हरियाणा के 22 शहरों में मौसम विभाग ने बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें नाथूसरी चोपटा, ऐलनाबाद, रानिया, सिरसा, डबवाली, नांगल चौधरी, नारनौल, अटेली, महेंद्रगढ़, कनीना, भद्रा, लोहारू, चरखी दादरी, भिवानी, तोशाम, रेवाड़ी, सिवानी, बवानी खेड़ा, हांसी, हिसार, आदमपुर, फतेहाबाद शामिल है। यहां तेज बारिश के साथ 30 किलोमीटर की स्पीड से हवाएं चलेंगी। अलर्ट वाले जिलों में सुबह से बादल छाए हुए हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के 11 जिलों में खूब बारिश हुई। कई जगह जलभराव हुआ। सड़कों पर एक फीट से ज्यादा पानी जमा हो गया। इसलिए एक्टिव हुआ मानसून
सूबे में बदले मौसम के मिजाज के बाद मौसम विशेषज्ञों ने अब उम्मीद जताई है कि 48 घंटे बाद यानी अगस्त के पहले सप्ताह में मानसून फिर सक्रिय होगा। राजस्थान में बन रहे दबाव के चलते बारिश होने की उम्मीद है। मानसून की बारिश कम होने की वजह बंगाल और राजस्थान से आने वाली हवाएं बीच में ही खत्म होना बताया जा रहा है। इससे हवाएं भी कमजोर हो रही हैं। साथ ही हवा में नमी नहीं होने से इस बार हरियाणा से मानसून रूठा हुआ है। कहां कितनी हुई बरसात
हरियाणा में बुधवार को सबसे ज्यादा बारिश हिसार में दर्ज की गई, यहां 15 एमएम बारिश हुई। वहीं अंबाला में 12 एमएम, सिरसा में 10, भिवानी में 9, जींद में 12.5, करनाल में 11.5 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। जुलाई में कम बरसात
प्रदेश में जुलाई में सामान्य से 35% कम बरसात हुई है। अमूमन प्रदेश में इस अवधि में 130.2 एमएम बरसात होती है, लेकिन अबकी बार केवल 84.1 मिलीमीटर बरसात हो सकी है। पिछले 24 घंटे में जीटी बेल्ट के जिलों में बरसात हुई है। इनमें पानीपत में 23.6, करनाल 13.4, कुरुक्षेत्र में 15.3, कैथल में 13.9, सोनीपत में 35, अंबाला में 5.4 मिलीमीटर बरसात हुई है। वहीं यमुनानगर में 13.0, सिरसा में 3.1, दादरी में सिर्फ 3.0, पलवल में 1.3 और पंचकूला में 1.4, रोहतक में 1.6 एमएम बारिश हुई है। हरियाणा के 22 शहरों में मौसम विभाग ने बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें नाथूसरी चोपटा, ऐलनाबाद, रानिया, सिरसा, डबवाली, नांगल चौधरी, नारनौल, अटेली, महेंद्रगढ़, कनीना, भद्रा, लोहारू, चरखी दादरी, भिवानी, तोशाम, रेवाड़ी, सिवानी, बवानी खेड़ा, हांसी, हिसार, आदमपुर, फतेहाबाद शामिल है। यहां तेज बारिश के साथ 30 किलोमीटर की स्पीड से हवाएं चलेंगी। अलर्ट वाले जिलों में सुबह से बादल छाए हुए हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के 11 जिलों में खूब बारिश हुई। कई जगह जलभराव हुआ। सड़कों पर एक फीट से ज्यादा पानी जमा हो गया। इसलिए एक्टिव हुआ मानसून
सूबे में बदले मौसम के मिजाज के बाद मौसम विशेषज्ञों ने अब उम्मीद जताई है कि 48 घंटे बाद यानी अगस्त के पहले सप्ताह में मानसून फिर सक्रिय होगा। राजस्थान में बन रहे दबाव के चलते बारिश होने की उम्मीद है। मानसून की बारिश कम होने की वजह बंगाल और राजस्थान से आने वाली हवाएं बीच में ही खत्म होना बताया जा रहा है। इससे हवाएं भी कमजोर हो रही हैं। साथ ही हवा में नमी नहीं होने से इस बार हरियाणा से मानसून रूठा हुआ है। कहां कितनी हुई बरसात
हरियाणा में बुधवार को सबसे ज्यादा बारिश हिसार में दर्ज की गई, यहां 15 एमएम बारिश हुई। वहीं अंबाला में 12 एमएम, सिरसा में 10, भिवानी में 9, जींद में 12.5, करनाल में 11.5 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। जुलाई में कम बरसात
प्रदेश में जुलाई में सामान्य से 35% कम बरसात हुई है। अमूमन प्रदेश में इस अवधि में 130.2 एमएम बरसात होती है, लेकिन अबकी बार केवल 84.1 मिलीमीटर बरसात हो सकी है। पिछले 24 घंटे में जीटी बेल्ट के जिलों में बरसात हुई है। इनमें पानीपत में 23.6, करनाल 13.4, कुरुक्षेत्र में 15.3, कैथल में 13.9, सोनीपत में 35, अंबाला में 5.4 मिलीमीटर बरसात हुई है। वहीं यमुनानगर में 13.0, सिरसा में 3.1, दादरी में सिर्फ 3.0, पलवल में 1.3 और पंचकूला में 1.4, रोहतक में 1.6 एमएम बारिश हुई है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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