हिमाचल प्रदेश में अगले 48 घंटे तक ज्यादातर स्थानों पर बारिश का पूर्वानुमान है। मौसम (IMD) विभाग ने आज के लिए 8 जिलों में तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी बिलासपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिला को दी गई है। इसे देखते हुए पहाड़ों पर लैंडस्लाइड और निचले इलाकों में जल भराव की समस्या आ सकता है। वहीं चंबा के भरमौर में बीती शाम को पहाड़ी से पत्थर गिरने से पंजाब के एक श्रद्धालु की मौत हो गई, जबकि बैजनाथ के दंपती चोटिल हुए। IMD के अनुसार, अगले कल किन्नौर और लाहौल स्पीति को छोड़कर अन्य 10 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट दिया गया है। 30 अगस्त से एक सितंबर के बीच मानसून फिर से कमजोर पड़ेगा। 2 सितंबर को दोबारा से मानसून सक्रिय होने का पूर्वानुमान है। बीते 24 घंटे के दौरान भी प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश हुई। खासकर शिमला में बीती शाम को तेज बारिश के कारण कई जगह लैंडस्लाइड और पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आई है। बारिश के कारण शिमला के टॉलैंड, न्यू शिमला सेक्टर-3, विकासनगर और लिफ्ट के पास भूस्खलन हुआ। कई जगह पेड़ भी गिरे है। लैंडस्लाइड के कारण विकासनगर में टीसीपी (टाउन एंड कंट्री प्लानिंग दफ्तर) का भवन भी खतरे की जद में आ गया है। न्यू शिमला के डंगा (सेफ्टी वॉल) गिरने से डंगे का अगला हिस्सा कभी भी गिर सकता है। मानसून सीजन में 23% कम बादल बरसे प्रदेश में पूरे मानसून सीजन के दौरान सामान्य से 23 प्रतिशत कम बारिश हुई है। एक जून से 27 अगस्त तक प्रदेश में 591.8 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 453.4 मिलीमीटर बादल बरसे है। प्रदेश में शिमला को छोड़कर एक भी जिला ऐसा नहीं जहां सामान्य से ज्यादा बारिश हुई हो। शिमला में अब तक 531 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जबकि इस अवधि में 500.3 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। प्रदेश में मानसून सीजन में सामान्य से कितनी कम व ज्यादा बारिश हुई हिमाचल प्रदेश में अगले 48 घंटे तक ज्यादातर स्थानों पर बारिश का पूर्वानुमान है। मौसम (IMD) विभाग ने आज के लिए 8 जिलों में तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। यह चेतावनी बिलासपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिला को दी गई है। इसे देखते हुए पहाड़ों पर लैंडस्लाइड और निचले इलाकों में जल भराव की समस्या आ सकता है। वहीं चंबा के भरमौर में बीती शाम को पहाड़ी से पत्थर गिरने से पंजाब के एक श्रद्धालु की मौत हो गई, जबकि बैजनाथ के दंपती चोटिल हुए। IMD के अनुसार, अगले कल किन्नौर और लाहौल स्पीति को छोड़कर अन्य 10 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट दिया गया है। 30 अगस्त से एक सितंबर के बीच मानसून फिर से कमजोर पड़ेगा। 2 सितंबर को दोबारा से मानसून सक्रिय होने का पूर्वानुमान है। बीते 24 घंटे के दौरान भी प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में तेज बारिश हुई। खासकर शिमला में बीती शाम को तेज बारिश के कारण कई जगह लैंडस्लाइड और पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आई है। बारिश के कारण शिमला के टॉलैंड, न्यू शिमला सेक्टर-3, विकासनगर और लिफ्ट के पास भूस्खलन हुआ। कई जगह पेड़ भी गिरे है। लैंडस्लाइड के कारण विकासनगर में टीसीपी (टाउन एंड कंट्री प्लानिंग दफ्तर) का भवन भी खतरे की जद में आ गया है। न्यू शिमला के डंगा (सेफ्टी वॉल) गिरने से डंगे का अगला हिस्सा कभी भी गिर सकता है। मानसून सीजन में 23% कम बादल बरसे प्रदेश में पूरे मानसून सीजन के दौरान सामान्य से 23 प्रतिशत कम बारिश हुई है। एक जून से 27 अगस्त तक प्रदेश में 591.8 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 453.4 मिलीमीटर बादल बरसे है। प्रदेश में शिमला को छोड़कर एक भी जिला ऐसा नहीं जहां सामान्य से ज्यादा बारिश हुई हो। शिमला में अब तक 531 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जबकि इस अवधि में 500.3 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। प्रदेश में मानसून सीजन में सामान्य से कितनी कम व ज्यादा बारिश हुई हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिमाचल के ऊना में धारा 163 लागू:प्रदर्शन पर रोक; 5 लोग इकट्ठे नहीं चल पाएंगे, हथियार के साथ चलने की भी इजाजत नहीं
