हिमाचल कैबिनेट की अहम बैठक आज राज्य सचिवालय में होगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में होने वाली इस मीटिंग कई अहम फैसले लिए जाएंगे। कैबिनेट में लैंड सीलिंग एक्ट में संशोधन को मंजूरी, विधानसभा के शीत कालीन सत्र और पंजाबी व उर्दू के टीचर भर्ती को मंजूरी मिल सकती है। हिमाचल सरकार राधा स्वामी सत्संग ब्यास की मांग पर लैंड सीलिंग एक्ट बदलने जा रही है। इसके लिए विधानसभा के शीत सत्र में संशोधन विधेयक लाया जा रहा है। इसे आज मंजूरी के लिए कैबिनेट में लाया जाएगा। राधा स्वामी सत्संग ब्यास लोगों द्वारा दान की गई जमीन को सोसाइटी के नाम ट्रांसफर करने की सरकार से मांग कर रहा है। कैबिनेट में इसके सभी पहलुओं पर चर्चा की जाएगी। राधा स्वामी सत्संग ब्यास पांच-छह साल से हिमाचल प्रदेश सीलिंग ऑन लैंड होल्डिंग एक्ट 1972 की धारा 5 की उप धारा 5(आई) को हटाने की मांग कर रहा है, ताकि दान की इस जमीन को सरकार में निहित (वेस्ट) होने से बचाया जा सके। लोगों ने सैकड़ों बीघा जमीन कर रखी है दान प्रदेश में अलग-अलग क्षेत्रों लोगों ने धार्मिक संस्थाओं को सैकड़ों बीघा जमीन दान कर रखी है। अभी लोगों द्वारा दान दी गई जमीन धार्मिक संस्थाओं के नाम है। कुछेक संस्थाएं अब इन्हें बेचकर मुनाफा कमाना चाह रही है, लेकिन लैंड सीलिंग एक्ट इसकी इजाजत नहीं देता। कैबिनेट में विधानसभा के शीत-सत्र को लेकर भी चर्चा की जाएगी। विधानसभा का शीत सत्र 18 दिसंबर से धर्मशाला में शुरू होने जा रहा है। 6 साल के बच्चे को पहली कक्षा में दाखिले पर हो सकता हैल फैसला कैबिनेट में शिक्षा विभाग के कई एजेंडे चर्चा को लग सकते हैं। उर्दू और पंजाबी टीचर की भर्ती को कैबिनेट आज मंजूरी दे सकती है। शिक्षा विभाग ने इनकी भर्ती का प्रस्ताव कैबिनेट को भेज रखा है। इसी तरह पहली कक्षा में साल के बच्चे को एडमिशन देने या नहीं देने का फैसला भी आज की मीटिंग में हो सकता है। हिमाचल कैबिनेट की अहम बैठक आज राज्य सचिवालय में होगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में होने वाली इस मीटिंग कई अहम फैसले लिए जाएंगे। कैबिनेट में लैंड सीलिंग एक्ट में संशोधन को मंजूरी, विधानसभा के शीत कालीन सत्र और पंजाबी व उर्दू के टीचर भर्ती को मंजूरी मिल सकती है। हिमाचल सरकार राधा स्वामी सत्संग ब्यास की मांग पर लैंड सीलिंग एक्ट बदलने जा रही है। इसके लिए विधानसभा के शीत सत्र में संशोधन विधेयक लाया जा रहा है। इसे आज मंजूरी के लिए कैबिनेट में लाया जाएगा। राधा स्वामी सत्संग ब्यास लोगों द्वारा दान की गई जमीन को सोसाइटी के नाम ट्रांसफर करने की सरकार से मांग कर रहा है। कैबिनेट में इसके सभी पहलुओं पर चर्चा की जाएगी। राधा स्वामी सत्संग ब्यास पांच-छह साल से हिमाचल प्रदेश सीलिंग ऑन लैंड होल्डिंग एक्ट 1972 की धारा 5 की उप धारा 5(आई) को हटाने की मांग कर रहा है, ताकि दान की इस जमीन को सरकार में निहित (वेस्ट) होने से बचाया जा सके। लोगों ने सैकड़ों बीघा जमीन कर रखी है दान प्रदेश में अलग-अलग क्षेत्रों लोगों ने धार्मिक संस्थाओं को सैकड़ों बीघा जमीन दान कर रखी है। अभी लोगों द्वारा दान दी गई जमीन धार्मिक संस्थाओं के नाम है। कुछेक संस्थाएं अब इन्हें बेचकर मुनाफा कमाना चाह रही है, लेकिन लैंड सीलिंग एक्ट इसकी इजाजत नहीं देता। कैबिनेट में विधानसभा के शीत-सत्र को लेकर भी चर्चा की जाएगी। विधानसभा का शीत सत्र 18 दिसंबर से धर्मशाला में शुरू होने जा रहा है। 