हिमाचल में पदों को खत्म करने वाली नोटिफिकेशन पर घिरी सुक्खू सरकार, जयराम ठाकुर ने बताया- ‘पल-पल पलटू’

हिमाचल में पदों को खत्म करने वाली नोटिफिकेशन पर घिरी सुक्खू सरकार, जयराम ठाकुर ने बताया- ‘पल-पल पलटू’

<p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal Pradesh News:</strong> हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार ने एक अधिसूचना जारी कर फंस गई. सोशल मीडिया पर सरकार को खूब ट्रोल किया गया और जमकर विरोध भी हुआ. विपक्ष को भी बैठे-बिठाये सरकार को घेरने का एक नया मौका मिल गया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस अधिसूचना में राज्य सरकार की ओर से कहा गया था कि सरकारी विभागों में दो या इससे ज्यादा साल से खाली पड़े पदों को खत्म कर दिया जाएगा. इस संबंध में वित्त विभाग के प्रधान सचिव देवेश कुमार की ओर से दिशा-निर्देश जारी किए गए थे. इस पर विपक्ष में बैठी भारतीय जनता पार्टी ने सरकार को घेरा और कांग्रेस सरकार को जनविरोधी बताया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>CM सुक्खू ने दिया स्पष्टीकरण</strong><br />शुक्रवार (25 अक्टूबर) देर शाम से शुरू हुई ट्रोलिंग के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने डैमेज कंट्रोल की कोशिश की. मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास ओक ओवर पर मीडिया को स्पष्टीकरण के लिए बुलाया. मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की ओर से जारी अधिसूचना पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा- ‘पिछले 20 सालों से जो पद भरे नहीं जा रहे हैं, इसको लेकर विभागों से पूछा गया था कि पोस्टें भरी क्यों नहीं जा रही हैं? इस पर जानकारी मिली है कि बहुत सी ऐसी पोस्टें हैं, जिनकी आज के समय में जरूरत नहीं है. ऐसे पदों को अब कन्वर्ट किया जा रहा है, न कि इन पदों को खत्म किया गया है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>सरकार की तरफ से इस प्रकार की चिट्ठी पहले भी निकाली जाती रही है’. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी उनकी सरकार के खिलाफ भ्रामक प्रचार कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब से कांग्रेस के दोबारा 40 विधायक हुए हैं, तब से भारतीय जनता पार्टी भ्रामक प्रचार में लगी हुई है. उन्होंने कहा कि बीजेपी झूठ बोलने में नंबर- वन है.<br />&nbsp;<br /><strong>नेता प्रतिपक्ष बोले- यह हैं पल-पल पलटू</strong>&nbsp;<br />इस पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी सरकार पर पलटवार किया. शिमला में प्रेसवार्ता कर उन्होंने सरकार को ‘पल-पल पलटू सरकार’ करार दिया. उन्होंने कहा कि जब भी सरकार अपनी अधिसूचना पर घिरती है, तो बैक डेट में स्पष्टीकरण वाली नोटिफिकेशन जारी कर दी जाती है. उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है, जब इस तरह की घटना हो रही हो. उन्होंने कहा कि वह राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश में डेढ़ लाख पदों को खत्म कर चुकी है. उन्होंने कहा कि कुछ नेताओं को काम करने में मजा आता है और कुछ को काम बंद करने में. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू काम बंद कर आनंदित महसूस करने वाले नेताओं में शुमार हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि जब से भी सत्ता में आए हैं, तब से उन्होंने सिर्फ चले हुए कार्यों को बंद करने का ही काम किया. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में विचित्र परिस्थितियां देखी जा रही हैं. व्यवस्था परिवर्तन के बजाय व्यवस्था पतन का कार्य चल रहा है. ऐसा हिमाचल के इतिहास में पहली बार हुआ है. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री बार-बार दूसरों को पढ़कर आने की सलाह देते हैं. ऐसा लगता है कि ज्ञान की सारी वर्षा मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री पर ही है. मीडिया और विपक्ष को कोई जानकारी ही नहीं होती.