हिमाचल प्रदेश में आज से मौसम करवट बदल सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र का पूर्वानुमान है कि आज प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश-बर्फबारी हो सकती है। वहीं देर रात से पश्चिमी विक्षोभ (WD) अधिक सक्रिय हो रहा है। सोलन-शिमला में तापमान ने 18 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। वहीं कल से 7 जिलों में हिमपात का ओरेंज अलर्ट है। 6 जनवरी को 4 जिलों चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लू, लाहौल स्पीति, मंडी और शिमला में कुछ स्थानों पर भारी बर्फबारी का ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं अन्य जिलों में अच्छी बारिश होने की संभावना है। IMD ने 7 दिसंबर को भी चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लू और लाहौल स्पीति के कुछ क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी हो सकती है। 8 जनवरी से मौसम साफ हो जाएगा। शिमला-सोलन में तापमान ने तोड़ा 18 साल का रिकॉर्ड प्रदेश में बारिश-बर्फबारी से पहले तापमान में भारी उछाल आया है। शिमला, मनाली में तापमान में 18 साल के रिकॉर्ड तोड़ डाले हैं। शिमला में अधिकतम तापमान जनवरी महीने से सारे रिकॉर्ड तोड़ चुका है। शिमला का मैक्सिमम टैम्परेचर शुक्रवार को 23.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, जबकि सोलन में तापमान 27.5 डिग्री के पार पहुंच गया है। न्यूनतम तापमान औसत से ज्यादा प्रदेश भर में न्यूनतम तापमान में भी भारी उछाल दर्ज किया गया है। प्रदेश का औसत न्यूनतम तापमान नॉर्मल से 3.9 डिग्री ज्यादा हो गया है। इससे शिमला, मनाली, नारकंडा, कुफरी जैसे ठंडे क्षेत्रों में भी ठंड गायब हुई है। ताबो के न्यूनतम तापमान में 24 घंटे में 9.3 डिग्री का उछाल वहीं बर्फ से ढके ताबो के न्यूनतम तापमान में बीते दिनों तापमान में उछाल आने के बाद 24 घंटे के दौरान हल्की सी गिरावट आई है और ताबो का पारा -8.4 रह गया है। बुधवार रात को यह 14.7 डिग्री था। समदो के तापमान में भी 24 घंटे के दौरान -1.6 डिग्री की गिरावट के साथ तापमान -4.5 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है और केलांग के तापमान में- 2.1 डिग्री की कमी आई है। हिमाचल प्रदेश में आज से मौसम करवट बदल सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र का पूर्वानुमान है कि आज प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश-बर्फबारी हो सकती है। वहीं देर रात से पश्चिमी विक्षोभ (WD) अधिक सक्रिय हो रहा है। सोलन-शिमला में तापमान ने 18 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। वहीं कल से 7 जिलों में हिमपात का ओरेंज अलर्ट है। 6 जनवरी को 4 जिलों चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लू, लाहौल स्पीति, मंडी और शिमला में कुछ स्थानों पर भारी बर्फबारी का ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं अन्य जिलों में अच्छी बारिश होने की संभावना है। IMD ने 7 दिसंबर को भी चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लू और लाहौल स्पीति के कुछ क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी हो सकती है। 8 जनवरी से मौसम साफ हो जाएगा। शिमला-सोलन में तापमान ने तोड़ा 18 साल का रिकॉर्ड प्रदेश में बारिश-बर्फबारी से पहले तापमान में भारी उछाल आया है। शिमला, मनाली में तापमान में 18 साल के रिकॉर्ड तोड़ डाले हैं। शिमला में अधिकतम तापमान जनवरी महीने से सारे रिकॉर्ड तोड़ चुका है। शिमला का मैक्सिमम टैम्परेचर शुक्रवार को 23.