6 साल के बच्चे को पहली कक्षा में दाखिले पर हो सकता हैल फैसला कैबिनेट में शिक्षा विभाग के कई एजेंडे चर्चा को लग सकते हैं। उर्दू और पंजाबी टीचर की भर्ती को कैबिनेट आज मंजूरी दे सकती है। शिक्षा विभाग ने इनकी भर्ती का प्रस्ताव कैबिनेट को भेज रखा है। इसी तरह पहली कक्षा में साल के बच्चे को एडमिशन देने या नहीं देने का फैसला भी आज की मीटिंग में हो सकता है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल: बद्दी का AQI 349 पहुंचा:हवा बेहद खतरनाक हुई; 5 दिन से बिगड़ रही एयर क्वालिटी, अभी सुधार के आसार नहीं
हिमाचल: बद्दी का AQI 349 पहुंचा:हवा बेहद खतरनाक हुई; 5 दिन से बिगड़ रही एयर क्वालिटी, अभी सुधार के आसार नहीं हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी की हवा जहरीली हो गई है। यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 5 दिन से निरंतर बिगड़ रहा है। शनिवार सुबह 10 बजे बद्दी का AQI 349 माइक्रो ग्राम टच कर गया। इस साल हवा का यह सबसे खराब लेवल है। दिवाली के दूसरे दिन यानी 1 नवंबर को भी बद्दी का AQI 305 माइक्रो ग्राम पहुंचा था। मगर 2 नवंबर से इसमें सुधार होना शुरू हो गया और AQI 166 माइक्रो ग्राम तक गिर गया। बद्दी में 5 नवंबर तक हवा साफ रही। 6 नवंबर से दोबारा हालात बिगड़ने लगे और दिन प्रतिदिन हवा खराब होती गई और दो दिन से AQI 300 से ज्यादा चल रहा है। इन वजह से खराब हुई हवा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अधिकारियों की माने तो बद्दी की खराब हवा का सबसे बड़ा कारण यहां के उद्योग है। इसमें कुछ योगदान गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण का भी है। इसी तरह लंबे ड्राइ स्पेल के कारण उड़ रही धूल और पड़ोसी राज्य पंजाब व हरियाणा में जलाई जा रही पराली भी इसकी एक वजह बताई जा रही है। मगर एनवायरमेंट इंजीनियर प्रदूषण में पराली का नाम मात्र योगदान मानते है, क्योंकि इन दिनों हवाएं से उत्तर से पश्चिम की ओर चलती है। बद्दी में देशभर से आए लोग करते है नौकरी औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में हिमाचल के साथ साथ देशभर से लोग नौकरी करते हैं, जिन्हें खराब हवा के कारण रोजाना परेशानियां झेलनी पड़ रही है। खासकर अस्थमा व सांस के रोगियों को ज्यादा कठिनाई हो रही है। क्या है AQI और इसका हाई लेवल खतरा क्यों AQI एक तरह का थर्मामीटर है। थर्मामीटर तापमान मापता है, जबकि AQI प्रदूषण मापने का काम करता है। इस पैमाने के जरिए हवा में मौजूद CO (कार्बन डाइऑक्साइड ), OZONE, (ओजोन) NO2 (नाइट्रोजन डाइऑक्साइड) , PM 2.5 (पार्टिकुलेट मैटर) और PM 10 पोल्यूटेंट्स की मात्रा चेक की जाती है और उसे शून्य से लेकर 500 तक रीडिंग में दर्शाया जाता है। हवा में पॉल्यूटेंट्स की मात्रा जितनी ज्यादा होगी, AQI का स्तर उतना ज्यादा होगा और जितना ज्यादा AQI, उतनी खतरनाक हवा। वैसे 200 से 300 के बीच AQI भी खराब माना जाता है, लेकिन बद्दी में यह 300 पार हो चुका है। ये आने वाली बीमारियों के खतरे का संकेत भी है। AQI खराब करने वाले धूल के इतने सूक्ष्म होते है, इन्हें आंखों से नहीं देखा जा सकता। जाने क्या है PM2.5 QJ PM10 एयर क्वालिटी अच्छी है या नहीं, ये मापने के लिए PM2.5 और PM10 का लेवल देखा जाता है। हवा में PM2.5 की संख्या 60 और PM10 की संख्या 100 से कम है, मतलब एयर क्वालिटी ठीक है। गैसोलीन, ऑयल, डीजल और लकड़ी जलाने से सबसे ज्यादा PM2.5 पैदा होते हैं। क्या होता है PM, कैसे नापा जाता है PM का अर्थ होता है पर्टिकुलेट मैटर। हवा में जो बेहद छोटे कण यानी पर्टिकुलेट मैटर की पहचान उनके आकार से होती है। 