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”हिमाचल में सरकारी नौकरी की राह देख रहे युवाओं को बड़ा झटका, सुक्खू सरकार ने लिया ये फैसला” href=”https://www.abplive.com/states/himachal-pradesh/himachal-pradesh-cm-sukhvinder-singh-sukhu-abolished-last-2-years-all-vacant-government-posts-ann-2811007″ target=”_self”>हिमाचल में सरकारी नौकरी की राह देख रहे युवाओं को बड़ा झटका, सुक्खू सरकार ने लिया ये फैसला</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Himachal Pradesh News:</strong> हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार ने एक अधिसूचना जारी कर फंस गई. सोशल मीडिया पर सरकार को खूब ट्रोल किया गया और जमकर विरोध भी हुआ. विपक्ष को भी बैठे-बिठाये सरकार को घेरने का एक नया मौका मिल गया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस अधिसूचना में राज्य सरकार की ओर से कहा गया था कि सरकारी विभागों में दो या इससे ज्यादा साल से खाली पड़े पदों को खत्म कर दिया जाएगा. इस संबंध में वित्त विभाग के प्रधान सचिव देवेश कुमार की ओर से दिशा-निर्देश जारी किए गए थे. इस पर विपक्ष में बैठी भारतीय जनता पार्टी ने सरकार को घेरा और कांग्रेस सरकार को जनविरोधी बताया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>CM सुक्खू ने दिया स्पष्टीकरण</strong><br />शुक्रवार (25 अक्टूबर) देर शाम से शुरू हुई ट्रोलिंग के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने डैमेज कंट्रोल की कोशिश की. मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास ओक ओवर पर मीडिया को स्पष्टीकरण के लिए बुलाया. मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की ओर से जारी अधिसूचना पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा- ‘पिछले 20 सालों से जो पद भरे नहीं जा रहे हैं, इसको लेकर विभागों से पूछा गया था कि पोस्टें भरी क्यों नहीं जा रही हैं? इस पर जानकारी मिली है कि बहुत सी ऐसी पोस्टें हैं, जिनकी आज के समय में जरूरत नहीं है. ऐसे पदों को अब कन्वर्ट किया जा रहा है, न कि इन पदों को खत्म किया गया है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>सरकार की तरफ से इस प्रकार की चिट्ठी पहले भी निकाली जाती रही है’. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी उनकी सरकार के खिलाफ भ्रामक प्रचार कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब से कांग्रेस के दोबारा 40 विधायक हुए हैं, तब से भारतीय जनता पार्टी भ्रामक प्रचार में लगी हुई है. उन्होंने कहा कि बीजेपी झूठ बोलने में नंबर- वन है.<br />&nbsp;<br /><strong>नेता प्रतिपक्ष बोले- यह हैं पल-पल पलटू</strong>&nbsp;<br />इस पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी सरकार पर पलटवार किया. शिमला में प्रेसवार्ता कर उन्होंने सरकार को ‘पल-पल पलटू सरकार’ करार दिया. उन्होंने कहा कि जब भी सरकार अपनी अधिसूचना पर घिरती है, तो बैक डेट में स्पष्टीकरण वाली नोटिफिकेशन जारी कर दी जाती है. उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है, जब इस तरह की घटना हो रही हो. उन्होंने कहा कि वह राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश में डेढ़ लाख पदों को खत्म कर चुकी है. उन्होंने कहा कि कुछ नेताओं को काम करने में मजा आता है और कुछ को काम बंद करने में. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू काम बंद कर आनंदित महसूस करने वाले नेताओं में शुमार हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि जब से भी सत्ता में आए हैं, तब से उन्होंने सिर्फ चले हुए कार्यों को बंद करने का ही काम किया. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में विचित्र परिस्थितियां देखी जा रही हैं. व्यवस्था परिवर्तन के बजाय व्यवस्था पतन का कार्य चल रहा है. ऐसा हिमाचल के इतिहास में पहली बार हुआ है. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री बार-बार दूसरों को पढ़कर आने की सलाह देते हैं. ऐसा लगता है कि ज्ञान की सारी वर्षा मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री पर ही है. मीडिया और विपक्ष को कोई जानकारी ही नहीं होती.</p>
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