हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी कार्य समिति की मीटिंग ऊना में चल रही है। इसमें पार्टी के 700 से ज्यादा पदाधिकारी भाग ले रहे हैं। दोपहर बाद इस मीटिंग के लिए हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर विशेष तौर पर शामिल होंगे। कार्य समिति में प्रदेश की चारों लोकसभा और नौ विधानसभा उप चुनाव के प्रभारी अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। इस रिपोर्ट पर मीटिंग में चर्चा नहीं होगी, बल्कि सील बंद रिपोर्ट पार्टी प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल को सौंपी जाएगी। जिसे बाद में राजीव बिंदल राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को सौंपेंगे। बिंदल ने दिए रिपोर्ट देने के निर्देश कार्य समिति से पहले ऊना में ही बीती रात को बीजेपी पदाधिकारियों की मीटिंग हुई। इसमें राजीव बिंदल ने सभी चुनाव प्रभारियों को हार-जीत को लेकर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए। आज की कार्य समिति में बीजेपी और इनके सभी मोर्चों के प्रोग्राम भी तय होंगे, ताकि संगठन को और मजबूत किया जा सके। कार्य समिति में बीजेपी द्वारा चुनाव से पहले गठित विभिन्न कमेटियों के काम की भी समीक्षा की जाएगी। कार्य समिति में नहीं आएंगे जेपी नड्डा बीजेपी कार्य समिति में प्रदेश से संबंध रखने वाले राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल नहीं होंगे। पार्टी सूत्रों की माने तो बीजेपी नड्डा के ग्रेंड वेलकम की तैयारी कर रही है। इस वजह से नड्डा का कार्य समिति मीटिंग में आने का कार्यक्रम स्थगित किया गया है। केंद्रीय मंत्री बनने के बाद नड्डा पहली बार प्रदेश आएंगे। आज की मीटिंग में मनोहर लाल खट्टर के अलावा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह, प्रदेश भाजपा प्रभारी श्रीकांत शर्मा, सह प्रभारी संजय टंडन, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर विशेष रूप से उपस्थित रहे। कांग्रेस ने चुनाव में की दादागिरी: बिंदल देर रात संपन्न बीजेपी पदाधिकारियों की मीटिंग में राजीव बिंदल ने कहा, कांग्रेस पार्टी ने चुनावों में पूर्ण रूप से दादागिरी के साथ कार्य किया। भाजपा के कार्यकर्ताओं पर गलत झूठे केस दर्ज किए गए। सत्ता का दुरुपयोग तो इतना देखने को मिला कि एक-एक भाजपा समर्थक के घर, दुकान पर अफसर ने नोटिस दिए और सरकारी दबाव डाला, कर्मचारियों को प्रताड़ित किया गया तबादले का डर दिखाया गया। उसके बावजूद कांग्रेस हारी और भाजपा जीती। उन्होंने कहा, हिमाचल विधानसभा में भाजपा के विधायकों की 25 से बढ़कर 28 हो गई है। लोकसभा चुनाव में प्रदेश की चारों सीटें बीजेपी ने जीती है। हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी कार्य समिति की मीटिंग ऊना में चल रही है। इसमें पार्टी के 700 से ज्यादा पदाधिकारी भाग ले रहे हैं। दोपहर बाद इस मीटिंग के लिए हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर विशेष तौर पर शामिल होंगे। कार्य समिति में प्रदेश की चारों लोकसभा और नौ विधानसभा उप चुनाव के प्रभारी अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। इस रिपोर्ट पर मीटिंग में चर्चा नहीं होगी, बल्कि सील बंद रिपोर्ट पार्टी प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल को सौंपी जाएगी। जिसे बाद में राजीव बिंदल राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को सौंपेंगे। बिंदल ने दिए रिपोर्ट देने के निर्देश कार्य समिति से पहले ऊना में ही बीती रात को बीजेपी पदाधिकारियों की मीटिंग हुई। इसमें राजीव बिंदल ने सभी चुनाव प्रभारियों को हार-जीत को लेकर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए। आज की कार्य समिति में बीजेपी और इनके सभी मोर्चों के प्रोग्राम भी तय होंगे, ताकि संगठन को और मजबूत किया जा सके। कार्य समिति में बीजेपी द्वारा चुनाव से पहले गठित विभिन्न कमेटियों के काम की भी समीक्षा की जाएगी। कार्य समिति में नहीं आएंगे जेपी नड्डा बीजेपी कार्य समिति में प्रदेश से संबंध रखने वाले राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल नहीं होंगे। पार्टी सूत्रों की माने तो बीजेपी नड्डा के ग्रेंड वेलकम की तैयारी कर रही है। इस वजह से नड्डा का