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया, जबकि सोलन में तापमान 27.5 डिग्री के पार पहुंच गया है। न्यूनतम तापमान औसत से ज्यादा प्रदेश भर में न्यूनतम तापमान में भी भारी उछाल दर्ज किया गया है। प्रदेश का औसत न्यूनतम तापमान नॉर्मल से 3.9 डिग्री ज्यादा हो गया है। इससे शिमला, मनाली, नारकंडा, कुफरी जैसे ठंडे क्षेत्रों में भी ठंड गायब हुई है। ताबो के न्यूनतम तापमान में 24 घंटे में 9.3 डिग्री का उछाल वहीं बर्फ से ढके ताबो के न्यूनतम तापमान में बीते दिनों तापमान में उछाल आने के बाद 24 घंटे के दौरान हल्की सी गिरावट आई है और ताबो का पारा -8.4 रह गया है। बुधवार रात को यह 14.7 डिग्री था। समदो के तापमान में भी 24 घंटे के दौरान -1.6 डिग्री की गिरावट के साथ तापमान -4.5 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है और केलांग के तापमान में- 2.1 डिग्री की कमी आई है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल के 7 जिलों में बर्फबारी का अलर्ट:5 जिलों में बारिश के आसार, शीतलहर चलेगी, बर्फ से ढकी सड़कें नए साल पर खुलेगी हिमाचल प्रदेश में आज दोपहर बाद से मौसम करवट बदलेगा। मौसम विज्ञान (IMD) केंद्र शिमला ने आज रात और कल सात जिलों में भारी बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट दिया है। इस सीजन में स्नोफॉल को लेकर पहली बार ऑरेंज अलर्ट दिया गया है। IMD के अनुसार, चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, मंडी और शिमला जिला में कुछेक स्थानों पर भारी बर्फबारी हो सकती है। अन्य जिलों में बारिश का पूर्वानुमान है। चंबा, लाहौल स्पीति, किन्नौर और कुल्लू की अधिक ऊंची चोटियों पर 29 दिसंबर को भी बर्फबारी जारी रहने का पूर्वानुमान है। शिमला में सुबह से आसमान में छाए बादल मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, शिमला में आज सुबह से ही आसमान में बादल छाए हुए है और मौसम खराब हो गया है। हालांकि बारिश-बर्फबारी अनुमान दोपहर बाद से है। जाहिर है कि न्यू ईयर से पहले पहाड़ों पर अच्छी बर्फ गिरने वाली है। राहत की बात यह है कि नए साल के जश्न के लिए 30 और 31 दिसंबर को मौसम साफ हो जाएगा। इससे लोक निर्माण विभाग को भी बर्फ के कारण बंद होने वाली सड़कों को खोलने का टाइम मिल पाएगा। बर्फबारी से पहले 8 शहरों का पारा माइनस में हिमाचल के पहाड़ों पर बारिश-बर्फबारी शुरू होने से पहले रही 8 शहरों का पारा माइनस में चला गया है। भुंतर का न्यूनतम तापमान -0.9 डिग्री, कल्पा -1.6 डिग्री, मनाली -1.8 डिग्री,कुकुमसैरी -7.8 डिग्री, ताबो -12.1 डिग्री और कुल्लू के बजौरा का न्यूनतम तापमान -0.7 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। बर्फबारी के दौरान इसमें और ज्यादा गिरावट आएगी। 27 से 29 दिसंबर तक शीतलहर का अलर्ट मौसम विभाग ने भी 27 से 29 दिसंबर के बीच हिमाचल में शीतलहर चलने का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान सड़कों व रास्तों पर कोहरा जमने की भी चेतावनी दी है।
हिमाचल में कैबिनेट मीटिंग आज:होम-स्टे पर लगेंगी कड़ी शर्तें; बाहरी राज्यों के लोग नहीं चला पाएंगे, वन मित्र भर्ती पर हो सकता है फैसला
