हिमाचल में जासूसी का आरोपी गिरफ्तार:बीएसएफ-आईबी और एनआईए ने शुरू की जांच, मोबाइल से मिले संवेदनशील दस्तावेज

हिमाचल में जासूसी का आरोपी गिरफ्तार:बीएसएफ-आईबी और एनआईए ने शुरू की जांच, मोबाइल से मिले संवेदनशील दस्तावेज

हिमाचल प्रदेश के देहरा उप-मंडल के सुकाहर गांव में जासूसी के एक मामले ने राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों का ध्यान खींचा है। पुलिस ने अभिषेक सिंह भारद्वाज नाम के एक युवक को हिरासत में लिया है। आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 152 BNS के तहत मामला दर्ज किया गया है। देहरा के एसपी मयंक चौधरी के अनुसार, पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी अभिषेक सिंह भारद्वाज के मोबाइल में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े संवेदनशील दस्तावेज हैं। इस पर 28 मई की सुबह दो टीमों का गठन किया गया। डीएसपी अनिल कुमार के नेतृत्व में टेक्निकल टीम और डीएसपी राज कुमार के नेतृत्व में ग्राउंड एक्शन टीम ने कार्रवाई की। पूछताछ के दौरान आरोपी के मोबाइल से कई संवेदनशील दस्तावेज और डिजिटल सामग्री मिली है। जांच में पता चला है कि आरोपी ने कुछ चैट्स और डाटा को डिलीट करने का प्रयास किया था। पुलिस ने मोबाइल फोन को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सेना, बीएसएफ, आईबी और एनआईए की टीमें भी जांच में शामिल हो गई हैं। ये एजेंसियां देहरा पुलिस के साथ समन्वय कर रही हैं। फोरेंसिक लैब की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। फेसबुक पर पोस्ट किया था हथियारों का वीडियो जांच में यह भी सामने आया है कि अभिषेक ने 11 जून 2024 को अपने फेसबुक अकाउंट से एक वीडियो साझा किया था, जिसमें दो पिस्टल, तीन AK-47 राइफलें और गोलियों की कतारें दिखाई दे रही थीं। गोलियों पर उसका नाम ‘अभिषेक भारद्वाज’ उकेरा गया था। इस पोस्ट ने एजेंसियों की चिंता और बढ़ा दी है। कोर्ट से मिला 5 दिन का रिमांड आरोपी को देहरा कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि रिमांड के दौरान कई अहम सुराग हाथ लगे हैं, जिनकी पुष्टि की जा रही है। आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से है आरोपी अभिषेक सिंह एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखता है। उसकी माता एक निजी होटल में सफाई कर्मचारी हैं और पिता ड्राइवर हैं। शुरुआती जांच में सामने आया है कि आरोपी ने कॉलेज छोड़ने के बाद इंटरनेट के जरिए संदिग्ध गतिविधियों में रुचि लेनी शुरू की और सोशल मीडिया के माध्यम से विदेशी एजेंटों के संपर्क में आया। गांव में फैली सनसनी, लोगों में अविश्वास सुकाहर गांव में इस गिरफ्तारी के बाद से सनसनी फैल गई है। ग्रामीणों को विश्वास नहीं हो रहा कि उनका जान-पहचान का युवक इस प्रकार की गतिविधियों में संलिप्त हो सकता है। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि किसी को कोई संदिग्ध गतिविधि दिखाई दे तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। एसपी की चेतावनी एसपी देहरा मयंक चौधरी ने स्पष्ट किया है कि राज्य की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों को किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि “हमें गोपनीय सूचना मिली थी कि अभिषेक सिंह भारद्वाज पुत्र राजिंद्र सिंह के मोबाइल फोन में कुछ संवेदनशील दस्तावेज और डिजिटल सामग्री मौजूद है। सूचना की गंभीरता को देखते हुए हमने तत्काल दो टीमों का गठन किया। पहली टेक्निकल टीम का नेतृत्व डीएसपी देहरा अनिल कुमार कर रहे थे, जबकि दूसरी ग्राउंड टीम का नेतृत्व डीएसपी डाडासीबा राज कुमार के हाथ में था। 28 मई की सुबह इन टीमों ने संयुक्त रूप से सुकाहर गांव स्थित आरोपी के घर में छापा मारा और उसे हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए देहरा थाना लाया गया। प्रारंभिक पूछताछ के दौरान आरोपी के मोबाइल फोन से देश की सुरक्षा से संबंधित आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है। इसी आधार पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 152 BNS के अंतर्गत मामला दर्ज किया है। वीरवार को आरोपी को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। पूछताछ में यह भी सामने आया है कि आरोपी ने मोबाइल फोन से कुछ डाटा डिलीट किया था। इसलिए हमने उसका फोन सीज कर फोरेंसिक लैब में भेज दिया है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि फोरेंसिक जांच में कौन-कौन सी जानकारियां