कार्य समिति मीटिंग में आने का कार्यक्रम स्थगित किया गया है। केंद्रीय मंत्री बनने के बाद नड्डा पहली बार प्रदेश आएंगे। आज की मीटिंग में मनोहर लाल खट्टर के अलावा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह, प्रदेश भाजपा प्रभारी श्रीकांत शर्मा, सह प्रभारी संजय टंडन, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर विशेष रूप से उपस्थित रहे। कांग्रेस ने चुनाव में की दादागिरी: बिंदल देर रात संपन्न बीजेपी पदाधिकारियों की मीटिंग में राजीव बिंदल ने कहा, कांग्रेस पार्टी ने चुनावों में पूर्ण रूप से दादागिरी के साथ कार्य किया। भाजपा के कार्यकर्ताओं पर गलत झूठे केस दर्ज किए गए। सत्ता का दुरुपयोग तो इतना देखने को मिला कि एक-एक भाजपा समर्थक के घर, दुकान पर अफसर ने नोटिस दिए और सरकारी दबाव डाला, कर्मचारियों को प्रताड़ित किया गया तबादले का डर दिखाया गया। उसके बावजूद कांग्रेस हारी और भाजपा जीती। उन्होंने कहा, हिमाचल विधानसभा में भाजपा के विधायकों की 25 से बढ़कर 28 हो गई है। लोकसभा चुनाव में प्रदेश की चारों सीटें बीजेपी ने जीती है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिमाचल के 2 उद्योगों पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की कार्रवाई:सिंबोइसिस फॉर्मा को 42 लाख की पैनल्टी; साई-टेक की बिजली काटने के निर्देश
हिमाचल के 2 उद्योगों पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की कार्रवाई:सिंबोइसिस फॉर्मा को 42 लाख की पैनल्टी; साई-टेक की बिजली काटने के निर्देश प्रदेश के इंडस्ट्रियल एरिया काला अंब में हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (HPPCB) ने दो उद्योगों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। HPPCB ने सिंबोइसिस फॉर्मा पर 42 लाख रुपए की पैनल्टी लगाई है, जबकि साई टेक दवा उद्योग की बिजली काटने के निर्देश दिए गए हैं। HPPCB के एन्वायर्नमेंट इंजीनियर अतुल परमार ने बताया कि सिंबोइसिस फॉर्मा के ढाई-तीन साल से लगातार सैंपल फेल हो रहे थे। इसे देखते हुए फैक्ट्री प्रबंधन को बार बार नोटिस दिए गए। मगर उद्योग प्रबंधन ने एक बार भी जवाब नहीं दिया। एक्सपाइरी दवाईयों का ट्रैक्टर नदी में डालते हुए पकड़ा अतुल परमार ने बताया कि सिंबोइसिस फॉर्मा को HPPCB के सहायक अभियंता ने एक्सपायरी डेट की दवाइयों का ट्रैक्टर नदी में डालते हुए पकड़ा थी। SDO की रिपोर्ट के आधार पर और नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के आदेशों के हिसाब से 42 लाख की पैनल्टी लगाई गई है। बोर्ड की कार्रवाई से उद्योग प्रबंधन में हड़कंप अतुल परमार ने बताया कि साई टेक कंपनी के भी तीन सैंपल फेल हुए है। इसे देखते हुए बिजली बोर्ड को साई टेक की बिजली काटने के निर्देश दिए गए। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की इस कार्रवाई से उद्योग प्रबंधन में हड़कंप मच गया है। दोनों दवा उद्योग एक ही व्यक्ति के बताए जा रहे हैं। NGT के आदेशों पर कार्रवाई बता दें कि औद्योगिक क्षेत्रों की नदियों व खड्डों के सैंपल बार बार फेल हो रहे हैं। इससे कई नदियों का पानी पीने लायक तो दूर खेतीबाड़ी में प्रयोग करने लायक भी नहीं बचा। इसे लेकर NGT कई बार प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को भी फटकार लगा चुका है। NGT के आदेशों पर प्रदेश की सभी नदियों व खड्डों में पानी की गुणवत्ता में सुधार के लिए HPPCB ने एक्शन प्लान बना रखे है और इस पर कार्रवाई जारी है। दवा उद्योगों पर की गई कार्रवाई भी इसी का हिस्सा है।
हिमाचल में बर्फ पर फिसली टूरिस्ट कार,VIDEO:कुफरी में सड़क किनारे हवा में लटका; 5 यात्री थे सवार, बड़ा हादसा होने से टला