हिमाचल के ऊना में धारा 163 लागू:प्रदर्शन पर रोक; 5 लोग इकट्ठे नहीं चल पाएंगे, हथियार के साथ चलने की भी इजाजत नहीं हिमाचल प्रदेश के ऊना उप मंडल में आज भारतीय न्याय संहिता की धारा 163 लागू कर दी है। DC जतिन लाल द्वारा जारी आदेशों के अनुसार, सोमवार सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक ऊना में किसी भी प्रकार के प्रदर्शन पर रोक रहेगी। इस दौरान 5 या इससे अधिक लोगों के एक साथ चलने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। साथ ही कोई भी व्यक्ति हथियार, लाठी इत्यादि लेकर नहीं चल सकेगा। सूचना के अनुसार, जिला प्रशासन को आज ऊना में प्रदर्शन की सूचना है, जिससे शहर की शांति बिगड़ सकती है। इसे देखते हुए प्रदर्शन पर रोक लगाई है। ऊना में बीते दो-तीन दिन से दो समुदाय के लोगों में तनाव बना हुआ है। इस वजह से ऊना में विवाद दरअसल, एक समुदाय के लोगों ने स्थानीय युवक ने सोशल मीडिया पर रील शेयर करने के आरोप लगाए, जिसमे वाल्मीकि समुदाय को लेकर कुछ टिप्पणी की गई थी। इसके बाद दोनों समुदाय में समझौता हो गया। मगर वाल्मीकि समुदाय के कुछ लोगों पर आरोप है कि समझौता होने के बावजूद उन्होंने युवक की पिटाई की। इसी मामले में कल युवक के समर्थन में कुछ लोगों ने ऊना में प्रदर्शन किया। आज जिला प्रशासन को वाल्मीकि समुदाय के प्रदर्शन की सूचना थी। इससे दोनों समुदाय में झड़प हो सकती है। इसे देखते हुए शहर में शांति बनाए रखने को धारा 163 लगाई गई। कानून व्यवस्था बनाए रखने को लगाई धारा 163: DC DC जतिन लाल ने कहा कि इस उप मंडल में कानून व्यवस्था और शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए धारा 163 लागू की गई है। पुलिस को इसे लेकर हिदायत दी गई है। इस दौरान किसी को भी धरना प्रदर्शन और रैली की अनुमति नहीं दी जाएगी। सार्वजनिक स्थानों पर लाउड स्पीकर के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध रहेगा। उन्होंने कहा कि आदेश की कोई भी अवेहलना कानून के तहत दंडनीय होगी।
मंडी में चंडीगढ़-मानाली NH 28 सितम्बर तक बंद:सप्ताह में दो दिन नहीं होगी वाहनों की आवाजाही; हवा में लटकती चट्टानों को हटाया जाएगा
मंडी में चंडीगढ़-मानाली NH 28 सितम्बर तक बंद:सप्ताह में दो दिन नहीं होगी वाहनों की आवाजाही; हवा में लटकती चट्टानों को हटाया जाएगा मंडी में चंडीगढ़-मानाली एनएच 23 अगस्त से लेकर 28 सितम्बर तक बिंद्रावनी से पंडोह तक सप्ताह में दो दिन बुधवार और शुक्रवार को बंद रहेगा। यहां दो घंटे के लिए सुबह साढे 11 बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक वाहनों की आवाजाही के लिए पूर्ण बंद रहेगा। उपायुक्त अपूर्व देवगन ने संबंध में आदेश जारी कर दिया है। उन्होंने कहा कि एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) की तरफ से प्रशासन को सूचित किया था कि बिंद्रावनी से लेकर पंडोह तक हाईवे पर बार-बार भूस्खलन हो रहा है। लटकते पत्थरों के कारण सड़क यात्रियों के लिए यात्रा करने का जोखिम बढ गया है। ऐसी परिस्थितियों में बिंद्रावणी से लेकर पंडोह तक हाईवे से लटकते पत्थरों को हटाना आवश्यक है। अपुर्व देवगन ने कहा कि लोगों की सुरक्षा को देखते हुए एनएच-21 किरतपुर-मनाली को 23 अगस्त से लेकर 28 सितम्बर तक बुधवार और शुक्रवार को दो घंटे के लिए बंद रखने का निर्णय लिया गया है। इस दौरान एनएचएआई द्वारा बिंद्रावणी से लेकर पंडोह तक हवा में लटके बोल्डरों व चट्टानों को हटाने का कार्य किया जाएगा।
सोलन में 37वां भगोड़ा अपराधी गिरफ्तार:मारपीट में दर्ज हुआ था मामला, समन भेजने के बाद भी कोर्ट में नहीं हुआ पेश
सोलन में 37वां भगोड़ा अपराधी गिरफ्तार:मारपीट में दर्ज हुआ था मामला, समन भेजने के बाद भी कोर्ट में नहीं हुआ पेश हिमाचल में सोलन पुलिस ने इस साल के 37वें उद्घोषित भगोड़े अपराधी को पकड़ कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। सोलन की सदर थाना पुलिस ने 29 वर्षीय इस युवक को कंडाघाट से गिरफ्तार किया है। साल 2014 में इस युवक पर मारपीट का आरोप लगा था, अदालत से जमानत पर छूटने के बाद उसने फिर अदालत की ओर रुख ही नहीं किया। कई समन जारी करने के बाद भी जब वह अदालत में पेश नहीं हुआ तो कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था। एसपी सोलन गौरव सिंह के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार साल 201 के मारपीट के एक मामले में सुबाथू रोड स्थित तार फैक्ट्री के नजदीक रहने वाले यमन गिल उर्फ अंशुल को उस वक्त जमानत मिल गई थी। लेकिन उसके बाद वह अदालत में सुनवाई के दौरान कोर्ट में पेश नहीं हुआ। बाद में अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था। उन्होंने बताया कि आज सोलन की सदर थाना पुलिस ने उसे कंडाघाट से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली। उसे अदालत में पेश किया जाएगा। बता दें कि पुलिस ने नशा तस्करों, चोरों तथा भगोड़े अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाते हुए बीते करीब एक साल की अवधि के दौरान ऐसे 36 भगोड़े अपराधियों को खोजकर सलाखों के पीछे पहुंचाया गया है, जो आपराधिक वारदातों को अंजाम देने के पश्चात कई सालों से पुलिस व अदालत की नजरों से छुपकर बैठे हुए थे। इन सभी को अलग-अलग अदालतों ने भगोड़ा घोषित कर रखा था। फिलहाल अंशुल के अन्य आपराधिक रिकार्ड की पड़ताल की जा रही है।