचल में 8 लाख से ज्यादा बेरोजगार
हिमाचल में 8 लाख से ज्यादा पढ़े लिखे पंजीकृत बेरोजगार है। सभी युवा नौकरी नहीं मिलने से परेशान है और इस उम्मीद के साथ दिन रात पढ़ाई कर रहे हैं कि एक न एक दिन उन्हें पक्की नौकरी मिलेगी। क्या बोले बेरोजगार संघ के प्रदेश अध्यक्ष
हिमाचल प्रदेश शिक्षित बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बालकृष्ण ने प्रदेश सरकार से आग्रह किया कि आउटसोर्स, पार्ट टाइम, टैम्परेरी प्रथा को बंद किया जाए। रिटायर लोगों को पुनः रोजगार और सेवा विस्तार देना बी बंद करें और नए पद विज्ञापित किए जाए। प्रदेश का बेरोजगार पूरी तरह मायूस हो चुका है। नौकरी नहीं मिलने की वजह से युवा परेशान है। उनकी पड़ी को समझा जाए। झूठे वादे और झूठी दिलासा देना बंद किया जाए। नौकरियां नहीं मिलने पर बेरोजगार दिवाली के बाद मजबूरन सड़कों पर आएंगे।
शिमला में बच्ची से रेप का आरोपी अरेस्ट:अकेली पाकर घुसा घर में, पड़ोस में ही रहता, 4 दिन से चल रहा था फरार
शिमला में बच्ची से रेप का आरोपी अरेस्ट:अकेली पाकर घुसा घर में, पड़ोस में ही रहता, 4 दिन से चल रहा था फरार जिला शिमला के रामपुर में पुलिस को रचोली में 9 साल की बच्ची के साथ रेप करने के आरोपी को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान नानक चंद निवासी रचोली के रुप में हुई है। डीएसपी रामपुर नरेश शर्मा ने बताया कि बच्ची का मेडिकल करवा गया है। उन्होंने कहा कि आरोपी ने रचोली में 12 अक्टूबर की शाम एक 9 साल की बच्ची से रेप किया था। बच्ची नेपाली मूल की रहने वाली है और आरोपी रचोली पंचायत का रहने वाला है। सारा मामला तब सामने आया जब बच्ची के पड़ोसी ने उसके चीखने चिलाने की आवाज सुनी तो घर के अंदर गया और आरोपी उसे देख कर वहां भाग गया। ये है मामला रामपुर उप मंडल में एक 9 साल की मासूम बच्ची से रेप करने के बाद आरोपी फरार हो गया। आरोपी शख्स पीड़ित बच्ची के पड़ोस में ही रहता था और उसके घर वालों को पहले से ही जानता था और अपनी इसी पहचान के चलते वह कभी कभार उनके घर भी आया करता था। इस बात का फायदा उठाकर आरोपी 12 अक्टूबर की शाम को बच्ची के घर में दाखिल हुआ और बच्ची को अकेली पाकर मौके का फायदा उठाया रेप की वारदात को अंजाम दिया। वारदात काे अंजाम देने के बाद से आरोपी फरार चल रहा था। आरोपी पहले से ही शादी शुदा है और इसके बच्चे भी हैं।
कुल्लू में देवता वीर नाथ का थान- जागरा सम्पन्न:देवता वीरनाथ का आशीर्वाद लेने पहुंचे सैंकड़ों श्रद्धालु
कुल्लू में देवता वीर नाथ का थान- जागरा सम्पन्न:देवता वीरनाथ का आशीर्वाद लेने पहुंचे सैंकड़ों श्रद्धालु कुल्लू के कटराईं के आराध्य देवता वीर नाथ के नए बनाए गए थान की प्रतिष्ठा का कार्यक्रम पूरे विधि-विधान और देव रीति के साथ हुआ। इस कार्यक्रम में कटराईं और आसपास के गांव वासियों ने भाग लिया। क्या है थान जागरा
थान जागरे के बारे में जानकारी देते हुए देवता वीरनाथ के कठियाला राजेंद्र महंत और पुजारी रविंद्र गीर ने बताया कि थान जागरे का आयोजन 10 से 15 सालों में देव आज्ञा से किया जाता है, जिसका मूल उद्देश्य इलाके की सुख शांति और समृद्धि की स्थापित रहती है। उन्होंने बताया कि थान की जगह विशेष पर किसी प्रकार के निर्माण आदि के पश्चात भी थान जागरे का आयोजन किया जाता है। देवता वीरनाथ की कारदार चंद्रकला कटोच ने बताया कि देवता के इस स्थान पर अभी हाल ही में कुछ नव निर्माण कार्य किया गया है उसी के चलते थान जागरे का आयोजन देव आज्ञानुसार किया जा रहा है। शनिवार रात को ही होता है आयोजन
कारदार चंद्रकला कटोच ने बताया कि थान जागरा हमेशा शनिवार रात को ही आयोजित किया जाता है। इसी परम्परा का निर्वहन करते हुए पिछले कल रात को जागरे का आयोजन किया गया और रविवार को ब्रह्म- भोज के साथ ही कार्यक्रम का सुखद समापन हुआ।