हिमाचल में बर्फ पर फिसली टूरिस्ट कार,VIDEO:कुफरी में सड़क किनारे हवा में लटका; 5 यात्री थे सवार, बड़ा हादसा होने से टला हिमाचल प्रदेश के मशहूर पर्यटन स्थल कुफरी में आज एक बड़ा हादसा होने से टल गया। दिल्ली से आए टूरिस्ट की एक गाड़ी बर्फ पर स्किड होने के बाद सड़क किनारे रुकी। गाड़ी का आधे से ज्यादा हिस्सा सड़क से बाहर हो चुका था। गनीमत यह रही कि गाड़ी सड़क से नीचे पलटी। सूचना के अनुसार, इस गाड़ी में पांच टूरिस्ट सवाल थे, जो कि दिल्ली से घूमने के लिए आए थे। जिस जगह गाड़ी रुकी, यदि वहां से गाड़ी नीचे पलट जाती तो यह करीब 300 मीटर गहरी खाई में रुकती। इससे बड़ा हादसा हो सकता था। सभी यात्री सुरक्षित बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि दिल्ली नंबर की गाड़ी ठियोग साइड से शिमला की तरफ जा रही थी। इस दौरान जैसे की ड्राइवर ने ब्रेक लगाई तो गाड़ी स्किड होकर सड़क किनारे पर जाकर रुकी। लोकल और टूरिस्ट को एडवाइजरी इसे देखते हुए हिमाचल सरकार ने लोकल सहित सभी पर्यटकों बर्फ पर सावधानी व कम रफ्तार से गाड़ी चलाने, कम ब्रेक इस्तेमाल करने, गाड़ी में नए टायर लगाकर ही बर्फ पर वाहन चलाने और अधिक ऊंचे क्षेत्रों की यात्रा टालने की सलाह दी गई। 5 जिलों में बर्फबारी के बाद खतरनाक हुई सड़कें प्रदेश के 5 जिलों में बीते 40 घंटे के दौरान बर्फबारी हुई है। इससे शिमला, मंडी, किन्नौर, लाहौल स्पीति और चंबा में सड़कें खतरनाक हो गई है। इन सड़कों पर बर्फ जमने से सफर जोखिमभरा हो गया। ऐसी सड़कों पर वाहन सावधानी से चलाना जरूरी है।
हिमाचल की पर्यटन निगम की वित्तीय हालत खराब:HPTDC की समीक्षा के लिए गठित की गई कमेटी, सेवानिवृत्त IAS तरूण श्रीधर होंगे अध्यक्ष
हिमाचल की पर्यटन निगम की वित्तीय हालत खराब:HPTDC की समीक्षा के लिए गठित की गई कमेटी, सेवानिवृत्त IAS तरूण श्रीधर होंगे अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश सरकार ने सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी तरुण श्रीधर की अध्यक्षता में हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (HPTDC) की वित्तीय स्थिति की जांच व समीक्षा करने के लिए एक सदस्यीय कमेटी गठित की है। यह कमेटी एचपीटीडीसी की वर्तमान वित्तीय स्थिति की जांच/समीक्षा करेगी और छह महीने के भीतर अपने सुझाव सरकार को देगी। समिति वित्तीय स्थिति की जांच व समीक्षा के साथ सीडब्ल्यूपी संख्या 9681/2023-जय कृष्ण मेहता बनाम राज्य एवं अन्य में उठाए गए मुद्दों के आलोक में निगम को लाभ में लाने के लिए कार्यप्रणाली को सुव्यवस्थित करने के लिए आवश्यक सुधारात्मक उपाय सुझाएगी। समिति हिमाचल सरकार के प्रधान सचिव (पर्यटन) को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। 6 महीने के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी समिति
सरकार द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के प्रबंध निदेशक समिति के सचिव के रूप में कार्य करेंगे। एचपीटीडीसी आवश्यकतानुसार समिति को आवश्यक सहायता उपलब्ध कराएगा। जिसमें कार्य स्थल, आवास एवं भोजन तथा कार्यात्मक परिवहन आदि शामिल होंगे। समिति के कार्य के लिए होने वाला यात्रा व्यय हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम की ओर से वहन किया जाएगा। यह समिति अपनी सिफारिशें राज्य सरकार को शीघ्रता से छह माह की अवधि के भीतर प्रस्तुत करेगी। वित्तीय पारिश्रमिक नही लेंगे समिति अध्यक्ष
प्रधान सचिव पर्यटन कार्यालय से जारी अधिसूचना के अनुसार सरकार के अनुसार तरुण श्रीधर ने समिति का नेतृत्व करने पर सहमति व्यक्त की है और प्रस्तावित बैठक में शुल्क सहित किसी भी प्रकार का वित्तीय पारिश्रमिक स्वीकार करने से स्पष्ट रूप से इनकार कर दिया है। हिमाचल सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर रहे श्रीधर
बता दें तरुण श्रीधर ने अपने सेवाकाल में हिमाचल प्रदेश की अलग अलग सरकारों में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया और वह विभिन्न जिलों के उपायुक्त (डीसी) भी रहे हैं। इसके अलावा वह विभिन्न महत्वपूर्ण विभागों के सचिव एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद पर भी कार्यरत रहे। HPTDC के 55 होटलों में से 35 घाटे में
बता दें कि विश्व भर में पर्यटन राज्य के रूप में अपनी पहचान रखने वाले हिमाचल प्रदेश की पर्यटन निगम की वित्तीय हालत खराब है। एक अनुमान के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश की जीडीपी में भी पर्यटन कारोबार का लगभग नौ फीसदी हिस्सा है। जानकारी के अनुसार HPTDC प्रदेश में 55 होटल का संचालन कर रहा है, जिसमें से 35 होटल घाटे में चल रहे हैं। पर्यटन विकास निगम के सिर्फ 20 होटल ही फायदे का सौदा है और अगर घाटे की बात करें तो घाटे में चल रहे निगम के होटल की संख्या 63 फीसदी से अधिक है।