2.5 उसी पर्टिकुलेट मैटर का साइज है, जिसे माइक्रोन में मापा जाता है। ड्राइ स्पेल के कारण उड़ रही धूल प्रदेश में ज्यादातर क्षेत्रों में 38 दिन से बारिश नहीं हुई। इससे चौतरफा धूल के गुबार उड़ रहे हैं। धूल की वजह से भी हवा की गुणवत्ता खराब हो रही है। इंजीनियर बोले-नहीं जानकारी बद्दी में खराब हवा के कारण जब चीफ एनवायरमेंट इंजीनियर रीजनल ऑफिस बद्दी पीके गुप्ता से पूछे गए तो उन्होंने बताया कि उन्हें अभी AQI की जानकारी नहीं है। फाइल देखकर ही कुछ बता पाएंगे। प्रदेश के दूसरे शहरों की हवा साफ सुथरी अच्छी बात यह है कि हिमाचल प्रदेश के दूसरे शहरों की हवा साफ है। परवाणू 137, पांटवा साहिब में 119 और ऊना में 110 AQI है। वहीं शिमला में शिमला में 50, मनाली 30 और धर्मशाला में 70 है।
शिमला पुलिस की गुरुग्राम में विमान कंपनी दफ्तर में दबिश:बागी विधायकों को हेलिकॉप्टर से ले जाने संबंधित रिकॉर्ड मांगा; आज भी कार्रवाई जारी रहेगी
शिमला पुलिस की गुरुग्राम में विमान कंपनी दफ्तर में दबिश:बागी विधायकों को हेलिकॉप्टर से ले जाने संबंधित रिकॉर्ड मांगा; आज भी कार्रवाई जारी रहेगी हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस के खिलाफ वोट करने वाले नौ विधायकों को हवाई सेवाएं देने वाली हेलिकॉप्टर कंपनी तक जांच की आंच पहुंच गई है। बीती शाम को शिमला पुलिस ने गुरुग्राम में हवाई सेवाएं देने वाली एक कंपनी के दफ्तर में दबिश दी और कंपनी से रिकॉर्ड मांगा। पुलिस ने यह कार्रवाई कोर्ट से मिले सर्च वारंट के आधार पर की है। इस कार्रवाई में शिमला पुलिस हरियाणा पुलिस की भी मदद ले रही है। सूत्रों की माने तो आज भी पुलिस कंपनी दफ्तर जाकर पूछताछ और कुछ रिकॉर्ड मांग सकती है। पुलिस से जुड़े सूत्र बताते हैं कि विधायकों को ले जाने के लिए 2 विमान कंपनियों की सेवाएं ली गई है। एक के दफ्तर में दबिश दे दी गई है,जबकि दूसरी कंपनी से भी जल्द रिकॉर्ड मांगा जा सकता है। राज्यसभा चुनाव के बाद हेलिकॉप्टर में ले जाने का मामला बता दें कि बीते 27 फरवरी को हिमाचल में राज्यसभा चुनाव हुए। इसमें क्रॉस वोटिंग के बाद कांग्रेस के छह बागी और तीन निर्दलीय विधायकों को हेलिकॉप्टर से कभी पंचकूला, कभी ऋषिकेष और गुरुग्राम ले जाया गया। यही नहीं इस्तीफा देने वाले तीन निर्दलीय विधायक भी हेलिकॉप्टर में ही शिमला पहुंचे और वापस भी हेलिकॉप्टर से ही गुरुग्राम लौटें। इन विधायकों ने करा रखी है एफआईआर कांग्रेस विधायक संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ ने शिमला के बालूगंज थाना में एफआईआर करा रखी है। यह एफआईआर पूर्व निर्वदलीय विधायक आशीष शर्मा और पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के आईएएस पिता राकेश शर्मा के खिलाफ है। इन पर सरकार को गिराने के लिए करोड़ों रुपए के लेन-देन, बागियों को फाइव-सेवन स्टार होटलों में ठहराने जैसे गंभीर आरोप है। इन लोगों से पूछताछ कर चुकी पुलिस इस FIR में अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया गया है। यही वजह