हिमाचल में कैबिनेट मीटिंग आज:होम-स्टे पर लगेंगी कड़ी शर्तें; बाहरी राज्यों के लोग नहीं चला पाएंगे, वन मित्र भर्ती पर हो सकता है फैसला हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में कैबिनेट मीटिंग आज प्रदेश सचिवालय में होगी। इसमें विभिन्न विभागों में भर्तियों के अलावा मुख्यमंत्री की बजट घोषणाओं को लेकर अहम फैसले लिए जा सकते हैं। खासकर होम स्टे पॉलिसी को मंजूरी मिल सकती है। कैबिनेट सब कमेटी की सिफारिश पर राज्य सरकार नई होम स्टे पॉलिसी बनाने जा रही है। इसके बाद राज्य में अवैध रूप से होम स्टे नहीं चलाए जा सकेंगे। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों पंजीकरण अनिवार्य कर दिया जाएगा। नई पॉलिसी में होम स्टे पर पंजीकरण शुल्क भी बढ़ाया जा सकता है। राज्य सरकार ने इसके लिए कैबिनेट सब कमेटी गठित कर रखी है। इस कमेटी की सिफारिश पर कैबिनेट में आज कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जा सकते हैं। इससे पहले राज्य में 2008 में होम स्टे के लिए नियम बनाए गए थे। अब नए सिरे से पॉलिसी का ड्रॉफ्ट तैयार कर दिया गया है। अब इसी पॉलिसी के तहत यहां पर होम स्टे चलेंगे। हिमाचल में 4000 से ज्यादा होम स्टे हिमाचल में लगभग 4000 होम स्टे है। इन पर अब तक टैक्स नहीं लगता, जबकि पांच हजार से ज्यादा होटल सरकार को कई तरह का शुक्ल चुकाते हैं। ऐसे में अब होम स्टे पर भी सरकार कुछ टैक्स लगा सकती है। गैर हिमाचली नहीं चला पाएंगे होम स्टे सूत्रों की माने तो गैर हिमाचली प्रदेश में होम स्टे नहीं चला पाएंगे। दरअसल, बाहरी राज्यों के कुछ लोगों ने हिमाचल मुजारियत एवं भू सुधार अधिनियम की धारा 118 के तहत मकान के लिए जमीन ले रखी है। इस भूमि पर बने मकान में कुछ बाहरी लोग होम स्टे चला रहे है, जबकि धारा 118 के तहत ली गई जमीन का कमर्शियल इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। ऐसे लोगों पर सरकार शिकंजा कस सकती है। वन मित्र भर्ती पर फैसला ले सकती है सरकार कैबिनेट में फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में वन मित्रों के 2061 पदों पर भर्ती को लेकर भी फैसला हो सकता है। हिमाचल हाईकोर्ट ने साक्षात्कार के 10 अंक पर रोक के आदेश दे रखे है। इसके बाद से वन मित्रों पर भर्ती लटकी हुई है। वन मित्र भर्ती परीक्षा देने वाले कुछ बेरोजगारों ने सरकार को सुझाव दिया है कि 100 के बजाय 90 अंकों में से ही मेरिट डिसाइड की जाए। लिहाजा आज की कैबिनेट में इसे लेकर सरकार कुछ निर्णय कर सकती है।
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चंबा-बैरागढ़-साचपास-किलाड़ मार्ग पर आवाजाही शुरू:छोटे वाहनों के लिए किया बहाल, 20 के बाद चल सकेंगे बड़े वाहन, बर्फबारी से हुआ था बंद चंबा-बैरागढ़-साचपास-किलाड़ मार्ग शनिवार देर शाम बाद छोटे वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है। हालांकि अभी भी यह मार्ग बड़े वाहनों के लिए बहाल नहीं हो पाया है। संभावना जताई जा रही है कि 20 जून के बाद ही यह मार्ग बड़ी गाड़ियों के लिए खोल दिया जाएगा। आपको बता दें कि, इस वर्ष भारी हिमपात होने के चलते इस सड़क को बहाल करने के लिए विभाग को अधिक समय लगा है। सड़क बहाल ना होने के चलते दुर्गम क्षेत्र पांगी के लोगों को आने-जाने के लिए जम्मू कश्मीर व मनाली के जरिए पहुंचना पड़ रहा है। पहले भी यह सड़क जून महीने तक बहाल हो जाती थी। लोकसभा चुनाव के दौरान भी यह मार्ग बंद होने के चलते पोलिंग पार्टियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। बर्फ हटाने में लगता है समय इस मार्ग की ऊंचाई 4414 फुट होने की वजह से यहां पर अत्यधिक बर्फबारी होती है। लिहाजा हर साल यहां से बर्फ को हटाने के लिए काफी समय लगता है। इस सड़क को बहाल करने के लिए विभाग को हर वर्ष की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इस सड़क के बहाल हो जाने से जनजातीय क्षेत्र पांगी व चंबा की दूरी काफी हद तक काम हो जाती है। उम्मीद जताई जा रही है की 20 जून के बाद इस सड़क पर बड़े वाहनों की आवाजाही भी शुरू हो जाएगी। इसके लिए विभाग युद्ध स्तर पर सड़क को बहाल करने के लिए जुट गया है।