हिमाचल प्रदेश में गर्मी ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले है। हमीरपुर के नेरी का तापमान बुधवार को 46.3 डिग्री और ऊना का 46 डिग्री सेल्सियस तापमान पहुंच गया है। इससे पहले साल 2013 में 23 मई को ऊना का सर्वाधिक तापमान 45.2 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया था। वहीं नेरी का मौसम विभाग के पास पुराना रिकॉर्ड नहीं है। मगर इस सीजन का नेरी में आज सबसे गर्म दर्ज किया गया। मौसम विभाग की माने तो आज से वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव हो रहा है। इससे अगले छह दिन तक अधिक ऊंचे और मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। मगर मैदानी इलाकों में इसकी संभावना नहीं है। मौसम विभाग के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल ने बताया कि WD जरूर एक्टिव हो रहा है। मगर इससे बहुत ज्यादा बारिश की संभावना नहीं है। कुछेक स्थानों पर ही हल्की बारिश का पूर्वानुमान है। हालांकि अधिक ऊंचे व मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बारिश के बाद गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है। इन जिलों में आज भी हीटवेव का येलो अलर्ट फिलहाल आज के लिए भी मौसम विभाग ने छह जिलों में हीटवेव का येलो अलर्ट जारी कर रखा है। इनमें ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, कांगड़ा, सिरमौर और सोलन जिला के निचले इलाकों भी शामिल है। इन जिलों के कुछेक क्षेत्रों में आज भी लू के थपेड़े महसूस किए जा सकते है, जबकि कल से हीटवेव से राहत मिलने के आसार है। कई शहरों में नॉर्मल से 8 डिग्री ज्यादा हुआ तापमान प्रदेश के 9 शहरों का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पार हो गया है। कई शहरों का तापमान तो नॉर्मल से 8 डिग्री सेल्सियस तक अधिक हो गया है। हमीरपुर के तापमान में नॉर्मल की तुलना में सबसे ज्यादा 7.9 डिग्री का उछाल आया है। मंडी में 7.7 डिग्री, शिमला 5.9 डिग्री, सुंदरनगर 5.5 डिग्री, भुंतर 5.9 डिग्री, कल्पा 3.6 डिग्री, ऊना 6.9 डिग्री, धर्मशाला का 6.6 डिग्री,सोलन 5.7 डिग्री, बिलासपुर का 7.6 डिग्री और नाहन का तापमान नॉर्मल से 5.4 डिग्री अधिक हो गया है। हिमाचल प्रदेश में गर्मी ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले है। हमीरपुर के नेरी का तापमान बुधवार को 46.3 डिग्री और ऊना का 46 डिग्री सेल्सियस तापमान पहुंच गया है। इससे पहले साल 2013 में 23 मई को ऊना का सर्वाधिक तापमान 45.2 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया था। वहीं नेरी का मौसम विभाग के पास पुराना रिकॉर्ड नहीं है। मगर इस सीजन का नेरी में आज सबसे गर्म दर्ज किया गया। मौसम विभाग की माने तो आज से वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव हो रहा है। इससे अगले छह दिन तक अधिक ऊंचे और मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। मगर मैदानी इलाकों में इसकी संभावना नहीं है। मौसम विभाग के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल ने बताया कि WD जरूर एक्टिव हो रहा है। मगर इससे बहुत ज्यादा बारिश की संभावना नहीं है। कुछेक स्थानों पर ही हल्की बारिश का पूर्वानुमान है। हालांकि अधिक ऊंचे व मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बारिश के बाद गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है। इन जिलों में आज भी हीटवेव का येलो अलर्ट फिलहाल आज के लिए भी मौसम विभाग ने छह जिलों में हीटवेव का येलो अलर्ट जारी कर रखा है। इनमें ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, कांगड़ा, सिरमौर और सोलन जिला के निचले इलाकों भी शामिल है। इन जिलों के कुछेक क्षेत्रों में आज भी लू के थपेड़े महसूस किए जा सकते है, जबकि कल से हीटवेव से राहत मिलने के आसार है। कई शहरों में नॉर्मल से 8 डिग्री ज्यादा हुआ तापमान प्रदेश के 9 शहरों का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पार हो गया है। कई शहरों का तापमान तो नॉर्मल से 8 डिग्री सेल्सियस तक अधिक हो गया है। हमीरपुर के तापमान में नॉर्मल की तुलना में सबसे ज्यादा 7.9 डिग्री का उछाल आया है। मंडी में 7.7 डिग्री, शिमला 5.9 डिग्री, सुंदरनगर 5.5 डिग्री, भुंतर 5.9 डिग्री, कल्पा 3.6 डिग्री, ऊना 6.9 डिग्री, धर्मशाला का 6.6 डिग्री,सोलन 5.7 डिग्री, बिलासपुर का 7.6 डिग्री और नाहन का तापमान नॉर्मल से 5.4 डिग्री अधिक हो गया है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में लोगों पर भारी पटवारी-कानूनगो की हड़ताल:1.35 लाख से ज्यादा ऑनलाइन आवेदन पेंडिंग; आज काम पर नहीं लौटें तो गिरेगी निलंबन की गाज
हिमाचल में लोगों पर भारी पटवारी-कानूनगो की हड़ताल:1.35 लाख से ज्यादा ऑनलाइन आवेदन पेंडिंग; आज काम पर नहीं लौटें तो गिरेगी निलंबन की गाज हिमाचल में पटवारी-कानूनगो की हड़ताल से लोग परेशान है। प्रदेश में लोगों के 1.30 लाख से ज्यादा ऑनलाइन आवेदन पेंडिंग हो गए है। मगर पटवारी-कानूनगो ने स्टेट कैडर बनाए जाने के विरोध में 15 दिन से ऑनलाइन सेवाएं ठप कर रखी हैं। छह दिन से एडिशनल चार्ज वाले पटवार और कानूनगो सर्कल दफ्तर का काम भी इन्होंने बंद कर दिया है। इससे लोगों के राजस्व से जुड़े जरूरी काम नहीं हो पा रहे। इस बीच राजस्व मंत्री जगत सिंह ने आज हिमाचल संयुक्त ग्रामीण राजस्व अधिकारी और कानूनगो महासंघ के साथ मीटिंग बुलाई है। इसमें हड़ताल से समाधान की उम्मीद की जा रही है। महासंघ के अध्यक्ष सतीश चौधरी ने बताया कि वह सरकार की हर मांग मानने को तैयार है। मगर अपने जिले से बाहर ट्रांसफर के लिए तैयार नहीं है और न ही स्टेट कॉडर की वजह से उनकी प्रमोशन प्रभावित हो। उन्होंने बताया कि उनकी यह मांगे मान ली जाती है तो हड़ताल वापस करने पर फैसला लेंगे। वहीं पटवारी-कानूनगो आज से काम पर नहीं लौटें तो इनके खिलाफ सस्पैंशन की कार्रवाई तय है, क्योंकि अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व डॉ. ओंकार शर्मा ने बीते वीरवार को ही एक ऑर्डर निकालकर इन्हें दो दिन के भीतर काम पर लौटने की चेतावनी दी है। ऐसा नहीं करने पर आज इनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। इसे लेकर राजस्व सचिव ने सभी डीसी को आदेश दे रखे हैं। 