हिमाचल में मस्जिद विवाद में प्रदर्शन:शिमला से सुलगी चिंगारी नेरवा पहुंची; सड़कों पर आए हिंदू संगठन और स्थानीय लोग

हिमाचल में मस्जिद विवाद में प्रदर्शन:शिमला से सुलगी चिंगारी नेरवा पहुंची; सड़कों पर आए हिंदू संगठन और स्थानीय लोग

हिमाचल प्रदेश में मस्जिद मामले में संजौली से सुलगी विरोध की चिंगारी शिमला जिला के दूर दराज क्षेत्र नेरवा तक पहुंच गई है। नेरवा में गुरुवार को बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए। स्थानीय लोगों ने एक विशेष समुदाय के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और वक्फ बोर्ड को खत्म करने की मांग उठाई। करणी सेना और हिंदू संगठनों के इस प्रदर्शन का आवाहन किया था। नेरवा बाजार में प्रदर्शनकारी मस्जिद की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में हल्की धक्का-मुक्की हो गई। पुलिस के समझाने पर प्रदर्शनकारी शांत हुए। दरअसल, शिमला में बीते 11 सितंबर को पुलिस लाठीचार्ज से करणी सेना और हिंदू संगठन भड़क गए थे। इसलिए इन्होंने आज नेरवा में प्रदर्शन का आवाहन किया था। नेरवा में प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश में बढ़ रही बाहरी लोगों की संख्या पर अंकुश लगाने और इनकी वैरिफिकेशन की मांग की। बाहरी लोगों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई: अमित करणी सेना के मीडिया कोऑर्डिनेटर अमित शर्मा ने बताया कि चौपाल के कुपवी क्षेत्र में बीते कुछ सालों में समुदाय विशेष के बाहरी लोगों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है। उन्होंने दावा किया कि बाहर से आकर लोग अवैध रूप यहां बस गए हैं। बाहरी लोगों की संख्या में एकाएक वृद्धि से क्षेत्र में नशा, मारपीट व अपराध की घटनाएं बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि पहले से इस क्षेत्र में ही समुदाय विशेष के लोग रहते थे जो स्थानीय है वो शांतिपूर्ण तरीके व सभी आपस मे मिलकर रहते थे। लेकिन बीते कुछ सालों के दौरान बाहरी लोगों की संख्या के बढ़ने से यहां का माहौल बिगड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि क्षेत्र में अवैध नशे व अन्य आपराधिक घटनाओं में अधिकतर बाहरी लोग ही शामिल होते है। अब शिलाई में 21 सितंबर को प्रदर्शन शिमला के नेरवा के बाद अब सिरमौर जिला के शिलाई में भी हिंदू संघर्ष समिति ने 21 सितंबर को प्रदर्शन का आवाहन किया है। इस दौरान भारत सरकार से वक्फ बोर्ड को समाप्त करने की मांग की जाएगी। अब सिलसिलेवार पढ़िए कैसे पैदा हुआ मस्जिद विवाद … बीते 31 अगस्त को शिमला के मैहली में दो गुटों के बीच लड़ाई हुई। इसके आरोपी संजौली मस्जिद में छिप गए। पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया। 1 सितंबर को हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों में संजौली मस्जिद के बाहर प्रदर्शन किया। 5 सितंबर को संजौली और चौड़ा मैदान में फिर प्रदर्शन कर अवैध मस्जिद गिराने की मांग उठी। इसी दिन कसुम्पटी में भी अवैध मस्जिद को तोड़ने की मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया। 11 सितंबर को संजौली-ढली में उग्र प्रदर्शन हुआ। पुलिस को हल्का बल प्रयोग और वाटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा। इसके बाद प्रदेशभर में व्यापारियों ने दुकानें बंद रखकर और हिंदू संगठनों ने अलग अलग शहरों में रोष रैली निकाल कर अवैध मस्जिद को तोड़ने और बाहर से आने वाले लोगों की वैरिफिकेशन की मांग की। मंडी नगर निगम कोर्ट अवैध मस्जिद गिराने के दे चुका आदेश बीते शनिवार को मंडी नगर निगम कोर्ट ने भी जेल रोड़ पर बनी अवैध मस्जिद को 30 दिन के भीतर तोड़ने के आदेश दिए। बीते कल सोलन में इसी मामले में प्रदर्शन कर रहे कुछ व्यापारी आपस में भिड़ गए। मुस्लिम समुदाय ने नारे पर जताई आपत्ति उधर, सिरमौर के पांवटा साहिब में मुस्लिम समुदाय ने कुछ दिन पहले हिंदू जागरण मंच द्वारा मस्जिद के बाहर की गई नारेबाजी पर आपत्ति जताते हुए SDM को ज्ञापन सौंपा और इस मामले में संज्ञान लेने की मांग की। सांप्रदायिकता के खिलाफ 27 को रैली निकालेगी माकपा वहीं माकपा और इसके फ्रंटल संगठनों ने 27 सितंबर को शिमला शहर में विशाल रैली करने का निर्णय लिया। कहा जा रहा है कि यह रैली अमन चैन और आपसी भाईचारा स्थापित करने को निकाली जाएगी। माकपा का आरोप है कि सुनियोजित तरीके से सांप्रदायिक घटनाओं, एक समुदाय विशेष के खिलाफ सांप्रदायिक हिंसा का वातावरण तैयार किया जा रहा है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हिमाचल प्रदेश में मस्जिद मामले में संजौली से सुलगी विरोध की चिंगारी शिमला जिला के दूर दराज क्षेत्र नेरवा तक पहुंच गई है। नेरवा में गुरुवार को बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए। स्थानीय लोगों ने एक विशेष समुदाय के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और वक्फ बोर्ड को खत्म करने की मांग उठाई। करणी सेना और हिंदू संगठनों के इस प्रदर्शन का आवाहन किया था। नेरवा बाजार में प्रदर्शनकारी मस्जिद की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में हल्की धक्का-मुक्की हो गई। पुलिस के समझाने पर प्रदर्शनकारी शांत हुए। दरअसल, शिमला में बीते 11 सितंबर को पुलिस लाठीचार्ज से करणी सेना और हिंदू संगठन भड़क गए थे। इसलिए इन्होंने आज नेरवा में प्रदर्शन का आवाहन किया था। नेरवा में प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश में बढ़ रही बाहरी लोगों की संख्या पर अंकुश लगाने और इनकी वैरिफिकेशन की मांग की। बाहरी लोगों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई: अमित करणी सेना के मीडिया कोऑर्डिनेटर अमित शर्मा ने बताया कि चौपाल के कुपवी क्षेत्र में बीते कुछ सालों में समुदाय विशेष के बाहरी लोगों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है। उन्होंने दावा किया कि बाहर से आकर लोग अवैध रूप यहां बस गए हैं। बाहरी लोगों की संख्या में एकाएक वृद्धि से क्षेत्र में नशा, मारपीट व अपराध की घटनाएं बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि पहले से इस क्षेत्र में ही समुदाय विशेष के लोग रहते थे जो स्थानीय है वो शांतिपूर्ण तरीके व सभी आपस मे मिलकर रहते थे। लेकिन बीते कुछ सालों के दौरान बाहरी लोगों की संख्या के बढ़ने से यहां का माहौल बिगड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि क्षेत्र में अवैध नशे व अन्य आपराधिक घटनाओं में अधिकतर बाहरी लोग ही शामिल होते है। अब शिलाई में 21 सितंबर को प्रदर्शन शिमला के नेरवा के बाद अब सिरमौर जिला के शिलाई में भी हिंदू संघर्ष समिति ने 21 सितंबर को प्रदर्शन का आवाहन किया है। इस दौरान भारत सरकार से वक्फ बोर्ड को समाप्त करने की मांग की जाएगी। अब सिलसिलेवार पढ़िए कैसे पैदा हुआ मस्जिद विवाद … बीते 31 अगस्त को शिमला के मैहली में दो गुटों के बीच लड़ाई हुई। इसके आरोपी संजौली मस्जिद में छिप गए। पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया। 1 सितंबर को हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों में संजौली मस्जिद के बाहर प्रदर्शन किया। 5 सितंबर को संजौली और चौड़ा मैदान में फिर प्रदर्शन कर अवैध मस्जिद गिराने की मांग उठी। इसी दिन कसुम्पटी में भी अवैध मस्जिद को तोड़ने की मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया। 11 सितंबर को संजौली-ढली में उग्र प्रदर्शन हुआ। पुलिस को हल्का बल प्रयोग और वाटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा। इसके बाद प्रदेशभर में व्यापारियों ने दुकानें बंद रखकर और हिंदू संगठनों ने अलग अलग शहरों में रोष रैली निकाल कर अवैध मस्जिद को तोड़ने और बाहर से आने वाले लोगों की वैरिफिकेशन की मांग की। मंडी नगर निगम कोर्ट अवैध मस्जिद गिराने के दे चुका आदेश बीते शनिवार को मंडी नगर निगम कोर्ट ने भी जेल रोड़ पर बनी अवैध मस्जिद को 30 दिन के भीतर तोड़ने के आदेश दिए। बीते कल सोलन में इसी मामले में प्रदर्शन कर रहे कुछ व्यापारी आपस में भिड़ गए। मुस्लिम समुदाय ने नारे पर जताई आपत्ति उधर, सिरमौर के पांवटा साहिब में मुस्लिम समुदाय ने कुछ दिन पहले हिंदू जागरण मंच द्वारा मस्जिद के बाहर की गई नारेबाजी पर आपत्ति जताते हुए SDM को ज्ञापन सौंपा और इस मामले में संज्ञान लेने की मांग की। सांप्रदायिकता के खिलाफ 27 को रैली निकालेगी माकपा वहीं माकपा और इसके फ्रंटल संगठनों ने 27 सितंबर को शिमला शहर में विशाल रैली करने का निर्णय लिया। कहा जा रहा है कि यह रैली अमन चैन और आपसी भाईचारा स्थापित करने को निकाली जाएगी। माकपा का आरोप है कि सुनियोजित तरीके से सांप्रदायिक घटनाओं, एक समुदाय विशेष के खिलाफ सांप्रदायिक हिंसा का वातावरण तैयार किया जा रहा है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।   हिमाचल | दैनिक भास्कर