से इस केस में शिमला पुलिस कांग्रेस के बागी पूर्व विधायक राजेंद्र राणा, रवि ठाकुर, हरियाणा के पूर्व सीएम के प्रचार सलाहाकर तरुण भंडारी समेत कई लोगों को पूछताछ के शामिल कर चुकी है। अब बागी विधायकों को हेलिकॉप्टर सेवाएं देने वाली कंपनी पर जांच के दायरे में आ गई है। बहुमत के बावजूद राज्यसभा सीट हारी थी कांग्रेस हिमाचल में राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस ने अभिषेक मनु सिंघवी को कैंडिडेट बनाया था। यहां कुल 68 सीटें हैं। कांग्रेस के पास 40 विधायकों की वजह से बहुमत था। भाजपा के पास 25 विधायक थे जबकि 3 निर्दलीय विधायक थे। भाजपा ने हर्ष महाजन को कैंडिडेट बनाया था। जब चुनाव हुआ तो 6 कांग्रेसी और 3 निर्दलीय विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। जिस वजह से भाजपा और कांग्रेस कैंडिडेट के 34-34 वोट मिले। इसके बाद लॉटरी से भाजपा के हर्ष महाजन चुनाव जीत गए। इसके बाद सरकार पर संकट आ गया था।
शिमला में शाही महात्मा गैंग के 16 तस्कर गिरफ्तार:अब तक 62 आरोपी दबोचे, SP बोले-जड़ से नशा खत्म करने तक जारी रहेगा ऑपरेशन
शिमला में शाही महात्मा गैंग के 16 तस्कर गिरफ्तार:अब तक 62 आरोपी दबोचे, SP बोले-जड़ से नशा खत्म करने तक जारी रहेगा ऑपरेशन शिमला पुलिस ने चिट्टा (हेरोइन) तस्करी में शामिल शाही महात्मा गैंग के 16 तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अब तक इस गैंग के 62 लोगों को पकड़ चुकी है। ऑपरेशन क्लीन के तहत शिमला पुलिस तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है। पुलिस ने वीरवार को यशवंत सिंह (53) निवासी रोहड़ू, प्रदीप चौहान (25) निवासी रोहड़ू, ललित ठाकुर (29) निवासी रोहड़ू, अमन नेगी (24) रोहड़ू, वृज मोहन (35) रोहड़ू, रवीश (32) रोहड़ू, विजेंदर रावत (35), मोहित ठाकुर (25), प्रशांत राठौर (30), साहिल ठाकुर (29) रोहड़ू , हितेश ठाकुर (27), हर्ष धांटा (29), सार्थक सूद (27), कुणाल शादरु , जतिन ठाकुर और श्रेयस मेहता (27) साल गिरफ्तार किया है। बता दें कि, शाही महात्मा नाम का यह गैंग जुब्बल कोटखाई और रोहड़ू क्षेत्र में चिट्टा की सप्लाई करता था। यह गैंग लगातार तीन-चार साल से सक्रिय है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस दूसरे आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। पुलिस को अंदेशा है कि इस गैंग में अभी कुछ और भी तस्कर शामिल हो सकते हैं। क्या बोले एसपी शिमला? SP शिमला संजीव गांधी ने बताया कि यह एक अंतरराज्यीय गिरोह है। इस गिरोह ने सात से आठ करोड़ रुपए की ड्रग मनी अर्जित की थी। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ पुलिस ने जिला में ऑपरेशन क्लीन चला रखा है। पुलिस नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रखेगी। पुलिस की कार्रवाई सभी नशा तस्कर गैंग को जड़ से उखाड़ फेंकने तक जारी रहेगी। इस मामले में भी पुलिस की जांच अभी भी जारी है। क्या है पूरा मामला पुलिस ने इस मामले में एक महीना पहले रोहड़ू क्षेत्र से कश्मीर के एक व्यक्ति को 468 ग्राम चिट्टा (हेरोइन) के साथ गिरफ्तार किया था, जिसके बाद पुलिस गैंग के सरगना शाही महात्मा (शशि नेगी) तक पहुंची। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करते ही गैंग का भंडाफोड़ किया और इस गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारी जारी है।