12 जुलाई की कैबिनेट में लिया फैसला आपको बता दें कि बीते 12 जुलाई की कैबिनेट में हिमाचल सरकार ने पटवारी-कानूनगो को जिला से स्टेट कैडर बनाने का फैसला लिया है जबकि इनकी नियुक्ति जिला कैडर में हुई है। इनके भर्ती एवं पदोन्नति नियम भी जिला कैडर के है। कैबिनेट के फैसले के बाद महासंघ ने बीते 15 जुलाई से ऑनलाइन सेवाएं बंद कर दी है। यही नहीं इन्होंने सरकारी व्हाट्सएप ग्रुप भी लेफ्ट कर दिए हैं। छह दिन पहले इन्होंने एडिशनल चार्ज वाले दफ्तरों की चाबियां भी संबंधित एसडीएम और तहसीलदार को सौंप दी है। 15 दिन से ये काम प्रभावित इनकी हड़ताल की वजह से बोनाफाइड सर्टिफिकेट, कैरेक्टर सर्टिफिकेट, इनकम सर्टिफिकेट, ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट, ओबीसी सर्टिफिकेट, जाति प्रमाण पत्र, कृषि प्रमाण पत्र, बेरोजगारी प्रमाण पत्र, भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र, पीएम किसान सम्मान निधि योजना की ऑनलाइन रिपोर्टिंग जैसे काम नहीं हो पा रहे हैं।
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मैक्लोडगंज में विदेशी पर्यटक की मौत:दोस्त के साथ पार्लर में मसाज करने गया था; वॉशरूम में पड़ा मिला मैक्लोडगंज के मसाज पार्लर में विदेशी पर्यटक की मौत हो गई। दोस्त के साथ मसाज करने के लिए आया था। जो पार्लर के वॉशरूम में पड़ा मिला। सूचना मिलने के बाद पुलिस पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया। मृतक की पहचान 70 वर्षीय जीन लुक आमंड के तौर पर हुई। जो फ्रांस का रहने वाला है। वह मैक्लोडगंज के ग्रीन होटल के रूम नंबर 208 में ठहरा हुआ था। बुधवार देर शाम अपनी दोस्त अन्न मज रिकवेब के साथ पार्लर में मसाज करवाने गया। जीन लुक आमंड ने अपनी मसाज पहले करवा ली और अपनी दोस्त का इंतजार करने लगा। इसी समय वह वॉशरूम चला गया। लेकिन जब वह कुछ देर तक वापस नहीं आया तो वॉशरूम के भीतर झांक कर देखा। जहां वह फर्श पर नीचे गिरा हुआ था। पुलिस ने कब्जे में लिया शव अन्न मज रिकवेब की मदद से दरवाजा खोलकर तत्काल उसे धर्मशाला जोनल हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने जीन लुक आमंड को मृत घोषित कर दिया। मौके पर पहुंची मैक्लोडगंज पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। एसएचओ सुरिंदर ठाकुर ने बताया कि विदेशी पर्यटक जीन लुक आमंड के शव को जोनल हॉस्पिटल के शवगृह में रख दिया है। वीरवार को पोस्टमॉर्टम होने के बाद ही मौत का कारण पता चल पाएगा। आधार कार्ड बरामद उन्होंने कहा कि मृतक के होटल के रूम से उसके किसी रिश्तेदार का एड्रेस मिलने पर उन्हें सूचित किया जाएगा। अन्न मज रिकवेब ने बताया कि वह दोनों तमिलनाडु के इनोवेशन आयुर्विला वेलपुरम में रह रहे हैं। उनके पास तमिलनाडु से बनाए आधार कार्ड हैं।
हिमाचल: बद्दी का AQI 349 पहुंचा:हवा बेहद खतरनाक हुई; 5 दिन से बिगड़ रही एयर क्वालिटी, अभी सुधार के आसार नहीं
हिमाचल: बद्दी का AQI 349 पहुंचा:हवा बेहद खतरनाक हुई; 5 दिन से बिगड़ रही एयर क्वालिटी, अभी सुधार के आसार नहीं हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी की हवा जहरीली हो गई है। यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 5 दिन से निरंतर बिगड़ रहा है। शनिवार सुबह 10 बजे बद्दी का AQI 349 माइक्रो ग्राम टच कर गया। इस साल हवा का यह सबसे खराब लेवल है। दिवाली के दूसरे दिन यानी 1 नवंबर को भी बद्दी का AQI 305 माइक्रो ग्राम पहुंचा था। मगर 2 नवंबर से इसमें सुधार होना शुरू हो गया और AQI 166 माइक्रो ग्राम तक गिर गया। बद्दी में 5 नवंबर तक हवा साफ रही। 