रिकवर होती हैं। उन्हीं के आधार पर आगामी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।” हिमाचल प्रदेश के देहरा उप-मंडल के सुकाहर गांव में जासूसी के एक मामले ने राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों का ध्यान खींचा है। पुलिस ने अभिषेक सिंह भारद्वाज नाम के एक युवक को हिरासत में लिया है। आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 152 BNS के तहत मामला दर्ज किया गया है। देहरा के एसपी मयंक चौधरी के अनुसार, पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी अभिषेक सिंह भारद्वाज के मोबाइल में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े संवेदनशील दस्तावेज हैं। इस पर 28 मई की सुबह दो टीमों का गठन किया गया। डीएसपी अनिल कुमार के नेतृत्व में टेक्निकल टीम और डीएसपी राज कुमार के नेतृत्व में ग्राउंड एक्शन टीम ने कार्रवाई की। पूछताछ के दौरान आरोपी के मोबाइल से कई संवेदनशील दस्तावेज और डिजिटल सामग्री मिली है। जांच में पता चला है कि आरोपी ने कुछ चैट्स और डाटा को डिलीट करने का प्रयास किया था। पुलिस ने मोबाइल फोन को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सेना, बीएसएफ, आईबी और एनआईए की टीमें भी जांच में शामिल हो गई हैं। ये एजेंसियां देहरा पुलिस के साथ समन्वय कर रही हैं। फोरेंसिक लैब की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। फेसबुक पर पोस्ट किया था हथियारों का वीडियो जांच में यह भी सामने आया है कि अभिषेक ने 11 जून 2024 को अपने फेसबुक अकाउंट से एक वीडियो साझा किया था, जिसमें दो पिस्टल, तीन AK-47 राइफलें और गोलियों की कतारें दिखाई दे रही थीं। गोलियों पर उसका नाम ‘अभिषेक भारद्वाज’ उकेरा गया था। इस पोस्ट ने एजेंसियों की चिंता और बढ़ा दी है। कोर्ट से मिला 5 दिन का रिमांड आरोपी को देहरा कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि रिमांड के दौरान कई अहम सुराग हाथ लगे हैं, जिनकी पुष्टि की जा रही है। आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से है आरोपी अभिषेक सिंह एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखता है। उसकी माता एक निजी होटल में सफाई कर्मचारी हैं और पिता ड्राइवर हैं। शुरुआती जांच में सामने आया है कि आरोपी ने कॉलेज छोड़ने के बाद इंटरनेट के जरिए संदिग्ध गतिविधियों में रुचि लेनी शुरू की और सोशल मीडिया के माध्यम से विदेशी एजेंटों के संपर्क में आया। गांव में फैली सनसनी, लोगों में अविश्वास सुकाहर गांव में इस गिरफ्तारी के बाद से सनसनी फैल गई है। ग्रामीणों को विश्वास नहीं हो रहा कि उनका जान-पहचान का युवक इस प्रकार की गतिविधियों में संलिप्त हो सकता है। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि किसी को कोई संदिग्ध गतिविधि दिखाई दे तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। एसपी की चेतावनी एसपी देहरा मयंक चौधरी ने स्पष्ट किया है कि राज्य की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों को किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि “हमें गोपनीय सूचना मिली थी कि अभिषेक सिंह भारद्वाज पुत्र राजिंद्र सिंह के मोबाइल फोन में कुछ संवेदनशील दस्तावेज और डिजिटल सामग्री मौजूद है। सूचना की गंभीरता को देखते हुए हमने तत्काल दो टीमों का गठन किया। पहली टेक्निकल टीम का नेतृत्व डीएसपी देहरा अनिल कुमार कर रहे थे, जबकि दूसरी ग्राउंड टीम का नेतृत्व डीएसपी डाडासीबा राज कुमार के हाथ में था। 28 मई की सुबह इन टीमों ने संयुक्त रूप से सुकाहर गांव स्थित आरोपी के घर में छापा मारा और उसे हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए देहरा थाना लाया गया। प्रारंभिक पूछताछ के दौरान आरोपी के मोबाइल फोन से देश की सुरक्षा से संबंधित आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है। इसी आधार पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 152 BNS के अंतर्गत मामला दर्ज किया है। वीरवार को आरोपी को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। पूछताछ में यह भी सामने आया है कि आरोपी ने मोबाइल फोन से कुछ डाटा डिलीट किया था। इसलिए हमने उसका फोन सीज कर फोरेंसिक लैब में भेज दिया है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि फोरेंसिक जांच में कौन-कौन सी जानकारियां रिकवर होती हैं। उन्हीं के आधार पर आगामी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”   हिमाचल | दैनिक भास्कर