हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला के पांवटा साहिब के विधायक एवं पूर्व मंत्री सुखराम चौधरी का एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो है। इसमें सुखराम चौधरी की गाड़ी पानी से लबालब खड्ड में फंस जाती है। चौधरी को मजबूरन पानी में उतरना पड़ता है। इसके बाद सुखराम चौधरी पैदल चल कर नाला पार करते हैं। सूचना के अनुसार, यह वीडियो बीते शुक्रवार का बताया जा रहा है। सुखराम चौधरी गाड़ी से जम्बू खड्ड से पांवटा साहिब की ओर आ रहे थे। नाले में पानी ज्यादा होने की वजह से गाड़ी फंस गई। इसके बाद विधायक को खड्ड पैदल चल कर पार करनी पड़ी। इस पर लोग सोशल मीडिया में तरह तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ लोग कह रहे हैं कि अब देखना 15 दिन में यहां पुली बनेगी। कुछ लोग सिस्टम पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। क्षेत्र के लोग लंबे समय से जम्बू खड्ड पर पुलिया बनाने की मांग करते आ रहे है। जिला में बारिश से बरसाती नाले भी उफान पर बता दें कि बीते दो दिनों के दौरान सिरमौर जिला के अधिकांश इलाकों में बारिश हुई है। इससे बरसाती नालों में भी काफी मात्रा में पानी आ गया था। जम्बू खड्ड में दलदल की वजह से सुखराम चौधरी की गाड़ी इसमें फंस गई। बताया जा रहा है कि यहां लंबे समय से पुलिया निर्माण को लेकर मांग उठती रही है। बरसात के दिनों में खड्ड में पानी अधिक होने के चलते लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। विधायक ने दी तीखी प्रतिक्रया सड़क की ऐसी दुर्दशा पर बीजेपी विधायक और पूर्व ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि सरकार की नाकामियों का ये एक जीता जागता उदाहरण सामने है। विधायक प्राथमिकता में नाबार्ड से स्वीकृत करवाई गई 8 करोड़ की लागत से बनने वाली बद्रीपुर-पुरुवाला-संतोखगढ़ सड़क की हालत सबके सामने हैं। उन्होंने कहा, 1 साल से सड़क का कार्य आरम्भ हो रखा हैं। मगर पूरा नहीं किया जा रहा। यह पुल बन गया होता तो लोगों को परेशानी न झेलनी पड़ती। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला के पांवटा साहिब के विधायक एवं पूर्व मंत्री सुखराम चौधरी का एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो है। इसमें सुखराम चौधरी की गाड़ी पानी से लबालब खड्ड में फंस जाती है। चौधरी को मजबूरन पानी में उतरना पड़ता है। इसके बाद सुखराम चौधरी पैदल चल कर नाला पार करते हैं। सूचना के अनुसार, यह वीडियो बीते शुक्रवार का बताया जा रहा है। सुखराम चौधरी गाड़ी से जम्बू खड्ड से पांवटा साहिब की ओर आ रहे थे। नाले में पानी ज्यादा होने की वजह से गाड़ी फंस गई। इसके बाद विधायक को खड्ड पैदल चल कर पार करनी पड़ी। इस पर लोग सोशल मीडिया में तरह तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ लोग कह रहे हैं कि अब देखना 15 दिन में यहां पुली बनेगी। कुछ लोग सिस्टम पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। क्षेत्र के लोग लंबे समय से जम्बू खड्ड पर पुलिया बनाने की मांग करते आ रहे है। जिला में बारिश से बरसाती नाले भी उफान पर बता दें कि बीते दो दिनों के दौरान सिरमौर जिला के अधिकांश इलाकों में बारिश हुई है। इससे बरसाती नालों में भी काफी मात्रा में पानी आ गया था। जम्बू खड्ड में दलदल की वजह से सुखराम चौधरी की गाड़ी इसमें फंस गई। बताया जा रहा है कि यहां लंबे समय से पुलिया निर्माण को लेकर मांग उठती रही है। बरसात के दिनों में खड्ड में पानी अधिक होने के चलते लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। विधायक ने दी तीखी प्रतिक्रया सड़क की ऐसी दुर्दशा पर बीजेपी विधायक और पूर्व ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि सरकार की नाकामियों का ये एक जीता जागता उदाहरण सामने है। विधायक प्राथमिकता में नाबार्ड से स्वीकृत करवाई गई 8 करोड़ की लागत से बनने वाली बद्रीपुर-पुरुवाला-संतोखगढ़ सड़क की हालत सबके सामने हैं। उन्होंने कहा, 1 साल से सड़क का कार्य आरम्भ हो रखा हैं। मगर पूरा नहीं किया जा रहा। यह पुल बन गया होता तो लोगों को परेशानी न झेलनी पड़ती। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल CM और नेता प्रतिपक्ष की प्रतिष्ठा दांव पर:उपचुनाव में जीत से सर्वमान्य नेता के तौर पर उभरेंगे; सियासी संकट पहले टाल चुके सुक्खू
हिमाचल CM और नेता प्रतिपक्ष की प्रतिष्ठा दांव पर:उपचुनाव में जीत से सर्वमान्य नेता के तौर पर उभरेंगे; सियासी संकट पहले टाल चुके सुक्खू हिमाचल प्रदेश में तीन विधानसभा सीटों पर उप चुनाव के नतीजों से सरकार को खतरा नहीं है। मगर यह तय है कि सत्तारूढ़ दल की जीत हुई तो मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का कांग्रेस में सियासी कद बढ़ेगा। कांग्रेस हारी तो सीएम सुक्खू को इसका जिम्मा लेना होगा। इससे बीजेपी और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मजबूत नेता के तौर पर उभरेंगे। प्रदेश की सियासत में होलीलॉज खेमा पहले ही लोकसभा चुनाव में विक्रमादित्य सिंह की हार के बाद कमजोर पड़ गया है। वहीं छह में चार सीटें जून में हुए उपचुनाव में जीतकर सुक्खू मजबूत हुए हैं। अब तीन सीटों की जीत सुक्खू को ओर मजबूती देगी। इसलिए यह लड़ाई साख बचाने की है। खासकर देहरा विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा प्रतिष्ठा दांव पर लगी है, क्योंकि यहां मुख्यमंत्री की पत्नी कमलेश ठाकुर चुनाव लड़ रही हैं। देहरा में इस वजह से होशियार बनाम सीएम सुक्खू मुकाबला कांग्रेस ने देहरा में स्थानीय नेता डॉ. राजेश का टिकट काटकर हमीरपुर जिला के नादौन से संबंध रखने वाली सीएम की पत्नी कमलेश ठाकुर को प्रत्याशी बनाया है। इस वजह से देहरा में मुकाबला बीजेपी के होशियार सिंह बनाम कमलेश ठाकुर कम तथा होशियार बनाम सुखविंदर सुक्खू ज्यादा है। हमीरपुर सीट के नतीजे दूसरा उपचुनाव सीएम के गृह जिला हमीरपुर में है। इस सीट पर भी सीएम की साख दाव पर लगी हुई है। मुख्यमंत्री की अपने गृह जिला में हार कई सवाल खड़े करेगी। यहां पर भी जीत हुई तो सरकार पर सियासी टालने वाले सुक्खू अब कांग्रेस में सर्वमान्य नेता के तौर पर उभरेंगे। नालागढ़ में होलीलॉज की प्रतिष्ठा दांव पर उधर, नालागढ़ सीट के नतीजे सीएम से ज्यादा होलीलॉज गुट को कमजोर व मजबूत करेंगे, क्योंकि कांग्रेस ने नालागढ़ से वीरभद्र सिंह के करीबी बावा हरदीप को मैदान में उतार रखा है। लिहाजा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री और PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने यहां बावा हरदीप की जीत के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया है। BJP की जीत से जयराम मजबूत होंगे अब बात बीजेपी की करेंगे। भारतीय जनता पार्टी की उपचुनाव में जीत से नेता प्रतिपक्ष जयराम का सियासी कद ऊंचा होगा। वहीं बीजेपी की हार हुई तो जयराम ठाकुर पर भी पार्टी के भीतर सवाल उठेंगे, क्योंकि सत्तारूढ़ कांग्रेस इन नौ उपचुनाव के लिए जयराम को ही दोषी बता चुका है। BJP की हार हुई तो नेता प्रतिपक्ष पर उठेंगे सवाल राज्यसभा चुनाव के दौरान सरकार पर जो संकट आया था, यह सब सरकार को गिराने के लिए किया गया। जयराम ठाकुर बार बार सरकार बनाने के दावे कर रहे थे। सरकार पर संकट तो छह विधानसभा उपचुनाव के नतीजे पहले ही टाल चुके हैं। अब लड़ाई मजबूती की है। चाहे वो मजबूती विधानसभा में विधायकों के संख्या बल की हो या फिर मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष की अपना कद बढ़ाने की हो।