6 नवंबर से दोबारा हालात बिगड़ने लगे और दिन प्रतिदिन हवा खराब होती गई और दो दिन से AQI 300 से ज्यादा चल रहा है। इन वजह से खराब हुई हवा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अधिकारियों की माने तो बद्दी की खराब हवा का सबसे बड़ा कारण यहां के उद्योग है। इसमें कुछ योगदान गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण का भी है। इसी तरह लंबे ड्राइ स्पेल के कारण उड़ रही धूल और पड़ोसी राज्य पंजाब व हरियाणा में जलाई जा रही पराली भी इसकी एक वजह बताई जा रही है। मगर एनवायरमेंट इंजीनियर प्रदूषण में पराली का नाम मात्र योगदान मानते है, क्योंकि इन दिनों हवाएं से उत्तर से पश्चिम की ओर चलती है। बद्दी में देशभर से आए लोग करते है नौकरी औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में हिमाचल के साथ साथ देशभर से लोग नौकरी करते हैं, जिन्हें खराब हवा के कारण रोजाना परेशानियां झेलनी पड़ रही है। खासकर अस्थमा व सांस के रोगियों को ज्यादा कठिनाई हो रही है। क्या है AQI और इसका हाई लेवल खतरा क्यों AQI एक तरह का थर्मामीटर है। थर्मामीटर तापमान मापता है, जबकि AQI प्रदूषण मापने का काम करता है। इस पैमाने के जरिए हवा में मौजूद CO (कार्बन डाइऑक्साइड ), OZONE, (ओजोन) NO2 (नाइट्रोजन डाइऑक्साइड) , PM 2.5 (पार्टिकुलेट मैटर) और PM 10 पोल्यूटेंट्स की मात्रा चेक की जाती है और उसे शून्य से लेकर 500 तक रीडिंग में दर्शाया जाता है। हवा में पॉल्यूटेंट्स की मात्रा जितनी ज्यादा होगी, AQI का स्तर उतना ज्यादा होगा और जितना ज्यादा AQI, उतनी खतरनाक हवा। वैसे 200 से 300 के बीच AQI भी खराब माना जाता है, लेकिन बद्दी में यह 300 पार हो चुका है। ये आने वाली बीमारियों के खतरे का संकेत भी है। AQI खराब करने वाले धूल के इतने सूक्ष्म होते है, इन्हें आंखों से नहीं देखा जा सकता। जाने क्या है PM2.5 QJ PM10 एयर क्वालिटी अच्छी है या नहीं, ये मापने के लिए PM2.5 और PM10 का लेवल देखा जाता है। हवा में PM2.5 की संख्या 60 और PM10 की संख्या 100 से कम है, मतलब एयर क्वालिटी ठीक है। गैसोलीन, ऑयल, डीजल और लकड़ी जलाने से सबसे ज्यादा PM2.5 पैदा होते हैं। क्या होता है PM, कैसे नापा जाता है PM का अर्थ होता है पर्टिकुलेट मैटर। हवा में जो बेहद छोटे कण यानी पर्टिकुलेट मैटर की पहचान उनके आकार से होती है। 2.5 उसी पर्टिकुलेट मैटर का साइज है, जिसे माइक्रोन में मापा जाता है। ड्राइ स्पेल के कारण उड़ रही धूल प्रदेश में ज्यादातर क्षेत्रों में 38 दिन से बारिश नहीं हुई। इससे चौतरफा धूल के गुबार उड़ रहे हैं। धूल की वजह से भी हवा की गुणवत्ता खराब हो रही है। इंजीनियर बोले-नहीं जानकारी बद्दी में खराब हवा के कारण जब चीफ एनवायरमेंट इंजीनियर रीजनल ऑफिस बद्दी पीके गुप्ता से पूछे गए तो उन्होंने बताया कि उन्हें अभी AQI की जानकारी नहीं है। फाइल देखकर ही कुछ बता पाएंगे। प्रदेश के दूसरे शहरों की हवा साफ सुथरी अच्छी बात यह है कि हिमाचल प्रदेश के दूसरे शहरों की हवा साफ है। परवाणू 137, पांटवा साहिब में 119 और ऊना में 110 AQI है। वहीं शिमला में शिमला में 50, मनाली 30 और धर्मशाला में 70 है।