हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिला को जोड़ने वाले हाईवे पर बीती शाम को बड़ा हादसा होने से टल गया। नेशनल हाईवे-5 पर किन्नौर के निगुलसरी में पहाड़ कार पर गिर गया। गाड़ी में सवार 4 लोग पहाड़ी से लैंडस्लाइड होते देख पहले ही बाहर निकलने और भागने में कामयाब हुए। इससे कार सवारों की जान तो बच गई। मगर कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। लैंडस्लाइड के बाद NH-5 लगभग 17 घंटे बाद आज सुबह 9.45 बजे बहाल कर दिया गया। मगर निगुलसरी में बार-बार पहाड़ी से लैंडस्लाइड हो रहा है। इससे बीते 8 दिनों के दौरान मुश्किल से 20 से 25 घंटे तक सड़क बहाल रही है। सड़कें बंद होने से सेब बागवान परेशान वहीं प्रदेश में 115 सड़कें बीते एक सप्ताह से बंद पड़ी है। इससे आम लोगों सहित सेब बागवानों को ज्यादा कठिनाइयां झेलनी पड़ रही है। सेब बागवानों को अपनी फसल मंडियों तक पहुंचाना मुश्किल हो गया है। भारी बारिश, लैंडस्लाइड के कारण सड़कों की हालत खस्ता हो रही है। ऐसी सड़कों पर सफर जोखिमभरा बना हुआ है। सैंज-छैला सड़क की सुध नहीं ले रही सरकार सेब बेल्ट और पराला फल मंडी को जोड़ने वाली छैला-सैंज सड़क भी दलदल में तब्दील हो गई है। यहां पर रोजाना कीचड़ में गाड़ियां फंस रही है। प्रदेश सरकार ने पराला में बड़ी फल मंडी तो 7 साल पहले बना दी है। मगर सड़क को चौड़ा करना सरकार भूल गई है। पूर्व की सरकार ने भी पांच साल इस ओर ध्यान नहीं दिया। मौजूदा सरकार भी इसे गंभीरता से नहीं ले रही। पराला में होता है सेब का अरबो रुपए का कारोबार पराला फल मंडी में अरबों रुपए का सेब कारोबार होता है और छैला-सैंज सड़क से ही सारा सेब देश की मंडियों को भेजा जाता है। फिर भी इस सड़क की दुर्दशा को नहीं सुधारा गया है। इससे छैला से सैंज के बीच सेब सीजन शुरू होने के बाद से रोजाना ट्रैफिक जाम सेब ढुलाई में लगे ट्रांसपोर्टरों के साथ स्थानीय लोगों के पसीने छुड़ा रहा है। रोजाना लग रहा ट्रैफिक जाम:आशीष ठियोग निवासी आशीष खाची ने बताया कि बारिश होती है यह सड़क कीचड़ में तब्दील हो जाती है। इससे यहां हर वक्त ट्रैफिक जाम लगा रहता है। लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। सैंज निवासी नरेंद्र वर्मा ने बताया कि पराला में रोजाना ट्रैफिक जाम लोगों को परेशान कर रहा है। इससे स्कूली बच्चे और कामकाजी लोग समय पर स्कूल व दफ्तर नहीं पहुंच पा रहे। 7 साल से क्षेत्र की जनता परेशान: नरेंद्र सेब ढुलाई में लगे ट्रांसपोर्टर भी परेशान है। मगर सरकार कुंभकर्णी नींद सो रही है। उन्होंने बताया कि 7 साल से हर साल सेब सीजन के दौरान लोगों को यहां परेशानियां झेलनी पड़ रही है। सरकार को यहां मंडी शुरू करने से पहले सड़क चौड़ी करनी चाहिए थी और इसे पक्का करना जरूरी था, ताकि बारिश में कीचड़ लोगों को परेशान न करता। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिला को जोड़ने वाले हाईवे पर बीती शाम को बड़ा हादसा होने से टल गया। नेशनल हाईवे-5 पर किन्नौर के निगुलसरी में पहाड़ कार पर गिर गया। गाड़ी में सवार 4 लोग पहाड़ी से लैंडस्लाइड होते देख पहले ही बाहर निकलने और भागने में कामयाब हुए। इससे कार सवारों की जान तो बच गई। मगर कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। लैंडस्लाइड के बाद NH-5 लगभग 17 घंटे बाद आज सुबह 9.45 बजे बहाल कर दिया गया। मगर निगुलसरी में बार-बार पहाड़ी से लैंडस्लाइड हो रहा है। इससे बीते 8 दिनों के दौरान मुश्किल से 20 से 25 घंटे तक सड़क बहाल रही है। सड़कें बंद होने से सेब बागवान परेशान वहीं प्रदेश में 115 सड़कें बीते एक सप्ताह से बंद पड़ी है। इससे आम लोगों सहित सेब बागवानों को ज्यादा कठिनाइयां झेलनी पड़ रही है। सेब बागवानों को अपनी फसल मंडियों तक पहुंचाना मुश्किल हो गया है। भारी बारिश, लैंडस्लाइड के कारण सड़कों की हालत खस्ता हो रही है। ऐसी सड़कों पर सफर जोखिमभरा बना हुआ है। सैंज-छैला सड़क की सुध नहीं ले रही सरकार सेब बेल्ट और पराला फल मंडी को जोड़ने वाली छैला-सैंज सड़क भी दलदल में तब्दील हो गई है। यहां पर रोजाना कीचड़ में गाड़ियां फंस रही है। प्रदेश सरकार ने पराला में बड़ी फल मंडी तो 7 साल पहले बना दी है। मगर सड़क को चौड़ा करना सरकार भूल गई है। पूर्व की सरकार ने भी पांच साल इस ओर ध्यान नहीं दिया। मौजूदा सरकार भी इसे गंभीरता से नहीं ले रही। पराला में होता है सेब का अरबो रुपए का कारोबार पराला फल मंडी में अरबों रुपए का सेब कारोबार होता है और छैला-सैंज सड़क से ही सारा सेब देश की मंडियों को भेजा जाता है। फिर भी इस सड़क की दुर्दशा को नहीं सुधारा गया है। इससे छैला से सैंज के बीच सेब सीजन शुरू होने के बाद से रोजाना ट्रैफिक जाम सेब ढुलाई में लगे ट्रांसपोर्टरों के साथ स्थानीय लोगों के पसीने छुड़ा रहा है। रोजाना लग रहा ट्रैफिक जाम:आशीष ठियोग निवासी आशीष खाची ने बताया कि बारिश होती है यह सड़क कीचड़ में तब्दील हो जाती है। इससे यहां हर वक्त ट्रैफिक जाम लगा रहता है। लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। सैंज निवासी नरेंद्र वर्मा ने बताया कि पराला में रोजाना ट्रैफिक जाम लोगों को परेशान कर रहा है। इससे स्कूली बच्चे और कामकाजी लोग समय पर स्कूल व दफ्तर नहीं पहुंच पा रहे। 7 साल से क्षेत्र की जनता परेशान: नरेंद्र सेब ढुलाई में लगे ट्रांसपोर्टर भी परेशान है। मगर सरकार कुंभकर्णी नींद सो रही है। उन्होंने बताया कि 7 साल से हर साल सेब सीजन के दौरान लोगों को यहां परेशानियां झेलनी पड़ रही है। सरकार को यहां मंडी शुरू करने से पहले सड़क चौड़ी करनी चाहिए थी और इसे पक्का करना जरूरी था, ताकि बारिश में कीचड़ लोगों को परेशान न करता। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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