<p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal News:</strong> हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को राज्य विधानसभा को बताया कि बंदरों की समस्या से निपटने के लिए सरकार द्वारा वन क्षेत्रों में किये जाने वाले कुल पौधरोपण में से 60 प्रतिशत पौधे फलों के होंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि फलदार पौधे लगाए जाने से बंदर अपने प्राकृतिक रहवास की ओर आकर्षित होंगे. सुक्खू ने कहा कि बंदरों द्वारा घरों में घुसने, फसलों को नष्ट करने की समस्या कोई नयी बात नहीं है. उन्होंने कहा कि इस समस्या के कारण किसानों ने गांवों में खेतीबाड़ी कम कर दी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कांग्रेस विधायक अजय सोलंकी के एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक नाहन विधानसभा क्षेत्र में 1,188 बंदरों सहित 1.87 लाख बंदरों की नसबंदी की जा चुकी है. उन्होंने राज्य में वन्यजीवों के खतरे पर भी चिंता व्यक्त की.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने विधानसभा को बताया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत 2023-24 और 2024-25 के लिए 81,928 पात्र व्यक्तियों को आवास स्वीकृत किए गए हैं. उन्होंने कहा कि जिन लाभार्थियों ने मंजूरी के बाद पक्के मकान बना लिए हैं, वे इस योजना के तहत मकान के लिए पात्र नहीं होंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री धनीराम शांडिल ने विधानसभा को बताया कि स्वतंत्रता के बाद हिमाचल प्रदेश के 1,714 सैन्यकर्मी युद्ध में हताहत हुए, जिनमें से 736 अधिकारी और जवान कांगड़ा जिले के थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कांग्रेस विधायक मलेंद्र राजन के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इन सैन्यकर्मियों के आश्रितों को हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) की बसों में निशुल्क यात्रा की सुविधा दी जाती है. युद्ध में जान गंवाने वाले सैन्यकर्मियों की पत्नियों के बेटे-बेटियों को विवाह के लिए आर्थिक सहायता तथा परिवार के एक सदस्य को उनकी योग्यता के आधार पर सशस्त्र सेना में नौकरी दी जाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें-</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”हिमाचल विधानसभा में पहली बार शून्य काल, जानिए सदस्यों ने जनहित में उठाए कौन-कौन से मुद्दे?” href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/zero-hour-in-himachal-pradesh-assembly-seven-members-raised-important-issues-ann-2846321″ target=”_self”>हिमाचल विधानसभा में पहली बार शून्य काल, जानिए सदस्यों ने जनहित में उठाए कौन-कौन से मुद्दे?</a></strong></p>
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<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि फलदार पौधे लगाए जाने से बंदर अपने प्राकृतिक रहवास की ओर आकर्षित होंगे. सुक्खू ने कहा कि बंदरों द्वारा घरों में घुसने, फसलों को नष्ट करने की समस्या कोई नयी बात नहीं है. उन्होंने कहा कि इस समस्या के कारण किसानों ने गांवों में खेतीबाड़ी कम कर दी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>कांग्रेस विधायक अजय सोलंकी के एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक नाहन विधानसभा क्षेत्र में 1,188 बंदरों सहित 1.87 लाख बंदरों की नसबंदी की जा चुकी है. उन्होंने राज्य में वन्यजीवों के खतरे पर भी चिंता व्यक्त की.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने विधानसभा को बताया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत 2023-24 और 2024-25 के लिए 81,928 पात्र व्यक्तियों को आवास स्वीकृत किए गए हैं. उन्होंने कहा कि जिन लाभार्थियों ने मंजूरी के बाद पक्के मकान बना लिए हैं, वे इस योजना के तहत मकान के लिए पात्र नहीं होंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री धनीराम शांडिल ने विधानसभा को बताया कि स्वतंत्रता के बाद हिमाचल प्रदेश के 1,714 सैन्यकर्मी युद्ध में हताहत हुए, जिनमें से 736 अधिकारी और जवान कांगड़ा जिले के थे.</p>
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